अंतरराष्ट्रीय
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि बाइडेन सरकार अफगान युद्ध का जिम्मेदाराना अंत देखना चाहती है. सवाल उठ रहे हैं कि अमेरिका और कितने दिनों तक अफगानिस्तान में अपने सैनिकों को तैनात रख पाएगा.
बतौर रक्षा मंत्री ऑस्टिन की यह पहली अफगानिस्तान यात्रा है. उन्होंने कहा कि काबुल में उनके रुकने का उद्देश्य "सुनना और सीखना" और यह बताना है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के भविष्य की समीक्षा में अब वो भी शामिल हैं. उन्होंने काबुल में सैन्य कमांडरों और राष्ट्रपति अशरफ गनी समेत वरिष्ठ अफगान सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की.
ऑस्टिन ने कहा कि बाइडेन सरकार अफगान युद्ध का एक जिम्मेदार अंत देखना चाहती है, लेकिन कूटनीति के "फलदायक" असर के लिए हिंसा के स्तर का कम होना जरूरी है. देश से अमेरिकी सैनिकों के निकाल लिए जाने की समय सीमा को लेकर उन्होंने कहा, "ये मेरे बॉस के अधिकार क्षेत्र में है." उन्होंने यह भी कहा, "स्थिति किसी भी दिशा में आगे बढ़े उसके बारे में चिंताएं रहेंगी ही, लेकिन मुझे लगता है कि इस समय इस बात पर काफी ऊर्जा केंद्रित की जा रही है कि बातचीत के जरिए युद्ध को जिम्मेदार रूप से खत्म करने के लिए जो भी किया जा सकता है वो किया जाए."
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पिछले सप्ताह एबीसी न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में कहा था अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को निकाल लेने की एक मई की जो समय सीमा है उसका पालन करना "मुश्किल" है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि समय सीमा अगर आगे बढ़ाई भी जाएगी तो वो "ज्यादा आगे" नहीं बढ़ाई जाएगी.
तालिबान ने शुक्रवार 19 मार्च को चेतावनी दी की अगर अमेरिका समय सीमा का पालन नहीं करता है तो उसके परिणाम हैं. तालिबान की वार्ताकारों की टीम के एक सदस्य सुहैल शाहीन ने पत्रकारों को बताया कि अगर अमेरिकी सैनिक एक मई समय सीमा का पालन नहीं करते हैं, "तो यह समझौते का उल्लंघन होगा. यह उल्लंघन हमारी तरफ से नहीं होगा...उनके उल्लंघन का परिणाम होगा." समय सीमा पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और तालिबान के बीच हुए समझौते में लिखी हुई है.
बाइडेन सरकार इस समय इस समझौते की समीक्षा कर रही है और दोनों पक्षों पर दबाव भी डाल रही है कि वो शांति समझौते की तरफ जल्द बढ़ें. अफगान राष्ट्रपति के महल से जारी हुए एक बयान में बस इतना कहा गया कि गनी और ऑस्टिन की बैठक में दोनों नेताओं ने देश में बढ़ी हुई हिंसा की निंदा की. बयान में एक मई की समय सीमा का कोई जिक्र नहीं था.
अमेरिका ने तालिबान और अफगान सरकार दोनों को आठ पन्नों का एक शांति प्रस्ताव दिया है, जिसकी दोनों पक्ष समीक्षा कर रहे हैं. प्रस्ताव में एक अंतरिम "शांति सरकार" की बात की गई है जो देश को संवैधानिक सुधारों और चुनावों की तरफ ले जाएगी. गनी अंतरिम सरकार के इस प्रस्ताव को रोक रहे हैं जिसकी वजह से उनके आलोचक उन पर सत्ता से चिपके रहने का आरोप लगा रहे हैं.
बतौर मंत्री भले ही यह इस प्रांत में ऑस्टिन का पहला दौरा हो, लेकिन अमेरिकी सेना में एक कमांडर के रूप में उन्होंने यहां काफी वक्त बिताया है. वो एक सेवानिवृत्त चार-सितारा जनरल हैं और उन्होंने अफगानिस्तान में दसवें माउंटेन डिविजन के कमांडर के रूप में सेवा की है. 2013 से 2016 तक वो इराक और अफगानिस्तान युद्धों की देख रेख करने वाले अमेरिकी केंद्रीय कमांड के प्रमुख भी थे.
सीके/एए (एपी)
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