खेल
ट्यूनिस, 30 मई | भारत की महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी दिव्या चिताले और स्वास्तिका घोष ने यहां चल रहे डब्ल्यूटीटी यूथ स्टार कंटेंडर में अंडर-19 युगल वर्ग के नॉकआउट में जगह बनाई और भारत के लिए पदक पक्का किया।
दिव्या और स्वास्तिका ने स्थानीय जोड़ी फादवा गार्सी और मारम जोघलामी को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 11-5, 6-11, 11-9, 11-8 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई और कम से कम कांस्य पदक पक्का किया।
दिव्या और स्वास्तिका का अब सेमीफाइनल में मुकाबला चेक गणराज्य की लिंडा जादेरोवा और क्रोएशिया की हाना अरापोविच की जोड़ी से होगा।
दिव्या और स्वास्तिका ने अंडर-19 एकल वर्ग में अपने-अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान पर रहने के साथ ही अंतिम-16 में जगह बनाई।
इससे पहले लड़कों के अंडर-15 एकल वर्ग में प्रेयेश राज सुरेश क्वार्टर फाइनल में हार के साथ बाहर हो गए थे। (आईएएनएस)
बर्लिन, 29 मई | यूईएफए की समिति ने फुटबाल में यूरोपीय क्लब प्रतियोगिता से अवे गोल नियम को समाप्त करने की सिफारिश की है। डीपीए की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पर चर्चा करने वाले करीबी सूत्रों का कहना है कि क्लब प्रतियोगिता समिति ने यह सुझाव दिया है, लेकिन अब इस पर अंतिम फैसला यूईएफए की कार्यकारी समिति को लेना है।
फुटबाल में अवे गोल की शुरूआत 1965 में की गई थी और इसे चैंपियंस लीग तथा यूरोपा लीग में लागू किया गया था। इन टूर्नामेंटों के नॉकआउट मैचों में अगर दोनों टीमें पहले और दूसरे चरण के बाद अगर एकसमान गोल करती है तो विजेता का फैसला अवे गोल के आधार पर किया जाता है।
मौजूदा नियम के अनुसार, जो टीम अधिक अवे गोल करती है तो वह अगले राउंड में जाती है और अगर दोनों टीमों के अवे गोल की संख्या एकसमान है तो मुकाबला इंजुरी टाइम में जाता है। अगर नियम में बदलाव होता है, तो ड्रॉ के मुकाबले इंजुरी टाइम में जाने की उम्मीद है, जिसका अर्थ है कि कई और मुकाबले अंतत: पेनल्टी शूट-आउट में जाएंगे।(आईएएनएस)
पेरिस, 29 मई| लाल बजरी के बादशाह स्पेन के राफेल नडाल रविवार से यहां शुरू होने जा रहे फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट में रिकॉर्ड 14वीं बार चैंपियन बनने का लक्ष्य लेकर अपने अभियान की शुरूआत करेंगे। नडाल अगर इस बार फ्रेंच ओपन खिताब जीतते हैं तो उनके करियर का यह 21वां ग्रैंड स्लैम खिताब होगा। कोविड-19 महामारी के कारण टूर्नामेंट की शुरूआत एक सप्ताह देरी से हो रहा है।
मौजूदा चैंपियन नडाल ने पुरुष एकल वर्ग में अब तक सबसे ज्यादा 13 बार फ्रेंच ओपन का खिताब जीता है। उनके बाद ओपन ऐरा में बीजोन बॉर्न ने छह बार यह खिताब अपने नाम किया है। नडाल को इस बार टूर्नामेंट में तीसरी सीड मिली है।
34 साल के नडाल वल्र्ड नंबर 62 आस्ट्रेलिया के पोपरीन के खिलाफ मुकाबले से अपने खिताब बचाओ अभियान की शुरूआत करेंगे।
उन्होंने पिछले साल के फाइनल में सर्बिया के नोवाक जोकोविच को हराकर लगातार चौथी बार फ्रेंच ओपन का खिताब और अपने करियर का 20वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता था और साथ ही उन्होंने रोजर फेडरर के 20 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी की थी।
नडाल के दुनिया के मात्र तीसरे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 2008, 2010, 2017 और 2020 में बिना कोई सेट गंवाए खिताब जीता है। उनके अलावा इली नास्तासे 1973 में और बॉर्ग 1978 तथा 1980 में यह कारनामा कर चुके हैं। स्पेनिश खिलाड़ी पेरिस में 102 में से केवल दो मुकाबला हारे हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली,30 मई| अंतरराष्ट्रीय कुश्ती रेफरी अशोक कुमार जुलाई-अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक खेलों के दौरान अंपायरिंग के लिए नामित होने वाले अकेले भारतीय हैं। खेल की शासी निकाय यूनाइटेड वल्र्ड रेसलिंग (वहह) ने कुमार को नामित किया है।
कुमार ने आईएएनएस से कहा, यूडब्ल्यूडब्ल्यू द्वारा चुना गया मैं अकेला भारतीय रेफरी हूं। मैं ओलंपिक के दौरान अंपायरिंग करूंगा। ओलंपिक के लिए उम्मीदवारों का चयन करने के लिए एक चयन प्रक्रिया थी और मैंने उन मानदंडों को सफलतापूर्वक पूरा किया।
50 वर्षीय कुमार ने कहा कि रेफरी के लिए चयन प्रक्रिया 2019 सीनियर वल्र्ड रेसलिंग चैंपियनशिप कजाकिस्तान में शुरू हुई थी, इसके बाद पिछले महीने अल्माटी में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर हुए थे।
भारतीय वायु सेना के कर्मचारी कुमार को 2016 के रियो ओलंपिक खेलों के दौरान भी मुकाबलों में भाग लेने के लिए नामित किया गया था।
कुमार को 2005 में अपना अंतरराष्ट्रीय रेफरी लाइसेंस मिला। तब से उन्होंने 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में अंपायरिंग की है, जिसमें 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स और उसी वर्ष हुए जकार्ता एशियाई खेल शामिल हैं।
वह भारतीय वायु सेना कुश्ती टीम के कोच भी हैं। (आईएएनएस)
मुंबई, 29 मई| भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ अपने रिश्ते को 'विश्वास' और 'सम्मान' पर आधारित बताया। कप्तान कूल धोनी के साथ अपने संबंध को दो शब्दों में परिभाषित करने को लेकर इंस्टाग्राम पर किए गए एक सवाल पर कोहली ने कहा: विश्वास, सम्मान।
पिछले साल आर. अश्विन के साथ एक इंस्टाग्राम चैट के दौरान, कोहली ने धोनी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि धोनी ने उन्हें राष्ट्रीय टीम का कप्तान बनने में बड़ी भूमिका निभाई थी।
शनिवार को जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें आलोचना या तारीफ पसंद है, तो कप्तान ने कहा कि वह रचनात्मक आलोचना और वास्तविक प्रशंसा के लिए तैयार हैं। लेकिन उन्हें कुछ भी नकली स्लीकार नहीं है।
जीवन के बुरे दौर में उन्होंने खुद को कैसे प्रेरित रखा, इस सवाल पर कोहली ने कहा: दिनचर्या को सही करो और परिणाम की परवाह किए बिना इसे जारी रखो। (आईएएनएस)
नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी ने कहा था कि टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारत की यात्रा करना अब सुरक्षित नहीं है. चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाजी कोच हसी आईपीएल-2021 के दौरान कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे. अब भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने उन्हें जवाब दिया है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के भाग्य का फैसला करने के लिए आईसीसी से बात कर रहा है.
ऑस्ट्रेलिया का उदाहरण देते हुए कि कैसे कुछ शहरों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बावजूद बड़ी खेल प्रतियोगिताओं के साथ देश आगे बढ़ा, गावस्कर ने भारत के इस टूर्नामेंट की मेजबानी की संभावना पर 'समय से पहले' नहीं बोलने का अनुरोध किया. गावस्कर ने 'द स्पोर्टस्टार' के लिए अपने कॉलम में लिखा, 'ऑस्ट्रेलियाई लोगों को उन शहरों में भी भारत के दौरे को लेकर कोई दिक्कत नहीं थी, जहां सक्रिय कोविड-19 मामले थे. फिर चाहे वह कई हजार मामलों की तुलना में कुछ सौ ही हो, तथ्य यह है कि ऑस्ट्रेलिया में किसी ने भी सुझाव नहीं दिया कि भारत के साथ सीरीज कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के दौरान नहीं की जानी थी. मेलबर्न में सक्रिय कोविड मामलों के बावजूद ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट भी आयोजित किया गया.'
उन्होंने लिखा, 'तो उन लोगों से समान सहानुभूति की जरूरत पर पूछना चाहिए, जो इसे (टी20 वर्ल्ड कप) को भारत से दूर करने की कोशिश कर रहे हैं. अगर अगस्त के अंत तक स्थिति में सुधार नहीं होता है तो हर तरह से इसे संयुक्त अरब अमीरात में ले जाएं, जो इसके लिए स्टैंडबाय स्थान है, लेकिन कृपया अभी इस मामले में कुछ ना कहें. यूएई ने हाल के दिनों में दिखाया है कि वह बड़ी घटनाओं को संभाल सकता है और निश्चित रूप से इसकी मेजबानी करने का एक अच्छा काम करेगा.'
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नई दिल्ली, 29 मई | छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम और मौजूदा चैंपियन अमित पंघल उन सात भारतीय मुक्केबाजों में शामिल हैं, जो दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में खेलेंगे। पूजा रानी (75 किग्रा), अनुपमा (81 किग्रा) और लालबुतसाही (64 किग्रा) के साथ ओलंपिक पदक विजेता अनुभवी मैरी कॉम रविवार को अपने-अपने अंतिम मुकाबले खेलेंगी जबकि पुरुष वर्ग में पंघल, अब तक इस टूर्नामेंट में पांच पदक अपने नाम कर चुके शिवा थापा (64 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) सोमवार को एक्शन में होंगे।
इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में भारतीय दल ने पहले ही अभूतपूर्व सफलता हासिल करते हुए 15 पदक अपने नाम कर लिए हैं। यह इस चैम्पियनशिप में उसका अब तक का सर्वोत्तम प्रदर्शन है। बैंकाक में 2019 में भारत ने 13 पदक (2 स्वर्ण, 4 रजत और 7 कांस्य) जीते थे और तालिका में तीसरे स्थान पर रहा था।
इस साल की खास बात यह है कि चैम्पियनशिप की पुरस्कार राशि में भारी इजाफा किया गया है। इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने इस चैंपियनशिप के लिए 4,00,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि आवंटित की है।
पुरुषों और महिलाओं की श्रेणियों के स्वर्ण पदक विजेताओं को 10,000 अमेरीकी डालर से सम्मानित किया जाएगा, जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 5,000 अमेरीकी डालर और 2,500 अमेरीकी डालर का पुरस्कार दिया जाएगा।
मैरी कॉम सातवीं बार एशियाई चैम्पियनशिप में खेल रही हैं और वह अपने छठे स्वर्ण पदक के लक्ष्य के साथ 51 किग्रा फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन कजाख मुक्केबाज नाजि़म क्याजैबे की कड़ी चुनौती का सामना करेंगी।
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं एक अन्य भारतीय पूजा रानी, जिन्हें सेमीफाइनल में वॉक-ओवर मिला था, का सामना उज्बेकिस्तान की मावलुदा मोवलोनोवा से होगा। मावलुदा ने अंतिम -4 में लंदन ओलंपिक में पदक जीतने वाली मरीना वोल्नोवा की चुनौती को समाप्त किया था। दूसरी ओर, लालबुत्साई और अनुपमा को भी अपने-अपने भार वर्ग के फाइनल में मजबूत कजाख मुक्केबाजों का सामना करना होगा।
पुरुषों के वर्ग में एशियाई खेलों के चैम्पियन पंघल सोमवार को स्वर्ण पदक के मैच में रियो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और मौजूदा विश्व चैंपियन उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज जोइरोव शाखोबिदीन के खिलाफ खेलते हुए अपने खिताब की रक्षा करने की कोशिश करेंगे।
असम के मुक्केबाज थापा, जो लगातार पांच पदक के साथ चैंपियनशिप में संयुक्त रूप से सबसे सफल पुरुष मुक्केबाज रहे हैं, को एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता मंगोलिया के बातरसुख चिनजोरिग की चुनौती स्वीकार करनी होगी।
दूसरी वरीयता प्राप्त संजीत का सामना रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता वासिली लेविट से होगा, जो एशियाई चैंपियनशिप के अपने चौथे स्वर्ण पदक का लक्ष्य लेकर रिंग में उतरेंगे।
आठ भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इन सबने देश के लिए कांस्य पदक हासिल किया है।
उल्लखनीय है कि भारत, उज्बेकिस्तान, मंगोलिया, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी राष्ट्रों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाजों ने इस चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया है।(आईएएनएस)
दुबई, 29 मई | श्रीलंका ने तीन मैचों की वनडे सीरीज के अंतिम मैच में बांग्लादेश को 97 रन से हराने के बाद आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप सुपर लीग में अपना खाता खोल लिया है और वह 12वें स्थान पर है। मेहमान टीम को हालांकि बांग्लादेश दौरे पर 1-2 से सीरीज गंवानी पड़ी। श्रीलंका ने सुपर लीग में अब तक छह मैच खेले हैं और उसमें से उसे अब तक केवल एक ही जीत मिली है। टीम को अब जुलाई में सीमित ओवरों की सीरीज के लिए भारत की मेजबानी करनी है।
हालांकि सुपर लीग में अपना खाता खोलने के बाद भी श्रीलंका अभी तालिका में 12वें नंबर पर है। उसके 11वें स्थान पर काबिज दक्षिण अफ्रीका से एक अंक कम है। जिम्बाब्वे नौवें और आयरलैंड 10वें नंबर पर है।
बांग्लादेश की टीम नौ मैचों से पांच जीत के साथ 50 अंक लेकर तालिका में टॉप पर है। उसके बाद इंग्लैंड की टीम है, जोकि नौ मैचों में चार जीत और 40 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर है। पाकिस्तान और आस्ट्रेलिया 40-40 अंकों के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर पर है।
वहीं, न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज 30-30 अंकों के साथ क्रमश : पांचवें, छठे और सातवें नंबर पर है। भारत 29 अंकों के साथ आठवें नंबर पर है। तालिका की टॉप सात टीम को 2023 में भारत में होने वाले विश्व कप के लिए सीधे प्रवेश मिलेगा, जबकि मेजबान होने के नाते भारत भी सीधे इस टूर्नामेंट में प्रवेश करेगा।(आईएएनएस)
पेरिस, 28 मई| स्पेन के टे्निस खिलाड़ी राफेल नडाल का मानना है कि किसी एथलीट के करियर को बढ़ाने में मीडिया की अहम भूमिका होती है। नडाल का बयान ऐसे समय आया है जब पिछले दिन ही विश्व की नंबर-2 महिला टेनिस खिलाड़ी जापान की नाओमी ओसाका ने फ्रेंच ओपन के दौरान मीडिया से दूरी बनाने की बात कही थी। हालांकि, नडाल ने ओसाका के इस फैसले की सराहना की है।
13 बार के फ्रेंच ओपन चैंपियन नडाल ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में कहा, "मैं ओसाका को समझ सकता हूं लेकिन मेरे अनुसार, मीडिया वो है जो हमारी उपलब्धियों के बारे में लिखते हैं। अगर यह नहीं होते तो हम लोग भी इस तरह के एथलीट नहीं होते जैसे अभी हैं।"
उन्होंने कहा, "इनके बिना हमें वो पहचान नहीं मिलती जो दुनिया में अभी है और शायद हम इतने लोकप्रिय भी नहीं होते।"
जापान की ओसाका ने हाल ही में कहा था कि वह फ्रेंच ओपन के दौरान मीडिया से दूर रहेंगे क्योंकि प्रेस वार्ता के दौरान लोग एथलीटों की मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रखते हैं।
महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) ने इस पर कहा था कि चार बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन ओसाका की जिम्मेदारी बनती है कि वह मीडिया से बात करें।
डब्ल्यूटीए ने कहा, "हमारे लिए हर एक व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य जरूरी है। हमारे पास प्रोफेशनल टीम है जो खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखती है।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 29 मई| एशियाई चैम्पियशिप के मौजूदा विजेता भारत के अमित पंघल और पूर्व एशियाई चैम्पियन शिवा थापा के बाद अब संजीत ने भी शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के अपने-अपने भार वर्ग के फाइनल में जगह बना ली है। पंघल लगातार दूसरी बार इस चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचे हैं जबकि थापा टाप सीड को हराते हुए 2017 के बाद पहली बार फाइनल का टिकट कटाने में सफल रहे हैं। सेमीफाइनल में भारत के वरिंदर और विकास कृष्ण को हार मिली। भारत अब तक इस चैम्पियनशिप में 15 पदक सुरक्षित कर चुका है, जिसमें कम से कम सात रजत हैं।
मौजूदा एशियाई खेल चैम्पियन और टाप सीड पंघल का सेमीफाइनल में सामना तीसरे सीड कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव से हुआ। पंघल ने 5-0 के अंतर से जीत हासिल की। पंघल ने 2019 विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में भी साकेन को हराया था।
पंघल का फाइनल में सामना मौजूदा ओलंपिक और विश्व चैंपियन उज्बेकिस्तान के शाखोबिदिन जोइरोव से सोमवार को होगा। साल 2019 के फाइनल में भी दोनों के बीच खिताबी भिड़ंत हुई थी।
इस जीत के साथ पंघल ने अपने लिए कम से कम रजत पदक सुरक्षित कर लिया है। मजेदार बात यह है कि एशियाई चैम्पियनशिप में पंघल तीनों रंगों के पदकों पर कब्जा कर चुके हैं। 2017 में ताशकंद में पंघल ने लाइट फ्लाइवेट कटेगरी में हिस्सा लेते हुए कांस्य जीता था। 2019 में बैंकाक में हालांकि पंघल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था।
पंघल के बाद भारत के वरिंदर का सामना 60 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में ईरान के डानियाल शाहबख्श से हुआ। वरिंदर यह मैच 2-3 से हार गए। इस तरह उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
इसके बाद 64 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में एशियाई चैम्पियनशिप में पांचवें पदक पर कब्जा जमा चुके शिवा थापा का सामना टाप सीड ताजिकिस्तान के बखोदुर उस्मोनोव से हुआ से हुआ। थापा ने टाप सीड को चौंकाते हुए यह मुकाबला 4-0 से अपने नाम किया और अपने लिए कम से कम रजत पदक सुरक्षित कर लिया।
2013 में अम्मान में स्वर्ण और 2017 में ताशकंद में रजत जीत चुके थापा तीसरी बार फाइनल में पहुंचे हैं, जहां उनका दूसरे सीड और 2018 के एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाले मंगोलिया के बारतासुख चिनजोरिग से होगा। यह मुकाबला सोमवार को खेला जाएगा।
दिन के चौथे मुकाबले में एशियाई चैम्पियनशिप में अपना तीसरा पदक सुरक्षित कर चुके विकास कृष्ण ने 69 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में टाप सीड उजबेकिस्तान के बातुरोव बोबो-उस्मोन का सामना किया।
मुकाबले के दौरान विकास की आंख के ऊपर कट लग गई। यह घटना पहले राउंड में ही हुई। उस समय तक ढाई मिनट का खेल हुआ था। इसी के आधार पर बारुतोव को विजेता घोषित किया गया। विकास को यह चोट पिछले मैच में लगी थी लेकिन आज के मैच में उसी घाव पर पंच लगने के कारण खून रिसने लगा, जिसके बाद मेडिकल टीम ने विकास को आगे खेलने की अनुमति नहीं दी।
इसके बाद भारतीयों के लिहाज से दिन के अंतिम मुकाबले में दूसरे सीड संजीत ने 91 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में उजबेकिस्तान के तुर्सुनोव सांजार को 5-0 से हराया।
इससे पहले, छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम (51 किग्रा) ने गुरुवार को भारत की तीन और भारतीय महिला मुक्केबाजों- पूजा रानी (75 किग्रा), अनुपमा (प्लस 81 किग्रा) और लालबुतसाही (64 किग्रा) के साथ टूनार्मेंट फाइनल में प्रवेश किया।
गत चैंपियन पूजा को मंगोलिया की मुंखबत के खिलाफ वॉक-ओवर मिला। जबकि गुरुवार की देर रात खेले गए अन्य अंतिम -4 मुकाबलों में, उनकी विरोधी कुवैत की नूरा अलमुतारी द्वारा भारतीय के लगातार हमलों के कारण दूसरे राउंड में ही बाउट को छोड़ने के बाद लालबुत्साईही को विजेता घोषित किया गया था। अनुपमा (+81 किग्रा) ने भी उज्बेकिस्तान की मोखिरा अब्दुल्लाएवा के खिलाफ जीत हासिल की।
इस बीच, 54 किग्रा में एक काफी दुखद: घटना हुई। दो बार की युवा विश्व चैंपियन साक्षी चौधरी, जिन्हें शुरू में विजेता घोषित किया गया था, को फाइनल से हटना पड़ा। उनकी प्रतिद्वंद्वी दीना जोलामन द्वारा अंतिम राउंड के फाइट की समीक्षा करने की अपील के बाद साक्षी को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा क्योंकि जूरी ने कजाख मुक्केबाज के दावे को बरकरार रखा और उसके पक्ष में परिणाम दिया।
सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा) मोनिका (48 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) अन्य महिला मुक्केबाज हैं, जिन्हें अपने-अपने वर्ग में संघर्ष के बाद सेमीफाइनल में हार मिली और इस तरह इन चारों को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
इस प्रतिष्ठित आयोजन में भारत अब 15 पदक सुरक्षित कर चुका है। यह इस चैम्पियनशिप में भारतीय दल का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। बैंकॉक में 2019 मे आयोजित संस्करण से भारत ने कुल 13 पदक हासिल किए थे, जिनमें दो स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य पदक थे। भारत तीसरे स्थान पर रहा था।
इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन ( एआईबीए) ने एशिया के इस प्रतिष्ठित आयोजन के लिए 4,00,000 अमेरीकी डालर की पुरस्कार राशि आवंटित की है। पुरुषों और महिलाओं की श्रेणियों के स्वर्ण पदक विजेताओं को 10,000 अमेरीकी डालर से सम्मानित किया जाएगा, जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 5,000 अमेरीकी डालर और 2,500 अमेरीकी डालर का पुरस्कार दिया जाएगा। महिला और पुरुष वर्ग के फाइनल मैच क्रमश: शनिवार और रविवार को होंगे।
इस आयोजन में अब भारत, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाज अपनी श्रेष्ठता साबित करने का प्रयास कर रहे हैं। शुरूआत में इस टूनार्मेंट में 27 से अधिक देशों की भागीदारी की उम्मीद थी। हाल ही में लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के कारण, हालांकि कुछ देश इसमें भाग नहीं ले सके। (आईएएनएस)
टोक्यो, 28 मई | टोक्यो ओलंपिक आयोजन समिति की प्रमुख सेइको हाशिमोतो ने शुक्रवार को कहा कि ओलंपिक में कितने स्थानीय दर्शकों को शामिल होने दिया जाएगा इस पर फैसला स्टेट ऑफ इमरजेंसी हटने के बाद लिया जाएगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने टोक्यो सहित अन्य आठ प्रायद्वीप में कोरोना के कारण स्टेट ऑफ इमरजेंसी को 20 जून तक बढ़ाने का फैसला किया है।
सुगा की घोषणा के कुछ देर बाद हाशिमोतो ने कहा कि दर्शकों को शामिल करने पर फैसला जल्द से जल्द लिया जाना था लेकिन अब इसे स्टेट ऑफ इमरजेंसी हटने के बाद लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, "अभी खेलों को सुरक्षि वातावरण में कराने के लिए मेडिकल उपकरण मुहैया कराना महत्वपूर्ण है।"
ओलंपिक में विदेशी दर्शकों के शामिल होने पर प्रतिबंध लगा हुआ है और कितने स्थानीय दर्शकों को शामिल होने की इजाजत देना है इस पर फैसला अप्रैल के अंत तक लिया जाना था लेकिन स्टेट ऑफ इमरजेंसी के कारण आयोजकों को इस फैसले को जून तक टालना पड़ा है।
जापान की सरकार और आयोजकों पर कोरोना के बढ़ते मामले के कारण मेडिकल विशेषज्ञ और जापान के लोगों का ओलंपिक को स्थगित या रद्द करने का दबाव है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 28 मई | एशियाई चैम्पियशिप के मौजूदा विजेता भारत के अमित पंघल ने शुक्रवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली है। पंघल लगातार दूसरी बार इस चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचे हैं। मौजूदा एशियाई खेल चैम्पियन और टाप सीड पंघल का सेमीफाइनल में सामना तीसरे सीड कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव से हुआ। पंघल ने 5-0 के अंतर से जीत हासिल की। पंघल ने 2019 विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में भी साकेन को हराया था। अमित पंघल का फाइनल में सामना मौजूदा ओलंपिक और विश्व चैंपियन उज्बेकिस्तान के शाखोबिदिन जोइरोव से सोमवार को होगा।
साल 2019 के फाइनल में भी दोनों के बीच खिताबी भिड़ंत हुई थी।
इस जीत के साथ पंघल ने अपने लिए कम से कम रजत पदक सुरक्षित कर लिया है। मजेदार बात यह है कि एशियाई चैम्पियनशिप में पंघल तीनों रंगों के पदकों पर कब्जा कर चुके हैं। 2017 में ताशकंद में पंघल ने लाइट फ्लाइवेट कटेगरी में हिस्सा लेते हुए कांस्य जीता था। 2019 में बैंकाक में हालांकि पंघल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था।
इससे पहले, छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम (51 किग्रा) ने गुरुवार को भारत की तीन और भारतीय महिला मुक्केबाजों- पूजा रानी (75 किग्रा), अनुपमा (+81 किग्रा) और लालबुतसाही (64 किग्रा) के साथ टूनार्मेंट फाइनल में प्रवेश किया।
गत चैंपियन पूजा को मंगोलिया की मुंखबत के खिलाफ वॉक-ओवर मिला। जबकि गुरुवार की देर रात खेले गए अन्य अंतिम -4 मुकाबलों में, उनकी विरोधी कुवैत की नूरा अलमुतारी द्वारा भारतीय के लगातार हमलों के कारण दूसरे राउंड में ही बाउट को छोड़ने के बाद लालबुत्साईही को विजेता घोषित किया गया था। अनुपमा (+81 किग्रा) ने भी उज्बेकिस्तान की मोखिरा अब्दुल्लाएवा के खिलाफ जीत हासिल की।
इस बीच, 54 किग्रा में एक काफी दुखद: घटना हुई। दो बार की युवा विश्व चैंपियन साक्षी चौधरी, जिन्हें शुरू में विजेता घोषित किया गया था, को फाइनल से हटना पड़ा। उनकी प्रतिद्वंद्वी दीना जोलामन द्वारा अंतिम राउंड के फाइट की समीक्षा करने की अपील के बाद साक्षी को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा क्योंकि जूरी ने कजाख मुक्केबाज के दावे को बरकरार रखा और उसके पक्ष में परिणाम दिया।
सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा) मोनिका (48 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) अन्य महिला मुक्केबाज हैं, जिन्हें अपने-अपने वर्ग में संघर्ष के बाद सेमीफाइनल में हार मिली और इस तरह इन चारों को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
इस प्रतिष्ठित आयोजन में भारत अब 15 पदक सुरक्षित कर चुका है। यह इस चैम्पियनशिप में भारतीय दल का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। बैंकॉक में 2019 मे आयोजित संस्करण से भारत ने कुल 13 पदक हासिल किए थे, जिनमें दो स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य पदक थे। भारत तीसरे स्थान पर रहा था।
इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन ( एआईबीए) ने एशिया के इस प्रतिष्ठित आयोजन के लिए 4,00,000 अमेरीकी डालर की पुरस्कार राशि आवंटित की है। पुरुषों और महिलाओं की श्रेणियों के स्वर्ण पदक विजेताओं को 10,000 अमेरीकी डालर से सम्मानित किया जाएगा, जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमश: 5,000 अमेरीकी डालर और 2,500 अमेरीकी डालर का पुरस्कार दिया जाएगा। महिला और पुरुष वर्ग के फाइनल मैच क्रमश: शनिवार और रविवार को होंगे। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 28 मई | बैडमिंटन की विश्व संस्था ने शुक्रवार को बताया कि कोरोना महामारी के कारण अब कोई ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट नहीं होंगे, जिसके बाद ओलंपिक में पदक जीत चुकीं भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत की इस साल टोक्यो ओलंपिक में शामिल होने की उम्मीदें धूमिल हो गई। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने कहा, "बैडमिंटन की विश्व संस्था इस बात की पुष्टि करती है कि टोक्यो ओलंपिक के लिए अब कोई क्वालीफाइंग टूर्नामेंट नहीं होंगे। टोक्यो 2020 क्वालीफिकेशन प्रणाली के अनुसार क्वालीफिकेशन पीरियड आधिकारिक रूप से 15 जून को खत्म होगा, लेकिन टोक्यो की रेस के लिए रैंकिंग लिस्ट में बदलाव नहीं किया जाएगा।"
भारत की ओर से पीवी सिंद्धू, बी. साई प्रणीत, सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने इस साल जुलाई- अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है।
ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंद्धू और 2019 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता प्रणीत क्रमश: महिला और पुरुष के एकल वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे जबकि रैंकीरेड्डी और शेट्टी पुरुष युगल इवेंट में चुनौती पेश करेंगे।
श्रीकांत और सायना भारतीयों में क्वालीफाई करने के करीब थे जबकि अश्विनी पोनप्पा और एन. सिक्की रेड्डी के पास भी महिला युगल वर्ग में क्वालीफाई करने का मौका था।
एकल वर्ग में शीर्ष-16 रैंक तक रहने वाले खिलाड़ी टोक्यो में हिस्सा लेंगे और शीर्ष आठ रैंकिंग के खिलाड़ियों को युगल वर्ग में क्वालीफिकेशन हासिल होगा। सायना 22वें जबकि श्रीकांत 20वें नंबर पर हैं। अश्विनी और सिक्की 26वें स्थान पर हैं। 2019 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सिंद्धू रैंकिंग में सातवें और प्रणीत 13वें स्थान पर हैं।
सायना और श्रीकांत की उम्र को देखते हुए इनका पेरिस में 2024 में होने वाले ओलंपिक में खेलना कठिन है। सायना 31 और श्रीकांत 28 वर्ष के हैं। उम्मीद है कि श्रीकांत 2024 ओलंपिक के लिए चुनौती पेश कर सकते हैं क्योंकि उस वक्त वह 31 साल के होंगे।
इस बीच, सायना के लिए ओलंपिक में दूसरी बार पदक जीतने का आखिरी मौका टोक्यो होता, क्योंकि 2024 पेरिस ओलंपिक के समय वह 35 वर्ष की होंगी।
कोरोना के कारण इंडिया ओपन, मलेशिया ओपन और सिंगापुर ओपन को स्थगित किया गया था जिसके कारण ये खिलाड़ी ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट में हिस्सा नहीं ले सके थे। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 27 मई| छह बार की विश्व चैम्पियन भारत की एमसी मैरीकॉम और साक्षी ने दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली, जबकि मोनिका, जैस्मीन और सिमरनजीत कौर बाथ को हालांकि सेमीफाइनल में हार मिली।
टूर्नामेंट में भारत ने अपना अब तक का सर्वोत्तम प्रदर्शन करते हुए 13 कांस्य और दो रजत पक्का किया है। गुरुवार को मैरीकॉम, मोनिका, साक्षी, जैस्मीन और सिमरनजीत के अलावा लालबुतसाई (64 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और अनुपमा (प्लस 81 किग्रा) अपने-अपने वर्ग का सेमीफाइनल मुकाबला खेलेंगी।
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं टॉप सीड मैरीकॉम ने 51 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में मंगोलिया की लुटसैखान अल्टानसेतसेग को 4-1 से हराया। लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीत चुकीं मैरीकॉम अब अपने लिए कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया है।
फाइनल में मैरीकॉम का सामना कजाकिस्तान की नज्म जैबे से होगा। जैबे ने दूसरे सेमीफाइनल में श्रीलंका की नदीका पुष्पकुमारा को अपने मुक्कों से पहले ही राउंड में धराशायी कर दिया।
मैरीकॉम का एशियाई चैम्पियनशिप में यह सातवां पदक है। 2008 में गुवाहाटी में रजत पदक जीतने के अलावा मैरी कोम ने 2003, 2005, 2010, 2012 और 2017 में इस इवेंट में स्वर्ण पदक हासिल किया है।
54 किग्रा के सेमीफाइनल में साक्षी का सामना कजाकिस्तान की टॉप सीड दिना झोलामान से हुआ। दो बार युवा विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीत चुकीं साक्षी अपने मुक्कों का जलवा दिखाते हुए झोलामान को चौंकाया और 3-2 से हराते हुए अपने लिए कम से कम रजत पदक सुरक्षित कर लिया।
इस तरह फाइनल में पहुंचने वाली वह मैरीकॉम के बाद दूसरी महिला मुक्केबाज बनीं। फाइनल में साक्षी का सामना उजबेकिस्तान की सिरोता शोहदारोवा से होगा। सिरोता ने दूसरे सेमीफाइनल में मंगोलिया की इरदेनेदलाई मिचिदमा को हराया।
57 किग्रा के सेमीफाइनल में भारत की जैस्मीन का सामना कजाकिस्तान की ब्लादिस्लावा कुकता से हुआ। जैस्मीन इस मुकाबले में कहीं नहीं टिक सकीं और 0-5 से हारते हुए कांस्य से संतोष करने पर मजबूर हुईं।
लाइटवेट केटेगरी के सेमीफाइनल में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं भारत की सिमरनजीत का सामना कजाकिस्तान की रिम्मा वोलोसेन्को से हुआ। बैंकॉक में रजत पदक जीत चुकीं सिमरनजीत इस बार फाइनल तक का सफर नहीं तय कर सकीं और यह मुकाबला 0-5 से हार गईं। फाइनल में वोलोसेन्को का सामना इंडोनेशिया की हुसवातुन हासाना से होगा, जिन्होने टॉप सीड ताजिकिस्तान की शोइरा जुल्केनारोवा को चौंकाया।
इससे पहले, 48 किग्रा वर्ग में भारत की मोनिका को सेमीफाइनल में हार मिली। मोनिका को दूसरी सीड कजाकिस्तान की अलुआ बाल्कीबेकोवा ने 5-0 से हराया। मोनिका को कांस्य से संतोष करना पड़ा। फाइनल में बाल्कीबेकोवा का सामना उज्बेकिस्तान की गुलासाल सुल्तोनालिएवा से होगा। गुलासाल ने पहले सेमीफाइनल में टॉप सीड फिलपींस की जोसी गाबुको को 4-2 से हराया।
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से होस्ट किए जा रहे इस आयोजन में एक रजत सहित कुल 15 पदक सुरक्षित करने के साथ, भारतीय दल ने अपना अब तक का सर्वोत्तम प्रदर्शन किया है। भारतीय दल ने बैंकॉक में 2019 में आयोजित बीते संस्करण में 13 पदक हासिल किए थे, जिनमें दो स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य पदक थे। भारतीय टीम पदक तालिका में तीसरे स्थान पर रही थी।
इसके अलावा गत चैंपियन अमित पंघल (52 किग्रा), शिव थापा (64 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), वरिंदर सिंह (60 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) के रूप में पांच पुरुष मुक्केबाज शुक्रवार को अंतिम-4 चरण में प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे।
एशियाई चैंपियनशिप में लगातार पांचवां पदक हासिल करने वाले शिव थापा ताजिकिस्तान के शीर्ष वरीयता प्राप्त बखोदुर उसमोनोव से भिड़ेंगे। पंघल का सामना कजाख मुक्केबाज साकेन बिबोसिनोव से होगा, जिन्हें उन्होंने 2019 विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में हराया था, जबकि विकास का सामना उज्बेकिस्तान के बोबो उस्मोन बटुरोव से होगा, जो अपने वर्ग में बीते संस्करण के विजेता रहे हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 27 मई | भारतीय पुरुष फुटबाल टीम फीफा की ओर से गुरुवार को जारी ताजा विश्व रैंकिंग में 105वें स्थान पर कायम है। वहीं, महिलाओं की टीम को पिछले महीने जारी रैंकिंग में चार स्थान का नुकसान हुआ था और वे 57वें स्थान पर खिसक गई थी।
फीफा ने एक बयान में कहा, " पिछले संस्करण के बाद से अब तक केवल एक ही मैच खेला गया है, जोकि बहरीन और यूक्रेन के बीच खेला गया था और जिसमें दोनों टीमें 1-1 से ड्रॉ रही थी। टॉप-50 में कोई बदलाव नहीं हुआ है और बेल्जियम टॉप पर कायम है। उसके बाद फ्रांस और फिर ब्राजील है।"
इंग्लैड चौथे और पुर्तगाल पांचवें नंबर पर बने हुए हैं।
महिलाओं की रैंकिंग में अमेरिका टॉप पर विराजमान है जबकि जर्मनी दूसरे और नीदरलैंडस तीसरे स्थान पर है।(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 27 मई | भारतीय महिला हॉकी टीम की फॉरवर्ड खिलाड़ी नवनीत कौर को इस साल टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम के अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है।
नवनीत फिलहाल भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के राष्ट्रीय शिविर में ट्रेनिंग कर रही है।
नवनीत ने कहा, "मुझे ओलंपिक के लिए 16 सदस्यीय भारतीय महिला हॉकी टीम में जगह बनाने की पूरी उम्मीद है और मैं इसके लिए उत्साहित हूं।"
उन्होंने कहा, "2016 रियो ओलंपिक में भारतीय महिला टीम पहली बार खेलने उतरी थी। हमने अपनी फिटनेस के स्तर को सुधारने के लिए काफी मेहनत की है। मेरा ध्यान ओलंपिक टीम में जगह बनाने और अपने बचपन के सपने को पूरा करने पर केंद्रित है।"
नवनीत ने कहा, "टीम के फॉरवर्ड खिलाड़ियों पर गोल करने की जिम्मेदारी होती है। इस साल के शुरूआत में हमे अच्छे अभ्यास मैच खेलने मिले। इन दौरों से हमने काफी कुछ सीखा। गोल करना एक बड़ी जिम्मेदारी है और टीम लगातार ऐसा करने की कोशिश में लगी है। मुझे यकीन है कि टीम बड़े टूर्नामेंट में बेहतर करेगी।"
हरियाणा की हॉकी खिलाड़ी हाल ही में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई थी। इनके अलावा कप्तान रानी, नवजौत कौर, सविता और सुशील भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। हालांकि ये सभी खिलाड़ी स्वस्थ होकर ट्रेनिंग में लौटे थे।
नवनीत ने कहा, "रानी और सविता जैसे अनुभवी खिलाड़ियों ने मुझे बेहतर खिलाड़ी बनाया। टीम का वातावरण परिवार की तरह है जहां सीनियर और जूनियर खिलाड़ी एक दूसरे के साथ खेल को लेकर अपने विचार साझा करते हैं। सीनियर खिलाड़ी टॉप इवेंट में बेहतर करने के लिए हमें प्रेरित करते हैं। मुझे उम्मीद है कि हम टोक्यो ओलंपिक में भी ऐसा करेंगे और पदक के साथ लौटेंगे।" (आईएएनएस)
पेरिस, 27 मई| भारत की शीर्ष रैंकिंग की एकल महिला टेनिस खिलाड़ी अंकिता रैना की लाल बजरी पर खेले जाने वाले एकमात्र ग्रैंड स्लैम के मुख्य ड्रॉ के लिए क्वालीफाई करने का अभियान निराशा में समाप्त हुआ क्योंकि वह फ्रेंच ओपन क्वालीफायर में दूसरे दौर की हार के साथ बाहर हो गईं। 125वीं रैंकिंग की अंकिता उच्च रैंकिंग वाली जर्मन ग्रीट मिन्नेन से एक घंटे 21 मिनट में 2-6, 0-6 से हार गईं।
रामकुमार रामनाथन भी क्वालीफायर के दूसरे दौर में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता उज्बेकिस्तान के डेनिस इस्तोमिन से 1-6, 2-6 से हारकर बाहर हो गए।
फ्रेंच ओपन का आयोजन 30 मई से 13 जून तक पेरिस में होना है। (आईएएनएस)
डैन्स्क (पोलैंड), 27 मई | स्पेनिश क्लब विलारियल ने बुधवार देर रात यहां खेले गए फाइनल मुकाबले में पेनाल्टी शूटआउट के आधार पर इंग्लिश प्रीमियर लीग क्लब मैनचेस्टर युनाइटेड को हराकर पहली बार यूरोपा लीग खिताब अपने नाम किया। निर्धारित समय तक दोनो टीमें 1-1 की बराबरी पर थीं। इसके बाद एक्स्ट्रा टाइम में भी कोई गोल नहीं हो सका। शूटआउट में हालांकि विलारियल ने 11-10 से जीत हासिल की। विलारियल ने अपने 98 साल के इतिहास में पहली बार कोई बड़ा यूरोपीय खिताब जीता है।
निर्धारित समय में विलारियल के लिए गेरार्ड मोरीनो ने 29वें मिनट में गोल करते हुए अपनी टीम को आगे कर दिया था लेकिन एडिसन कावानी ने 55वें मिनट में यह गोल उतार दिया।
इसके बाद रोमांचक शूटआउट हुआ, जिसमें विलारियल ने बाजी मारी। शूटआउट में युनाइटेड के गोलकीपर डेविड गिया एक आसान स्पॉट किक मिस कर गए और इस तरह उनकी टीम का चार साल से चला आ रहा ट्रॉफी का सूखा खत्म नहीं हो सका।
विलारियल सातवां ऐसा क्लब है, जिसने सीजन में बिना कोई मैच गंवाए या तो यूईएएफ कप या फिर यूईएफए यूरोपा लीग का खिताब अपने नाम किया है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 27 मई| भारत के आशीष कुमार और नरेंद्र को दुबई जारी 2021 एएसबीसी महिला एवं पुरुष एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के तीसरे दिन क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में हार मिली। भारत अब तक इस चैम्पियनशिप में रिकार्ड 15 पदक पक्क कर चुका है। 75 किग्रा वर्ग में आशीष को 2018 के एशियाई खेल रजत पदक विजेता कजाकिस्तान के अबिलखान अमानकुल के हाथों 2-3 से हार मिली। इसी तरह नरेंद्र को प्लस 91 किग्रा भार वर्ग में कजाकिस्तान के कामहीबेक कुनकाबायेव ने 5-0 से हराया।
बुधावार को भारत ने विकास कृष्ण, अमित पंघल और वरिंदर की जीत के साथ अपने पदकों की संख्या 15 कर ली थी। इसके साथ भारत ने इस चैम्पियनशिप में कुल 15 पदक अपने नाम कर लिए हैं, जो एक रिकार्ड है। भारत ने 2019 में कुल 13 पदक जीते थे।
विकास ने ईरान के मोसलिम माघसोदी मल अमीर को हराते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली है। विकास ने मोसलिम को 4-1 के अंतर से हराया और एशियाई चैम्पियनशिप में अपने लिए तीसरा पदक पक्का किया। विकास 2015 में रजक और 2017 में कांस्य पदक जीत चुके हैं।
एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेल और युवा मुक्केबाजी विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुके विकास का सेमीफाइनल में सामना मौजूदा एशियाई खेल और एशियाई चैम्पियनशिप स्वर्ण पदक विजेता तथा टाप सीड उजबेकिस्तान के बाखुरोव बोबो उस्मेन से होगा।
वरिंदर (60 किग्रा) ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में शानदार जीत हासिल की। वरिंदर ने फिलिपींस के सैमुएल डेला क्रूज को एकतरफा अंदाज में 5-0 से हराया और अपने लिए कांस्य पदक पक्का किया।
बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और संयुक्त अरब अमीरात बॉक्सिंग फेडरेशन की संयुक्त मेजबानी में हो रहे इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में वरिंदर का सामना ईरान के डानियाल शाहबक्श से होगा।
वरिंदर से पहले टोक्यो ओलंपिक के लिए टिकट कटा चुके अमित पंघल ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। मौजूदा एशियाई खेल एवं एशियाई चैम्पियन अमित को हालांकि 52 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मंगोलिया के मक्केबाज खारखू एंखमानदाख के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
धीमी शुरूआत के बाद लय पकड़ने वाले अमित ने आखिरकार 3-2 की जीत के साथ अंतिम-4 का टिकट कटाया। अमित सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के मुक्केबाज साकेन बिबोसिनोव से भिड़ेंगे। अमित ने साकेन को 2019 विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में हराया था। बाद में अमित ने अपने वर्ग का स्वर्ण जीता था।
2019 में विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीत चुके अमित ने इसके साथ एशियाई चैम्पियनशिप में अपने लिए तीसरा पदक सुरक्षित कर लिया। इससे पहले वह 2017 में ताशकंद में लाइटफ्लाइवेट में कांस्य और 2019 में बैंकाक में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।
भारत के जो 15 खिलाड़ी पदक सुरक्षित कर चुके हैं, उनमें से 10 महिलाएं और पांच पुरुष हैं। महिला वर्ग में मंगलवार को सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा) और जैस्मीन (57 किग्रा) ने अंतिम-4 चरण में जगह बनाई थी। छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरी कॉम (51 किग्रा), लालबुतसाई (64 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और अनुपमा (प्लस 81 किग्रा) सीधे सेमीफाइनल से शुरूआत करेंगी। ये सभी महिलाएं गुरुवार को अपना मुकाबला खेलेंगी।
इस आयोजन में अब भारत, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाज अपनी श्रेष्ठता साबित करने का प्रयास कर रहे हैं। शुरूआत में इस टूनार्मेंट में 27 से अधिक देशों की भागीदारी की उम्मीद थी। हाल ही में लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के कारण, हालांकि कुछ देश इसमें भाग नहीं ले सके। (आईएएनएस)
मुंबई, 26 मई| भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर रोहन गावस्कर ने मांग की है कि राज्य संघों को घरेलू क्रिकेटरों के लिए वार्षिक अनुबंध की शुरुआत करनी चाहिए, जैसा भारतीय क्रिकेट बोर्ड राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों के लिए करती है। रोहन ने ट्वीट कर कहा, "सभी राज्य संघों को वाíषक अनुबंध बनाना चाहिए जैसा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) भारतीय टीम के लिए करती है। अगर राज्य के अनुबंध नहीं रहेंगे तो ऐसी स्थिति में घरेलू खिलाड़ियों को भुगतान मिलना असंभव हो जाएगा।"
बीसीसीआई वार्षिक अनुबंध में भारतीय पुरुष टीम के खिलाड़ियों को चार वर्गो में बांटता है।
रोहन ने कहा, "क्या किसी सीनियर खिलाड़ी को बीच में ड्रॉप किया जा सकता है। उन युवा खिलाड़ियों का क्या जो डेब्यू कर सकते हैं। क्या उन्हें कुछ नहीं मिलेगा?"
उन्होंने कहा, "राज्य संघों को अपने खिलाड़ियों को देखने की जरूरत है। घरेलू खिलाड़ी वो हैं जो खेल को आगे बढ़ाते हैं। उनका ख्याल रखना चाहिए और उनके लिए वार्षिक अनुबंध की शुरुआत करनी चाहिए।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 26 मई | टोक्यो ओलंपिक के लिए टिकट कटा चुकी भारत की महिला मुक्केबाज सिमरनजीत कौर, जैस्मीन और साक्षी ने दुबई में जारी 2021 एएसबीसी महिला एवं पुरुष एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली। इस तरह भारतीय मुक्केबाजों ने देश के लिए 12 पदक पक्के कर लिए हैं।
सिमरनजीत (60 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा) और जैस्मीन (57 किग्रा) ने अपने-अपने मुकाबले जीत सेमीफाइनल में जगह बनाई और छह बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरीकॉम (51 किग्रा), लालबुतसाई (64 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और अनुपमा (प्लस 81 किग्रा) के साथ जा मिलीं। सिमरनजीत, साक्षी और जैस्मीन सीधे सेमीफाइनल में खेलते हुए अपने अभियान की शुरूआत करेंगी। इनकी इस सफलता से भारतीय महिलाओं ने प्रत्येक भार वर्ग में पदक सुनिश्चित कर लिया है।
पुरुष मुक्केबाजों में शिव थापा और संजीत ने भी पुरुषों वर्ग के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।
विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकीं पंजाब की सिमरनजीत ने एशियाई चैंपियनशिप में अपने लगातार दूसरे पदक की ओर कदम बढ़ाते हुए 60 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उज्बेक मुक्केबाज रेखोना कोदिरोवा को 4-1 से हराया। 2019 में इसी इवेंट के पिछले संस्करण में रजत पदक जीतने वाली सिमरनजीत अब गुरुवार को सेमीफाइनल में कजाकिस्तान की रिम्मा वोलोसेंको से भिड़ेंगी।
साक्षी और जैस्मिन ने भी अपने-अपने वर्ग में आसान जीत हासिल की। साक्षी ने ताजिकिस्तान की रूहाफ्जो हकाजारोवा को 5-0 से हराकर 2016 की विश्व चैंपियन और कजाकिस्तान की शीर्ष वरीयता प्राप्त मुक्केबाज दीना झोलामन के खिलाफ सेमीफाइनल में भिड़ने का हक हासिल किया।
इसी तरह जैस्मीन ने एशियाई चैंपियनशिप में अपने पहले पदक की ओर कदम बढ़ाते हुए मंगोलियाई मुक्केबाज ओयुंटसेटसेग येसुगेन को 4-1 के अंतर से हराया। जैस्मिन अब सेमीफाइनल में कजाकिस्तान की व्लादिस्लावा कुख्ता का सामना करेंगी।
छह बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम सहित सभी 10 भारतीय महिला मुक्केबाज गुरुवार को टूर्नामेंट के चौथे दिन एक्शन में नजर आएंगी। ये सभी अपने-अपने वर्ग में सेमीफाइनल मैच खेलेंगी।
इस बीच मंगलवार की देर रात खेले गए पुरुषों के 91 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में संजीत ने 5-0 से शानदार जीत के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश किया। इसके साथ ही संजीत ने पुरुष वर्ग में देश के लिए दूसरा पदक पक्का किया।
इससे पहले दिन में, शिव थापा (64 किग्रा) ने अंतिम -4 में प्रवेश करते हुए एशियाई चैंपियनशिप में अपना लगातार पांचवां पदक पक्का किया। शिवा एशियाई चैम्पियनशिप में इससे पहले एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य जीत चुके हैं।
चैंपियनशिप के तीसरे दिन बुधवार को टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके मुक्केबाज अमित पंघल (52 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा) और आशीष कुमार (75 किग्रा) सहित पांच पुरुष भारतीय मुक्केबाज क्वार्टर फाइनल राउंड में भिड़ेंगे। नरेंद्र (प्लस 91 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) भी अन्य दो मुक्केबाज हैं जो टूर्नामेंट में जीत के साथ शुरूआत करने और देश के लिए पदक पक्का करने के इरादे से रिंग में उतरेंगे।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 26 मई| भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) आईपीएल 2021 के बाकी बचे मैचों पर 29 मई को बोर्ड की विशेष आम सभा (एसजीएम) की बैठक में फैसला लेगा। बैठक में 2021-22 की घरेलू सीजन पर भी चर्चा होगी। बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, " आईपीएल को लेकर अभी कुछ फाइनल नहीं हुआ है।"
इस बारे में अभी फ्रेंचाइजी को भी कोई जानकारी नहीं मिली है, हालांकि उन्हें बताया गया है कि उन्हें 29 मई के बाद ही पता चलेगा।
फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, " अभी कुछ भी तय नहीं है। लेकिन हम जानते हैं कि बोर्ड 29 मई को इस मामले पर फैसला ले सकता है और इसके बाद हमें इसकी जानकारी दे सकता है।"
आईपीएल के 14 वें संस्करण का दूसरा चरण सितम्बर-अक्टूबर में संयुक्त अरब अमीरात(यूएई) में हो सकता है। दिल्ली और अहमदाबाद चरण के दौरान बायो बबल में सेंध के बाद कई खिलाड़ियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के कारण आईपीएल के 14 वें संस्करण को स्थगित कर दिया गया था। टूर्नामेंट में अभी भी 31 मैच होने बाकी हैं।
बीसीसीआई अब टूर्नामेंट के शेष मैचों का आयोजन यूएई में कराना चाहता है। साल 2020 में भी टूर्नामेंट के 13वें संस्करण का आयोजन यूएई में ही हुआ था और वह काफी सफल रहा था।
भारतीय टीम 2 जून को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के साथ होने वाली पांच मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड पहुंच रही है। भारत को जून में टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल खेलना है और इसके बाद टेस्ट सीरीज खेली जाएगी।
इससे पहले, बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने राज्य क्रिकेट संघों को भेजे एक पत्र में कहा था, " बीसीसीआई की विशेष आम बैठक 29 मई को होगी, जिसमें भारत में व्याप्क महामारी की स्थिति को देखते हुए आगामी घरेलू क्रिकेट सीजन पर चर्चा की जाएगी।"
2020-21 सीजन में सीमित ओवरों के आयोजन में विजय हजारे वनडे और सैयद मुश्ताक अली टी 20 ट्रॉफी हुए हैं रणजी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी को कोविड महामारी के कारण आयोजित नहीं किया जा सका।
नए सीजन की शुरूआत सैयद मुश्ताक अली टी 20 से हो सकती है जो आगामी अक्टूबर नवंबर में टी 20 विश्व कप के लिए अभ्यास के तौर पर भी काम कर सकता है। (आईएएनएस)
चंडीगढ, 26 मई| 'फ्लाइंग सिख' नाम से मशहूर महान एथलीट 88 वर्षीय मिल्खा सिंह को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल ने एक बयान में कहा कि 1958 और 1962 एशियाई खेलों को स्वर्ण पदक विजेता मिल्खा सिंह को कोविड निमोनिया के साथ फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत स्थिर है।
मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह ने कहा है कि सरदार जी की तबीयत ठीक है। सोमवार को वह असहज महसूस कर रहे थे, इसी कारण हमने उन्हें अस्पताल में डालने का फैसला किया।
कोरना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मिल्खा सिंह आईसोलेट हो गए थे। निर्मला ने बताया कि एक रसोइया, जो 50 साल से परिवार के साथ है, को पहले कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया था।
1958 टोक्यो एशियाई खेलों में 200 मीटर और 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीतने वाले मिल्खा 1962 जकार्ता एशियाई खेलों में भी 400 मीटर और चार गुणा 400 मीटर रिले में स्वर्ण पदक अपने नाम कर चुके हैं।
पिछले साल महामारी फैलने के बाद से मिल्खा सिंह लोगों से घर पर रहकर लॉकडाउन के दौरान रोजाना व्यायाम करने की अपील कर रहे हैं। (आईएएनएस)
टोक्यो, 25 मई| इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में मदद के लिए जापान, सेना के डॉक्टरों और नर्सो को बुला सकता है। देश के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने मंगलवार को संसद में इसकी जानकारी दी।
डीपीए रिपोर्ट के अनुसार, किशी ने कहा कि उनसे टोक्यो के आयोजकों ने इस बारे में अनुरोध किया है।
ओलंपिक खेलों में दो महीने का समय शेष रह गया है और जापान में टीकाकरण का काम काफी धीमा चल रहा है। ऐसे में इस काम में गति लाने के लिए सेना टोक्यो और ओसाका के वैक्सीनेशन सेंटरों में काम शुरू करेगी।
ओलंपिक आयोजकों के अनुसार, खेलों के लिए रोजाना 230 डॉक्टर और 310 नर्सो की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने कहा कि अब तक 80 फीसदी मेडिकल स्टाफ उपलब्ध हो गए हैं।
जापान में कोरोना वायरस की चौथी लहर के बावजूद स्थानीय आयोजक और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ओलंपिक को कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
टोक्यो 2020 समन्वय समिति के चैयरमैन जॉन कोएट्स ने कहा कि खेलों के आयोजन तक ओलंपिक गावों के 80 फीसदी नागरिकों को वैक्सीन लग चुकी होगी।
हाल ही में क्योदो न्यूज एजेंसी द्वारा किए गए सर्वे में पता लगा था कि जापान के 72 फीसदी लोग कोरोना महामारी के कारण ओलंपिक को रद्द या स्थगित कराने के पक्ष में हैं। (आईएएनएस)
हैदराबाद, 25 मई | रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता भारत की पीवी सिंद्धू ने कहा है कि वह अमेरिका की टेनिस लेजेंड सेरेना विलियम्स के दोस्ताना व्यवहार के कारण उनके साथ नाश्ता करना पसंद करेंगी।
यह पूछे जाने पर कि वह किस प्रसिद्ध अंजान इंसान के साथ नाश्ता करना पसंद करेंगी। इस पर 2019 विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता सिंद्धू ने कहा, "मैं सेरेना के साथ जाना पसंद करूंगी क्योंकि जिस इंसान का व्यवहार दोस्ताना है और वह आपसे पूछे कि आप कैसे हैं तो मेरे ख्याल से यह अच्छा है।"
ट्रेनिंग कार्यक्रम के बारे पूछे जाने पर सिंद्धू ने मनीकंट्रोल डॉट कॉम से कहा कि सुबह का सीजन वार्म-अप और मैच अभ्यास में जाता है।
सिंद्धू ने कहा, "सुबह के वक्त मैं कोर्ट में रहती हूं। मैं सुबह छह बजकर 40 मिनट पर घर से निकल जाती हूं और सात बजे से वार्म-अप शुरू करती हूं और फिर साढ़े सात बजे खेलना शुरू करती हूं।"
उन्होंने कहा, "मैं अभ्यास के लिए जल्दी उठ जाती हूं लेकिन मैं ऐसी इंसान हूं जो रात तक जागती है। लेकिन अब मुझे जल्दी उठना पड़ता है। मैं रात में जगने वाली इंसान इसलिए कह रही हूं क्योंकि हमें यात्रा करनी होती है और कई बार हमारी फ्लाइट तड़के दो या तीन बजे की होती है, इसलिए मुझे आदत है।"
सिंद्धू ने कहा, "मुझे कम से कम छह से सात घंटे की नींद लेने की जरूरत है। मैं दोपहर में भी कुछ समय के लिए सो जाती हूं और शाम को जिम जाती हूं। लेकिन टूर्नामेंट के दौरान ऐसा नहीं हो पाता है क्योंकि हमारा ध्यान कार्यक्रम पर केंद्रित रहता है।" (आईएएनएस)