राष्ट्रीय
लखनऊ, 29 अप्रैल । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नामांकन भरने से पहले लखनऊ में हनुमान सेतु मंदिर में पूजा की। उन्होंने भगवान शिव का जलाभिषेक किया और हनुमान मंदिर में दर्शन किए।
यहां से वह पार्टी रथ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व अन्य नेताओं के साथ नामांकन के लिए रवाना होंगे। नामांकन से पहले जुलूस भी निकाला जाएगा।
इस दौरान मोहनलालगंज से भाजपा प्रत्याशी कौशल किशोर भी मौजूद रहेंगे और अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
सोमवार सुबह से ही लखनऊ में पार्टी कार्यालय के बाहर समर्थकों का हुजूम देखने को मिला। ढोल नगाड़े के साथ लोग जुलूस में शामिल होने के लिए उत्साहित नजर आ रहे हैं।
मुस्लिम महिलाएं भी स्वागत के लिए पहुंची।
लखनऊ संसदीय सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए रविवार रात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ पहुंचे।
(आईएएनएस)
भोपाल, 29 अप्रैल । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव का प्रचार जोरों पर है। दो चरणों का मतदान हो भी चुका है, मगर राज्य के कुछ चर्चित चेहरे प्रचार करते नजर नहीं आ रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि क्या इन नेताओं ने अपने को प्रचार से दूर रखा है या पार्टी उनसे प्रचार कराने में रुचि नहीं दिखा रही है।
राज्य में लोकसभा की कुल 29 सीटें हैं, जहां चार चरणों में मतदान हो रहा है। पहले दो चरण का मतदान 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को 12 सीटों पर हो चुका है। आगे दो चरणों में 17 संसदीय क्षेत्र में मतदान होना है।
राज्य की सियासत पर गौर करें तो बीते लगभग ढाई दशक में संभवत यह पहला ऐसा चुनाव है जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, पूर्व मंत्री और सिंधिया राजघराने से नाता रखने वाली यशोधरा राजे सिंधिया और भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर प्रचार करते नजर नहीं आ रही हैं।
इन तीनों महिला नेताओं के सियासी सफर पर गौर करें तो उमा भारती और प्रज्ञा ठाकुर की पहचान कट्टर हिंदूवादी नेता की रही है, वहीं यशोधरा राजे सिंधिया का नाता सिंधिया राजघराने से है।
उमा भारती की बात करें तो वे केंद्रीय मंत्री रही हैं और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की भी जिम्मेदारी निभा चुकी हैं। उनकी पिछड़े वर्ग में गहरी पैठ है और वह स्वयं लोधी वर्ग से आती हैं। राम मंदिर के आंदोलन में उनकी बड़ी भूमिका रही, वहीं वे हिंदूवादी राजनीति का बड़ा चेहरा भी हैं। उनका राज्य के कई हिस्सों में प्रभाव रहा है।
इसी तरह भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर भी हिंदूवादी चेहरा हैं और वह हमेशा अपने बयानों के कारण चर्चा में रहती हैं। उधर, पूर्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का प्रभाव ग्वालियर तथा चंबल क्षेत्र के कई स्थानों पर है।
भाजपा चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंके हुए है और राष्ट्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक के नेताओं को अलग-अलग हिस्सों के प्रचार की कमान सौंपी गई है। लेकिन भाजपा के ये तीन बड़े चेहरे चुनाव प्रचार में नजर नहीं आ रहे हैं।
सवाल उठ रहा है कि क्या इन नेताओं की उम्मीदवारों की ओर से मांग नहीं आई या पार्टी इनका उपयोग नहीं करना चाहती। इन नेताओं ने भी अपनी ओर से प्रचार में दिलचस्पी नहीं दिखाई है।
--(आईएएनएस)
जम्मू, 29 अप्रैल जम्मू कश्मीर के अनेक हिस्सों में रात को बारिश के बाद भूस्खलन की अनेक घटनाओं के मद्देनजर सोमवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
कश्मीर को देशभर से जोड़ने वाले इस राजमार्ग पर रामबन जिले के मेहर, गांगरू, मोम पस्सी और किश्तवाड़ी पाथेर में भूस्खलन की घटनाओं के बाद यातायात बंद कर दिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि बारिश जारी होने की वजह से मरम्मत का काम नहीं हो पा रहा है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि जब तक राजमार्ग से मलबा साफ नहीं हो जाता, तब तक यहां से गुजरने से बचें।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू के पुंछ और राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग मुगल रोड भी पीर की गली और आसपास के क्षेत्रों में हिमपात की वजह से तीसरे दिन भी बंद रहा।
लगातार बारिश के बीच किश्तवाड़ में अधिकारियों ने जिले के विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि रविवार को हुंजाला में नायगड़ जल आपूर्ति योजना के 250 मिलीमीटर के मुख्य पाइप के क्षतिग्रस्त होने के बाद किश्तवाड़ शहर में जल आपूर्ति रुक गई थी जिसे बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि किश्तवाड़ के बाशा-सिंबूल गांव में भूस्खलन से दो मकान ढह गए, वहीं रामबन और सांबा जिलों में रात में बारिश तथा आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में बड़ी संख्या में मवेशी मारे गए।
जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में सोमवार को दूसरे दिन भी बारिश हो रही है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 29 अप्रैल उच्चतम न्यायालय ने धन शोधन मामले में पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए गए तमिलनाडु के पूर्व मंत्री वी. सेंथिल बालाजी की जमानत याचिका पर सुनवाई सोमवार को छह मई तक के लिए स्थगित कर दी।
निदेशालय की ओर से पेश एक वकील ने इस आधार पर सुनवाई स्थगित करने का अनुरोध किया कि सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता उपलब्ध नहीं हैं। इसके बाद न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां की पीठ ने मामले की सुनवाई स्थगित कर दी।
वकील ने पीठ को बताया कि उन्होंने इस मामले में अपना जवाब दाखिल कर दिया है।
बालाजी की ओर से पेश वरिष्ठ वकील आर्यमा सुंदरम ने पीठ से मामले की सुनवाई करने का आग्रह किया और दलील दी कि उनके मुवक्किल 320 दिन से जेल में हैं।
पीठ ने कहा कि उसने मामले में निदेशालय का जवाब पढ़ा नहीं है और उसने सुनवाई के लिए छह मई की तारीख तय की।
न्यायालय ने बालाजी की जमानत याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय से एक अप्रैल को जवाब मांगा था।
इससे पहले, मद्रास उच्च न्यायालय ने 28 फरवरी को बालाजी की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा था कि अगर उन्हें इस तरह के मामले में जमानत पर रिहा किया जाता है तो इससे गलत संदेश जाएगा और यह वृहद जनहित के खिलाफ होगा।
उसने कहा था कि चूंकि याचिकाकर्ता (आरोपी) लगभग आठ महीने से हिरासत में है इसलिए धन शोधन मामलों की सुनवाई कर रही विशेष अदालत को दैनिक आधार पर सुनवाई कर इसे तीन महीने के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए जाते हैं।
उच्च न्यायालय ने आदेश दिया था कि मुकदमे की सुनवाई उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए दिशा निर्देशों के अनुसार नियमित आधार पर की जाए।
प्रवर्तन निदेशालय ने ‘नकदी के बदले नौकरी’ घोटाले में 14 जून 2023 को सेंथिल बालाजी को गिरफ्तार किया था। यह घोटाला पूर्ववर्ती अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषमग (अन्नाद्रमुक) सरकार के कार्यकाल का है। उस समय बालाजी परिवहन मंत्री थे।
ईडी ने पिछले साल 12 अगस्त को बालाजी के खिलाफ 3,000 पृष्ठों का आरोप पत्र दाखिल किया था।
उच्च न्यायालय ने पहले भी 19 अक्टूबर को बालाजी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। एक स्थानीय अदालत ने भी तीन बार उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। (भाषा)
लखनऊ, 29 अप्रैल भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को लखनऊ संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य मुख्यालय से प्रमुख नेताओं और समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
निर्वाचन अधिकारी के समक्ष सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी की उपस्थिति में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
सिंह ने सबसे पहले 2014 में लखनऊ सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और विजयी हुए। 2019 में भी यहां से उन्होंने अपनी जीत बरकरार रखी। रक्षा मंत्री तीसरी बार लखनऊ से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी प्रतिष्ठित लखनऊ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।
भाजपा मुख्यालय से सिंह जब नामांकन पत्र दाखिल करने निकले तो उनके साथ योगी आदित्यनाथ, पुष्कर सिंह धामी, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक समेत कई प्रमुख नेता थे।
लखनऊ में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। (भाषा)
बीते करीब एक साल से जातीय हिंसा से जूझ रहे पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नए सिरे से जो हिंसा शुरू हुई थी वह चुनाव के बाद भी जारी है.
डॉयचे वैले पर प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-
पहले दौर के मतदान के दौरान भी कई इलाकों से ईवीएम में तोड़-फोड़, वोटरों को धमकाने और हिंसा की कई खबरें सामने आई थी. इन घटनाओं के कारण 11 मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान कराया गया था. अब दूसरे दौर का मतदान खत्म होते ही उपद्रवियों के हमले में सीआरपीएफ के दो जवानों की मौत हो गई है और कई अन्य घायल हैं. राज्य में केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. विश्लेषकों का कहना है कि लोगों में पुलिस और केंद्रीय बलों की भूमिका के प्रति भारी नाराजगी है. लोगों में उनके प्रति घटते भरोसे के कारण उन पर हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं. पहले भी कई जगह महिलाओं ने केंद्रीय बल के जवानों को अपने इलाके में नहीं घुसने दिया था.
बीते साल शुरू हुई हिंसा के बाद अब तक हत्या और आगजनी के आरोप में छह हजार से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं और करीब दो सौ लोग गिरफ्तार किए गए हैं. फिलहाल इस छोटे-से पर्वतीय राज्य में 36 हजार सुरक्षाकर्मी और 40 आईपीएस अधिकारियों को तैनात किया गया है. इसके अलावा 129 सुरक्षा चौकियों की भी स्थापना की गई है.
हिंसा से बढ़ी चिंताएं
मणिपुर में बहुसंख्यक मैतेई तबके को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की हाईकोर्ट की सिफारिश के बाद राज्य में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क गई थी. तब से अब तक इस हिंसा में कम-से-कम 219 लोगों की जान जा चुकी है. इसमें करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ जबकि हजारों लोग बेघर हो चुके हैं. कम से कम 50 हजार लोग बीते साल से ही राजधानी इंफाल समेत विभिन्न स्थानों पर बने राहत शिविरों में दिन काट रहे हैं. चुनाव आयोग ने ऐसे लोगों के मतदान के लिए खास इंतजाम किया था.
राज्य में लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद नए सिरे से हिंसा शुरू हो गई थी. उसके बाद लोकसभा चुनाव पर सवाल खड़े हो गए थे. राजनीतिक हलकों में पूछा जा रहा था कि जब इतनी बड़ी तादाद में केंद्रीय बलों की तैनाती के बावजूद अगर हिंसा पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है तो फिर तटस्थ और हिंसा-मुक्त चुनाव कैसे कराया जा सकता है. पहले दौर के मतदान से महज पांच दिन पहले ही हिंसा की एक घटना में कुकी समुदाय के दो लोगों की मौत हो गई थी. उससे पहले कांग्रेस की एक चुनावी बैठक में हुई फायरिंग में तीनलोग घायल हो गए थे. हिंसा में कुकी समुदाय के दो लोगों की हत्या के विरोध में कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी ने कांगपोक्पी जिले में 13 अप्रैल को 24 घंटे का बंद भी बुलाया था.
सुरक्षा बलों पर बढ़ते हमले
इस साल जनवरी से ही राज्य में सुरक्षाबलों पर हमले की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. म्यांमार की सीमा से सटे राज्य के मोरे इलाके में बीती 17 जनवरी को उग्रवादियों की ओर सेसुरक्षाबलों की गाड़ी पर हुए एक हमले में दो जवानों की मौत हो गई थी. इस झड़प में अलावा वहां कुकी समुदाय की एक महिला की भी मौत हो गई थी. पुलिस के मुताबिक, कुकी समुदाय के उग्रवादियों ने मोरे में सुरक्षाबलों की एक चौकी पर बम फेंके और फायरिंग की थी. उसके बाद बीती 15 फरवरी को मणिपुर के चूड़ाचांदपुर जिले में होने वाली हिंसा में भी दो लोगों की मौत हो गई थी. तब एक पुलिस कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करने के विरोध में सैकड़ों लोगों की भीड़ ने देर रात जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के दफ्तर पर धावा बोल दिया था. भीड़ ने पथराव और आगजनी भी की. परिस्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई और करीब 50 लोग घायल हुए थे. चूड़ाचांदपुर कुकी बहुल इलाका है.
उसके बाद 27 फरवरी को एक कट्टरपंथी मैतेई संगठन आरामबाई टेनग्गोल ने अपने कुछ सदस्यों की गिरफ्तारी के विरोध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के सरकारी आवास पर धावा बोलकर उनको और एक अन्य पुलिसकर्मी का अपहरण कर लिया था. बाद में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान के बाद उनको बचा लिया गया था. लेकिन इस घटना ने राज्य पुलिस में बगावत के आसार पैदा हो गए थे. तमाम सुरक्षाकर्मियों ने अपने हथियार जमीन पर रख कर इस घटना के प्रति विरोध जताया था.
चुनावी समीकरण
राज्य में लोकसभा की दो सीटें हैं—इनर मणिपुर और आउटर मणिपुर. बीते साल से जारी जातीय हिंसा को ध्यान में रखते हुए राज्य के तमाम मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया था. आउटर मणिपुर इलाका कुकी और नागा बहुल है जबिक इनर मणिपुर में मैतेई समुदाय के लोग ही ज्यादा है. पिछली बार बीजेपी ने इनर मणिपुर सीट जीती थी. लेकिन आदिवासी बहुल आउटर मणिपुर सीट पर नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) उम्मीदवार की जीत हुई थी. राज्य में असामान्य हालात की वजह से आदिवासियों के लिए आरक्षित आउटर मणिपुर सीट पर दो चरणों में 19 और 26 अप्रैल को मतदान हुआ. इनर मणिपुर सीट के लिए 19 अप्रैल को एक चरण में ही वोट डाले गए थे. लेकिन सबसे ज्यादा हिंसा और धांधली उसी दौरान हुई.
बीजेपी ने इनर मणिपुर सीट पर इस बार पिछली बार के विजेता डॉ. राजकुमार सिंह के बदले टी. बसंत कुमार सिंह को टिकट दिया था. लेकिन आउटर मणिपुर सीट पर उसने अपने सहयोगी नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) का समर्थन करने का एलान किया था. बीजेपी की सहयोगी एनपीएफ ने आउटर मणिपुर सीट पर भारतीय राजस्व सेवा के पूर्व अधिकारी के.टिमोथी जिमिक को उम्मीदवार बनाया था. कांग्रेस ने इनर मणिपुर सीट पर जेएनयू के प्रोफेसर ए. बिमल अकोईजम और आउटर मणिपुर सीट पर पूर्व विधायक अल्फ्रेड कंगम आर्थर को मैदान में उतारा था.
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मणिपुर में फिलहाल चुनाव के लायक माहौल नहीं था. तमाम राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने राज्य में चुनाव टालने की अपील की थी. लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा. अब इस चुनाव ने नए सिरे से हिंसा और अशांति पैदा कर दी है. (dw.com)
कोटा, 28 अप्रैल। राजस्थान के कोटा से आठ दिन पहले लापता हुई 20-वर्षीया नीट (राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा) अभ्यर्थी का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है।
पुलिस ने कहा कि महिला अभ्यर्थी का पता लगाने के लिए अलग-अलग टीम भेजी गई हैं और उसकी तलाश अब भी जारी है।
उत्तर प्रदेश के कौशांबी नगर की रहने वाली तृप्ति सिंह एक साल से यहां एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में नीट की तैयारी कर रही थी। वह कोटा के गोबरियाबावड़ी इलाके में एक पीजी में रहती थी।
इक्कीस अप्रैल को तृप्ति अपना कोचिंग सेंटर छोड़ने के बाद से पीजी रूम में नहीं लौटी।
पीजी के केयरटेकर की शिकायत पर 23 अप्रैल को अनंतपुरा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
पुलिस उपाधीक्षक मनीष शर्मा ने रविवार को कहा कि महिला का मोबाइल फोन लगातार बंद आ रहा है। (भाषा)
देहरादून, 28 अप्रैल। उत्तराखंड के जंगलों में भड़की आग बुझाने का अभियान रविवार को दूसरे दिन भी वायु सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से जारी रहा और अनेक स्थानों पर वनाग्नि पर काबू पा लिया गया जबकि गढ़वाल के खिर्सू में जंगल में आग लगाने की कोशिश करते पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया।
वन अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में हल्द्वानी, नैनीताल और चंपावत वन प्रभागों के जंगलों समेत प्रदेश के विभिन्न वन क्षेत्रों में भड़की आग को बुझाने के प्रयास युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं।
वन विभाग द्वारा जारी दैनिक बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में प्रदेश भर में वनाग्नि की आठ नई घटनाएं सामने आयीं जिनमें से चार कुमाउं क्षेत्र में, दो गढ़वाल क्षेत्र में और दो अन्य वन्यजीव क्षेत्रों में हैं । इन घटनाओं में 11.75 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ।
अपर प्रमुख वन संरक्षक, वनाग्नि और आपदा प्रबंधन, निशांत वर्मा ने बताया कि भारतीय वन सर्वेक्षण की ओर से सुबह चंपावत, नैनीताल और हल्द्वानी वन प्रभाग में आग लगने का अलर्ट मिला था।
उन्होंने बताया कि उनमें 60 प्रतिशत से ज्यादा जगहों पर आग बुझाई जा चुकी है जबकि बाकी स्थानों पर आग बुझाने के प्रयास जारी हैं।
वर्मा ने कहा कि प्रदेश में वनाग्नि की स्थिति नियंत्रण में है ।
कुमांउ क्षेत्र में वनाग्नि की स्थिति का शनिवार रात जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि नैनीताल के आस पास के जंगलों में लगी आग भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है।
नैनीताल के पास लड़ियाकाटा और पाइन्स के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए एक एमआई-17 वी 5 हेलीकॉप्टर की सहायता ली गयी । शुक्रवार सुबह लगी आग शाम तक पाइन्स स्थित हाईकोर्ट कॉलोनी के पास तक पहुंच गयी थी तथा उससे क्षेत्र में यातायात भी प्रभावित हो रहा था।
आग के वायु सेना के एक बेस के पास पहुंचने की आशंका को देखते हुए हेलीकॉप्टर की सेवाएं ली गयीं जिसने नैनी झील और भीमताल से पानी लेकर प्रभावित क्षेत्र में डाला।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि यह आग अब बुझ चुकी है ।
कुमाउं आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि प्रभावित वन क्षेत्रों में आग बुझाने के लिए वनकर्मियों के साथ ही हर वन प्रभाग को अतिरिक्त सरकारी वाहन उपलब्ध कराए गए हैं ।
रावत ने कहा कि वनाग्नि को बुझाने में वन पंचायत अधिकारियों के साथ ही स्थानीय लोगों की भी सहायता ली जा रही है क्योंकि वे ही इसके 'फर्स्ट रिस्पांडर' होते हैं।
गढ़वाल के प्रभागीय वन अधिकारी स्वप्निल अनिरूद्ध ने पौडी में संवाददाताओं को बताया कि वनाग्नि के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए वन विभाग के कर्मचारी पहाड़ों में गांव-गांव जा रहे हैं ।
उनके मुताबिक, लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है कि आसपास के क्षेत्र में जंगल में आग लगने की सूचना तत्काल वन अधिकारियों तक पहुंचाए ।
उन्होंने बताया कि उनसे खुले में कूड़ा न जलाने तथा जली सिगरेट या बीड़ी के टुकड़े लापरवाही से इधर-उधर न फेंकने को कहा जा रहा है ।
इसके अलावा, अपने मवेशियों के लिए नई घास उगाने के लिए उत्तराखंड में जंगलों में आग लगाने की प्रथा भी है।
अपर मुख्य वन संरक्षक वर्मा ने बताया कि लोगों में जागरूकता फैलाने के साथ ही जानबूझकर आग लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है ।
उन्होंने बताया कि रविवार को गढ़वाल वन प्रभाग की खिर्सू रेंज में जंगलों में आग लगाने की कोशिश करते पांच लोगों को वनकर्मियों ने गिरफ्तार किया।
वर्मा ने बताया कि इनके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जा रहा है ।
उन्होंने बताया कि इससे पहले, प्रदेश में 196 लोगों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है ।
वर्मा के मुताबिक, 23 व्यक्तियों के विरूद्ध नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है और 29 लोगों की गिरफ्तारी भी की गयी है ।
उधर, मुख्यमंत्री ने वनाग्नि पर पूरी तरह नियंत्रण न होने तक वन विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी रदद कर दी हैं । धामी ने कहा कि केवल गंभीर बीमारियों की स्थिति में ही छुट्टी दी जाएगी । (भाषा)
नई दिल्ली, 27 अप्रैल । दिल्ली में एमसीडी स्कूलों की दयनीय हालत को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा है।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि दिल्ली में न लाखों बच्चे सुरक्षित हैं और ना ही लाखों बच्चों का भविष्य सुरक्षित है, बल्कि यहां तो सिर्फ शराब घोटाले के सरगना को राजनीतिक रूप से सुरक्षित रखने का ही प्रयास किया जा रहा है।
अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल द्वारा चुनाव प्रचार और रोड शो करने के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह सवाल तो आम आदमी पार्टी के पुराने और वरिष्ठ नेताओं से पूछना चाहिए कि सुनीता केजरीवाल का राजनीतिक अनुभव कितना है और उन्होंने कितने दिनों तक काम किया है और वह उन्हें स्टार प्रचारक बनाने को लेकर क्या सोचते हैं।
आप के राजनीतिक अभियान 'जेल का जवाब वोट से' देने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह सिद्धांत 2014 से पहले वह तब क्यों नहीं लागू करते थे जब वे सोनिया गांधी और शरद पवार का इस्तीफा मांगा करते थे और जहां तक वोट की बात है, जनता ने 2014 और 2019 में जवाब दे दिया था। विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव में आप की जमानत तक जब्त हो गयी थी, जनता ने जवाब दे दिया है और अब इन्हें कोर्ट को जवाब देना है।
इससे पहले उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल को कहा है कि उन्होंने अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा और हितों को देश हित के ऊपर रखा है, सत्ता के लालच में वे देश के भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं और पढ़ने वाले बच्चों के हितों के बजाय अपने राजनीतिक हितों को सबसे ऊपर रख रहे हैं।
पूनावाला ने आप के इतिहास और वर्तमान को जोड़ते हुए कहा कि झाड़ू से दारू तक, स्वराज से शराब तक, अन्ना हजारे से लालू यादव तक पहुंचने वाले और इंडिया अगेंस्ट करप्शन से शुरुआत करने वाले आज इंडी गठबंधन और भ्रष्टाचार तक पहुंच गए।
उन्होंने कहा कि यह दिल्ली का दुर्भाग्य है कि एक व्यक्ति कट्टर बेशर्मी और निर्लज्जता से तिहाड़ से सरकार चला रहा है। कोर्ट ने इसकी सख्त आलोचना की है, लेकिन उसके बाद भी वह सत्ता के लालच में निर्लज्जता से सत्ता में बने हुए हैं।
दिल्ली के एमसीडी स्कूलों की दयनीय हालत का जिक्र करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह सब केजरीवाल और आप सरकार के अंदर आते हैं। स्कूलों की दयनीय हालत के लिए हाई कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री सौरभ भारद्वाज को कड़ी फटकार लगाई है। कोर्ट ने भारद्वाज को यह भी कहा कि वह सिर्फ घड़ियाली आंसू ही बहाते हैं। हाई कोर्ट भी यह सवाल पूछ रहा है कि वह कितने दिन तक जेल में रहकर सरकार चलाएंगे ?
आप के सियासी धर्मांतरण की बात कहते हुए पूनावाला ने पूछा कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का इस्तीफा लेने वाले अरविंद केजरीवाल स्वयं इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे ? और आखिर वह कब तक तिहाड़ से सरकार चलाते रहेंगे ? भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों की इस दयनीय हालत पर दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी के बाद आम आदमी पार्टी को विक्टिमहुड कार्ड खेलने की बजाय अपना रिपोर्ट कार्ड देना चाहिए क्योंकि यह स्पष्ट हो गया है कि जिसको विज्ञापन के माध्यम से वर्ल्ड क्लास एजुकेशन मॉडल बताया जा रहा था,उसकी वास्तविक हालत कितनी दयनीय और खस्ता है।
(आईएएनएस)
चित्तौड़गढ़, 27 अप्रैल । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी रहे सीपी जोशी ने दावा किया कि प्रदेश की सभी 25 सीटों पर भाजपा की जीत होगी व नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी शुक्रवार को दूसरे चरण का मतदान संपन्न होने के बाद शनिवार को चुनाव कार्यालय पर पार्टी के पदाधिकारियो और कार्यकर्ताओं से मिले। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर विश्वास व्यक्त किया है। उन्होंने इसके लिए प्रदेश की जनता का आभार जताया।
उन्होेंने कहा कि प्रथम चरण में प्रदेश में कम मतदान हुआ, इसका प्रमुख कारण कांग्रेस के प्रति आमजन की उदासीनता रही। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में मतदाताओं ने उत्साह के साथ मतदान किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि किसी सेना का सेनापति अगर मैदान छोड़ कर भाग जाए तो उस सेना का क्या होगा। प्रदेश में कांग्रेस की हालत यह थी कि उनके नेताओं को पकड़-पकड़ टिकट दिए जा रहे थे, लेकिन फिर भी कई नेताओं ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश की जनता को सिर्फ भाजपा की नीतियों और नरेंद्र मोदी पर विश्वास है। वहीं, उन्होंने उनका विरोध करने वालों पर बिना नाम लिए हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोगों ने हवाओं का रुख बदलने का प्रयास किया। लेकिन पार्टी का कार्यकर्ता, जब पार्टी के कार्य में लग जाता है, तो तमाम हथकंडे विफल हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि नामांकन के पहले दिन से ही मैं कहता रहा हूं कि जिस दिन सीपी जोशी पर अंगुली उठ जाएगी, उस दिन मैं राजनीति छोड़ दूंगा। उन्होंने विरोधियों को चुनौती देते हुए कहा कि अब तो चुनाव संपन्न हो चुके हैं, अब तो सामने आ जाओ।
जोशी ने कहा कि मोदी सरकार रामराज्य की कल्पना के साथ काम कर रही है। अब अकबर महान नहीं कहेंगे। कांग्रेस ने देश को तोड़ने वाले काम किए हैं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 27 अप्रैल । दिल्ली के हर्ष विहार इलाके में मंडोली गांव के अंदर एक इमारत की पहले मंजिल पर भीषण आग लग गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर काबू पा लिया। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। शुरुआती जांच में पता चला है कि आग पटाखे या ज्वलनशील पदार्थ के चलते लगी। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार सुबह करीब ग्यारह बजे फायर विभाग को सूचना मिली कि दिल्ली के हर्ष विहार इलाके में बड़ी मस्जिद के पास मंडोली गांव में एक इमारत में आग लग गई है। सूचना पर फायर विभाग के कर्मचारी दो फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का काम किया गया।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया है कि इमारत की पहली मंजिल पर आग लगी थी। यह इमारत अजीजुल्ला की है, जिनका इलाज अभी सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है। इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर एल्युमिनियम के बर्तन बनाने की एक छोटी सी फैक्ट्री है। पहली मंजिल इब्राहिम नामक व्यक्ति को किराए पर दी गई है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि कुछ पटाखे और ज्वलनशील पदार्थ प्रथम तल पर रखे हुए थे। जिसकी वजह से आग लगने की यह घटना हुई है। फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है और पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
(आईएएनएस)
कानपुर, 27 अप्रैल । समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कानपुर देहात के रसूलाबाद में एक रोड शो में बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये वहीं लोग हैं, जो बाबा भीमराव अंबेडकर साहब का संविधान खत्म करना चाहते हैं। भाजपा के लोग हमारे लोगों के अधिकार छीन रहे हैं। यह चुनाव नई सरकार चुनने के साथ संविधान बचाने का भी चुनाव है।
उन्होंने आगे कहा कि आपने देखा होगा कि भाजपा धीरे-धीरे संविधान को खत्म करना चाहती है। याद रखना संविधान खत्म हुआ, तो हमारा आपका वोट देने का भी अधिकार छिन जाएगा। हमने तय किया है कि जब हमारी सरकार आएगी, तब गरीब किसानों का पूरा कर्ज माफ होगा।
उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि यह सरकार इतनी तानाशाह हो गई है कि आने वाले समय में अपनों को भी जेल में बंद कर देगी। यहां तक कि आपको और हमको भी बंद कर देगी। सरकार न तो जानवरों को सुरक्षा दे पा रही है न ही पक्षियों को। सरकार तो पक्षियों से इतनी नफरत करती है कि इन्होंने एक सारस को कैद कर चिड़ियाघर में डाल दिया। आम जनता को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है। इन्होंने हजारों करोड़ रुपये चंदा लिया है। देश में महंगाई आज चरम पर है।
उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहब अंबेडकर साहब ने जो संविधान दिया, उस संविधान को बचाने के लिए हम सबको मिलकर काम करना पड़ेगा।
किसानों के मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि एक हजार के लगभग किसान शहीद हुए, तब जाकर सरकार ने तीन काले कानून वापस लिए। जो सुविधा, मदद किसानों को मिलनी चाहिए, वह सरकार नहीं दे रही।
नामांकन दाखिल करने के दूसरे दिन अखिलेश यादव ने कानपुर देहात के रसूलाबाद से कन्नौज के तिर्वा तक पहली बार रोड शो में हिस्सा लिया। रोड शो के दौरान अखिलेश यादव के साथ रथ पर सवार एक बच्चा बाबा भीमराव अंबेडकर की तरह किताब लेकर खड़ा हुआ था जो संविधान का संदेश दे रहा था।
(आईएएनएस)
सासाराम, 27 अप्रैल । बिहार के रोहतास जिले के नोखा थाना क्षेत्र में शनिवार एक झोपड़ीनुमा घर में आग लगने से झुलसकर चार लोगों की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, रूपहथा गांव में महादलित बस्ती में झोपड़ीनुमा घर में दोपहर को आग लग गई। इस घटना में झुलसकर चार लोगों की मौत हो गई। दो लोगों के घायल हो गए हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई और आग पर काबू पाने की कोशिश करने लगी।
अग्निशमन पदाधिकारी नवल किशोर ने बताया कि काफी मशक्कत के बाद दो दमकल वाहन से आग पर काबू पाया गया।
घटना में दिनेश राम की दो पुत्री -- ममता कुमारी तथा किरण कुमारी, वहीं उसके बहू सुनीता तथा नतनी सरिता कुमारी की मौत हो गई।
घटना में दिनेश राम की पत्नी शिव व्रत देवी तथा पुत्र मंटु राम गंभीर रूप झुलस गए। उनका इलाज जारी है।
घटनास्थल पर सासाराम एसडीएम आशुतोष रंजन सहित अन्य पदाधिकारी पहुंचकर आगे की कार्रवाई में जुटे हुए हैं।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि घर में एक ही परिवार के लोग सोए हुए थे। जब तक लोग कुछ समझ पाते, एक महिला समेत तीन किशोरी की मौत हो गई थी। बचाने के लिए पहुंचे दिनेश राम की पत्नी शिव व्रत देवी पुत्र मंटु राम गंभीर रूप से झुलस गया।
इस आग लगी की घटना में झोपड़ी नुमा घर में रखें बर्तन तथा अन्य सामग्री जलकर राख हो गया।
गर्मी के कारण बिहार में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। प्रतिदिन कहीं न कहीं से आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं। दो दिन पहले ही पटना के एक होटल में आग लगने से छह लोगों की मौत हो गई थी।
(आईएएनएस)
गुवाहाटी, 27 अप्रैल । कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केरल के वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ने के राहुल गांधी के फैसले का बचाव करते हुए अमेठी और रायबरेली में पार्टी उम्मीदवारों पर सस्पेंस बनाए रखा।
यहां एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा, “वायनाड के लोग राहुल गांधी को अपने सांसद के रूप में देखना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने उस सीट से चुनाव लड़ा।”
उन्होंने कहा कि अमेठी और रायबरेली सीटों के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कुछ समय बाद की जाएगी।
उन्होंने कहा,“कुछ दिन और रुको। हम दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे।'' वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, भाजपा के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी ने भी कई बार अपनी लोकसभा सीटें बदलीं।
इस बीच, खड़गे ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की उस टिप्पणी पर भी चुटकी ली, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'अगर कांग्रेस अध्यक्ष चाहें, तो वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं।'
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ''मैं राज्यसभा में विपक्ष का नेता हूं और मेरे प्रतिद्वंद्वी मोदी हैं, यहां के सीएम नहीं। इसलिए, मैं मोदी से बात करूंगा और उन्हें (असम के सीएम) यहां हमारे लोगों का सामना करने दूंगा।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 27 अप्रैल । भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने ममता बनर्जी सरकार पर आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है। उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि संदेशखाली में एनएसजी कमांडों और सीबीआई के छापे में शाहजहां शेख के गुर्गों के पास से बंगाल पुलिस के आधिकारिक हथियार (कोल्ट रिवॉल्वर) के साथ भारी मात्रा में हथियारों की बरामदगी हुई है।
प्रेम शुक्ल ने अपने बयान में आगे कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि अब तक भ्रष्टाचारियों को पालने वाली ममता सरकार अब आतंकवादियों को भी पालने का काम कर रही है। जिस तरह से बंगाल सरकार आतंकवादियों के साथ खड़ी नजर आ रही है, वह साफ संदेश देता है कि किस तरह बंगाल अराजकता के मुहाने पर बैठा है।
उन्होंने ममता बनर्जी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि ममता बनर्जी के राज में मां-माटी और मानुष नहीं बल्कि शाहजहां शेख जैसे बलात्कारी, आतंकवादी और भ्रष्टाचारी सुरक्षित है। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि इंडी गठबंधन में शामिल नेता राहुल गांधी, स्टालिन, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव संदेशखाली और पश्चिम बंगाल की हालात के जिम्मेदार ममता बनर्जी की निर्ममता पर चुप क्यों हैं?
प्रेम शुक्ल ने ममता सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि इनके राज में संदेशखाली के गुंडे महिलाओं का मंगलसूत्र नोच रहे हैं। मंगलसूत्र नोचने वाले शाहजहां शेख जैसे बलात्कारी को तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने संरक्षण दे रखा था। जो शाहजहां शेख पहले पुलिस हिरासत में शहंशाहों की तरह रह रहा था, वही सीबीआई की हिरासत में कैसे विलाप कर रहा है, ये पूरी दुनिया ने देखा है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि दो चरणों में जिस तरह से जनता ने बढ़ चढ़कर मतदान किया है, उससे यह साफ हो गया है कि चार जून को जनता का जनादेश क्या रहने वाला है?
(आईएएनएस)
चतरा, 27 अप्रैल । ड्रग पैडलर अब अफीम, ब्राउन शुगर, गांजा की खेप एक से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए बच्चों का इस्तेमाल कर रहे हैं। झारखंड के चतरा जिला अंतर्गत सिमरिया में पुलिस ने एक नाबालिग बालक को 40 लाख रुपये की अफीम के साथ पकड़ा है।
सिमरिया एसडीपीओ अजय केसरी ने बताया कि नाबालिग के जरिए तस्करी कराने वाले माफिया को चिन्हित कर लिया गया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक विकास पांडेय को गुप्त सूचना मिली थी कि अफीम की बड़ी खेप तस्करी के लिए हजारीबाग ले लाई जा रही है। इसपर टीम गठित की गई, जिसने चतरा-हजारीबाग मुख्यपथ पर स्थित बलबल मंदिर के समीप बस का इंतजार कर रहे नाबालिग से शक के आधार पर पूछताछ की तलाशी ली।
तलाशी के दौरान उसके पास से आठ किलोग्राम अफीम बरामद किया गया। बरामद अफीम का बाजार मूल्य एनसीबी की ओर से तय दर के अनुसार करीब 40 लाख रुपये है।
बालक ने बताया कि उसे गिद्धौर थाना क्षेत्र के पांडेय टोला निवासी राहुल पांडेय ने अफीम की खेप हजारीबाग पहुंचाने का जिम्मा दिया था। इसके एवज में उसे मोटी रकम देने की बात कही गई थी। बालक के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर राहुल पांडेय के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
(आईएएनएस)
नीतू सिंह
यूपी बोर्ड के रिजल्ट का पांचवां दिन था. सुबह के 7.30 बजे क्लास 9 से 12वीं तक के बच्चों से स्कूल परिसर खचाखच भरा था.
बच्चे कतार में लग कर सुबह की असेंबली के लिए खड़े हो रहे थे. ये दृश्य उस विद्यालय परिसर का था, जहाँ की छात्रा प्राची निगम ने क़रीब 55 लाख विद्यार्थियों के बीच हाईस्कूल में यूपी बोर्ड में टॉप किया था.
कुछ देर बाद हमारी नजर सफ़ेद सलवार कुर्ता और लाल दुपट्टा डाले प्राची निगम पर गई, जिन्हें बहुत देर से हम तालाश रहे थे.
जैसे ही प्राची ने स्कूल में प्रवेश किया उनके साथी उन्हें देखकर मुस्कुरा रहे थे क्योंकि सब जान रहे थे कि आज भी प्राची का इंटरव्यू होना है. पिछले कई दिनों से यही सिलसिला जारी था.
बीते एक सप्ताह से यूपी के सीतापुर ज़िले के महमूदाबाद क्षेत्र में स्थित सीता इंटर कॉलेज में उत्सव जैसा माहौल है.
इसकी वजह है- यहाँ की प्राची निगम और शुभम वर्मा समेत 19 छात्र-छात्राएं. इन स्टूडेंट्स ने हाईस्कूल और इंटर-मीडिएट में यूपी बोर्ड में प्रदेश में टॉप 10 में विशेष स्थान पाया है.
हर कोई इन टॉपर्स पर गर्व कर रहा है. पर प्राची निगम को कुछ लोगों की ओर से ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा.
वजह?
बायोलॉजिकल कारणों से अपर लिप्स पर छोटे-छोटे बालों का आना.
'टॉप नहीं करती तो ध्यान नहीं जाता'
प्राची कहती हैं, "इस ट्रोलिंग और भीड़ को देखकर सोचती हूँ कि मेरे एक दो नंबर कम आते तो अच्छा रहता. मैं टॉप नहीं करती तो लोगों का मेरी शक्ल पर ध्यान नहीं जाता. मुझे अपने चेहरे पर उगे लंबे बालों का अहसास पहली बार हाईस्कूल बोर्ड में टॉप करने पर ट्रोल करने वालों ने ही करवाया".
प्राची के चेहरे पर बालों की ग्रोथ 9वीं क्लास से ज्यादा हो गई थी.
प्राची की इस शारीरिक बनावट पर घर और स्कूल में कभी किसी ने कोई टीका टिप्पणी नहीं की. प्राची को अपने बढ़ते बालों का कभी अहसास ही नहीं हुआ.
प्राची निगम ने इस बार हाईस्कूल में 591 नम्बर हासिल किये हैं.
प्राची दो बहन और एक भाई में सबसे बड़ी हैं. वो इंजीनियर बनना चाहती हैं. प्राची मुस्कुराते हुए कहती हैं, "अगर अव्वल नहीं आती तो इतनी फेमस नहीं होती. सोशल मीडिया ने तो मुझे बहुत फेमस कर दिया. हर जगह से बहुत फोन आ रहे हैं. पूरे दिन घर में भीड़ रहती हैं."
लेकिन प्राची लगातार आ रहे फोन कॉल्स और मीडिया को लगातार इंटरव्यू देने से परेशान भी हो गयी हैं.
प्राची कहती हैं, "हर इंटरव्यू में ट्रोलिंग पर ज्यादा बात हो रही है. मैं कैसी दिखती हूँ, ये मुझे पिछले एक हफ्ते से लोगों ने पूछ-पूछकर नोटिस करा दिया है. मुझे जब ज़रूरत लगेगी तब मैं अपना इलाज करवा लूंगी पर अभी मैं अपना ध्यान पढ़ाई पर फोकस करना चाहती हूँ."
प्राची ने सोशल मीडिया देखना बंद कर दिया था
प्राची ने शुरुआती दो दिनों के बाद से सोशल मीडिया देखना बंद कर दिया है ताकि ट्रोल्स को पढ़कर उनकी पढ़ाई पर असर न पड़े.
हालांकि, उन्होंने ट्रोलर्स को शुक्रिया कहा है कि उन्हें इतनी कम उम्र में सोशल मीडिया ने इतना फेमस कर दिया है.
वो कहती हैं कि अगर उनके चेहरे पर बड़े बाल नहीं होते तो उन्हें ट्रोल नहीं किया जाता, अगर ट्रोल नहीं होती तो लोग इतनी भीड़ नहीं लगती.
अभी प्राची आगे की पढ़ाई पर फोकस करना चाहती हैं क्योंकि उन्हें आईआईटी जेईई का एग्जाम क्रेक करके इंजीनियर बनना है.
सीता इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल रमेश वाजपेयी प्राची के ट्रोल होने पर कहते हैं, "मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि किसी ट्रोलर में दो मिनट प्राची से बात करने की हिम्मत नहीं है. ऐसा नहीं है कि फर्क नहीं पड़ता है, फर्क तो पड़ता है. हम लोगों ने उसे बहुत साहस बंधाया है. वह आंतरिक रूप से न टूटी है न टूटेगी. जो लोग सुन्दरता को सर्वोच्च मान रहे हैं वो बहुत गंदी भावनाओं के लोग हैं. अभी उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बच्ची के फ्री इलाज की बात कही है."
परिवार के साथ प्राची निगम
'मेरी बच्ची जैसी है, मुझे बहुत पसंद है'
प्राची ने बातचीत में लगातार इस बात का जिक्र किया कि उनके कॉलेज में फ्रेंड्स और टीचर ने उनकी शारीरिक बनावट पर कभी कोई टिप्पणी ही नहीं की.
कुछ महीने पहले उनकी मां यह ज़रूर कह रही थीं कि वो 10वीं के एग्जाम के बाद डॉक्टर को दिखाएंगी.
प्राची की मां ममता निगम कहती हैं, "हमारी बेटी के अपर लिप्स पर बाल उगे हैं, इस बात पर हमने बहुत गौर नहीं किया. मेरी बच्ची मुझे ऐसी ही पसंद है. कभी पार्लर ले जाने का भी ख्याल नहीं आया. हमने ऐसा सोचा ज़रूर था कि उसके बालों की ग्रोथ तेजी से बढ़ रही है तो एग्जाम खत्म होने के बाद डॉक्टर को दिखा देंगे लेकिन उससे पहले ही लोगों ने बवाल बना दिया."
वो कहती हैं, "मुझे इस बात का अफ़सोस है कि लोगों ने हमारी बेटी की काबिलियत न देखकर उसकी शारीरिक बनावट पर ज्यादा ध्यान दिया. हमने अपनी बेटी को ट्रोल होने के तुरंत बाद बहुत ढंग से बैठाकर समझाया कि इन सब बातों का तुम अपने ऊपर बिलकुल असर मत पड़ने देना. हमारे घर में कोई फोन उठाकर सोशल मीडिया नहीं देख रहा क्योंकि किसी को फुर्सत ही नहीं है."
प्राची के पिता नगर निगम में काम करते हैं.
उनके पिता चन्द्र प्रकाश निगम कहते हैं, "सच कहूँ तो मुझे ट्रोलर्स से खुद कुछ नहीं कहना पड़ रहा है. बहुत लोग प्राची के सपोर्ट में आगे आए हैं. मैं उन सभी का शुक्रिया कहना चाहूँगा. ऐसा नहीं कह सकता कि बुरा नहीं लगा. काफी तकलीफ हुई, गुस्सा भी आया. जब कोई किसी को व्यक्तिगत जानता नहीं तो कैसे टिप्पणी कर सकता है, पर ऐसे लोगों पर कुछ कार्रवाई जरूर होनी चाहिए ताकि ये किसी की भावनाओं के साथ न खेल सकें."
प्राची ने कहा, "टॉप करने के बाद थोड़ा प्रेसर भी फील कर रही हूँ कि अब लोगों को उम्मीदें ज्यादा बढ़ गयी हैं इसलिए अभी बहुत मेहनत करनी पड़ेगी. मेरे पास ट्रोल्स को पढ़ने का समय ही नहीं है. मैं उन लड़कियों से भी कहना चाहूंगी जिनकी शारीरिक बनावट सामान्य लोगों से थोड़ा अलग है कि वो बिलकुल परेशान न हों. ट्रोलिंग वगैरह बहुत क्षणिक चीज है. सब बातों को नजरअंदाज कर पढ़ना बहुत ज़रूरी है. आप लोग पढ़ाई पर फोकस करें. बाकी हर चीज को नज़रअंदाज करें, तभी आगे बढ़ सकती हैं."
प्राची के क्लासमेट्स ने ट्रोलिंग के विरोध में कैम्पेन शुरू किया
प्राची के क्लासमेट्स उनके पक्ष में सोशल मीडिया पर #डोंटट्रोलप्राची कैम्पेन चला रहे हैं.
प्राची के क्लासमेट हेमंत वर्मा ने हाईस्कूल में यूपी में नवां स्थान हासिल किया है.
हेमंत कहते हैं, "मैं एक इंस्टाग्राम यूजर हूं. प्राची के लिए लिए गये ज्यादातर पोस्ट पर मैंने रिप्लाई किया है. लोगों ने मुझे भी बहुत गालियाँ दी हैं. अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया है. पर हम लोग लगातार प्राची के पक्ष में लिख रहे हैं और सभी को बोल रहे हैं कि वो लोग प्राची को ट्रोल न करें, अभी उसे बहुत आगे जाना है."
प्राची के दूसरे क्लासमेट ज्ञानेंद्र वर्मा कहते हैं, "जब सोशल मीडिया पर लोग प्राची को ट्रोल कर रहे थे उसी वक़्त हम सभी लोगों ने मिलकर यह कैम्पेन शुरू किया. घर बैठे किसी के बारे में बिना जाने समझे ट्रोल करना बहुत आसान हैं. कोई भी ट्रोलर प्राची निगम के रिकॉर्ड को ब्रेक नहीं कर सकता है."
ज्ञानेंद्र आगे कहते हैं, "अब गाँव में हर घर में फोन है. सभी ने इन ट्रोल्स को देखा होगा. जिन लड़कियों की शारीरिक बनावट बायोलॉजिकल कारणों से थोड़ा भिन्न है, उनके माता-पिता अपनी बेटियों को कैसे पढ़ाएंगे? वो तो यही सोचेंगे कि पढ़ाने से क्या फायदा, अगर नाम हुआ तो उनकी बच्ची को ट्रोल का सामना करना पड़ेगा."
काउंसलर क्या कह रहे हैं?
लखनऊ में 18 सालों से काउंसलिंग कर रहीं वरिष्ठ मनोवैज्ञानिक डॉ. नेहा आनंद कहती हैं, "जितना मैंने प्राची और उनके माता-पिता को वीडियो में सुना है, उस आधार पर कह सकती हूँ कि उसके टीचर और माता-पिता ने उसकी इस बनावट के साथ उसे बहुत सहज तरीके से स्वीकार किया है. जिस वजह से बच्ची का ध्यान कभी इस तरफ गया नहीं और वो फोकस होकर अपनी पढ़ाई कर पाई और उसने टॉप किया."
डॉ. नेहा आगे कहती हैं, "इस समय बॉडी शेमिंग का असर बच्चों पर बहुत गहरा पड़ रहा है. जिसकी वजह से बहुत सारे बच्चे डिप्रेशन में चले जाते हैं. उनमें हीन भावना आ जाती है. वो खुद को सेल्फ हार्म की कोशिश करते हैं. ऐसे में टीचर और माता-पिता की जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाती है.''
वो बोलीं, ''ये लोग अपने आसपास ऐसा माहौल बनाएं और बच्चों को मोटिवेट करें कि आप अपनी क्षमताओं और स्ट्रेंथ पर फोकस करें. बाहरी सुन्दरता को नज़रअंदाज करें.''
महत्वपूर्ण जानकारी-
मानसिक समस्याओं का इलाज दवा और थेरेपी से संभव है. इसके लिए आपको मनोचिकित्सक से मदद लेनी चाहिए, आप इन हेल्पलाइन से भी संपर्क कर सकते हैं-
समाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय की हेल्पलाइन- 1800-599-0019 (13 भाषाओं में उपलब्ध)
इंस्टीट्यूट ऑफ़ ह्यमूनबिहेवियरएंड एलाइड साइंसेज-9868396824, 9868396841, 011-22574820
हितगुजहेल्पलाइन, मुंबई- 022- 24131212
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस-080 - 26995000 (bbc.com)
हैदराबाद, 27 अप्रैल । मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के अनुरोध के बावजूद सीपीआई (एम) भोंगिर लोकसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने पर अड़ी है। हालांकि पार्टी तेलंगाना में शेष 16 निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस का समर्थन करने को तैयार है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री, ए रेवंत रेड्डी ने शनिवार को सीपीआई (एम) के राज्य नेताओं से एक बैठक की और भोंगिर निर्वाचन क्षेत्र से अपने उम्मीदवार को वापस लेने और इंडिया ब्लॉक की जीत के लिए कांग्रेस का समर्थन करने का अनुरोध किया।
लेकिन सीपीआई (एम) के राज्य सचिव तम्मीनेनी वीरभद्रम ने कहा कि उन्होंने भोंगिर में अपनी पार्टी का उम्मीदवार खड़ा करने का फैसला किया है।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष सीएम रेवंत रेड्डी ने सीपीआई (एम) को अपना उम्मीदवार वापस लेने के लिए कुछ राजनीतिक प्रस्ताव दिए। इस पर वीरभद्रम ने कहा कि इस संबंध में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से परामर्श के बाद निर्णय लिया जाएगा।
वीरभद्रम ने कहा कि हाल के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सीपीआई (एम) के लिए दो सीटें छोड़ने पर सहमत हुई थी, लेकिन बाद में उसने सीटें नहीं छोड़ी।
रेवंत रेड्डी ने कहा कि एआईसीसी अध्यक्ष के निर्देश पर, उन्होंने सीपीआई (एम) के नेताओं से मुलाकात की और उनके सामने कुछ प्रस्ताव रखे और भाजपा को हराने के लिए उनसे सहयोग का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा, "कुछ मुद्दे हैं, जिन्हें शाम या कल सुबह तक सुलझा लिया जाएगा।"
रेवंत रेड्डी ने स्वीकार किया कि कुछ स्थानीय कारकों के कारण उनके बीच कुछ मतभेद हैं, लेकिन गठबंधन के व्यापक हित में वे साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं।
बैठक में जुलकांति रंगा रेड्डी, सीतारामुलु वीरैया और सीपीआई (एम) के अन्य नेता मौजूद थे।
इसके पहले 19 अप्रैल को उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने सीपीआई (एम) नेताओं से बातचीत की थी।
सीपीआई (एम) ने घोषणा की थी कि वह राज्य की सभी 17 लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन उसने केवल भोंगिर सीट के लिए ही उम्मीदवार की घोषणा की है।
मार्क्सवादी पार्टी ने भोंगिर सीट से मोहम्मद जहांगीर को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने चमाला किरण कुमार रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
--(आईएएनएस)
नैनीताल, 27 अप्रैल । उत्तराखंड की वन संपदा आग लगने के कारण नष्ट होती जा रही है। वन विभाग लगातार जंगलों में लगी आग को बुझाने में लगा हुआ है। वहीं नैनीताल के पाइंस के जंगलों में शुक्रवार से ही आग लगी हुई थी, जिस पर काबू पा लिया गया है। यह आग हल्द्वानी के साथ कोटद्वार तक बढ़ती जा रही थी। इतना ही नहीं, पाइंस के जंगलों में लगी आग ने अपनी चपेट में भूमियाधार, ज्योलिकोट, नारायणनगर, भवाली, रामगढ़ और मुक्तेश्वर आदि जंगलों को भी ले लिया था।
रिहायशी इलाकों की तरफ आग को बढ़ते देख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेना से मदद मांगी। जिसके बाद वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर नैनीताल पहुंचा। शनिवार सुबह से ही वायुसेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने भीमताल झील से पानी भर कर पाइंस के जंगलों में लगी आग पर डाला, जिससे पाइंस के जंगलों में लगी आग पर काबू पाया गया।
इससे पहले 2019 और 2021 में भी इसी तरह की स्थिति बनी थी। तब भी राज्य सरकार ने वायुसेना की मदद ली थी और एमआई-17 हेलीकॉप्टर की मदद से जंगलों की आग पर काबू पाया था।
जंगलों में आग लगाते हुए तीन लोगों को वन विभाग के अधिकारियों ने पकड़ा है। उन पर भारतीय वन अधिनियम 1927 के अन्तर्गत वन अपराध में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी के नेतृत्व में गठित वनाग्नि सुरक्षा दल की ओर से नरेश भट्ट को जंगल में आग लगाते हुए जखोली तहसील के तडियाल गांव से पकड़ा गया है। आरोपी ने बताया कि बकरियों की घास के लिए उसने जंगल में आग लगायी। वहीं उत्तरी जखोली के डंगवाल गांव में हेमन्त सिंह और भगवती लाल को जंगल में आग लगाते हुए मौके से पकड़कर जेल भेज दिया गया।
उत्तराखंड में फॉरेस्ट फायर की घटनाओं पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हल्द्वानी के वन अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं। इस बैठक में प्रदेश में बढ़ती इस तरह की घटनाओं पर काबू पाए जाने को लेकर चर्चा होगी।
(आईएएनएस)
डिब्रूगढ़, 27 अप्रैल । असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने पर सस्पेंस अब खत्म हो गया है। उनके वकील और पूर्व सांसद राजदेव सिंह ने अमृतपाल सिंह के चुनाव लड़ने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है।
उन्होंने कहा, “पहले भी जेल में बंद कई लोग चुनाव लड़ चुके हैं। अमृतपाल खड़ूर साहब से चुनाव लड़ेगा। वह किसी दल से नहीं, बल्कि निर्दलीय चुनाव लड़ेगा। सभी धर्मों के लोग उनका अपार समर्थन करेंगे। निसंदेह, अमृतपाल चुनाव में जीत हासिल करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “पंजाब सरकार ने अमृतपाल के खिलाफ एनएसए लगाया था। इसका वह लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर माकूल जवाब देंगे।”
गौरतलब है कि गत वर्ष अमृतपाल ने खालिस्तानी आंदोलन को लेकर बड़ी मुहिम छेड़ी थी। विदेशी भूमि पर कई लोगों ने खुलकर अमृतपाल का सपोर्ट किया था।
इसके बाद हरकत में आई पुलिस और जांच एजेंसी ने उसे कई दिनों की तलाशी के बाद असम से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
उस पर लगे गंभीर आरोपों को ध्यान में रखते हुए उसके खिलाफ रासुका (एनएसए) भी लगाई गई थी। अमृतपाल की गिरफ्तारी को पंजाब पुलिस ने अपने लिए बड़ी सफलता के रूप में रेखांकित किया था।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 27 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईवीएम पर सवाल उठाने पर कांग्रेस ओर इंडी गठबंधन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि ये वही लोग हैं जो बैलेट लूटने का काम करते थे। लोकसभा चुनाव में पुख्ता हार को देख कांग्रेस के लोग ईवीएम पर दोषारोपण कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी शनिवार को मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने गोमांस मुद्दे पर भी कांग्रेस और इंडी गठबंधन को निशाने पर लिया। सीएम योगी ने पूछा कि वो अपने घोषणापत्र में लिख रहे हैं अल्पसंख्यकों को उनकी पसंद के खान-पान का अधिकार दिया जाएगा। आखिर अल्पसंख्यकों का ऐसा कौन सा खान-पान है जो शेष समुदाय से अलग है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर इंडी गठबंधन के अन्य सहयोगियों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
मुख्यमंत्री ने ईवीएम मुद्दे पर कहा है कि इंडी गठबंधन जब भी हार रहा होता है, तो अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर डालने का प्रयास करता है। 2014 से लगातार हम सब इस बात को सुन रहे हैं।
उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों से पूछा कि गत वर्ष हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में क्या बैलेट पेपर से सरकार बनी थी, 2004 में यूपीए की सरकार और 2018 में राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की तथा दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार क्या बैलेट पेपर से बनी थी?
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग ईवीएम को नकार रहे हैं ये वही हैं जो बैलेट बॉक्स लूटने का काम करते थे। अगर आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की सुचिता को सुनिश्चित किया है तो ये लोग अपना गुस्सा ईवीएम पर फोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दो चरणों के चुनाव के रुझान ने स्पष्ट कर दिया है कि देश में फिर एक बार मोदी सरकार बनने जा रही है। देश ने तय कर लिया है कि अबकी बार 400 पार का जनादेश एनडीए को देने जा रही है। जब एनडीए भाजपा के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है तो खीझ मिटाने के लिए इंडी गठबंधन के लोग ईवीएम को निशाना बना रहे हैं। ये लोग अपनी हार को पुख्ता कर रहे हैं और दोषारोपण के लिए ईवीएम सबसे सस्ता औजार है।
(आईएएनएस)
मुंबई, 27 अप्रैल । कांग्रेस के स्टार प्रचारक और चुनाव प्रचार अभियान समिति से हटने के एक दिन बाद शनिवार को राज्य में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष एम. आरिफ नसीम खान ने कहा कि वह विद्रोही नहीं हैं और हमेशा की तरह पार्टी नेतृत्व का सम्मान करते रहेंगे।
मीडिया से बात करते हुए खान ने कहा कि कांग्रेस-महा विकास अघाड़ी द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट न देने से निराश होकर वह चुनाव में अपनी जिम्मेदारियों से हट गए।
उन्होंने कहा,“शहर और राज्य इकाइयों ने लोकसभा सीट के लिए मेरे नाम की सिफारिश की थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस में मुस्लिम समुदाय के नेता के रूप में, मुझसे ऐसे सवाल पूछे जाते हैं, जिनका मेरे पास कोई जवाब नहीं है। इसलिए मैंने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया।''
उन्होंने कहा कि वह पार्टी में बने रहेंगे और अल्पसंख्यकों के हित में जल्द ही कांग्रेस आलाकमान से बात करेंगे। खान ने कहा कि वह राज्य में सभी 48 लोकसभा सीटों पर पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं।
नाराज खान ने कहा," मैं जहां भी जाता हूं, मुझसे पूछा जाता है कि क्या कांग्रेस केवल मुस्लिम वोट चाहती है, क्या उसे किसी मुस्लिम लोकसभा उम्मीदवार की जरूरत नहीं है।"
पार्टी की मुंबई शहर प्रमुख प्रोफेसर वर्षा गायकवाड़ को मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा क्षेत्र से पार्टी का उम्मीदवार घोषित करने के एक दिन बाद शुक्रवार देर रात राज्य के कार्यकारी अध्यक्ष के फैसले ने कांग्रेस-एमवीए को स्तब्ध कर दिया।
खान ने कहा,“मुझे गायकवाड़ को टिकट देने पर कोई आपत्ति नहीं है, वह मेरी छोटी बहन की तरह है। उन्होंने कहा, मुझे पार्टी के राज्य और केंद्रीय नेतृत्व से कोई शिकायत नहीं है। भाजपा को सत्ता से बाहर करने के उनके प्रयास को मैं कमजोर नहीं करूंगा।
खान ने कहा कि वह नेहरू-गांधी परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि वह केवल कांग्रेस पार्टी का समर्थन करने वाले अल्पसंख्यकों के मुद्दों को उठा रहे हैं।
खान ने कहा, “अतीत में, महाराष्ट्र और देश के अन्य राज्यों में कई मुस्लिम उम्मीदवार चुनावी मैदान में होते थेे, लेकिन इस बार एमवीए ने राज्य में एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दिया, जबकि यहां उनकी आबादी लगभग 12 प्रतिशत है।
2014 और 2019 में, कांग्रेस ने अकोला में एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार हिदायतुल्ला बरकतुल्ला पटेल को टिकट दिया था, हालांकि वे दोनों बार भारतीय जनता पार्टी के संजय एस धोत्रे से हार गए थे।
खान ने दोहराया कि अतीत में उन्होंने हमेशा महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में पार्टी के लिए ईमानदारी से काम किया, लेकिन 2024 में राज्य में किसी भी मुस्लिम को पार्टी का टिकट न देने के विरोध में, उन्होंने कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान से हटने का फैसला किया।
(आईएएनएस)
पटना, 27 अप्रैल । राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि दो चरणों के चुनाव बाद एनडीए के लोग अवसाद में हैं।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि देश के किसान, नौजवान, महिला, छात्र, व्यापारी और कर्मचारी जान चुके हैं कि मोदी है तो नौकरी मिलना मुश्किल है, मोदी है तो बेरोज़गारी हटना मुश्किल है, मोदी है तो महंगाई कम होना मुश्किल है, मोदी है तो मुद्दों पर बात होना मुश्किल है, मोदी है तो स्कूल-अस्पताल पर चर्चा मुश्किल है, मोदी है तो किसानों की आय दुगुनी होना मुश्किल है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री शुक्रवार को दो जगह बिहार में थे। एक बार भी उन्होंने अपने ???????? साल की किसी एक भी उपलब्धि का ज़िक्र नहीं किया। सही मायने में कोई उपलब्धि हो तो ज़िक्र करेंगे।
तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यह भी नहीं बताया कि उनके ???????? में से ???????? सांसदों ने पांच वर्षों में क्या किया? उन्होंने कहा कि मोदी जी इतना झूठ और असत्य बोल चुके हैं कि अब उनके पास बोलने के लिए कुछ भी नहीं बचा। अब वो मुद्दों से भाग रहे हैं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 27 अप्रैल । दिल्ली की एक अदालत ने शनिवार को वक्फ बोर्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान को जमानत दी।
अदालत ने अमानतुल्लाह खान को 15 हजार रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि पर जमानत दे दी है।
वह अदालत द्वारा जारी समन पर राउज एवेन्यू कोर्ट की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) दिव्या मल्होत्रा के सामने पेश हुए।
पिछली बार, ईडी ने अदालत को बताया था कि खान को एजेंसी ने सात समन जारी किए थे और वह अपनी शिकायत वापस नहीं लेगी। हाल ही में, ईडी ने मामले में आप विधायक से दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में 13 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी अग्रिम जमानत की मांग वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था। अदालत ने विधायक द्वारा ईडी के समन में शामिल नहीं होने पर नाराजगी जताई थी।
ईडी की तरफ से पेश विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) साइमन बेंजामिन ने पिछली बार कहा था, "आरोपी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने की मांग करने वाले आवेदन के विपरीत, ईडी अपनी शिकायत वापस नहीं लेगी।"
एसपीपी ने कहा था, "उन्होंने समन का पालन न करने का अपराध किया है, इसलिए यह शिकायत दर्ज की गई है।"
(आईएएनएस)
पटना, 27 अप्रैल। कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर भाजपा के तमाम बड़े नेता हमलावर हैं। इसी कड़ी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और पाटलिपुत्र से भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव ने कांग्रेस और राजद के घोषणापत्र को लेकर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार भारत को विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था से तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने में लगी हुई है, जबकि कांग्रेस का घोषणापत्र लोगों के जीवन भर की कमाई का एक्स रे कर उसे लूटने की योजना बना रही है।
उन्होंने आगे कहा कि 10 साल पहले देश की जनता पीएम मोदी के नेतृत्व में भरोसा जताया था। उसके बाद एनडीए सरकार ने देश के हालत बदलने का काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने निष्ठा और ईमानदारी से देश को अंधकार से बाहर निकाला।
रामकृपाल यादव ने आगे कहा कि कांग्रेस सहित पूरा इंडी एलांएस अर्बन नक्सल के विचारों के चंगुल में है। कांग्रेस पार्टी कह रही है कि देश की जनता ने अपने बच्चों के लिए जो कमाया है, उसको उनसे छीन कर मुसलमानों को बांट देंगे। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी कहा था कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है।
वहीं पीएम मोदी कहते हैं कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों को है। देश में सिर्फ एक ही जाति है और वह है गरीबी। इसलिए मोदी गरीबों को मुफ्त घर, मुफ्त इलाज, मुफ्त राशन दे रहे हैं। उनका आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उत्थान कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऑर्डिनेंस फाड़ कर मनमोहन सरकार के कैबिनेट के फैसले का विरोध किया था, उसी तरह से कांग्रेस और राजद में अगर हिम्मत है तो वह कहे कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गलत बोला था।
(आईएएनएस)