खेल
सोनीपत (हरियाणा), 1 अगस्त | हरियाणा के मुक्केबाजों ने सोनीपत के दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) में आयोजित चौथी जूनियर गर्ल्स नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में आठ स्वर्ण पदकों के साथ ओवरआल चैम्पियन के तौर पर अपने अभियान का समापन किया। तीन रजत सहित कुल 13 पदकों के साथ, हरियाणा भी चैंपियनशिप में शीर्ष टीम के रूप में उभरा और घरेलू मुक्केबाजी स*++++++++++++++++++++++++++++र्*ट में अपना दबदबा बढ़ाया। इससे पहले पिछले हफ्ते, हरियाणा ने चौथी युवा महिला मुक्केबाजी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में नंबर-1 स्थान हासिल किया था।
मुस्कान (46 किग्रा) ने गत चैंपियन के लिए जीत का माहौल तैयार किया। मुस्कान ने झारखंड की अन्नू को दिन के पहले फाइनल में 4-0 से आसानी से हराकर अपनी टीम को पहले स्वर्ण दिलाया।
माही राघव भी उम्मीदों पर खरी उतरीं और उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी अर्शदीप कौर को सर्वसम्मत निर्णय के आधार पर काफी आराम से हरा दिया। विशु राठी (48 किग्रा), तनु (52 किग्रा), आरजू (54 किग्रा), आंचल सैनी (57 किग्रा), रुद्रिका (70 किग्रा), प्रांजल यादव (75 किग्रा), संजना (80 किग्रा) और कीर्ति (+80 किग्रा) अपनी-अपनी श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीतने वाली अन्य हरियाणा की लड़कियां थीं।
हालांकि, हरियाणा की तीन अन्य लड़कियों- नेहा (50 किग्रा), कनिष्क मान (60 किग्रा), स्नेहा (66 किग्रा) को अपने-अपने फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
इस बीच, महाराष्ट्र की देविका घोरपड़े ने 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में हरियाणा की नेहा को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। एक स्वर्ण, दो रजत और पांच कांस्य सहित कुल आठ पदकों के साथ महाराष्ट्र ने अपना अभियान दूसरे स्थान पर रहते हुए समाप्त किया। दिल्ली ने एक स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य सहित चार पदक के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।
योगिनी पाटिल (52 किग्रा) और कंचन सुरांसे (+80 किग्रा) ने महाराष्ट्र के लिए रजत पदक जीते, जबकि सिदरा शेख (46 किग्रा), सृष्टि रसकर (57 किग्रा), स्वप्ना चव्हाण (60 किग्रा), अदिति शर्मा (66 किग्रा) और रुतुजा थोम्बरे (80 किग्रा) ने कांस्य पदक जीता।
जूनियर गर्ल्स नेशनल चैंपियनशिप के चौथे संस्करण में देश भर से 200 से अधिक मुक्केबाजों ने भाग लिया।(आईएएनएस)
टोक्यो, 1 अगस्त | भारत की महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने रविवार को चीन की जियाओ हे बिंग को हराकर टोक्यो ओलंपिक में महिला एकल का कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली छठी सीड सिंधु ने मुशासहीनो फॉरेस्ट प्लाजा कोर्ट नम्बर-1 पर आठवीं सीड बिंग को 52 मिनट में 21-13, 21-15 से हराया और लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली बैडमिंटन खिलाड़ी और दूसरी एथलीट बन गईं।
ध्यान रखने वाली बात यह है कि यह सिंधु का मात्र दूसरा ओलंपिक था। रियो में सिंधु ने डेब्यू किया था।
पदक जीतने के बाद सिंधु ने कहा, "यह मुझे वास्तव में शानदार अहसास दिलाता है क्योंकि मैंने इतने सालों तक कड़ी मेहनत की है। मेरे अंदर बहुत सारी भावनाएं चल रही थीं - क्या मुझे खुश होना चाहिए कि मैंने कांस्य जीता या दुखी हूं कि मैंने फाइनल में खेलने का अवसर खो दिया? लेकिन कुल मिलाकर, मुझे इस एक मैच के लिए अपनी भावनाओं को रोकना पड़ा और इसे अपना सर्वश्रेष्ठ देना पड़ा। मैं वास्तव में खुश हूं और मुझे लगता है कि मैंने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है। मेरे देश के लिए पदक प्राप्त करना गर्व का क्षण है।
यही नहीं, पहलवान सुशील कुमार के बाद लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाली सिधु दूसरी भारतीय हैं। सुशील ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में कांस्य और 2012 के लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था।
रियो ओलंपिक में सिंधु फाइनल में स्पेन की केरोलिना मारिन के हाथों हार गई थीं। यहां टोक्यो में सिंधु को सेमीफाइनल में ताइवान की ताए जू यिंग के हाथों हार मिली थी।
इस पदक का जश्न मनाने के बारे में सिंधु ने कहा, " मैं नौवें आसमान पर हूं। मैं इस पल का आनंद लेने जा रही हूं। मेरे परिवार ने मेरे लिए कड़ी मेहनत की है और बहुत प्रयास किया है इसलिए मैं बहुत आभारी हूं। और मेरे प्रायोजकों ने मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है इसलिए मैं उन्हें धन्यवाद देना और इस पल का आनंद लेना चाहती हूं।
सिंधु के इस पदक के साथ टोक्यो में भारत के कुल दो पदक हो गए हैं। इससे पहले वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने रजत पदक जीत था।
इस तरह भारत ने रियो में जीत गए पदकों की बराबरी कर ली है। रियो में सिंधु ने जहां कांस्य जीता था वहीं साक्षी मलिक ने कुश्ती में कांस्य जीता था।(आईएएनएस)
टोक्यो, 1 अगस्त | आस्ट्रेलिया, बेल्जियम और जर्मनी की पुरुष हॉकी टीमों ने रविवार को अपना-अपना क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतकर सेमीफाइनल का टिकट कटा लिया है। जर्मनी ने जहां ओई हॉकी स्टेडियम में खेले गए दिन के पहले मुकाबले में ओलंपिक चैम्पियन अर्जेटीना को 3-1 से हराया वहीं आस्ट्रेलिया ने नीदरलैंड्स को पेनाल्टी शूटआउट के बाद 3-0 से हराया।
नीदरलैंड्स और आस्ट्रेलिया के बीच हुए मुकाबला निर्धारित समय तक 2-2 की बराबरी पर छूटा था। शूटआउट के दौरान आस्ट्रेलिया ने अपने गोलकीपर एंड्रयू लेविस चार्टर के साहसिक प्रदर्शन के दम पर यह मुकाबला अपने नाम किया।
दूसरी ओर, जर्मनी ने लुकास विंडफेडर द्वारा किए गए दो गोलों की मदद से 2016 के रियो ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाली अर्जेटीना की टीम को बाहर का रास्ता दिखाया।
सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया के सामना जर्मनी से ही होगा।
रविवार को ही विश्व चैम्पियन बेल्जियम ने तीसरे क्वार्टर फाइनल में स्पेन को 3-1 से हराया। सेमीफाइनल में अब बेल्जियम का सामना भारत और ब्रिटेन के बीच होने वाले चौथे मुकाबले के विजेता से होगा।(आईएएनएस)
टोक्यो, 1 अगस्त | भारत के सुपर हेवीवेट मुक्केबाज सतीश कुमार को यहां जारी टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में हार मिली है। इसी के साथ पुरुष मुक्केबाजी में भारत की चुनौती समाप्त हो गई है। कोकुगिकान एरेना में रविवार को विश्व चैम्पियन और एशियाई चैम्पियन उज्बेकिस्तान के बाखोदीर जालोलोव ने ब्ल्यू कार्नर से खेल रहे सतीश को एकतरफा अंदाज में 5-0 के अंतर से हराकर टोक्यो से विदा किया।
सतीश ने प्लस 91 किलोग्राम भार वर्ग के अंतिम-16 दौर के मुकाबले में गुरुवार को जमैका के रिकाडरे ब्राउन को प्रभावशाली तरीके से 4-1 से हराकर क्वार्टर फाइनल का टिकट कटाया था।
उस प्रदर्शन को देखते हुए सतीश से टक्कर की उम्मीद की जा रही लेकिन वह जालोलोव के आगे चारो खाने चित्त्त हो गए।
तीनों राउंड में जालोलोव अपने 32 वर्षीय भारतीय प्रतिद्वंद्वी पर पूरी तरह हावी रहे और हर राउंड में 5-0 के स्कोर के साथ जीत हासिस की।
इस इवेंट से भारत को एक कांस्य प्राप्त हुआ है। लवलीना बोर्गोहेन के सेमीफाइनल में पहुंचने से यह पदक पक्का हुआ है। वैसे अगर लवलीना अपना अगला मैच जीत जाती हैं तो भारत को मुक्केबाजी में ऐतिहासिक सफलता मिल सकती है।(आईएएनएस)
टोक्यो, 1 अगस्त| ग्रेट ब्रिटेन की चार्लोट वोर्दिग्टन ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में सभी को हैरान कर देने वाला अनूठा कारनामा करते हुए पहली बार ओलंपिक खेलों में शामिल की गई महिलाओं की बीएमएक्स फ्रीस्टाइल पार्क फाइनल का स्वर्ण पदक जीत लिया। चार्लोट ने महिला कॉम्पिटीशन में 360 डिग्री की बैकफ्लिप लगाने वाली पहली साइक्लिस्ट बनते हुए 97.50 अंक जुटाए और अन्य सभी को पीछे छोड़ दिया।
स्पर्धा की फेवरेट मानी गई अमेरिका की हाना राबटर्स ने 96.10 अंक के साथ रजत पदक जीता, जबकि स्विट्जरलैंड की निकिता डुकारोज के खाते में 89.20 अंक के साथ कांस्य पदक आया। (आईएएनएस)
टोक्यो, 1 अगस्त | भारत के सुपर हेवीवेट मुक्केबाज सतीश कुमार को यहां जारी टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में हार मिली है। कोकुगिकान एरेना में रविवार को विश्व चैम्पियन और एशियाई चैम्पियन उजबेकिस्तान के बाखोदीर जालोलोव ने ब्ल्यू कार्नर से खेल रहे सतीश को 5-0 के अंतर से हराया।
सतीश ने प्लस 91 किलोग्राम भार वर्ग के अंतिम-16 दौर के मुकाबले में गुरुवार को जमैका के रिकाडरे ब्राउन को 4-1 से हराकर क्वार्टर फाइनल का टिकट कटाया था।(आईएएनएस)
टोक्यो, 31 जुलाई | नंबर-9 वरीयता प्राप्त बेलिंडा बेनसिक ने दो घंटे और 30 मिनट तक चले मुकाबले में चेक गणराज्य की गैर-वरीयता प्राप्त खिलाड़ी माकेर्टा वोंद्रोसोवा को 7-5, 2-6, 6-3 से हराकर टोक्यो ओलंपिक में टेनिस का महिला एकल खिताब जीत लिया। स्विटजरलैंड के लिए यह टेनिस में तीसरा ओलंपिक स्वर्ण है।
इससे पहले, मार्क रॉसेट ने बार्सिलोना 1992 में पुरुष एकल में स्वर्ण जीता था और रोजर फेडरर और स्टेन वावरिंका ने बीजिंग 2008 में पुरुष युगल जीता था। इसके अलावा, फेडरर लंदन 2012 में पुरुष एकल रजत पदक विजेता थे, जबकि टिमिया बेसिंस्की और मार्टिना हिंगिस रियो 2016 में महिला युगल में रजत पर कब्जा किया था।
इस सीजन में एडिलेड और बर्लिन में अपने पिछले दोनों फाइनल हारने के बाद मॉस्को 2019 के बाद से बेलिंडा का पहला खिताब है।
इससे पहले, दुनिया की छठे नंबर की एलिना स्वितोलिना ने फाइनल सेट में 1-4 से पिछड़ने के बाद कजाकिस्तान की एलेना रयबाकिना को 1-6, 7-6 (5), 6-4 से हराकर कांस्य पदक जीता। यह ओलंपिक में यूक्रेन का पहला टेनिस पदक है।(आईएएनएस)
चेस्टर-ले-स्ट्रीट (डरहम), 31 जुलाई| भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा है कि इंग्लैंड में बल्लेबाजी करते हुए क्रीज के बाहर खड़े रहना और गेंदबाजों का सम्मान करना दूसरे देशों की तुलना में महत्वपूर्ण होगा। पंत ने बीसीसीआई डॉट टीवी को दिए एक साक्षात्कार में कहा, एक क्रिकेटर के रूप में जब आपको दुनिया भर में खेलना होता है, तो आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होता है। जब आप इंग्लैंड आते हैं तो आप जानते हैं कि गेंद बहुत स्विंग करने वाली है, इसलिए हां मैं क्रीज से थोड़ा बाहर से बल्लेबाजी कर रहा हूं।
पंत ने कहा, विशेष रूप से इस तरह की परिस्थितियों में क्रीज का उपयोग करना, एक महत्वपूर्ण बात है। आपको अन्य जगहों की तुलना में गेंदबाज का थोड़ा अधिक सम्मान करना होगा। यही मैं टेस्ट मैचों के दौरान करने के लिए उत्सुक हूं।
भारतीय बल्लेबाजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती इंग्लैंड में लेटरल मूवमेंट का मुकाबला करना होगा।
21 टेस्ट मैच खेल चुके 23 वर्षीय ने अपने करियर के पहले तीन टेस्ट इंग्लैंड में खेले। उन्होंने ओवल में पांचवें और अंतिम टेस्ट की दूसरी पारी में 114 रन बनाए।
उनकी विकेटकीपिंग ने हाल के दिनों में उनके लिए काफी प्रशंसा बटोरी थी और वह टेस्ट मैचों में भारत के लिए नंबर-1 विकेटकीपर बन गए हैं।
उन्होंने आगे कहा, 'एक कीपर के तौर पर आप सिर्फ गेंद को देखते हैं और उस पर प्रतिक्रिया करते हैं। यही हम अभ्यास में करते हैं। बस कड़ी मेहनत का अभ्यास करते रहें और आपको मैच में परिणाम मिलेगा।' (आईएएनएस)
टोक्यो, 31 जुलाई | टोक्यो ओलंपिक 2020 के नौंवे दिन रविवार को भारत के खिलाड़ी पांच अलग खेल में भाग लेते हुए दिखेंगे। इनमें से एक खेल में पदक दांव पर हैं। बैडमिंटन
क्या- महिला एकल, कांस्य पदक मैच
कौन- पीवी सिंधु
किसके खिलाफ- चीन की जियाओ ही बिंग
कहां- मुसाशिनो फॉरेस्ट स्पोर्ट प्लाजा बीडीएम कोर्ट 1
कब-शाम 5 बजे
हॉकी
क्या- पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल
कौन- भारतीय पुरुष हॉकी टीम
किसके खिलाफ- ग्रेट ब्रिटेन
कहाँ-ओई हॉकी स्टेडियम पिच नम्बर - 1
कब- शम 5.30 बजे से
मुक्केबाजी (गैर-पदक)
क्या- पुरुष सुपर हैवीवेट ( प्लस 91 किग्रा), क्वार्टर फाइनल
कौन-सतीश कुमार
किसके खिलाफ-उजबेकिस्तान के बाखोदीर जालोलोव
कहां- कोकुगिकान एरेना
कब- सुबह 9.30 बजे
गोल्फ (गैर-पदक)
क्या? पुरुष व्यक्तिगत स्ट्रोक प्ले राउंड 4
कौन-उदयन माने, अनिर्बान लाहिरी
कहां- कासूमागिासिकी कंट्री क्लब
कब- सुबह 4 बजे के बाद
घुड़सवारी (गैर-पदक)
क्या- क्रॉस कंट्री व्यक्तिगत
कौन-फौद मिर्जा
कहां- एक्वेस्ट्रीयन पार्क
कब : सुबह 5.18 बजे से
सोनी टेन 2 और सोनी सिक्स एसडी एंड एचडी (अंग्रेजी), सोनी टेन 3 (हिंदी) और सोनी टेन 4 (तमिल और तेलुगु) पर ये सारे मैच लाइव देखें। दूरदर्शन अपनी प्रादेशिक और डीटीएच सेवाओं पर ओलंपिक भी दिखाएगा। (आईएएनएस)
टोक्यो, 31 जुलाई | ग्रेट ब्रिटेन की महिला हॉकी टीम ने यहां चल रहे टोक्यो ओलंपिक के ग्रुप चरण में पूल ए मुकाबले में आयरलैंड को 2-0 से हराया। इसके साथ ही भारतीय महिला टीम ने क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है।
भारत ने आज सुबह ग्रुप चरण के अपने आखिरी मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हराकर नॉकआउट में पहुंचने की उम्मीद बरकरार रखी थी। भारत की ओलंपिक में पांच मैचों में यह दूसरी जीत थी और उसके क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए ग्रेट ब्रिटेन का आयरलैंड के खिलाफ मुकाबला जीतना जरूरी था।
प्रत्येक ग्रुप से चार-चार टीमों को नॉकआउट में जाना है। भारत के पांच मैचों से छह अंक हैं और उसका गोल डिफरेंस -7 है। इस ग्रुप से नीदरलैंड, जर्मनी और ब्रिटेन पहले ही नॉकआउट में पहुंच चुके थे। एक स्थान बचा था, जिसके लिए भारत और आयरलैंड के बीच घमासान था।
ग्रेट ब्रिटेन की ओर से सुसानाह टाउनसेंड ने दूसरे क्वार्टर में 17वें मिनट में गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। इसके बाद हनाह मार्टिन ने 32वें मिनट में गोल कर स्कोर 2-0 कर दिया। आयरलैंड की टीम अंत तक बराबरी या बढ़त हासिल नहीं कर सकी और उसे हार का सामना करना पड़ा।
इस हार के बाद आयरलैंड के पांच मैचों में एक जीत और चार हार के साथ तीन अंक रहे और वह अंक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा।(आईएएनएस)
टोक्यो, 31 जुलाई | वंदना कटारिया की शानदार हैट्रिक के दम पर भारतीय महिला हॉकी टीम ने शनिवार को खेले गए अपने अंतिम ग्रुप मैच में दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हराकर नॉकआउट में पहुंचने की उम्मीदों को कायम रखा है। वंदना ने भारत के लिए चौथे, 17वें और 49वें मिनट में गोल किए। भारत के लिए चौथा गोल नेहा ने 32वें मिनट में किया। ग्रुप-ए में दक्षिण अफ्रीका की यह लगातार पांचवीं हार है। भारत को पांच मैचों में दूसरी जीत मिली है। शुरूआती तीन मुकाबले गंवाने के बाद भारत ने दो मैच जीते हैं।
अब भारत को ब्रिटेन और आयरलैंड के बीच होने वाले मुकाबले का इंतजार है। ब्रिटेन के हाथों आयरलैंड की हार भारत को आगे ले जाएगी। और अगर आयरलैंड जीत जाता है तो भारत बाहर हो जाएगा क्योंकि तब आयरलैंड अंकों के मामले में भारत की बराबरी पर आ जाएगा और गोल डिफरेंस के मामले में आगे निकल जाएगा।
प्रत्येक ग्रुप से चार-चार टीमों को नॉकआउट में जाना है। अभी भारत के पांच मैचों से छह अंक हैं। उसका गोल डिफरेंस -7 है। इस ग्रुप से आस्ट्रेलिया, जर्मनी और ब्रिटेन पहले ही नॉकआउट में पहुंच चुके हैं। एक स्थान बचा है, जिसके लिए भारत और आयरलैंड के बीच घमासान है।
बहरहाल, मैच का पहला गोल भारत की वंदना ने चौथे मिनट में किया। उत्तराखंड निवासी वंदना ने एक बेहतरीन फील्ड गोल के माध्यम से भारत को 1-0 से आगे किया।
दक्षिण अफ्रीकी टीम ने वापसी के लिए जोर लगाया और उसे 15वें मिनट में सफलता मिल भी गई। टैरीन क्रिस्टी ग्लेसबाई ने एक बेहतरीन फील्ड गोल के माध्यम से स्कोर 1-1 कर दिया।
इसके दो मिनट बाद वंदना ने एक और गोल कर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। वंदना ने यह गोल पेनाल्टी कार्नर पर किया। 30वें मिनट में कप्तान एरिन हंटर ने पेनाल्टी कार्नर पर गोल कर स्कोर एक बार फिर 2-2 कर दिया।
इसके दो मिनट बाद नेहा ने पेनाल्टी कार्नर पर गोल कर भारत को 3-2 की लीड दिला दी लेकिन 39वें मिनट में मेरिजान मेरिएस ने एक शानदार फील्ड गोल के जरिए स्कोर 3-3 कर दिया।
भारत को आगे जाने के लिए इस मैच में हर हाल में जीत की जरूरत थी और साथ ही उसे यह भी प्रार्थना करना है कि आयरलैंड की टीम ब्रिटेन से हार जाए। ऐसे में भारतीय टीम खूब जोर लगा रही थी।
वंदना ने एक बार फिर अपना क्लास दिखाया और 49वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर पर गोल कर भारत को एक बार फिर 4-3 से आगे कर दिया। भारत इस स्कोर को बचाने में सफल रहा और साथ ही उसने आगे जाने की सम्भावनाओं को भी जिंदा रखा है। (आईएएनएस)
टोक्यो, 31 जुलाई भारत की कमलप्रीत कौर शानदार प्रदर्शन करते हुए टोक्यो ओलंपिक-2020 की महिला डिस्कस थ्रो इवेंट के फाइनल में पहुंच गई हैं लेकिन सीमा पुनिया को बाहर का रास्ता देखना पड़ा है। कमलप्रीत ओलंपिक डिस्कस थ्रो इवेंट के फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी भारतीय हैं। इस साल मार्च में पटियाला में आयोजित फेडरेशन कप के दौरान 65 मीटर का मार्क हासिल करने वाली एकमात्र भारतीय कमलप्रीत ने शनिवार को क्वालिफिकेशन ग्रुप-बी में अपने तीसरे प्रयास में 64 मीटर का ऑटोमेटिक क्वालीफाईंग मार्क हासिल कर फाइनल का टिकट हासिल किया लेकिन सीमा क्वालिफिकेशन ग्रुप-ए में तमाम प्रयासों के बावजूद 60.57 मीटर के साथ छठा स्थान हासिल कर सकीं।
क्वालीफाईंग ग्रुप-ए में 15 और बी में 16 एथलीट शामिल थीं। इन दोनों ग्रुपों से कुल 12 टॉप एथलीट फाइनल में पहुंचेंगी। जिन्होंने ऑटोमेटिक क्वालीफाई किया है, उनके अलावा श्रेष्ठ दूरी तय करने वाली एथलीट वरीयता क्रम में आ जाएंगी।
ग्रुप-बी से कमलप्रीत के अलावा अमेरिका की वेराले अलामान (66.42) ऑटोमेटिक क्वालीफाईंग मार्क हासिल कर सकीं। मापी गई दूरी के लिबाज से ग्रुप-ए से तीन और ग्रुप-बी से नौ एथलीटों ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया है।
2014 इंचियोन एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता सीमा की अगर बात करें तो उनके लिए शुरूआत अच्छी नहीं हुई थी। सीमा ने सबसे पहले थ्रो किया, लेकिन वह अपने पहले प्रयास में फाउल करार दी गईं। हालांकि दूसरे प्रयास में उन्होंने 60.57 मीटर का थ्रो किया।
अपने तीसरे प्रयास में भी चार बार की ओलंपियन सीमा 64 मीटर के क्वालिफिकेशन मार्क को नहीं छू सकीं। उन्होंने 58.93 मीटर का खराब थ्रो किया। सीमा के ग्रुप में सबसे बेहतर थ्रो क्रोएशिया की सेंड्रा पेरकोविच का रहा। पेरकोविच ने 63.75 मीटर का थ्रो लिया।
ग्रुप-बी में शामिल कमलप्रीत ने पहले प्रयास में 60.29 मीटर की दूरी नापी। इसके बाद दूसरे प्रयास में वह 63.97 तक पहुंच गईं। इस दूरी के साथ भी वह फाइनल के लिए क्वालीफाई करती दिख रही थी लेकिन उनकी कोशिश ऑटोमेटिक क्वालीफाईंग मार्क हासिल करना था और तीसरे प्रयास में वह 64 मीटर के साथ वहां पहुंच ही गईं।
कमलप्रीत से पहले साल 2012 के लंदन ओलंपिक में कृष्णा पूनिया ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था लेकिन वह पदक तक नहीं पहुंच सकी थीं।
क्वालीफाईंग में जो स्टैंडिंग रही, उसे अगर कमलप्रीत बरकरार रखती हैं तो वह पदक जीत सकती हैं। एनआईएस में आयोजित इंडियन ग्रां प्रि-4 में कमलप्रीत ने 66.59 की दूरी नापी थी लेकिन इसे अभी राष्ट्रीय रिकार्ड का दर्जा नहीं मिला है। कमल अगर इस प्रदर्शन को दोहरा सकीं तो भारत को महान सफलता मिल सकती है। (आईएएनएस)
टोक्यो ओलंपिक में चकित करने वाला एक वाक़या देखने को मिला. इससे जुड़ा वीडियो सामने आया, जिसकी सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा है.
इस वीडियो में रिंग में जाने से ठीक पहले महिला जूडो खिलाड़ी को उनके जर्मन कोच ज़ोर से झकझोड़ते और थप्पड़ मारते दिख रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है.
क्या है वीडियो में?
दरअसल, इस वीडियो में जो महिला खिलाड़ी दिख रही हैं, वो जर्मनी की मार्टिना ट्रैजडोस हैं और वे महिला जूडो के राउंड ऑफ़-32 के एक मुक़ाबले के लिए रिंग में उतरने जा रही हैं. उनके ठीक पीछे कोच चलते आ रहे हैं.
रिंग में उतरने से ठीक पहले वो पीछे मुड़ती हैं और सीधी खड़ी हो जाती हैं. तभी कोच उनके दोनों हाथों को पकड़ कर ज़ोर से झकझोड़ते हैं और फिर दोनों गालों पर थप्पड़ जड़ते हैं.
इसके बाद मार्टिना ट्रैजडोस अपना सिर हिलाती हैं और फिर रिंग में मैच के लिए उतर जाती हैं.
मैच के बाद मार्टिना ने क्या कहा?
यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर होने लगा और लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे. मैच के बाद मार्टिना ट्रैजडोस ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा कि कोच का झकझोड़ना और थप्पड़ मारना मैच से पहले के एक रस्म के तौर पर है.
उन्होंने लिखा, "इस रस्म को मैंने मैच से पहले किए जाने के लिए चुना है! मेरे कोच बस वही कर रहे थे जो मैं चाहती थी ताकि मैं जोश में आ सकूं."
ट्रैजडोस ने यह भी लिखा कि इसके लिए उनके कोच को दोषी न ठहराया जाए क्योंकि मैच से पहले उन्हें इस तरह सचेत करने के लिए अपने कोच से उन्होंने ही कहा था.
ट्रैजडोस ने इस थप्पड़ को जोश में लाने के लिए किया जाने वाला रस्म भले ही बताया लेकिन मैच का नतीजा कुछ और ही बता रहा है.
वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकीं ट्रैजडोस हंगरी की सोफ़ी ओज़बास से यह मुक़ाबला हार कर बाहर हो गईं.
इस वीडियो को शेयर करते हुए मैच हारने पर अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने लिखा, "लगता है ये बहुत ज़ोरदार नहीं था. काश आज मैं अलग हेडलाइन बन पाती."
जिस तरह ये पूरा वाक़या हुआ, उसे देख कर जहाँ एक ओर लोग हतप्रभ हैं, वहीं ट्रैजडोस के कोच को इसके लिए चेतावनी भी दी गई है.
जर्मनी के जूडो कोच क्लाउडियो पूसा को ये चेतावनी इंटरनेशनल जूडो फ़ेडरेशन की तरफ़ से दी गई.
इंटरनेशनल जूडो फ़ेडरेशन ने अपने एक बयान में कहा, "आईजेएफ़ ने जर्मन कोच को एक गंभीर आधिकारिक चेतावनी दी है, जो इस प्रतियोगिता के दौरान दिखाए गए उनके ख़राब व्यवहार के लिए है."
"जूडो एक शैक्षिक खेल है, लिहाजा इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. यह जूडो के नैतिक नियमों के ख़िलाफ़ है."
एक यूज़र ने लिखा कि "कौन परवाह करता है कि लोग क्या सोचते हैं" तो एक अन्य ने उन्हें सलाह दी, "लोगों की मत सुनो. आपने धमाल मचाया."
वहीं एक यूज़र ने लिखा कि "भले ही यह दोनों को स्वीकार्य हो लेकिन यह ट्रेनिंग का अजीब तरीक़ा है. मुझे इसके जवाब में कोच को पलट कर करारा चांटा लगाने का मन हो रहा है. (bbc.com)
चंडीगढ़, 31 जुलाई | पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सोढ़ी ने शुक्रवार को घोषणा की कि टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले राज्य के हर हॉकी खिलाड़ी को स्वर्ण पदक जीतने पर 2.25 करोड़ रुपये मिलेंगे। इससे पहले, ओलंपिक में स्वर्ण जीतने पर पूरी टीम को 2.25 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि देने की घोषणा की गई थी।
सोढ़ी ने कहा कि राज्य के 11 खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाली भारतीय हॉकी टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं।
भारत टोक्यो में ऑस्ट्रेलिया के पीछे ग्रुप-ए में दूसरे स्थान पर है और क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुकी है।
रविवार को खेले जाने वाले क्वार्टर फाइनल में भारतीय टीम ग्रेट ब्रिटेन से भिड़ेगी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली/सिनसिनाटी, 30 जुलाई| प्रॉक्टर एंड गैंबल (पीएंडजी) ने शैलेश जेजुरिकर को अपना ग्लोबल सीओओ नियुक्त करने की घोषणा की है, जिससे वह यह पद संभालने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। यह सीईओ स्तर पर डेविड टेलर से जॉन मोलर के पदभार संभालने के साथ बदलाव के अनुरूप है।
इसके अलावा, 1 अक्टूबर से प्रभावी, जेजुरिकर को कंपनी के सीओओ के रूप में नियुक्त किया जाएगा। यह आगे पी एंड जी इंडिया के लिए अच्छी खबर सुनिश्चित करता है, क्योंकि भारत वैश्विक स्तर पर पी एंड जी के लिए एक प्रतिभा कारखाना रहा है और वैश्विक स्तर पर पी एंड जी के लिए शीर्ष प्रतिभा के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है। कंपनी के पास कंपनी भर में लगभग 350 भारतीय प्रवासी हैं।
सीओओ के रूप में, जेजुरिकर के पास पीएंडजी के एंटरप्राइज मार्केट्स (लैटिन अमेरिका, भारत, मध्य पूर्व, अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी यूरोप) के लिए लाभ और हानि की जिम्मेदारी होगी। वह कंपनी के लिए सूचना प्रौद्योगिकी, वैश्विक व्यापार सेवाओं, बिक्री, बाजार संचालन, नए व्यवसाय, खरीद, विनिर्माण और वितरण प्रयासों का भी नेतृत्व करेंगे।
वर्तमान में, वह प्रॉक्टर एंड गैंबल के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्र, फैब्रिक एंड होम केयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं, जिसमें पी एंड जी के कई प्रतिष्ठित ब्रांड शामिल हैं : टाइड, एरियल, डाउनी, गेन, फेरेज, स्विफर - और लगभग एक-तिहाई का प्रतिनिधित्व करते हैं कुल कंपनी की बिक्री और शुद्ध कमाई।
इस भूमिका में, उन्होंने नवाचार (आर एंड डी), एक सिंक्रनाइज ई2ई आपूर्ति श्रृंखला, ब्रांड-बिल्डिंग और बिक्री के माध्यम से उद्योग-अग्रणी परिणाम और मूल्य निर्माण प्रदान करने में टीम का नेतृत्व किया है।
जेजुरिकर के व्यापक पी एंड जी करियर ने विकसित और विकासशील दोनों क्षेत्रों (उत्तरी अमेरिका, यूरोप, एशिया और अफ्रीका) में कई व्यवसायों (स्वास्थ्य और सौंदर्य देखभाल, होम केयर, फैब्रिक केयर और पी एंड जी प्रोफेशनल) को फैलाया है।
पीएंडजी ने कहा कि उन्होंने हर बाजार और हर व्यवसाय में लगातार मजबूत व्यावसायिक परिणाम दिए हैं, जो ब्रांड निर्माण के अपने जुनून के साथ-साथ स्थानीय, क्षेत्रीय, विश्व स्तर पर और सेवा उद्योगों में बढ़ते ब्रांडों के अपने गहरे अनुभव के माध्यम से सक्षम हैं। उनके पास विकास की संभावनाओं को पहचानने की अनूठी क्षमता है।
वैश्विक स्थिरता के लिए कार्यकारी प्रायोजक के रूप में, जेजुरिकर सक्रिय रूप से पी एंड जी के 'फोर्स फॉर गुड एंड ए फोर्स फॉर ग्रोथ' विजन को सक्रिय रूप से चला रहा है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इसके स्थिरता लक्ष्यों को दिन-प्रतिदिन के व्यवसाय में पूरी तरह से एकीकृत किया जा सकेगा।
मोलर, वाइस चेयरमैन और मुख्य परिचालन अधिकारी, टेलर की जगह प्रॉक्टर एंड गैंबल के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में 1 नवंबर, 2021 से प्रभावी होंगे।
मोलर को कंपनी के निदेशक मंडल में नियुक्त किया गया है। 1 नवंबर को टेलर प्रॉक्टर एंड गैंबल के कार्यकारी अध्यक्ष बन जाएंगे। इस भूमिका में, वह निदेशक मंडल का नेतृत्व करेंगे और कंपनी के निर्णयों पर सीईओ और पी एंड जी नेतृत्व को सलाह और परामर्श प्रदान करेंगे। (आईएएनएस)
टोक्यो, 30 जुलाई | चीन के मा लोंग शुक्रवार को ऐतिहासिक सफलता हासिल करते हुए हुए यहां फाइनल में नंबर-1 और अपनी ही टीम के साथी फैन झेंडोंग को 4-2 से हराकर लगातार ओलंपिक एकल खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले पुरुष टेबल टेनिस खिलाड़ी बन गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मा ने टोक्यो मेट्रोपॉलिटन जिमनैजियम में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाख के सामने 11-4, 10-12, 11-8, 11-9, 3-11, 11-7 से मैच जीता।
नवंबर में आईटीटीएफ विश्व कप और आईटीटीएफ फाइनल्स के बाद, यह प्रमुख आयोजनों में इस चीनी जोड़ी के बीच तीसरा फाइनल था। इससे पहले दोनों ने एक-एक खिताब जीता था।
इससे पहले के एक मैच में, जर्मनी के दिमित्रिज ओवत्चारोव ने सात सेट के रोमांचक मुकाबले में चीनी ताइपे के लिन युन-जू को हराकर कांस्य पदक जीता। (आईएएनएस)
टोक्यो, 31 जुलाई टोक्यो ओलंपिक-2020 की महिला डिस्कस थ्रो क्वालिफिकेशन ग्रुप-ए में भारत के लिए शुरूआत अच्छी नहीं हुई है। भारतीय एथलीट सीमा पुनिया ने इस क्वालिफिकेशन में राउंड में छठा स्थान हासिल किया है। यह अलग बात है कि क्वालीफिकेशन ग्रुप-ए से कोई भी एथलीट 64 मीटर के ऑटोमेटिव क्वालीफाईंग मार्क को छू नहीं सका। अब ग्रुप-बी का परिणाम आने पर ही ग्रुप-ए के एथलीटों के भाग्य का फैसला हो सकेगा।
अगर ग्रुप-बी से भी कोई एथलीट ऑटोमेटिक क्वालीफाईंग मार्क नहीं हासिल कर सकेगा तो दूरी के आधार पर टॉप-12 एथलीटों को आगे जाने का मौका मिलेगा।
ग्रुप-बी में कमलप्रीत कौर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। उनका मुकाबला सुबह 7.25 से होगा।
अब सीमा की बात करते हैें। सीमा ने सबसे पहले थ्रो किया, लेकिन वह अपने पहले प्रयास में फाउल करार दी गईं। हालांकि दूसरे प्रयास में उन्होंने 60.57 मीटर का थ्रो किया।
अपने तीसरे प्रयास में भी 64 मीटर के क्वालिफिकेशन मार्क को नहीं छू सकीं। उन्होंने 58.93 मीटर का खराब थ्रो किया।
सीमा के ग्रुप में सबसे बेहतर थ्रो क्रोएशिया की सेंड्रा पेरकोविच का रहा। पेरकोविच ने 63.75 मीटर का थ्रो लिया।
टोक्यो, 31 जुलाई| भारत के अतानु दास को टोक्यो ओलंपिक की तीरंदाजी इवेंट के व्यक्तिगत 1/8 क्वालीफाइंग राउंड में हार मिली है। अतानु को जापान को ताकाहारू फुरुकावा ने 6-4 से हराया।
पहले सेट में अतानु 25-27 के स्कोर के साथ पिछड़ गए। स्कोर 0-2 हो गया था। इसके बाद दूसरे सेट में दोनों खिलाड़ी 28-28 से बराबर रहे। दोनों क एक-एक अंक मिला। स्कोर 1-3 हो गया था।
अतानु ने तीसरा सेट 28-27 से जीतते हुए 3-3 की बराबरी कर ली। चौथा सेट भी 28-28 से बराबर रहा। स्कोर अब 4-4 चुका था।
पांचवें सेट में अतानु 26-27 से पीछे रह गए और जापानी खिलाड़ी ने इस सेट से दो अंक लेकर 6-4 से मुकाबला जीत लिया। (आईएएनएस)
टोक्यो, 29 जुलाई | भारतीय रोवर्स अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह यहां चल रहे टोक्यो ओलंपिक में पुरुष लाइटवेट डबल स्कल्स इवेंट में गुरूवार को ओवरऑल 11वें स्थान पर रहे। फाइनल बी रेस में भारतीय जोड़ी छह मिनट 29.66 सेकेंड का समय लेकर छठे स्थान पर रही। स्पेनिश जोड़ी 6:15.45 समय लेकर पहले और पोलैंड 6:16.01 समय के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
ओलंपिक में किसी भी भारतीय रोविंग दल द्वारा 11वां स्थान अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
भारतीय स्कलर्स ने सेमीफाइनल में 6:24.41 का समय लिया था जो उनका सर्वश्रेष्ठ समय था। लेकिन वे शीर्ष तीन में स्थान बनाने में नाकाम रहे थे और फाइनल में नहीं पहुंच सके थे। आयलैंड ने 6:05.33 समय लेकर पहला स्थान हासिल किया था। (आईएएनएस)
अमेरिकी जिमनास्ट सिमोन बाइल्स की 'अपनी मानसिक सेहत को हर चीज़ पर प्राथमिकता' देने की तारीफ़ हो रही है. बाइल्स टोक्यो ओलंपिक में महिला टीम के फ़ाइनल से अलग हो गई हैं.
अमेरिकी ओलंपिक टीम के प्रमुख, कई जिमनास्ट और दूसरे खेलों से जुड़े लोगों ने खुलकर बाइल्स के फ़ैसले का समर्थन किया है.
अपने वॉल्ट के बाद 24 वर्षीय बाइल्स ये कहते हुए ओलंपिक से अलग हो गईं कि उन्हें अब अपनी मानसिक सेहत पर ध्यान देना है.
फ़ैसले की सराहना
अमेरिकी ओलंपिक और पैरालंपिक समिति की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सारा हर्शलैंड ने कहा-हमें आप पर गर्व है.
उन्होंने कहा, "हम हर दूसरी चीज़ पर अपनी मानसिक सेहत को सबसे अधिक महत्व देने के आपके फ़ैसले की सराहना करते हैं और आपके आगे के सफ़र में पूरे सहयोग और अमेरिकी टीम के सभी संसाधनों के समर्थन का भरोसा देते हैं."
अमेरिकी टीम ने साल 2011, 2014, 2015, 2018 और 2019 में वर्ल्ड टाइटल जीता है और लंदन और रियो ओलंपिक में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है.
13.766 के अपने ओलंपिक करियर के सबसे कम स्कोर के बाद बाइल्स एरीना से बाहर चली गईं, लेकिन जब उनकी टीम की सहयोगी रजत पदक प्राप्त कर रहीं थीं तो वो उनका समर्थन करने के लिए वापस लौट आईं. इस स्पर्धा में रशियन ओलंपिक समिति की टीम ने स्वर्ण और ब्रिटेन ने कांस्य पदक जीता.
बाइल्स ओलंपिक और विश्व कप में 30 बार चैम्पियन रही हैं और उन्हें ओलंपिक इतिहास की सबसे अधिक पदक जीतने वाली एथलीट (पुरुष या महिला) बनने के लिए टोक्यो में चार पदक जीतने थे.
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उन्हें ग्रेटेस्ट ऑफ़ आल टाइम-जीओएटी (अब तक सबसे महान) कहा जाता रहा है.
जमैका की जिमनास्ट दानूसिया फ्रांसिस ने कहा, "मैं आपके बारे में नहीं जानती लेकिन बाइल्स ने सभी को अपनी मानसिक सेहत को हर दूसरी चीज़ पर तरज़ीह देने के लिए प्रेरित किया है. वो एक सच्ची महारानी हैं. वो जीओएटी हैं, कई मायनों में."
'ग्रेटेस्ट ऑफ़ आल टाइम'
2012 की कांस्य पदक विजेता और ब्रिटेन की पूर्व महान जिमनास्ट बेथ ट्वेडल ने बीबीसी वन से कहा, "2013 के बाद से वो हर स्पर्धा में अजेय रही हैं और वो जब भी किसी स्पर्धा में जाती थीं तो सबको लगता था कि वही जीतने वाली हैं, ऐसा संभव है."
उन्होंने कहा, "वो इतनी मज़बूत थीं कि वो ये कह सकीं कि मैं आज ठीक नहीं हूँ और मुझे अपनी टीम के बाक़ी साथियों में भरोसा है. वो आगे आएँगी और अपना रूटीन पूरा करेंगी. हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि हर एथलीट की सेहत और सलामती सर्वोपरि है."
फ्रांस की जिमनास्ट मेलेनी डे जीसस डोज़ सैंटोस कहती हैं, "हमने कभी बाइल्स को इस तरह नहीं देखा था. मैं ये कहना चाहूँगी कि ये आसान नहीं है क्योंकि वो बाइल्स हैं और हर किसी की नज़र उन पर है. उन पर भारी मानसिक दबाव होता है."
जापान की जिमनास्ट माई मुराकामी ने कहा, "उनके लिए ये बहुत असामान्य है. लेकिन अगर आप भारी दबाव में होते हैं तो इसका असर आपके शरीर पर पड़ता ही है."
बाइल्स दूसरे पायदान पर रहीं और ये उनका छठा ओलंपिक मेडल था. इसके अलावा वो 2013 से 2019 के बीच 19 वर्ल्ड टाइटल जीत चुकी हैं.
वो टोक्यो ओलंपिक के सभी पाँच फ़ाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुकी हैं लेकिन ये स्पष्ट नहीं है कि वो अब आगे हिस्सा लेंगी या नहीं.
वीडियो कैप्शन,
मीराबाई चानू के चैंपियन बनने की कहानी
बाइल्स ने कहा, "हम देखेंगे कि क्या करना है, हम धीरे-धीरे हालात से निबटेंगे और देखें कि क्या होता है."
20 साल की जोर्डन चाइल्स महिला फ़ाइनल टीम में उनकी जगह उतरेंगी. चाइल्स कहती हैं, "ये बहुत बड़ा निर्णय है. मैं एक बड़ी और महान एथलीट की जगह लेने जा रही हूँ. मैं बहुत ख़ुश है कि मैं ऐसा करने जा रही हूँ."
"हाँ वो अब तक की सबसे महान हैं (जीओएटी), मैं दुनिया को ये दिखाना चाहती हूँ कि आप ना सिर्फ़ बेमिसाल लोगों की जगह ले सकते हैं बल्कि हम ये काम एक साथ रहकर भी कर सकते हैं."
टीम की सदस्य 18 वर्षीय सुनीसा ली ने कहा, "हम सब बहुत तनाव में थे. ईमानदारी से कहूँ तो उस पल हमें पता नहीं था कि क्या हो रहा है. वो सिमोन बाइल्स हैं. असल में वो ही तो टीम को लेकर चलती हैं."
ओलंपिक एथलीट भी इंसान ही होते हैं
पूर्व ओलंपिक चैंपियन और अमेरिका की रिटायर्ड जिमनास्ट एली रइसमैन कहती हैं, "मेरा जी घबरा रहा है. ये बहुत परेशान करने वाला है. मैं जानती हूँ कि सभी एथलीट अपने पूरे जीवन इसी पल का सपना देखती हैं. मैं बस ये दुआ करती हूँ कि बाइल्स ठीक हों."
वो कहती हैं, "ये दबाव बहुत ज़्यादा होता है, मैं ये देख रही थी कि जैसे-जैसे ओलंपिक नज़दीक आ रहा था, उन पर दबाव बढ़ता जा रहा था, ये बहुत परेशान करने वाला है."
"हमें ये याद रखना चाहिए कि ओलंपिक एथलीट भी इंसान होते हैं और वो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे रहे होते हैं. जब आपका जीवन इतने भारी दबाव में होता है तब आपको उस पल अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है."
बाइल्स के लिए दूसरे खेलों और खेल के बाहर की दुनिया से भी समर्थन के संदेश आए.
समर्थन में संदेश
दुनिया के महानतम मुक्केबाज़ों में शामिल मैनी पैचमैन ने कहा, "जो एक बार चैंपियन होता है, हमेशा चैंपियन रहता है."
वहीं दो बार गोल्ड मेडल जीतने वाली अमेरिका की एल्पाइन स्कायर मिकेएला शिफ़रीन ने कहा, "मुस्कुराती रहो क्योंकि तुम्हारी मुस्कान सुनहरी है."
एबीए खिलाड़ी कार्ल एंथोनी टाउंस ने कहा, "आपके लिए सिर्फ़ प्यार और सकारात्मकता."
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वहीं अमेरिका के रिटायर्ड फीगर स्केटर एडम रिपोन ने कहा, "जिस दबाव में सिमोन थीं, मैं उसकी सिर्फ़ कल्पना ही कर सकता हूँ. उसके लिए प्यार भेज रहा हूँ. ये भूल जाना आसान है कि वो भी एक इंसान हैं."
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा, "हम सब भाग्यशाली हैं कि हमने उनके प्रदर्शन को देखा है, वो अब भी अब तक की महान खिलाड़ी हैं. वो हमारे प्यार और समर्थन की हक़दार हैं.'
यूनिसेफ़ यूएसए ने एक ट्वीट में कहा, "एक सच्ची रोल मॉडल बनने के लिए और दुनिया को ये दिखाने के लिए आपका शुक्रिया कि अपनी मानसिक सेहत को प्राथमिकता देना कोई ग़लत बात नहीं है." (bbc.com)
टोक्यो, 29 जुलाई| भारत के सुपर हेवीवेट मुक्केबाज सतीश कुमार यहां जारी टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं। सतीश ने प्लस 91 किलोग्राम भार वर्ग के अंतिम-16 दौर के मुकाबले में गुरुवार को जमैका के रिकाडरे ब्राउन को 4-1 से हराया।(आईएएनएस)
टोक्यो, 29 जुलाई | भारत के अग्रणी पुरुष तीरंदाज अतानु दास यहां जारी टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों की व्यक्तिगत स्पर्धा के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं। अतानु ने युमेनोशीमा फाइनल फील्ड पर हुए अपने राउंड ऑफ 16 मुकाबले में दक्षिण कोरिया के जिनयेक ओह को टाईब्रेकर के बाद 6-5 से हराया।
इससे पहले अतानु ने राउंड ऑफ 32 के मुकाबले में ताइवान के यू चेंग डेंग को 6-4 से हराया था।
यह मुकाबला भी काफी रोमांचक रहा। एक समय दोनों खिलाड़ी 4-4 की बराबरी पर थे लेकिन अंतिम सेट में अतानु ने 26 के मुकाबले 28 अंक लेकर जीत हासिल की।(आईएएनएस)
टोक्यो, 29 जुलाई | अंतिम क्वार्टर में किए गए दो शानदार गोलों की मदद से भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार को खेले गए अपने चौथे ग्रुप मैच में मौजूदा ओलंपिक चैम्पियन अर्जेटीना को 3-1 से हरा दिया। भारत की यह चार मैचों में तीसरी जीत है। अब उसके खाते में 9 अंक हो गए हैं और वह अपने ग्रुप-ए में आस्ट्रेलिया (12) के बाद मजबूती से दूसरे क्रम पर विराजमान है। भारतीय टीम का अगले दौर में जाना तय हो गया है।
भारत के लिए वरुण कुमार ने 43वें, विवेक सागर प्रसाद ने 58वें और हरमनप्रीत सिंह ने 59वें मिनट में गोल किए। अर्जेटीना के लिए एकमात्र गोल 48वेंमिनट में स्कुथ कासेला ने किया।
शुरुआत के दो क्वार्टर गोलरहित जाने के बाद भारत ने तीसरे क्वार्टर के अंत में गोल कर 1-0 की लीड ली थी। भारत के लिए यह गोल वरुण कुमार ने पेनाल्टी कार्नर पर किया था।
अब भारत के सामने इस गोल को बचाए रखने की जिम्मेदारी। दूसरी ओर, मौजूदा चैम्पियन ने अपने हमले तेज कर दिए। इसी क्रम में 47वें मिनट में उसे पेनाल्टी कार्नर मिला, जिसे 48 मिनट में गोल में बदलकर स्कुथ कासेला ने स्कोर 1-1 कर दिया।
अब मामला फिर वही हो गया था जो तीसरे क्वार्टर के मध्य तक था। अब दोनों टीमें आगे निकलने के लिए होड़ लगा रहीं। इस होड़ में भारत को सफलता मिली। उसने 58वें मिनट में गोल कर 2-1 की लीड ले ली
भारत के लिए यह गोल विवेक सागर ने किया। यह एक मैदानी गोल था।
इस गोल से उत्साहित भारत ने फिर हमला किया और 59वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर हासिल किया। इस पर गोल कर हरमनप्रीत सिंह ने भारत की यादगार जीत पक्की कर दी।
अब भारत को अपने अंतिम ग्रुप मैच में मेजबान जापान से भिड़ना है।(आईएएनएस)
टोक्यो, 29 जुलाई| भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु यहां जारी ओलंपिक खेलों की बैडमिंटन स्पर्धा के महिला एकल मुकाबलों के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं। अब सिंधु पदक से महज एक कदम दूर हैं। रियो ओलंपिक में रजत पदक जीत चुकीं सिधु ने गुरुवार को मुशाशीनो फॉरेस्ट प्लाजा कोर्ट नम्बर-3 पर डेनमार्क की मिया ब्लीचफेट को सीधे गेम में हराया। सिंधु ने 41 मिनट तक चले मुकाबले में मिया के खिलाफ 21-15, 21-13 से जीत दर्ज की।
सिंधु ने ग्रुप जे में टॉप पर रहे हुए नॉकआउट दौर के लिए क्वालीफाई किया था। उन्होंने अपने दोनों ग्रुप चरण के मैच जीते थए।
बैडमिंटन में अब सिंधु से ही पदक की उम्मीद है। पुरुष एकल में बी. साई प्रणीत और पुरुष युगल में सात्विक साईराज वेंकीरेड्डी तथा चिराग शेट्टी की जोड़ी पहले ही बाहर हो चुकी है। (आईएएनएस)
टोक्यो, 28 जुलाई| मार्टिन हनाह के दो गोलों की बदौलत ग्रेट ब्रिटेन ने यहां जारी टोक्यो ओलंपिक के महिला हॉकी इवेंट में ग्रुप चरण के पूल ए मैच में भारतीय टीम को 4-1 से हराया। भारत की इस ओलंपिक में यह लगातार तीसरी हार है। भारत को पहले मैच में नीदरलैंड ने 5-1 से और दूसरे मुकाबले में जर्मनी ने 2-0 से हराया था। कप्तान रानी रामपाल के नेतृत्व वाली भारतीय महिला हॉकी का निराशाजनक प्रदर्शन तीसरे मैच में भी जारी रहा और वह अपना प्रभाव नहीं छोड़ सकी।
ग्रेट ब्रिटेन की ओर से हनाह ने दो गोल किए जबकि लिली ओवस्ली और ग्रेस बाल्सडॉन ने एक-एक गोल किया। भारत की तरफ से एकमात्र गोल शर्मिला देवी ने किया।
इससे पहले, हनाह ने दूसरे मिनट में ही गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद हनाह ने दूसरे क्वार्टर में 19वें मिनट में एक और गोल कर इस बढ़त को 2-0 कर दिया। हालांकि, भारत ने वापसी की और शर्मिला ने 23वें मिनट में गोल कर बढ़त को 1-2 किया।
तीसरे क्वार्टर में एक बार फिर ग्रेट ब्रिटेन हावी रहा और लिली ने 41वें मिनट में गोल कर स्कोर 3-1 कर दिया। चौथे और अंतिम क्वार्टर में बाल्सडॉन ने 57वें मिनट में गोल कर टीम को एकतरफा जीत दिलाई। (आईएएनएस)