खेल
सिडनी, 8 जनवरी | भारत ने यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया द्वारा पहली पारी में बनाए गए 338 रनों के जवाब में दूसरे दिन शुक्रवार का खेल खत्म होने तक दो विकेट खोकर 96 रन बना लिए हैं। स्टम्प्स की घोषणा तक कप्तान अजिंक्य रहाणे पांच और चेतेश्वर पुजारा नौ रन बनाकर खेल रहे हैं। भारत अभी भी आस्ट्रेलिया से 242 रन पीछे है।
भारत के लिए सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने 50 रन बनाए। अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे गिल का यह पहला टेस्ट अर्धशतक है जिसके लिए उन्होंने 101 गेंदों का सामना किया और तीन चौकों के अलावा एक छक्का लगाया। रोहित शर्मा ने 26 रन बनाए।
आस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ के 131 और मार्नस लाबुशैन के 91 रनों की बदौलत 300 के पार का स्कोर खड़ा किया।
भारत के लिए रवींद्र जडेजा ने चार विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह और नवदीप सैनी ने दो-दो, मोहम्मद सिराज ने एक विकेट लिया। (आईएएनएस)
गरियाबन्द, 8 जनवरी। बैडमिन्टन क्लब गरियाबंद के तत्वाधान में इंडोर ग्राउंड गरियाबन्द में गरियाबन्द, देवभोग,मैनपुर एवं छुरा के खिलाडिय़ों के बीच जिला स्तरीय मैत्री मैच खेला गया, जिसमें सीनियर वर्ग में 16 एवं जूनियर वर्ग में 4 टीमों ने हिस्सा लिया। सीनियर वर्ग में फाइनल में हरमेश चावड़ा एवं रविन्द्र दिवाकर तथा जूनियर वर्ग में वंश चावड़ा एवं उत्कर्ष गजेंद्र ने विजेता बनने का गौरव हासिल किया।
नगर के इंडोर स्टेडियम में आयोजित इस जिला स्तरीय प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग में जिसमें हरमेश चावड़ा एवं रविन्द्र दिवाकर तथा सुफियान मेमन एवं फैजान मेमन ने फाइनल में अपना स्थान बनाया। फाइनल मुकाबले में हरमेश चावड़ा एवं रविन्द्र दिवाकर की जोड़ी लगातार 2 सेटो में 21- 18 एवं 21- 19 से विजयी रही।
इसी तरह जूनियर वर्ग में वन्श चावड़ा, उत्कर्ष गजेंद्र, अंशुमान शर्मा, अभिनव पांडे, रोनित रोहरा, नितेश, अमन एवं कृष के बीच हुये मुकाबले में वंश चावड़ा एवं उत्कर्ष गजेंद्र ने रोनित रोहरा एवं नितेश को पराजित कर विजेता बनने का गौरव हासिल किया। विजेता एवं उपविजेता टीम को विनर एवं रनर कप तथा नगद राशि से सम्मानित किया गया।
रमैत्री मैच को सफल बनाने में तहसीलदार राकेश साहू, एसडीओ पी मैनपुर रूपेश डांडे, थाना प्रभारी मैनपुर सत्येंद्र श्याम, डॉ ईश्वर सिंह, राकेश कुमार, नेहरू निराला, गिरीश शर्मा, सलीम मेमन, हरमेश चावड़ा, आफताब हिंगोरा,आयुष परिहार, दीपक सरवैया, आशीष ठक्कर,सुफियान मेमन, रविन्द्र दिवाकर, लाला पटेल (देवभोग), फैजान मेमन आदि का विशेष सहयोग रहा।
सिडनी, 8 जनवरी | भारतीय टीम को अगर एक बार और सख्त क्वारंटीन नियमों से गुजरना पड़ता है तो वह चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के लिए ब्रिस्बेन नहीं जाएगी। बीसीसीआई ने कथित तौर पर क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) को इस बारे में बता दिया है। वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई ने गुरुवार को सीए से हुए हालिया संवाद में इस बारे में बता दिया है।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है कि सीए को एक ई-मेल भेजा गया है और कहा गया है कि सख्त क्वारंटीन की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि भारतीय टीम आस्ट्रेलिया आने के बाद दो सप्ताह क्वारंटीन रही है।
अधिकारी के मुताबिक भारतीय टीम प्रबंधन ने कहा है कि खिलाड़ियों के मुताबिक होटलों मे बंद रहना काफी तनावपूर्ण हो रहा है।
बीसीसीआई ने अपने खिलाड़ियों से होटल के बाहर जाने को मना कर दिया है। सख्त क्वारंटीन के मुताबिक टीम को होटल-ग्राउंड-होटल में ही रहना होगा। ब्रिस्बेन के गाबा में 15-19 जनवरी के बीच चौथा टेस्च मैच खेला जाना है।
भारत के कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे ने साफ कर दिया है कि खिलाड़ियों को क्वारंटीन से परेशानी नहीं है और वह इसका पालन करने को तैयार हैं। उन्होंने हालांकि यह कहा था कि होटल के कमरे में बंद रहना एक चुनौती है वो भी तब जब सिडनी में बाकी लोग सामान्य जिंदगी जी रहे हैं।
सोमवार को सीए ने कहा था कि उन्होंने इस मसले पर बीसीसीआई से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं सुना है।
क्वींसलैंड सरकार ने पहले कहा था कि नियम का पालन करने का विकल्प नहीं है। (आईएएनएस)
सिडनी, 8 जनवरी (आईएएनएस)| भारतीय क्रिकेटट टीम ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर जारी तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को आस्ट्रेलिया की पहली पारी 338 रनों पर समेटने के बाद टी टाइम तक अपनी पहली पारी में बिना कोई विकेट गंवाए 26 रन बना लिए हैं। रोहित शर्मा 11 और शुभमन गिल 14 रनों पर नाबाद हैं। भारतीय बल्लेबाजों ने मेजबान टीम का पुलिंदा बांधने के बाद नौ ओवरों का सामना किया है। पहली पारी की तुलना में भारत अभी 312 रन पीछे।
इससे पहले रवींद्र जडेजा (62-4) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बूते भारत ने आस्ट्रेलिया की पहली पारी 338 रनों पर समेट दी।
मेजबान टीम ने 105.4 ओवरों का सामना किया।
आस्ट्रेलिया के लिए स्टीव स्मिथ ने 131 रन बनाए जबकि मार्नस लाबुशैन ने 91 रनों की पारी खेली। मैच के पहले दिन डेब्यूमैन विल पुकोवस्की ने 62 रन बनाए थे। स्मिथ ने भारत के खिलाफ अपना आठवां और कुल 27वां शतक लगाया।
भारत की ओर से जडेजा के अलावा जसप्रीत बुमराह और डेब्यूमैन नवदीप सैनी ने दो-दो सफलता हासिल की जबकि मोहम्मद सिराज को एक विकेट मिला।
मेजबान टीम ने दूसरे दिन की शुरुआत दो विकटे पर 166 रनों पर की। दिन के पहले सत्र की समाप्ति तक उसने पांच विकेट पर 249 रन बना लिए थे। स्मिथ लंच तक 76 पर नाबाद थे। लंच से ठीक पहले आस्ट्रेलिया ने कैमरन ग्रीन (0, 21 गेंद) का विकेट गंवायाोा।
भारत ने इस सत्र में तीन विकेट हासिल किए। उसने कल के नाबाद लौटे लाबुशैन के अलावा मैथ्यू वेड (13) का विकेट भी चटकाया। वेड और लाबुशैन को रवींद्र जडेजा ने आउट किया।
आस्ट्रेलिया ने बारिश से बाधित पहले दिन स्टम्प्स तक 55 ओवरों का सामना करते हुए दो विकेटपर 166 रन बनाए थे। लाबुशैन 67 और स्मिथ 31 पर नाबाद लौटे थे।
लाबुशैन ने नए दिन की शुरुआत भी आत्मविश्वास के साथ की और वह शतक की ओर बढ़ते दिख रहे थे लेकिन 206 के कुल योग पर जडेजा ने कप्तान अजिंक्य रहाणे के हाथों उन्हें कैच कराकर भारत को दिन की पहली सफलता दिलाई।
पहले सत्र में आज भी बारिश ने परेशान किया लेकिन कल की तरह नहीं। अल्पविराम के बाद जब खेल शुरू हुआ तो जडेजा ने जल्द ही नए बल्लेबाज वेड को आउट कर भारत को चौथी सफलता दिलाई।
एक छोर पर स्मिथ आत्मविश्वास के साथ खेल रहे थे लेकिन वेड की जगह लेने आए ग्रीन में आत्मविश्वास की कमी नजर आ रही थी। यही कारण था कि 20 गेंदों का सामना करने के बाद भी वह खाता नहीं खोल सके और आखिरकार 21वीं गेंद पर वह पगबाधा हो गए।
लंच के बाद जसप्रीत बुमराह ने कप्तान टिम पेन (0) को सस्ते में आउट किया जबकि जडेजा ने पैट कमिंस को खाता नहीं खोलने दिया। मिशेल स्टार्क (24) ने खुलकर कुछ अच्छे शॉट्स लगाए।
इसी बीच, स्मिथ ने अपना 27वां शतक पूरा किया। वह भारत के खिलाफ सबसे तेजी से सबसे अधिक 8 शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। ्िसमथ ने यह कारनामा 25 पारियों में की है। इस सीरीज में स्मिथ का यह तीसरा शतक है। स्मिथ ने सिडनी में ही वनडे सीरीज में दो शतक लगाए थे।
सिडनी, 8 जनवरी (आईएएनएस)| स्टीवन स्मिथ भारत के खिलाफ सबसे तेजी से सबसे अधिक 8 शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। स्मिथ ने सिडनी में जारी तीसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में अपने करियर का 27वां शतक पूरा किया। यह भारत के खिलाफ उनका आठवां शतक है और इसके लिए स्मिथ ने सबसे कम 25 पारियां खेली हैं।
इससे पहले सबसे कम पारियों में भारत के खिलाफ 8 शतक लगाने का रिकार्ड सर गैरी सोबर्स के नाम था। सोबर्स ने 30 पारियों में यह कारनामा किया था।
इस क्रम में तीसरे स्थान पर वेस्टइंडीज के ही एक और दिग्गज सर विवियन रिचर्डस का नाम है। विव ने 8 शतक लगाने के लिए 41 पारियां खर्च की थीं।
चौथे स्थान पर आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोटिंग हैं, जिन्होंने 51 पारियों में भारत के खिलाफ 8 शतक लगाए हैं।
टोक्यो, 8 जनवरी | ग्रेटर टोक्यो इलाके में कोरोना मामलों में वृद्धि को देखते हुए यहां आयोजित होने वाली टोक्यो ओलंपिक एवं पैरालम्पिक टॉर्च प्रदर्शनी को टाल दिया गया है। टोक्यो मेट्रोपॉलिटन सरकार ने गुरुवार को एक बयान जारी करके इसकी घोषणा की।
2 नम्बर से लेकर आज तक दोनों मशालें 14 स्थानों क गई हैं और गुरुवार को इनकी अकिरूनो शहर में प्रदर्शनी लगनी थी लेकिन अब इसे 29 जनवरी तक के लिए टाल दिया गया है।
जापान और खासकर टोक्यो में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यहां लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी जा रही है। साथ ही जिम, डिपार्टमेंटल स्टोर्स एवं दुकानों को सीमित समय तक ही खोले रखने का आदेश है।
--आईएएनएस
रियाद, 8 जनवरी | भारत के टॉप मोटरसाइकिल रैली चालकों में से एक सीएस संतोष को साउदी अरब में जारी डकार रैली के दौरान हुई दुर्घटना के बाद मेडिकली इंड्यूस्ड कोमा में रखा गया है। संतोष की हीरो मोटोस्पोर्ट टीम ने एक बयान जारी करके कहा है कि उनका इलाज साउदी जर्मन हास्पीटल में चल रहा है। दुर्घटना में संतोष का दायां कंधा अपनी जगह से खिसक गया है और उनके सिर में भी चोट आई है।
हीरो ने कहा है कि ताजा स्कैन से पता चला है कि संतोष के पूरी तरह ठीक होने की राह में किसी तरह की बाधा नहीं है। मेडिकल टीम ने निर्णय लिया है कि उनकी ठीक से इलाज हो सके और वह कम से कम मूवमेंट करें, इसलिए उन्हें आर्टिफिशियल कोमा में रखा गया है।
अगले कुछ दिनों तक उन पर नजर रखी जाएगी।
संतोष स्टेज 4 के दौरान दुर्घटना का शिकार हुए। इसी स्टेज में बीते साल हीरो के चालक पॉल गोंकाल्वेस का निधन हो गया था। टीम ने तत्काल रैली से अपना नाम वापस ले लिया था।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 7 जनवरी | केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि आगामी टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय निशानेबाजों के कंधों पर बहुत सारी उम्मीदें हैं। रिजिजू ने गुरुवार को यहां डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज के परिसर में रिहायशी हॉस्टल का उद्घाटन करने के दौरान यह बात कही। रिजिजू ने कहा, " इस समय निशानेबाजी प्राथमिकता वाला खेल है। हमें निशानेबाजी से काफी उम्मीदें हैं। भारत में जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं का बहुत बड़ा भंडार है। टोक्यो ओलंपिक के लिए हमारे पास निशानेबाजी से काफी कोटा है।"
टोक्यो ओलंपिक के लिए भारतीय निशानेबाजों ने अब तक रिकॉर्ड 15 कोटा हासिल किया है और भारत के पास अभी और कोटा हासिल करने का मौका है, जोकि आगामी महीनो में विश्व रैंकिंग के आधार पर दी जाएगी।
खेल मंत्री ने कहा, " हमारे खिलाड़ी ओलंपिक, एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनके रहने का स्तर इस तरह को होना चाहिए कि उन्हें मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। निशानेबाजी प्राथमिकता वाला खेल है। हमें निशानेबाजों के लिए सभी जरूरी कदम उठाने होंगे।"
रिजिजू ने कहा कि हॉस्टल में भोजन का स्थान वातानुकूलित है। उन्होंने कहा कि भविष्य में लड़कियों के लिए अलग से हॉस्टल बनाया जाएगा। (आईएएनएस)
वॉस्को (गोवा), 7 जनवरी | नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी शुक्रवार को यहां वॉस्को के तिलक मैदान स्टेडियम में हैदराबाद एफसी के खिलाफ होने वाले मुकाबले को जीतकर हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन में जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी। जो भी टीम इस मैच को जीतेगी, वो अंकतालिका में टॉप-4 में पहुंच जाएगी। हाईलैंडर्स के नाम से मशहूर नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी ने सातवें सीजन की शानदार शुरुआत की थी और पहले छह मैचों में वह अजेय रही थी। लेकिन कोच गेरार्ड नुस की टीम अब पिछले कुछ मैचों से अपनी लय से भटक गई है और पिछले पांच मैचों में उसे एक भी जीत नहीं मिली है और दो में हार का सामना करना पड़ा है।
नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी और हैदराबाद एफसी पिछले सीजन में तालिका में सबसे नीचे थी, लेकिन इस सीजन में दोनों टीमें प्लेऑफ में पहुंचने की दावेदार है। सातवें स्थान पर काबिज नॉर्थईस्ट अपने प्रतिद्वंद्वी हैदराबाद से केवल एक स्थान और एक अंक ही पीछे है।
दूसरी तरफ, लगातार तीन हार झेलने के बाद हैदराबाद अपने पिछले मुकाबले में दो बार की चैम्पियन चेन्नइयन एफसी को 4-1 से चौंकाकर जीत की पटरी पर लौट चुकी है। हैदराबाद के लिए एरिडेन संटाना अब तक पांच गोल कर चुके हैं।
नुस ने कहा, " हम जानते हैं कि बॉल के साथ वे बेहतर हैं और वे कई तरीके से गोल करते हैं। उन्होंने सेट पीस से कई गोल किए हैं और एरिडेन भी हमेशा खतरा बने रहते हैं। पिछले सीजन गोल करने का उनका शानदार रिकॉर्ड रहा था और इस सीजन वह अब तक पांच गोल कर चुके हैं। वह एक बड़े खिलाड़ी हैं, लेकिन अटैकिंग में उनके पास और भी खिलाड़ी हैं। उन्हें रोकने के लिए हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा।"
हैदराबाद के कोच मैनुअल मारक्वेज के लिए कमजोर डिफेंस उनकी चिंता होगी। उनकी टीम अब तक 11 गोल खा चुकी है और पिछले छह मैचों से उन्होंने एक भी क्लीन शीट हासिल नहीं की है।
मारक्वेज ने कहा, "वे एक अच्छी टीम है। परिणाम के मामले में वे फिलहाल सही नहीं हैं, लेकिन उन्होंने बड़ी टीमों के खिलाफ अंक लिए हैं। उनके पास अच्छे खिलाड़ी और अच्छे कोच है। मुझे उनकी खेलने की शैली पसंद है। वे एक खतरनाक टीम है।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 जनवरी | भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा है कि वर्ष 1993 की एशेज सीरीज में आस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वार्न ने जिस तरह से इंग्लैंड के बल्लेबाज माइक गैटिंग को आउट किया था, वह गेंद हर एक लेग स्पिनर की ड्रीम डिलीवरी है। 4 जून, 1993 को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड क्रिकेट स्टेडियम की पिच पर वार्न ने अपनी एक ऐसी गेंद पर गैटिंग को आउट किया, जिसे 'सदी की गेंद' कहा जाने लगा।
मैनचेस्टर में पहले टेस्ट के दौरान वार्न ने गैटिंग को लेग स्पिन डाला और गैटिंग के पैड की तरफ फुल फ्लाइट में छोड़ दिया। गेंद ने हवा में लेग साइड की तरफ और ज्यादा ड्रिफ्ट किया। गैटिंग उस गेंद को वाइड समझते हुए अपना बायां पैर आगे निकालकर खड़े हो गए। लेकिन गेंद टर्न लेती हुई उनके पैरों के पीछे से उनका स्टंप ले उड़ी।
चहल ने कहा, " जब मैंने शेन वार्न सर की गेंदबाजी के वीडियो देखना शुरू किया, तब मुझे पता चला कि लेग स्पिन क्या होती है। वह मेरे आदर्श हैं और मैं उनके जैसा गेंदबाजी करना चाहता हूं। मैं जिस तरह से बल्लेबाज को फंसाता था, उससे मैं इसका आनंद लेता हूं। मैंने हमेशा उनका वीडियो देखकर उनसे काफी कुछ सीखा है।"
उन्होंने कहा, " मैं उनके सभी वीडियो देखता था, और विशेष रूप से, उन्होंने जिस तरह से माइक गैटिंग को गेंदबाजी की थी, वह हर एक लेग स्पिनर की ड्रीम डिलीवरी है। मुझे लगा कि मुझे भी एक बार उसी तरह से बल्लेबाज को आउट करना चाहिए और न्यूजीलैंड दौरे के दौरान ऐसी ही हुआ, जब मैंने मार्टिन गुप्टिल को आउट किया था। मुझे लगता है कि यह मेरी स्पेशल डिलीवरी थी।"
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अब तक 54 वनडे और 45 टी-20 मैच खेल चुके चहल पहले मध्यम तेज गेंदबाज थे, लेकिन बाद में अपने पिता की सलाह पर उन्होंने लेग स्पिन करना शुरू कर दिया था।
चहल ने कहा, " शुरुआत में स्कूल में, मैं मध्यम तेज गति की गेंदबाजी करता था। बाद में, पिता ने मुझसे कहा कि मध्यम तेज गेंदबाजों को एक उचित शरीर की आवश्यकता होती है और इसमें चोटिल होने का भी खतरा होता है। बाद में पता नहीं मुझे क्या हुआ कि मैंने लेग-स्पिन गेंदबाजी करना शुरू कर दिया।
उन्होंने कहा, " मैंने महसूस किया कि गेंद लेग स्पिन हो रही थी और इससे बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें बढ़ेंगी, इसलिए मुझे लेग-स्पिन गेंदबाजी करने में अधिक आनंद आता है। मुझे लगता है कि पिताजी ने मुझे इसका एहसास कराया। उन्होंने कहा मुझसे कहा कि आप क्या चाहते हैं, क्या आप मीडियम पेसर या लेग स्पिनर बनना चाहते हैं, इस पर अधिक समय है। आपको यह समझना होगा कि आप क्या करने में सक्षम है।" (आईएएनएस)
सिडनी, 7 जनवरी | आस्ट्रेलिया के लिए अपना पदार्पण टेस्ट मैच खेल रहे सलामी बल्लेबाज विल पुकोवस्की ने कहा है कि गुरुवार से यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर भारत के खिलाफ शुरू हुए तीसरे टेस्ट मैच में शॉर्ट गेंदों से बचने के लिए वह इसकी तैयारी करके आए थे। हेलमेट में गेंद लगने के बाद कनकशन का शिकार हुए पुकोवस्की चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दो टेस्ट में नहीं खेल पाए थे। तीसरे टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 62 रन की पारी खेली।
आस्ट्रेलिया ने पहले दिन गुरुवार का अंत दो विकेट के नुकसान पर 166 रनों के साथ किया। स्टंपस की घोषणा तक मार्नस लाबुशैन 67 और स्टीव स्मिथ 31 रन बनाकर नाबाद हैं।
पुकोवस्की ने पहले दिन की खेल समाप्ति के बाद कहा, "मैंने अब तक क्रिकेट के सभी प्रारूपों में जितने भी मैच खेले हैं, उनमें मैंने बाउंसर का सामना किया है और कनकशन का इतिहास भी इसी का हिस्सा रहा है। इसलिए मैं जानता था कि भारत इसका (बाउंसर) का इस्तेमाल करेगा।"
पुकोवस्की को पिछले महीने इंडिया-ए के खिलाफ अभ्यास मैच के दौरान तेज गेंदबाज कार्तिक त्यागी की गेंद पर सिर पर लग गई थी और इसके कारण उन्हें शुरुआती दो टेस्ट से दूर रहना पड़ा था। उन्हें 2019 में भी आस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में चुना गया था, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य कारणों से उन्हें बाहर होना पड़ा था।
आस्ट्रेलिया के सहायक कोच एंड्रयू मैक्डॉनल्ड विक्टोरिया के भी कोच हैं और पुकोवस्की विक्टोरिया के लिए भी खेलते हैं। मैक्डॉनल्ड से अपनी बैगी ग्रीन पाने वाले पुकोवस्की कहा कि वार्नर ने उन्हें पहली गेंद का सामना करने का विकल्प दिया था।
पुकोवस्की ने कहा, "डेवी (डेविड वार्नर) ने मुझे पहली गेंद का सामना करने या नहीं करने का विकल्प दिया। मैं इसके बारे में 200 बार सोच सकता था लेकिन आखिरकार मैंने इसे स्वीकार किया और पहली गेंद का सामना किया। मैं अपने अवसर को पाने के लिए उत्साहित था, अपने बैगी ग्रीन को प्राप्त करने के लिए उत्साहित था।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 7 जनवरी | हॉकी इंडिया ने हाल ही में महिला टीम के लिए अर्जेटीना का दौरा तय किया, ताकि प्रतिस्पर्धी हॉकी की शुरुआत की जाए। एचआई इस साल 47वीं एफआईएच कांग्रेस की मेजबानी करेगी और इसी के साथ वह इस साल कई सारे टूर्नामेंट्स की मेजबानी करने को तैयार है। यह कांग्रेस 2020 में की जानी थी, लेकिन कोविड-19 के कारण इसे टाल दिया गया।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्रो निंगोमबाम ने कहा, "हम अपना कामकाज और टूर्नामेंट्स में सामान्यता हासिल करने का रास्ते पर हैं। 47वीं एफआईएच कांग्रेस 2021 के साथ हमें उम्मीद है कि मई में सारी चीजें हमारे पक्ष में होंगी।"
उन्होंने कहा, "हमने हॉकी इंडिया के चुनाव और कांग्रेस का आयोजन सफलतापूर्वक किया है। इसलिए हम सभी तरह की तैयारियों के लिए तैयार हैं।"
बीते कुछ सालों में भारत ने कई टूर्नामेंट्स की मेजबानी की है। अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने भारत को 2021 में होने वाले जूनियर विश्व कप की मेजबानी भी सौंपी है।
ज्ञानेंद्रो ने कहा, "हमने एफआईएच जूनियर पुरुष विश्व कप-2016 की भी मेजबानी की है। वह कई मायनों में शानदार टूर्नामेंट था और इसने हमें अनुभव तथा आत्मविश्वास दिया जिससे हम एफआईएच विश्व कप-2018 की मेजबानी कर सके।"
उन्होंने कहा, "इसलिए इस साल एफआईएच जूनियर पुरुष विश्व कप की मेजबानी हमारे लिए काफी अहम है। हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं।"
इसके अलावा हॉकी प्रो लीग की वापसी भी इसी साल होनी हैं और भारत 29 तथा 30 मई को न्यूजीलैंड की मेजबानी करेगा। (आईएएनएस)
सिडनी, 7 जनवरी | शुरुआती दो टेस्ट मैचों में रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ संघर्ष करते आ रहे आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने गुरुवार से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में भारत के खिलाफ शुरू हुए तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन अश्विन के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की। पहले दो टेस्ट मैचों में केवल 10 रन बनाने वाले स्मिथ ने अश्विन को अभी तक अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और आक्रामक रहते हुए उन पर शॉट्स लगाए। स्मिथ ने अश्विन पर निकलकर भी कुछ शॉट्स लगाए और 31 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा है कि एससीजी की पिच में नमी होने के कारण अश्विन के खिलाफ स्मिथ को आत्मविश्वास मिला। हालांकि उन्होंने साथ ही कहा के दिन के अंत में परिस्थितियां स्पिन के पक्ष में दिख रहा था।
आस्ट्रेलिया ने तीसरे टेस्ट के पहले दिन का अंत दो विकेट के नुकसान पर 166 रनों के साथ किया है। स्मिथ के साथ मार्नस लाबुशैन 67 रन बनाकर खेल रहे हैं।
सिराज ने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, "बल्लेबाजी के लिए विकेट बहुत आसान थी, इसलिए उन्होंने आते ही आसानी से बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया। लेकिन अगर आप देखें तो दिन के अंत में स्पिनरों को कुछ टर्न मिल रही थी। जडेजा और अश्चिन को भी टर्न मिल रहा था। देखते हैं कि कल क्या होता है।"
उन्होंने कहा, "यह विकेट थोड़ी सपाट है और गेंद आसानी से बल्ले पर आ रही है। हमारा प्लान दबाव बनाए रखना था और एक एरिया में गेंदबाजी करना था। हम ज्यादा कुछ करने की कोशिश नहीं कर रहे थे, क्योंकि इस विकेट पर खेलना बल्लेबाजों के लिए बहुत आसान था। यहां तक कि मेलबर्न जैसी बाउंसर भी नहीं फेंक पा रहे थे।"
भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत ने ओपनर विल पुकोवस्की को दो बार जीवनदान दिया और पुकोवस्की ने अपने पदार्पण मैच में 62 रन की अर्धशतकीय पारी खेली।
सिराज ने कहा, "कैचों का छूटना मैचों का हिस्सा है। कुछ समय के लिए इससे निराश हुई, लेकिन हमें कहना होगा कि ऐसा होता है। आप इसे रोक नहीं सकते। हम गेंद दर गेंद मैच को लेना चाहते हैं और अतीत में नहीं जाना चाहते हैं।"
--आईएएनएस
सिडनी, 7 जनवरी | शुरुआती दो टेस्ट मैचों में रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ संघर्ष करते आ रहे आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने गुरुवार से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में भारत के खिलाफ शुरू हुए तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन अश्विन के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की। स्मिथ ने अश्विन को अभी तक हावी नहीं होने दिया और आक्रामक रहते हुए उन पर शॉट्स लगाए। स्मिथ ने अश्विन पर निकलकर भी कुछ शॉट्स लगाए और 31 रन बनाकर नाबाद रहे।
स्मिथ ने कहा है कि वह अश्विन के खिलाफ आक्रामक नहीं बल्कि सकारात्मक सोच के साथ उतरे थे।
स्मिथ ने कहा, "मैं आक्रामक नहीं कहूंगा, मैं बस थोड़ा सकारात्मक था। मैं उन्हें थोड़ा दबाव में लाना चाहता था जो मैंने अभी तक इस सीरीज में नहीं किया है।"
उन्होंने कहा, "मैं कुछ चीजों पर काम कर रहा था। बल्ले को ताकत से पकड़ना चाहता था। मुझे लगा कि मैं अच्छी स्थिति में हूं। कुछ बाउंड्रीज लगाना अच्छा रहा।"
आस्ट्रेलिया ने तीसरे टेस्ट के पहले दिन का अंत दो विकेट के नुकसान पर 166 रनों के साथ किया है। स्मिथ के साथ मार्नस लाबुशैन 67 रन बनाकर खेल रहे हैं। (आईएएनएस)
बार्सिलोना, 7 जनवरी | लियोनेल मेसी के शानदार गोलों की मदद से बार्सिलोना ने स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लीगा में गुरुवार को एथलेटिक बिल्बाओ को 3-2 से हरा दिया। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसाार, एथलेटिक बिल्बाओ ने तीसरे मिनट में ही इनाकी विलियम्स के गोल की मदद से अपना खाता खोल लिया, लेकिन प्रेडो गोंजालेज ने 14वें मिनट में गोल करके बार्सिलोना को बराबरी दिला दी।
इसके बाद मेसी ने 38वें और 62वें मिनट में दो गोल दागकर बार्सिलोना को 3-2 से जीत दिला दी। एथलेटिको बिल्बाओ के लिए दूसरा गोल मुनियन ने 90वें मिनट में किया। इस जीत के बाद बार्सिलोना की टीम 17 मैचों से 31 अंकों के साथ अंकतालिका में तीसरे स्थान पर पहुंच गई हैं।
स्पेनिश फुटबाल क्लब एथलेटिको बिल्बाओ को अपने नए मुख्य कोच को मार्सेलिनो गार्सिया टोरेल के मार्गदर्शन में खेले गए पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा है। (आईएएनएस)
-ज्योफ़ लेमन
जसप्रीत बुमराह को पहली बार गेंदबाज़ी करते देखने वाले हर शख़्स की नज़रें इस गेंदबाज़ पर ठहर जाएंगी. बीते पाँच साल से इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी गेंदबाज़ी का जलवा बिखेर रहे बुमराह का एक्शन है ही इतना अनोखा.
बुमराह कुछ मायनों में कॉमिकल अंदाज़ में गेंदबाज़ी करते हैं. वे छोटे रनअप में धीमी गति से दौड़ते हैं. हालांकि उनके घुटने लहराते हुए दिखते हैं. उनके हाथ मजबूती से एक दूसरे को गेंद के साथ थामे रहते हैं जबकि कोहनी बाहर की ओर निकलती दिखाई देती है. जसप्रीत बुमराह को देखकर यह अंदाजा होता है कि वे छलांग लगाकर कोई घेरा पार करना चाहते हैं.
दाएं हाथ के गेंदबाज़ों से उम्मीद की जाती है कि वे अपने बाएं हाथ को ऊपर ले जाएं और दायां हाथ नीचे लाएं. जब बायां हाथ नीचे आए तो दाहिने हाथ को ऊपर ले जाएं. ऐसा करने से तेज़ गेंदबाज़ों को गति मिलती है. लेकिन बुमराह जब अंपायर को क्रॉस करते हैं तो उनके दोनों हाथ सामने होते हैं. ऐसा लगता है कि कोई बच्चा सुपरमैन का खेल खेल रहा हो और तभी उनका दाहिना हाथ ऊपर उठने लगता है. वह सिर के ऊपर जाता है.
आख़िर में बायां हाथ नीचे आता है. वह पहले हॉरिजेंटली सामने की ओर होता है और फिर नीचे आता है जबकि दाहिना हाथ चक्र की तरह पूरा घूम जाता है. ऐसा लगता है कि घड़ी की आकृति बनती है और उसमें नौ बजे वाली स्थिति के वक्त उनकी कोहनी थोड़ी बाहर की ओर निकली होती है. फिर उनके दोनों हाथ नीचे आ रहे होते हैं और जादू की मानिंद गेंद हाथों से ग़ायब हो जाती है. इस वक्त उनको देखना मोहक है. बायां पैर मजबूती से आगे नजर आता है और दाहिना हाथ हवा को चीरता हुआ नीचे आता है. कैजुअल अप्रोच से शुरू हुई इस प्रक्रिया में बुमराह के हाथ से जब गेंद छूटती है तो गोली की मानिंद उसकी रफ्तार 90 मील प्रति घंटे से ज़्यादा होती है.
कुछ मौकों पर यह गेंद दाहिनी ओर झुककर दूर निकलती दिखती है. कई बार यह रिवर्स स्विंग कर अनुमान के विपरीत दिशा में जाकर बल्लेबाज़ को चौंकाती है. कुछ मौकों पर यह परफैक्ट यॉर्कर होता है. ट्वेंटी-20 के छोटे फॉरमेट में बुमराह चार ही ओवरों में अपना काम बखूबी कर जाते हैं जबकि टेस्ट मैचों में वे पूरे दिन ऐसा करने का दमखम रखते हैं.
बुमराह के साथ इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई की टीम के साथ तीन सीजन खेल चुके ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर बेन कटिंग ने कहा, "जब आप बड़े हो रहे होंगे तब ऐसे किसी गेंदबाज़ का सामना नहीं किया होगा. वे बेहद मारक गेंदबाज़ हैं लेकिन इसका एहसास नहीं होता. वह चुपके से आते हैं और अचानक किसी गुलेल की भांति गेंद को फेंकते हैं."
"ट्रेनिंग के दौरान मैंने उनका थोड़ा बहुत सामना किया है. जब आप वानखेड़े स्टेडियम के मध्य में खड़े हैं. ओस की नमी से गेंद वैसे ही तेज़ी से आ रही हो और आपके सामने दुनिया का नंबर एक गेंदबाज़ हो. मैंने ऑफ़ स्टंप से भी आगे का गार्ड लिया ताकि वह यॉर्कर गेंद फेंके, मेरी पसलियां ना तोड़े."
ये कुछ कारण हैं जो बुमराह को तेज़ गेंदबाज़ी का स्टार बनाते हैं.
वैसे बुमराह काफी हैंडसम क्रिकेटर हैं. उनकी दाढ़ी एक तरह डिजाइनर होने का एहसास करती है. उनकी मुस्कान चमकती है. और मोटे चश्मे और पांव से कसी जींस उन्हें क्रिकेट के लिहाज से काफी फैशनबल क्रिकेटर बनाती है.
वे मुस्कुराते भी बहुत हैं. मैदान में उनका मुस्कुराना तनाव को कुछ कम करता दिखता है. वे बेहद सामान्य पृष्ठभूमि के परिवार से आते हैं और गलियों में क्रिकेट खेलते हुए वे आईपीएल तक पहुंचे हैं. आईपीएल में अपनी शानदार गेंदबाज़ी के बाद वे भारत के लिए टेस्ट और वनडे मैचों के सबसे घातक तेज़ गेंदबाज़ बनकर उभरे हैं.
2018 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करते हुए उन्होंने कहा था, "मेरी गेंदबाज़ी का एक्शन ऐसा कैसे हुआ, ये नहीं बता सकता. बचपन में मैं काफी टेलिविजन देखा करता था. सबके एक्शन की नकल भी खूब करता था. हो सकता है वहीं से विकसित हुआ हो. छोटे रनअप की एक वजह यह हो सकती है कि मैं टेनिस बॉल से कॉफी खेलता था. हमारे खेलने की जगह भी छोटी थी. हमलोग वहीं खेल सकते थे."
खेलने की यह जगह वास्तविकता में अहमदाबाद के एक विशाल अपार्टमेंट में कार पार्क की जगह थी. गुजरात से निकले कम ही क्रिकेटर भारतीय टीम का हिस्सा बन पाए हैं. इतना ही नहीं बुमराह को मुश्किल चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा. जब वे महज पांच साल के थे तभी उनके पिता का देहांत हो गया. स्कूल टीचर मां ने बुमराह और उनकी बहन का पालन पोषण किया.
बुमराह तो क्रिकेट के दीवाने थे और बचपन से ही उनमें तेज़ी थी. वे पहले स्कूली टीमों में शामिल हुए फिर राजस्तरीय क्रिकेट में जगह बनाई और 2013 में आईपीएल का हिस्सा बने.
बेन कटिंग बताते हैं, "मुझे बुमराह के संघर्ष के बारे में थोड़ा बहुत पता है क्योंकि वे बेहद सहज और सरल शख्स हैं. आप उनके साथ कुछ भी बात कर सकते हैं. वे इतने अच्छे ढंग से यॉर्कर गेंद इसलिए डाल पाते हैं क्योंकि जब उनकी मां सो रही होती थीं तब वे अपनी बॉलकोनी में गेंदबाज़ी का अभ्यास करते थे और गेंद इस तरह से फेंकते थे कि ज़्यादा आवाज़ नहीं हो और उनकी मां की नींद ना टूटे."
ऐसी परिस्थितियों में लगातार अभ्यास के चलते ही बुमराह वहां तक पहुंच पाए हैं जहां आज मौजूद हैं. ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मौजूदा टेस्ट सिरीज़ के दूसरे मैच में उन्होंने शानदार गेंदबाज़ी की. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में पहली पारी में उन्होंने चार विकेट चटकाए जबकि दूसरी पारी में उन्होंने छह विकेट झटक कर टीम इंडिया को सिरीज़ में बराबरी दिलाई.
ठीक दो साल पहले, उन्होंने टेस्ट मैच की पहली पारी में छह विकेट चटकाए थे और पूरे मैच में नौ विकेट झटक कर भारत को टेस्ट सिरीज़ में बढ़त दिलाई थी, जहां से भारत सिरीज़ जीतने में कामयाब हुआ था.
इससे भी दो साल पहले यानी 2016 में बुमराह ने ऑस्ट्रेलियाई ज़मीन से ही वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था. पहली सिरीज़ के दौरान वे उभरते हुए युवा गेंदबाज़ थे. उन्हें पांचवें वनडे मैच में डेब्यू करने का मौका मिला था. टीम इंडिया अपने पहले चार वनडे मैच हार चुकी थी. लेकिन आईपीएल के तीन सीजन के अनुभव के चलते बुमराह सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में बिलकुल भयभीत नहीं थे.
ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हए 330 रन का स्कोर बनाया. इसमें बुमराह ने 10 ओवर की गेंदबाज़ी में महज 40 रन खर्चे. तब स्टीव स्मिथ ज़ोरदार फॉर्म में थे, जेम्स फॉकनर की पहचान भी अंतिम ओवरों में गेंद को हिट करने वाले बल्लेबाज़ की थी. बुमराह ने इन दोनों का विकेट झटका. उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई पारी को वहां तक सीमित रखा जहां से भारत ने ये मुक़ाबला जीत लिया था.
इसके तीन दिन बाद एडिलेड में बुमराह ने अपना पहला टी-20 मैच खेला. इसमें उन्होंने डेविड वॉर्नर और जेम्स फॉकनर का विकेट लिया. अपने स्पैल में उन्होंने 23 रन देकर तीन विकेट चटकाए थे. भारत ने टी-20 सिरीज़ 3-0 से जीती थी और इसके बाद से बुमराह के करियर में हार अपवाद स्वरूप ही नज़र आयी.
उन गर्मियों में एडिलेड, मेलबर्न और सिडनी में उनको गेंदबाज़ करते देख कर पहली बार यही लगा था कि आईपीएल से कोई नया सनसनीखेज़ गेंदबाज़ सामने आया है. इससे पहले आईपीएल के ज़रिए कई सनसनीखेज़ गेंदबाज़ सामने आ चुके थे, जिनमें तेज़ गेंदबाज़ी करने वाले स्पिनर, धीमी गति की गेंद फेंकने वाले तेज़ गेंदबाज़, कैरम फ्लिकर फेंकने वाले गेंदबाज़, अंगुलियों के जोड़ पर से गेंद फेंकने वाले गेंदबाज़, गुलेल के तरह गेंदबाज़ी करने वाले, लहराते हुए गेंदबाज़ी करने वाले और पांव को चलाकी से इस्तेमाल करने वाले तमाम तरह के गेंदबाज़ शामिल थे. इन गेंदबाज़ों ने आते ही धमाल ज़रूर मचाया लेकिन समय के साथ सब फीके पड़ गए.
लेकिन बुमराह इन सबसे अलग साबित हुए. उनकी असमान्य बात उनकी गेंदबाज़ी का महज एक ही पहलू था, उनकी तेज़ी भी उनकी गेंदबाज़ी का एक पहलू साबित हुए. पिछले कुछ सालों में उन्होंने दिखाया है कि उनका उद्देश्य लगातार अच्छी गेंदबाज़ी करना था और किसी भी गेंदबाज़ की तुलना में उन्होंने ऐसा करके दिखाया है.
सटीक गेंदबाज़ी के बूते वे कामयाबी के शिखर छूते चले गए. वे आईपीएल से निकले गिने चुने खिलाड़ियों में हैं जिन्होंने बिना अटके इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी जगह बनाई. खेल के छोटे फॉरमेट से निकलकर टेस्ट मैचों तक में उन्होंने खुद को साबित किया है.
जोहानिसबर्ग में अपने तीसरे ही टेस्ट में बुमराह ने टीम को जीत दिलाते हुए पारी में पांच विकेट चटकाए थे. इसके बाद अपने चौथे ही टेस्ट में, इंग्लैंड के ख़िलाफ़ नॉटिंघम टेस्ट में उन्होंने पारी में पांच विकेट लिए. ऑस्ट्रेलिया में सिरीज़ जीत में वे सबसे कामयाब गेंदबाज़ बनकर उभरे थे. इसके बाद उन्होंने वेस्टइंडीज़ में अपने जलवे दिखाए. एंटीगा टेस्ट में महज सात रन देकर उन्होंने जो पांच विकेट झटके, इसे विजडन ने 2019 की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी का प्रदर्शन घोषित किया था. जमैका में खेले गए अगले टेस्ट में बुमराह ने 27 रन देकर छह विकेट चटकाए.
लेकिन ऐसा भी नहीं है कि खेल के मैदान में बुमराह हमेशा मुस्कारते ही दिखते हो. उन्हें गुस्सा भी आता है, उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करने पर वे मैदान पर अपनी हताशा भी ज़ाहिर करते हैं.
2020 की शुरुआत में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ एक सत्र में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं करने के चलते उन्होंने टीम के उन खिलाड़ियों से भी दूरी बना ली जो उन्हें सांत्वना देने की कोशिश कर रहे थे, बुमराह अपने प्रदर्शन के चलते यह मान रहे थे कि वे इस सांत्वना के लायक भी नहीं हैं.
बुमराह के बचपन के दोस्त उनके इस गुस्से को याद करते हैं, लेकिन ख़ास बात यह है कि यह गुस्सा विपक्षी खिलाड़ियों को लेकर नहीं था और जल्द ही उनकी मुस्कान लौट आयी. बेन कटिंग बताते हैं, "एक तेज़ गेंदबाज़ के लिहाज से देखें तो उनका व्यवहार काफी दोस्ताना है जो तेज़ गेंदबाज़ों का होता नहीं है."
हालांकि गेंदबाज़ी करते वक्त उनका यह दोस्ताना अंदाज़ा ग़ायब हो जाता है.
ख़ास बात यह है कि बुमराह ने बेहद कम समय में इतना कुछ हासिल किया है. आईपीएल में वे भले आठ साल से खेल रहे हों लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने तीन साल पहले 24 साल की उम्र में डेब्यू किया था. महज तीन साल में उन्होंने पांच दौरों में अब तक 16 टेस्ट मैच खेले हैं. ख़ास बात यह है कि उन्हें अब तक भारत में टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला है.
16 टेस्ट मैचों में 21 से कम की औसत के साथ 76 विकेट, यह दर्शाता है कि वे कितने अच्छे गेंदबाज़ हैं, यही वजह है कि भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी की कमान उनके हाथों में है. यही स्थिति पिछली बार ऑस्ट्रेलियाई दौरे के वक्त भी थी. वे ईशांत शर्मा के साथ गेंदबाज़ी की कमान संभाल रहे थे.
लेकिन मौजूदा सिरीज़ में उनके अलावा कोई तेज़ गेंदबाज़ मोर्चा संभालने के लिए टिका नहीं है. ईशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार चोटिल होने के चलते इस बार दौरे पर आए ही नहीं. एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मोहम्मद शमी की बांह टूट गई जबकि मेलबर्न के दूसरे टेस्ट में उमेश यादव के पैर में चोट लग गई.
2018-19 में जिन तेज़ गेंदबाज़ों ने भारत को सिरीज़ में जीत दिलाई थी वे इस बार नदारद हैं. इस लिहाज से देखें तो कमजोर बुमराह सिडनी में खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट में नजर आएंगे. यहीं पांच साल पहले उन्होंने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी. मौजूदा टेस्ट सिरीज़ में वे टीम को 1-1 की बराबरी पर ले आए हैं और अभी दो टेस्ट मैच बाक़ी है. टीम में उनका साथ देने के लिए नए तेज़ गेंदबाज़ भी मौजूद हैं.
यानी यहां सारा दारोमदार जसप्रीत बुमराह पर टिका है. लेकिन यहां ध्यान देना होगा आगे बढ़कर चुनौतियों को संभालना ही वो पहलू है जहां जसप्रीत बुमराह ने कभी निराश नहीं किया है. (bbc.com)
डबलिन, 7 जनवरी | अफगानिस्तान और आयरलैंड के बीच होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। पहले इस सीरीज की शुरुआत 18 जनवरी से होनी थी लेकिन अब सीरीज की शुरुआत 21 जनवरी से होगी। तीन मैचों की वनडे सीरीज आईसीसी विश्व कप सुपर लीग का हिस्सा है। सीरीज के तीन मैच शेख जाएद स्टेडियम में 18, 21 और 23 जनवरी को खेले जाने थे लेकिन अब यह मैच 21, 24 और 26 जनवरी को इसी स्टेडियम में खेले जाएंगे।
क्रिकेट आयरलैंड के निदेशक रिचार्ड होल्डस्वर्थ ने कहा है कि वह नए कार्यक्रम को लेकर तैयार हैं।
होल्डस्वर्थ ने बुधवार को कहा, "हमने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के टूर को विस्तार देने की अपील को मान लिया है। हम समझते हैं कि अफगानिस्तान टीम के देर से आने और उनकी क्वारंटीन स्थिति को देखते हुए पुराना कार्यक्रम संभव नहीं हो सकेगा।"
उन्होंने कहा, "हम विश्व कप सुपर सीरीज को ध्यान में रखते हुए एक शानदार सीरीज के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। लेकिन इससे पहले हमारा ध्यान यूएई के साथ होने वाली चार मैचों की वनडे सीरीज पर है।"
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और आयरलैंड के बीच चार वनडे मैचों की सीरीज की शुरुआत शुक्रवार से हो रही है। (आईएएनएस)
पैसे की तंगी और कोरोनाकाल में टूर्नामेंट को लेकर संशय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 जनवरी। हॉकी के लिए मशहूर राजनांदगांव के राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित सर्वेश्वरदास हॉकी प्रतियोगिता का सालाना आयोजन खटाई में पड़ता दिख रहा है। आयोजन को लेकर प्रशासन और खिलाड़ी दुविधा में है। कोरोना काल के दौरान प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर अब तक स्थिति साफ नहीं हुई है। वहीं आर्थिक तंगी भी आयोजन में अड़चने पैदा कर रही है। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार से मिलने वाली आर्थिक सहायता को लेकर स्थिति साफ नहीं है। करीब 78 साल से राजनांदगांव में हर साल इस प्रतियोगिता में देश की नामचीन हॉकी टीमें भाग लेती रही हैं। नांदगांव को हॉकी का नर्सरी माना जाता है। यह टूर्नामेंट अखिल भारतीय स्तर की श्रेणी में काफी प्रतिष्ठित माना जाता है।
देशभर की प्रसिद्ध टीमें इस टूर्नामेंट में अपने खेल का जौहर दिखाने उत्सुक रहती है। बताया जा रहा है कि इस बार कोरोना ने आयोजन को संशय की स्थिति में डाल दिया है। अब तक टूर्नामेंट के लिए प्रशासन और आयोजन समिति के बीच कोई चर्चा नहीं हुई है।
इस संबंध में कलेक्टर एवं स्टेडियम समिति के अध्यक्ष टीके वर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि कोरोनाकाल की स्थिति का आंकलन कियाजा रहा है । परिस्थितियां अनुकूल होने पर आयोजन पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से मिलने वाली सहायता राशि भी अब तक नहीं मिली है। फिलहाल इस विषय पर चर्चा के बाद ही फैसला होगा।
बताया जा रहा है कि जनवरी के आखिरी और फरवरी के पहले सप्ताह के बीच हर साल आयोजन होता रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य में इस स्पर्धा को काफी पुराना माना जाता है। टूर्नामेंट की लोकप्रियता का आंकलन इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर का हर व्यक्ति जनवरी और फरवरी में टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर जुबानी चर्चाएं आपस में करता है। बताया जा रहा है कि हॉकी प्रतियोगिता नहीं होने की स्थिति में प्रशासन पर काफी दबाव बढ़ सकता है।
सिडनी, 7 जनवरी | यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन गुरुवार का खेल खत्म हो गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने स्टम्प्स तक दो विकेट खोकर 166 रन बना लिए हैं। दिन का खेल खत्म होने तक मार्नस लाबुशैन 67 और स्टीव स्मिथ 31 रन बनाकर मैदान में डटे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के लिए पदार्पण कर रहे विल पुकोवस्की ने 110 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 62 रनों की पारी खेली। उधर लाबुशैन ने अभी तक 67 रनों की अपनी पारी में 149 गेंदों का सामना किया और आठ चौके मारे।
भारत के लिए मोहम्मद सिराज और नवदीप सैनी ने एक-एक विकेट लिया।
बारिश के कारण पहले दिन सिर्फ 55 ओवरों का खेल ही संभव हो सका। (आईएएनएस)
कोलकाता, 7 जनवरी | बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली गुरुवार सुबह कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल से छूट गए हैं। अस्पताल से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा है 'मैं बिल्कुल ठीक हूं।' गांगुली को बीते शनिवार दो जनवरी को मामूली दिल का दौरा पड़ा था। इसके बाद उन्हें वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उनकी एंजियोप्लास्टी की गई थी।
गांगुली ने अस्पताल से बाहर आने के बाद कहा, "मैं ईलाज के लिए अस्पताल के डॉक्टरों का शुक्रिया अदा करता हूं। मैं बिल्कुल ठीक हूं। उम्मीद है कि मैं जल्दी उड़ान भर सकूंगा।"
उन्होंने अपने बचपन के दोस्त जॉयदीप का भी इस मुश्किल समय में साथ खड़े रहने के लिए शुक्रिया अदा किया।
गांगुली ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "तुमने बीते पांच दिनों में जो मेरे लिए किया है वो मैं कभी नहीं भूलूंगा.. मैं तुम्हें 40 साल से जानता हूं और अब यह परिवार से ज्यादा हो गया है।"
पूर्व भारतीय कप्तान की देखरेख के लिए अस्पताल ने नौ सदस्यीय टीम का गठन किया था।
अस्पताल ने गुरुवार सुबह बुलेटिन में बताया, "ईलाज करने वाले डॉक्टर उनके स्वास्थ पर निगरानी रख रहे हैं और समय-समय पर घर पर भी उन्हें उपयुक्त ईलाज मुहैया कराएंगे।" (आईएएनएस)
सिडनी, 7 जनवरी| आस्ट्रेलिया की क्लेयर पोलोसाक यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में चौथे अंपायर की भूमिक निभा रही हैं। वह पुरुष टेस्ट मैच में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला अंपायर बन गई हैं। पोलोसाक के साथ पॉल राइफल, पॉव विल्सन, ब्रूस ओक्सेनफोर्ड और डेविड बून इस मैच में अंपायरिंग कर रहे हैं।
32 साल की पोलोसाक पुरुष मैच में मैदानी अंपायर की भूमिका भी निभा चुकी हैं। उन्होंने आईसीसी डिविजन 2 लीग में नामीबिया और ओमान के बीच विंडहोएक में 2019 में खेले गए वनडे मैच में अंपायरिंग की थी। इसी के साथ वह पुरुष वनडे मैच में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला अंपायर बनी थीं।
पोलोसाक का अंपायरिंग करियर 2015 में शुरू हुआ था। उन्हें थाईलैंड में खेली गए आईसीसी महिला टी-20 क्वालीफाइंग टूर्नामेंट से अपने अंपयारिंग करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह भारत में खेले गए टी-20 विश्व कप में अंपायर नियुक्त की गई थीं।
इसके एक साल बाद नवंबर में पोलोसाक ने कैनबरा में आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए मैच में महिला वनडे पदापर्ण किया था। इसके बाद ग्रेट ब्रिटेन में 2017 में खेले गए वनडे विश्व कप में भी उन्होंने शिरकत की थी।
पोलोसाक को फिर नवंबर-2018 में वेस्टइंडीज में खेले गए टी-20 विश्व कप में अंपायरिंग करने का नियुक्त किया था।
पोलोसाक ने अभी तक 17 महिला वनडे मैचों में अंपायरिंग की है। इसके अलावा 33 महिला टी-20 मैचों में अंपायरिंग की है। पोलोसाक 2018 से आईसीसी डेवलपमेंट पैनल में हैं। (आईएएनएस)
सिडनी, 7 जनवरी (आईएएनएस)| भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज गुरुवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर आस्ट्रेलिया के साथ शुरू हुए तीसरे टेस्ट मैच से पहले राष्ट्रगान गाते समय भावुक हो गए। सिराज ने अपने आंसुओं को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह रोक नहीं पाए। बाद में वह दोनों हाथों से आंसू पोंछते हुए नजर आए। इसका एक छोटा वीडियो क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू के ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट किया गया है।
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, "अगर मैदान पर दर्शक हो या कम दर्शक हो, फिर भी भारत के लिए खेलने से बड़ी प्ररेणा कुछ नहीं हो सकती। एक महान खिलाड़ी ने कहा था कि, आप दर्शकों के लिए नहीं बल्कि देश के लिए खेलते हो।"
सिराज ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट से खेल के लंबे प्रारूप में पदार्पण किया था और पांच विकेट ले कर टीम को जीत दिलाने में मदद की थी।
भारतीय टीम नवंबर में आस्ट्रेलियाई आई थी। इसके तकरीबन एक सप्ताह बाद ही सिराज के पिता का निधन हो गया था। उन्हें भारत लौटने का विकल्प दिया गया था लेकिन उन्होंने आस्ट्रेलिया में ही रहने का फैसला किया।
सिडनी, 7 जनवरी | आस्ट्रेलिया ने यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर गुरुवार को शुरू हुए तीसरे टेस्ट मैच में टी ब्रेक तक अपनी पहली पारी में एक विकेट पर 93 रन बना लिए हैं। डेब्यूमैन विल पुकोवस्की 54 और मार्नस लाबुशैन 34 रनों पर खेल रहे हैं। पुकोवस्की डेब्यू टेस्ट में अर्धशतक लगाने वाले आस्ट्रेलिया के 92वें खिलाड़ी बन गए हैं।
भारतीय खिलाड़ियों द्वारा चार जीवनदान पाने वाले इस युवा खिलाड़ी ने अपनी 100 गेंदों की पारी में चार चौके लगाए हैं जबकि लाबुशैन अब तक 78 गेंदों का सामना कर पांच चौके लगा चुके हैं।
भारत ने टॉस हारने के बाद पहले गेंदबाजी करते हुए चौथे ओवर की तीसरी गेंद पर ही डेविड वार्नर (5) का विकेट गिरा दिया था। वार्नर का विकेट मोहम्मद सिराज ने लिया।
इसके बाद आठवें ओवर की पहली गेंद के बाद आई बारिश ने खेल में लम्बा व्यवधान डाला। पहले सत्र में सिर्फ 7.1 ओवर का खेल हो सका था, जिसमें आस्ट्रेलिया ने एक विकेट पर 27 रन बनाए थे। पुकोवस्की 14 और मार्नस लाबुशैन दो रनों पर नाबाद थे।
दूसरे सत्र का खेल निर्धारित समय पर नहीं शरू हो सका। मैदान गीला था। जब खेल शुरू हुआ तो पुकोवस्की और लाबुशैन ने सम्भलकर अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की।
इस दौरान हालांकि पुकोवस्की को चार जीवनदान मिले। उन्हें 22वें ओवर की अंतिम गेंद पर रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर विकेटकीपर ऋषभ पंत ने जीवनदान दिया। पंत ने उनका कैच गिरा दिया।
इसके अलावा पंत ने सिराज द्वारा फेंके गए 25वें ओवर की अंतिम गेंद पर एक बार फिर पुकोवस्की को जीवनदान दिया। यही नहीं, टी ब्रेक से पहले पुकोवस्की जब 42 पर खेल रहे थे तब वह रन आउट होने से बाल-बाल बचे। हालांकि इसका फायदा उठाते हुए पुकोवस्की ने भारत के डेब्यूमैन नवदीप सैनी के पहले ही ओवर में लगातार दो चौके लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया।
बारिश के कारण जाया हुए समय की भरपाई के लिए इस मैच के शेड्यूल में कुछ पविर्तन किया किया गया है। खेल आस्ट्रेलियाई समयानुसार शाम 6.30 बजे (13 बजे आईएसएटी) तक चलेगा।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 6 जनवरी | भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली छह महीने बाद एक बार फिर से हितों के टकराव के मामले में फंस सकते हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कोहली को गैलेक्टस फनवेयर टेक्नोलॉजी ने 33.32 लाख रुपये कंपलसरी कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (सीसीडी) आवंटित किए हैं। यह कंपनी ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म मोबाइल प्रीमियर लीग (एमपीएल) का मालिकाना हक रखती है, जिसके ब्रांड एंबेडसर कोहली हैं।
बीसीसीआई ने पिछले साल नवंबर में एमपीएल स्पोर्ट्स को भारतीय क्रिकेट टीम का नया किट स्पॉन्सर और आधिकारिक व्यापारिक साझीदार घोषित किया था। गैलेक्टस कंपनी ने फरवरी 2019 में कोहली को सीसीडी जारी किए थे।
रिपोर्ट के अनुसार, जब फरवरी 2019 में कोहली को गैलेक्टस कंपनी ने सीसीडी जारी किए थे तो उन्होंने कॉर्नरस्टोन स्पोर्ट एंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को भी 16.66 लाख रुपये के 34 सीसीडी जारी किए थे।
बोर्ड के अधिकारियों ने कहा है कि यह मामला बीसीसीआई के एथिक्स ऑफिसर जस्टिस डीके जैन अंतर्गत आता है।
एक अधिकारी ने कहा, "यह मामला लोकपाल न्यायमूर्ति डीके जैन के दायरे में आता है। जहां तक बोर्ड का सवाल है, यह बहुत कुछ नहीं कर सकता। इसके अलावा, यह एक बहुत छोटा, महत्वहीन निवेश प्रतीत होता है और एमपीएल को अधिकार मिलने से डेढ़ साल पहले किया गया था। यह साबित करना मुश्किल है कि क्या वह जानता था कि यह कंपनी बीसीसीआई की किट में निवेश करेगी। 0.051 प्रतिशत हिस्सेदारी भी उन्हें बहुत प्रभावित नहीं करती है और कंपनी में कोई भी निदेशक / मालिक सह-मालिक नहीं है या कोहली के साथ किसी अन्य कंपनी के सह-निदेशक हैं।" (आईएएनएस)
बैंकॉक, 6 जनवरी | भारतीय बैडमिंटन टीम के खिलाड़ियों ने कोविड-19 टेस्ट में निगेटिव आने के बाद थाईलैंड में बुधवार को अपनी ट्रेनिंग शुरू कर दी। थाईलैंड में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों को लगातार तीन टूर्नामेंट में भाग लेना है। इससे पहले, विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने कहा कि ग्रीन जोन में शामिल सभी 824 प्रतिभागी कोविड-19 टेस्ट में निगेटिव पाए गए हैं। ग्रीन जोन में भारतीय टीम के अलावा सभी खिलाड़ियों और हितधारकों, जैसे अंपायर, लाइन जज, बीडब्ल्यूएफ के स्टाफ, थाईलैंड बैडबिंटन संघ, मेडिकल स्टाफ और टीवी प्रोडक्शन स्टाफ शामिल है।
इस बीच, भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने ट्विटर पर कहा है कि भारतीय टीम के लिए जिम का समय दोपहर दो से तीन बजे तक के लिए आवंटित किया गया है और ट्रेनिंग का समय शाम के सात बजे से रात आठ बजे तक का है।
बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर सुपर 1000 टूर्नामेंट और बीडब्ल्यूएफ वल्र्ड टूर फाइनल्स में हिस्सा लेने के लिए भारतीय बैडमिंटन टीम पिछले सप्ताह थाईलैंड पहुंची थी।
भारतीय टीम में ओलंपिक के पदक की दावेदार सायना नेहवाल, किदांबी श्रीकांत और बी. साई प्रणीत शामिल हैं जबकि विश्व चैम्पियन पीवी सिंधु इंग्लैंड से सीधे थाईलैंड पहुंची थीं। सिंधु अक्टूबर से ही इंग्लैंड में ट्रेनिंग कर रही थीं।
पहला थाईलैंड ओपन 12 से 17 जनवरी तक जबकि दूसरा थाईलैंड ओपन 19 से 24 जनवरी तक खेला जाना है। इसके बाद 27 जनवरी से वल्र्ड टूर फाइनल्स की शुरूआत होगी, जो 31 जनवरी तक चलेगी।
कोरोना वायरस महामारी के बाद से भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों का यह पहला टूर्नामेंट होगा। हालांकि श्रीकांत अक्टूबर में डेनमार्क ओपन में खेले थे।
टीम में स्टार पुरुष युगल जोड़ी सात्विकसाइराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी तथा युगल खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी भी हैं। उनके अलावा एच एस प्रणॉय, पारुपल्ली कश्यप, समीर वर्मा, ध्रुव कपिला और मनु अत्री भी टीम के साथ गए हैं।
इससे पहले, ओलंपिक पदक विजेता भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ने थाईलैंड में होने वाले आगामी टूर्नामेंटों से पहले कई तरह के नियमों को लेकर मंगलवार को बीडब्ल्यूएफ की आलोचना की थी।
सायना का पिछले साल मार्च में आल इंग्लैंड के बाद से पहला बैडमिंटन टूर्नामेंट होगा।
सायना ने ट्वीट में लिखा था, " टेस्ट में सभी के निगेटिव आने के बाद भी फिजियो और प्रशिक्षक हम से नहीं मिल सकते? हम चार सप्ताह तक खुद को फिट कैसे रखेंगे। हम बेहतर स्थिति में टूर्नामेंट खेलना चहते हैं। कृपया इसका हल निकालें।"
सायना के इस सवाल पर बीडब्ल्यूएफ ने कहा है कि यह व्यवस्था केवल पहले तीन दिन तक के लिए ही था कि खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू करने से पहले अपने स्पोर्ट स्टाफ से नहीं मिल सकते हैं। (आईएएनएस)