राष्ट्रीय
तुर्की और सीरिया में छह फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या सोमवार को 34 हजार के पार चली गई. भारत तुर्की की मदद के लिए ऑपरेशन दोस्त चला रहा है और तुर्की इसके लिए उसको धन्यवाद कह रहा है.
पढ़ें डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
1993 के बाद आए सबसे भयानक भूकंप में तुर्की में अब तक 29,695 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सीरिया में इस आपदा में 4300 लोग मारे गए हैं. तुर्की में भूकंप के बाद से ही दुनिया के तमाम देश मदद के लिए आगे आए हैं.
भारत ने भूकंप के अगले दिन ही तुर्की में राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की दो टीमों को खोज और बचाव कार्य के लिए भेजा था. इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड और सभी आवश्यक उपकरण शामिल थे. तुर्की में भारतीय दल के साथ डॉक्टर और पैरामेडिक्स भी मौजूद हैं. भारतीय टीमें लगातार सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ-साथ मेडिकल सुविधाएं भी दे रही हैं.
तुर्की में भारत का ऑपरेशन दोस्त
भारत ने तुर्की में इस खोज और राहत अभियान का नाम ऑपरेशन दोस्त दिया है. 10 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट में कहा था, "हमारी टीमें ऑपरेशन दोस्त के एक हिस्से के रूप में दिन-रात काम कर रही हैं. वे अधिक से अधिक लोगों के जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना जारी रखेंगी. इस संकटपूर्ण घड़ी में भारत तुर्की के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है."
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने 12 फरवरी को ट्वीट कर जानकारी दी कि ऑपरेशन दोस्त के तहत राहत सामग्री लेकर सातवीं उड़ान तुर्की पहुंची. तुर्की के अलावा सीरिया के भी भूकंपग्रस्त इलाकों में ऑपरेशन दोस्त चलाया जा रहा है. सीरिया में रविवार को भारत ने राहत सामग्री की एक और खेप भेजी है. जिनमें जनरेटर, सौर लैम्प, दवाएं और अन्य राहत सामग्री शामिल हैं.
तुर्की ने जताया शुक्रिया
भारत की ओर से मदद के लिए तुर्की ने भारत को 'दोस्त' कहा और भूकंप से बचे लोगों के लिए आपातकालीन किट भेजने के लिए देश को धन्यवाद दिया. भारत में तुर्की के राजदूत फिरात सुनेल ने सोमवार को सबसे घातक आपदाओं में से एक में बचे लोगों के लिए आपातकालीन किट भेजने के लिए भारत को धन्यवाद दिया.
राजदूत फिरात सुनेल ने भारत सरकार और लोगों का धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया, "धन्यवाद भारत! हर एक टेंट, प्रत्येक कंबल या स्लीपिंग बैग भूकंप से बचे लाखों लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं."
दिल्ली में तुर्की के दूतावास के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने भी मदद के लिए भारत को धन्यवाद दिया. दूतावास ने ट्वीट किया "धन्यवाद दोस्त"
तुर्की से तनाव और मदद
तुर्की को भारत से सहायता ऐसे समय में मिली है जब संबंध अभी भी तनावपूर्ण हैं- विशेष रूप से कश्मीर पर तुर्की के बयानों के बाद. 2019 में तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोवान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने की आलोचना की थी.
फिर भी यह तथ्य कि सरकार ने राजनीतिक विचारों को अलग रखा और सहायता भेजी, ठीक वैसे ही जैसे तुर्की ने कोविड के दौरान भारत को राहत भेजने में किया था. जानकारों का मानना है कि विशेष रूप से भारत की जी-20 अध्यक्षता वाले वर्ष में भारत की सहायता ने विकासशील दुनिया के नेता के रूप में अपनी छवि को चमकाया है.
एर्दोवान ने अपने आखिरी भारत दौरे (2017) में कश्मीर को लेकर बयान दिया था जिसपर काफी विवाद हुआ था. साल 2019 में नरेंद्र मोदी तुर्की जाने वाले थे लेकिन एर्दोवान के यूएन में कश्मीर को लेकर दिए बयान के कारण वह दौरा टल गया था.
संगठन और आम लोग मदद के लिए आगे आए
भारत सरकार के अलावा कई संगठन और देश के आम नागरिक भी भूकंप पीड़ितों के लिए जरूरत का सामान दान कर रहे हैं. इसी कड़ी में भारतीयों द्वारा दान की गई सामग्री लेकर तुर्की एयरलाइन्स की एक फ्लाइट ने सोमवार को दिल्ली से उड़ान भरी. तुर्की के दूतावास के मुताबिक तुर्की एयरलाइंस भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में रोज इस तरह की मदद मुफ्त में पहुंचा रही है. देश के कई एनजीओ, संगठन और आम नागरिक मदद के लिए आगे आए हैं और राहत सामग्री जुटाकर तुर्की के दूतावास तक पहुंचा रहे हैं.
पिछले कुछ दिनों में भारत बचाव कार्य में मदद के लिए पांच सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमान से तुर्की को दवाएं, एक सचल अस्पताल और विशेष खोजी और बचाव टीम भेज चुका है.
भारत ने सीरिया को भी भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से राहत सामग्री भेजी है.
नई दिल्ली, 14 फरवरी | आज ही के दिन यानी 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ की बस पर कायराना हमला किया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शहीद जवानों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि हमारे वीर नायकों को नमन, जिन्हें हमने इस दिन पुलवामा में खो दिया था। हम उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे। उनका साहस हमें एक मजबूत और विकसित भारत बनाने के लिए प्रेरित करता है।
वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि मैं वर्ष 2019 में आज ही के दिन पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं। देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जवानों का शौर्य और अदम्य साहस हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहेगा।
गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 के दिन ही चार साल पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था।
ये हमला भारत में हुए बड़े आतंकी हमलों में से एक था। हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि इस हमले के बाद भारत ने कड़े कदम उठाते हुए पुलवामा हमले का बदला लिया। हमारे बहादुर सैनिकों ने इस हमले का जवाब बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में दिया। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 14 फरवरी | वैलेंटाइन डे को प्रेम दिवस के रूप में मनाया जाता है। दिल्ली के एक अस्पताल में वैलेंटाइन डे की पूर्व संध्या पर प्रेम की एक अटूट मिसाल पति पत्नी के बीच देखने को मिली। दिल्ली के सनर इंटरनेशनल अस्पताल में सोमवार को एक किडनी प्रत्यारोपण हुआ। जिसमें 48 वर्षीय नामती सारा ढोंगा को उनके पति की किडनी प्रत्यारोपण की गई।
गौरतलब है कि 2 साल पहले एक सड़क दुर्घटना में नामती सारा ढोंगा को गंभीर चोटें आई थी। उसके बाद लंबे समय तक उनकी कुछ दवाइयां चली। दवाओं के सेवन के दौरान उनके शरीर में खुजली के साथ सूजन आने लगी। फिर अस्पताल में उनकी जांच हुई और जांच में पता चला कि उनकी दोनों किडनी खराब हो चुकी है।
उनका स्वास्थ्य लगातार खराब होता चला गया। डॉक्टर ने उन्हें डायलिसिस की सलाह दी। पिछले 2 वर्षों से वह डायलिसिस पर थी। लेकिन उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो पा रहा था। स्वास्थ्य दिन-ब-दिन खराब हो रहा था। सोमवार को वैलेंटाइन डे की पूर्व संध्या पर उनके पति ने उन्हें किडनी दी, उन्हें उनके पति की कितनी प्रत्यारोपित की गई।
रामकुमार थापा ने कहा कि हमें भगवान और डॉक्टर पर पूरा भरोसा है। अस्पताल के डॉक्टर्स ने कहा कि किडनी प्रत्यारोपण के ज्यादातर मामलों में महिलाएं आगे रहती हैं लेकिन पुरुष भी इसमें अब आगे आ रहे हैं, यह अच्छी बात है। (आईएएनएस)|
कानपुर, 14 फरवरी | कानपुर देहात के एक गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान दो महिलाओं की मौत के बाद पुलिस ने डिप्टी कलेक्टर मैथा, तहसीलदार, कानूनगो, लेखपाल और एसएचओ सहित 24 से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज किया गया है।
सोमवार शाम कानपुर देहात जिले के एक गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान आग लगने से दो महिलाओं - मां और बेटी की मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि दोनों महिलाओं ने खुद को आग लगा ली, वहीं उनके परिवार ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने उनकी झोपड़ी में आग लगा दी, जब महिलाएं अंदर थीं, जिसके चलते मौतें हुईं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना जिले के रूरा क्षेत्र के मडौली गांव में हुई जहां पुलिस, जिला प्रशासन और राजस्व अधिकारी एक ग्राम समाज या सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने गए थे।
ग्रामीणों ने कहा कि अधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के बुलडोजर लेकर पहुंच गए।
मौत के बाद ग्रामीणों और पुलिस के बीच तनाव फैल गया, घटना के बाद मौके से भागे पुलिसकर्मियों पर ग्रामीणों ने ईंट-पत्थर फेंके। (आईएएनएस)|
कानपुर, 14 फरवरी | कानपुर देहात के एक गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान दो महिलाओं की मौत के बाद पुलिस ने डिप्टी कलेक्टर मैथा, तहसीलदार, कानूनगो, लेखपाल और एसएचओ सहित 24 से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज किया गया है।
सोमवार शाम कानपुर देहात जिले के एक गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान आग लगने से दो महिलाओं - मां और बेटी की मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि दोनों महिलाओं ने खुद को आग लगा ली, वहीं उनके परिवार ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने उनकी झोपड़ी में आग लगा दी, जब महिलाएं अंदर थीं, जिसके चलते मौतें हुईं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना जिले के रूरा क्षेत्र के मडौली गांव में हुई जहां पुलिस, जिला प्रशासन और राजस्व अधिकारी एक ग्राम समाज या सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने गए थे।
ग्रामीणों ने कहा कि अधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के बुलडोजर लेकर पहुंच गए।
मौत के बाद ग्रामीणों और पुलिस के बीच तनाव फैल गया, घटना के बाद मौके से भागे पुलिसकर्मियों पर ग्रामीणों ने ईंट-पत्थर फेंके। (आईएएनएस)|
बेंगलुरू, 14 फरवरी | कर्नाटक उच्च न्यायालय ने पीड़िता और आरोपी की शादी के बाद यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे एक व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही रद्द कर दी है। पीड़िता ने बालिग होने के बाद आरोपी से शादी की। मामला लंबित रहने के दौरान दंपति को एक बच्चा भी है।
न्यायमूर्ति के नटराजन की अध्यक्षता वाली पीठ ने मांड्या के एक निवासी द्वारा उसके खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत पॉक्सो और बलात्कार के आरोपों को रद्द करने की याचिका पर विचार करते हुए सोमवार को फैसला सुनाया। खंडपीठ ने कहा कि बच्चे और मां के हित को देखते हुए फैसला किया गया है।
पीठ ने टिप्पणी की कि पीड़िता अब वयस्क हो गई है और स्वतंत्र निर्णय लेने और जीवन साथी चुनने में सक्षम है। उसने आरोपी से शादी कर ली है और बिना शादी के उसका एक बेटा भी है। पीठ ने कहा कि वह आरोपी के खिलाफ मामला खत्म करने पर भी सहमत हो गई है।
अदालत ने कहा कि पीड़िता, बच्चे और उनके भविष्य के हितों को ध्यान में रखते हुए आरोपी के खिलाफ पॉक्सों मामले को रद्द करना उचित है।
पीड़िता के पिता ने 27 जनवरी 2021 को अरेकेरे थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि बच्ची जब अपनी नानी के यहां गई थी, तो लापता हो गई। बाद में वह आरोपी के पास मिल गई। पुलिस ने पॉक्सो और आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
मामला मांड्या के द्वितीय अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय में विचाराधीन था। आरोपी ने हाईकोर्ट में अपील की थी।
आरोपी का प्रतिनिधित्व करते हुए वकील सी.एन.राजू ने अदालत को बताया कि आरोपी न्यायिक हिरासत में चला गया था और जमानत पर बाहर आने के बाद उसने 31 मई, 2021 को पीड़िता से शादी कर ली। दंपति शांतिपूर्ण जीवन जी रहे हैं। पत्नी, जो पीड़ित भी है, को केस रद्द करने में कोई आपत्ति नहीं है।
लोक अभियोजक ने कहा कि पिता की यातना से परेशान होकर पीड़िता स्वेच्छा से आरोपी के साथ गई थी। (आईएएनएस)|
बेंगलुरु, 14 फरवरी कर्नाटक उच्च न्यायालय ने अपने एक फैसले में कहा है कि बेरोजगार पति को पत्नी को गुजारा भत्ता देने के लिए नौकरी ढूंढनी चाहिए। सोमवार को फैसला सुनाते हुए जस्टिस एम. नागप्रसन्ना की एकल पीठ ने कहा, पति का यह कर्तव्य है कि वह अपनी पत्नी और बच्चों को गुजारा भत्ता प्रदान करे। इसलिए, यदि वह बेरोजगार है, तो उसे नौकरी ढूंढनी चाहिए और कमाई करनी चाहिए। पीठ ने मैसूर की एक पारिवारिक अदालत द्वारा इस संबंध में दिए गए फैसले पर सवाल उठाने वाली व्यक्ति की याचिका को खारिज कर दिया। उस शख्स के वकील ने कहा था कि याचिकाकर्ता बीमार है। उसके पास नौकरी नहीं है। इसलिए वह गुजारा भत्ता देने की स्थिति में नहीं हैं।
तर्क को खारिज करते हुए उच्च न्यायालय ने कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है कि पति अपनी पत्नी को 10 हजार रुपये मासिक मुआवजा देने की स्थिति में नहीं है। पीठ ने दोहराया कि वह काम करने के लिए पर्याप्त रूप से फिट है और उसे नौकरी ढूंढना चाहिए और मुआवजे का भुगतान करना चाहिए।
स्थानीय पारिवारिक अदालत ने पत्नी को 6,000 रुपये और बच्चे को 4,000 रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया था। पीठ ने आगे कहा कि 10,000 रुपये कोई बड़ी रकम नहीं है। आदमी का यह तर्क कि वह राशि देने की स्थिति में नहीं है, केवल एक बहाना है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 14 फरवरी | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपना हमला तेज करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि पीएम को एक दिन सच्चाई की ताकत का सामना करना होगा। उन्होंने कहा, सत्य धैर्यवान है। सत्य विनम्र है। आपको सच्चाई की ताकत का सामना करने के लिए मजबूर किया जाएगा, प्रधान मंत्री।
अडानी मसले को लेकर राहुल गांधी पीएम मोदी पर हमलावर रहे हैं।
गांधी ने सोमवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र वायनाड में एक जनसभा को संबोधित किया था जहां उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिरी व्यक्ति होंगे जिनसे वह डरेंगे।
राहुल गांधी ने कहा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके पास सभी एजेंसियां हैं, क्योंकि सच्चाई उनके साथ नहीं है। एक दिन उन्हें सच्चाई का सामना करना पड़ेगा।
जनसभा में, कांग्रेस नेता ने 25 लाभार्थियों को अपने निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी द्वारा नवनिर्मित घरों की चाबियां वितरित कीं।
राहुल गांधी ने मोदी पर निशाना साधने के लिए अपने भाषण का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने गौतम अडानी के साथ मोदी के समीकरण के बारे में संसद में विस्तार से बात की थी लेकिन पीएम ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
उन्होंने कहा, सच्चाई एक दिन सामने आएगी। (आईएएनएस)|
गोंडा (उप्र), 13 फरवरी | जिले के मनकापुर इलाके में एक गड्ढे में गिरने से दो नाबालिग भाई-बहनों की मौत हो गई और दो बच्चे घायल हो गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना रविवार शाम सेतिया गांव में उस समय हुई, जब शिवा (6), उसका भाई शिवम (10), पंकज (11) और संजय (12) सड़क किनारे खेल रहे थे। पुलिस ने कहा, खेलते समय वे सड़क के किनारे खोदे गए गड्ढे में गिर गए और मिट्टी उन पर गिर गई।
उनकी चीख-पुकार सुनकर स्थानीय निवासी मौके पर पहुंचे और बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने शिवा और शिवम को मृत घोषित कर दिया।
पंकज और संजय का इलाज सीएचसी में चल रहा है। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 13 फरवरी | आगमी लोकसभा चुनाव के लिए सभी दल अपने स्मीकारण बैठने में जुटे हुए हैं। इसी क्रम में भाजपा पूर्वांचल से अब तक पांच लोगों को राज्यपाल बना चुकी है। इस इलाके में भाजपा को मुख्य विपक्षी दल सपा से चुनौती मिल रही है। मना जा रहा है कि इन राज्यपाल की नियुक्तियों से भाजपा न केवल जातीय समीकरण साधेगी, बल्कि रामचरित मानस और जातीय जनगणना के माध्यम से ओबीसी वोट तोड़ने की विपक्ष ने जो कोशिश की है, उसका जवाब दे सकेगी। रविवार को केंद्र ने 13 राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की। इनमें कुछ इधर से उधर किए गए हैं। इस दूरगामी सियासी असर वाली नियुक्तियों में पूर्वांचल से पूर्व केंद्रीय मंत्री व ब्राह्मण चेहरे के रूप में जाने जाने वाले शिव प्रताप शुक्ला हैं, तो पूर्वांचल के वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले चुनाव संयोजक रहे अनुसूचित जनजाति समाज से आने वाले एमएलसी लक्ष्मण प्रसाद आचार्य भी शामिल हैं। इसके अलावा बिहार के राज्यपाल रहे फागू चौहान को इधर-उधर किया गया है।
राजनीतिक जानकर कहते हैं कि भाजपा ने इस बार यूपी में हारी सीटों को जीतने के अलावा जातीय समीकरण को ठीक करने के लिए यह दांव चला है। इससे पहले जेपी नड्डा दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान पाते ही पूर्वांचल की धरती गाजीपुर से चुनावी आगाज किया था। अभी चुनाव में भले ही करीब एक साल से ज्यादा का समय बाकी हो, लेकिन भाजपा कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। राज्यपाल भले ही राजनीतिक पद न हो, फिर भी चेहरे के जरिए पार्टी एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। हिमांचल में अभी हाल में ही कांग्रेस की सरकार बनी है। ऐसे में भाजपा ने अपने अनुभवी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवप्रताप शुक्ल को कमान देकर ब्राह्मणों को साधने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र के रहने वाले लक्ष्मण प्रसाद आचार्य भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष होने के साथ ही यूपी विधान परिषद के सदस्य भी रहे हैं। पूर्वांचल में आदिवासी-दलित समाज के बीच भाजपा की पैठ बनाने में इनकी अच्छी भूमिका मानी जाती है। लक्ष्मण आदिवासी बहुल सोनभद्र के मूल निवासी हैं। जानकारों का मानना है कि प्रदेश में रामचरित मानस की चौपाई के जरिये विपक्ष दलितों और पिछड़ों के बीच भाजपा को घेरने की कोशिश कर रहा है। केंद्र सरकार ने आचार्य की नियुक्ति के जरिए इन वर्गों को संदेश देने की कोशिश की है, कि भाजपा के लिए पिछड़ों और दलितों का महत्व सर्वोपरि है।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता की मानें तो यूपी में पार्टी सभी सीटों पर जीत चाहती है। लेकिन कुछ दिनों से ऐसे मुद्दे उठाए जा रहे, जो सियासत में जातीय समीकरण को काफी प्रभावित कर सकते हैं। इसी लिहाज से यह कदम उठाया गया है। इसके माध्यम पार्टी को जातीय समीकरण बनाने में मजबूती मिलेगी।
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक प्रसून पांडेय कहते हैं कि भाजपा ने 2024 की तैयारी बहुत पहले से शुरू कर दी है। उसने जातीय समीकरण को दुरुस्त करने का प्रयास किया। अगर पूर्वांचल को देखेंगे तो यहां से पांच राज्यपाल है। इनमें कलराज मिश्रा, फागू चौहान, मनोज सिन्हा, अब शिवप्रताप शुक्ला और लक्ष्मण आचार्य शामिल हैं। पार्टी ने अपने समीकरण को दुरुस्त करने का प्रयास किया है। साथ ही मंडल-कमंडल जैसे मुद्दों की धार कुंद करने का प्रयास किया है। हालांकि इसमें कितनी सफलता मिलेगी यह आने वाला वक्त बताएगा। (आईएएनएस)|
सैन फ्रांसिस्को, 13 फरवरी | ट्विटर के सीईओ एलोन मस्क ने सोमवार को कहा कि ट्विटर की टीम ने रातों-रात कई काम पूरे किए। इसमें रीट्वीट की पहुंच में सुधार करना और निगेटिव ट्विट को टाना शामिल है। मस्क ने ट्वीट किया, टीम ने रात में और काम पूरा किया।
उन्होंने कहा, तस्वीरों/वीडियो वाले ट्वीट्स को प्रभावित करने वाले ऊंचाई के दंड को हटा दिया गया, अनुशंसित ट्वीट्स की संख्या में वृद्धि हुई, गिराए गए ट्वीट्स की बेहतर ट्रैकिंग, झूठी नकारात्मकता पैदा करने वाले फिल्टर को हटा दिया गया, यदि उपयोगकर्ता लेखक का अनुसरण करता है तो जुर्माना हटा दिया गया, रीट्वीट की पहुंच में सुधार हुआ।
मस्क ने रविवार को कहा कि इंजीनियरों ने उनके साथ ट्विटर मुख्यालय में माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर दो महत्वपूर्ण समस्याओं का समाधान किया।
उन्होंने कहा कि जब मैंने ट्वीट किया तो 'फैनआउट सर्विस फॉर फॉलोइंग फीड' ओवरलोड हो रही थी, इसके परिणामस्वरूप मेरे 95 प्रतिशत तक ट्वीट डिलीवर नहीं हो रहे थे।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि अनुशंसा एल्गोरिथ्म प्रतिशतक ब्लॉक गणना के बजाय पूर्ण ब्लॉक गणना का उपयोग कर रहा था, कई अनुयायियों के खातों को डंप किया जा रहा था, भले ही ब्लॉक अनुयायियों का केवल 0.1 प्रतिशत था।
मस्क ने यह भी कहा कि इस सप्ताह ओवरसाइज्ड फॉन्ट और अंडरसाइज्ड पैराग्राफ स्पेसिंग को ठीक कर दिया जाएगा। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 13 फरवरी | कांग्रेस सांसद रजनी पाटिल के निलंबन और राहुल गांधी व मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषणों के कुछ अंश निकाले जाने के बाद सदन की रणनीति बनाने के लिए विपक्षी दल सोमवार को बैठक करेंगे। समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की बैठक संसद भवन में होगी। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि केंद्र पीठासीन अधिकारियों पर अनुचित दबाव डालकर सच्चाई को छिपाने की साजिश कर रहा है। खड़गे ने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार संसद के दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों पर अनुचित दबाव डालकर सच्चाई को छिपाने और जेपीसी जांच की मांग को दबाने की साजिश कर रही है।
उनकी यह टिप्पणी राहुल गांधी और खड़गे के क्रमश: लोकसभा और राज्यसभा में दिए गए भाषणों के कुछ हिस्सों को पीठासीन अधिकारियों द्वारा निकाले जाने के बाद आई है।
खड़गे ने कहा कि संसद के अंदर और 'जन संसद' दोनों जगह सवाल पूछे जाएंगे।
उन्होंने पूछा, क्या अदाणी घोटाले की जांच नहीं होनी चाहिए? क्या अदाणी की कंपनियों में निवेश किए गए एलआईसी के पैसे के गिरते मूल्य पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए? क्या एसबीआई और अन्य बैंकों द्वारा अदाणी को दिए गए 82,000 करोड़ रुपये के ऋण के बारे में सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए? (आईएएनएस)|
हैदराबाद, 13 फरवरी | हैदराबाद के कुकटपल्ली इलाके में सोमवार सुबह एक निजी ट्रैवल कंपनी की तीन बसों में आग लग गई। यह घटना आईडीएल चेरुवु इलाके के पास एक पाकिर्ंग में रात 1 बजे के आसपास हुई।
वहां खड़ी भारती ट्रैवल्स की बसों में अचानक आग लग गई। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग तेजी से फैल गई और तीन वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। एहतियात के तौर पर चार अन्य बसों को तुरंत वहां से हटाया गया।
आग बुझाने के लिए दमकल की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं लेकिन तब तक बसें पूरी तरह से जल कर खाक हो चुकी थीं।
आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है। शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में ले लिया है। (आईएएनएस)|
कोलकाता, 13 फरवरी | पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में एक गुब्बारे बेचने वाले के हीलियम गैस सिलेंडर में विस्फोट होने से चार लोगों की मौत हो गई और दस अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। धमाका रविवार रात जयनगर में मेले के दौरान हुआ, जब वहां कुछ लोग खड़े थे।
विस्फोट में मारे गए चार लोगों में से दो नाबालिग थे।
गुब्बारे बेचने वाले मुचिराम मंडल (35) की मौके पर ही मौत हो गई, जिसका हीलियम सिलेंडर फट गया। विस्फोट में मारे गए अन्य तीन लोगों की पहचान शाहीन मुल्ला (13), अबीर गाजी (8) और कुतुबुद्दीन मिस्त्री (35) के रूप में हुई है।
जयनगर थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश चक्रवर्ती के नेतृत्व में भारी पुलिस दल तत्काल मौके पर पहुंचा। चारों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
घायलों को पास के बारुईपुर अस्पताल ले जाया गया। इनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बरुईपुर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी आतिश विश्वास ने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि विस्फोट कैसे हुआ। (आईएएनएस)|
बेंगलुरू, 13 फरवरी | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बेंगलुरू के येलहंका एयरबेस में एशिया के सबसे बड़े एयरो इंडिया शो 2023 का उद्घाटन किया और कहा कि देश रक्षा क्षेत्र का प्रमुख खिलाड़ी बनने का कोई मौका नहीं छोड़ेगा और न ही कोई कसर छोड़ेगा। रक्षा मंत्रियों, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और विभिन्न देशों के गणमान्य व्यक्तियों की सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 21 वीं सदी का भारत रक्षा क्षेत्र का अग्रणी खिलाड़ी बनने का कोई अवसर नहीं जाने देगा। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि 2024-25 तक, भारतीय रक्षा निर्यात पांच बिलियन डॉलर होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारत रक्षा उत्पादों के आयात से छह गुना अधिक निर्यात कर रहा है। 2021-22 में निर्यात 1.5 अरब डॉलर को पार कर गया है।
उन्होंने कहा, यह इस धारणा के बावजूद किया जा रहा है कि रक्षा बाजार और व्यवसाय जटिल हैं।
प्रधानमंत्री ने यह भी दावा किया कि भारत एक बाजार होने के नाते अब विभिन्न देशों के लिए एक रक्षा भागीदार की भूमिका निभाने के लिए तैयार है। वैश्विक रक्षा निर्माण उद्योग के लिए भारत केवल एक बाजार नहीं है, यह एक संभावित रक्षा भागीदार है।
पीएम मोदी ने कहा, देश प्रभावी लागत, विश्वसनीय, सर्वोत्तम नवाचारों की पेशकश कर सकता है। नीतियां असाधारण हैं। निर्णायक सरकार जमीनी स्थिति के बारे में अच्छी तरह से जानती है।
उन्होंने कहा, प्रणाली सहायक है और निवेशक लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने वर्णन किया कि बेंगलुरु का आसमान एक भरोसेमंद भारत का उदाहरण दे रहा है, वे उन नई ऊंचाइयों के गवाह हैं, जिन्हें भारत ने बढ़ाया है। एयरो इंडिया 2023 देश की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है। उन्होंने कहा।
पीएम मोदी ने कहा, इस आयोजन में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जो पूरे विश्व का भारत के प्रति विश्वास दिखाता है। इस आयोजन ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारत के एमएसएमई, स्टार्टअप के साथ-साथ प्रतिष्ठित वैश्विक कंपनियां इस आयोजन में भाग ले रही हैं।
प्रधान मंत्री ने एयरो इंडिया शो 2023 में भारतीय वायु सेना का एक शानदार प्रदर्शन देखा। उन्होंने इस कार्यक्रम का स्मारक डाक टिकट भी जारी किया। (आईएएनएस)|
देहरादून, 13 फरवरी | महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद भगत सिंह कोश्यारी को लेकर भाजपा में हलचल है। बेशक कोश्यारी ने राज्यपाल की कुर्सी त्यागने के बाद एकांतवास में रहकर अध्ययन करने की इच्छा जाहिर की है लेकिन सियासतदां अच्छे से जानते हैं कि भगत सिंह कोश्यारी सत्ता से दूर नही रह सकते। हालांकि अभी ये तय नहीं है कि उनका अगला कदम क्या होगा। सियासी हलकों में यह सवाल तैर रहा है कि कोश्यारी एकांतवास में जाकर अध्ययन में जीवन बिताएंगे या फिर सियासत में एक शक्तिपीठ की तरह अपने समर्थकों की मुराद पूरी करने का माध्यम बनेंगे।
महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा मंजूर किए जाने के बाद उत्तराखंड की राजनीति में हलचल शुरू हो गई है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि, भगत सिंह कोश्यारी हमारे वरिष्ठ नेता हैं। उनका लंबा राजनीतिक अनुभव रहा है। उन्होंने कहा है कि वह अब अध्ययन करना चाहते हैं। निश्चित तौर पर पार्टी को उनके राजनीतिक अनुभवों का लाभ मिलेगा। लोकसभा और निकाय चुनावों में पार्टी उनका भी मार्गदर्शन प्राप्त करेगी।
भगत सिंह कोश्यारी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा है कि केंद्र सरकार पर महाराष्ट्र की सरकार का दबाव रहा होगा जिसके चलते उनको राज्यपाल पद से इस्तीफा देना पड़ा है।
साथ ही हरक सिंह रावत ने कहा कि उनके उत्तराखंड आने पर मौजूदा मुख्यमंत्री और भगत सिंह कोश्यारी के शिष्य पुष्कर सिंह धामी का भविष्य क्या रहेगा यह समय ही बताएगा।
हरीश रावत ने कहा कि पहले शिक्षा मंत्री रहे रमेश पोखरियाल निशंक को हटाया जाना और अब राज्यपाल पद से कोश्यारी को हटाया जाना उत्तराखंड की नजर में उत्तराखंड वासियों को अखर रहा है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 13 फरवरी | राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा कि संसद में राहुल गांधी ने उद्योगपति गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच संबंधों के बारे में जो कहा, उसमें कुछ भी असंसदीय नहीं था। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा कांग्रेस सांसद को भेजे गए विशेषाधिकार हनन नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने कहा, राहुल गांधी ने संसद में जो कुछ भी कहा, वह पहले से ही सार्वजनिक है और इसमें कुछ भी असंसदीय नहीं है। इसलिए वह इसी तरह नोटिस का जवाब देंगे।
गांधी को लोकसभा सचिवालय ने 8 फरवरी को नोटिस भेजा था, जिसका उन्हें 15 फरवरी तक जवाब देना है।
दुबे ने कहा, लोकसभा स्पीकर को कोई नोटिस दिए बिना आप हमारे प्रधानमंत्री पर इस तरह के आरोप नहीं लगा सकते। नोटिस में हमने राहुल गांधी से 15 फरवरी तक सबूत दिखाने को कहा है जिससे उनके दावे साबित हो सकें या उन्हें संसद में माफी मांगनी चाहिए अन्यथा वह अपनी लोकसभा सीट खो देंगे।
कांग्रेस सांसद ने 2014 में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के सत्ता में आने के बाद अदाणी के धन में अचानक वृद्धि की ओर इशारा करते हुए उनके मोदी के साथ संबंधों पर सवाल उठाया था।
गांधी ने प्रधानमंत्री पर क्रोनी कैपिटलिज्म का भी आरोप लगाया था।
लोकसभा सचिवालय के सूत्रों के अनुसार, सात फरवरी को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान 'भ्रामक, अपमानजनक, असंसदीय और आपत्तिजनक बयान' देने के लिए विशेषाधिकार हनन नोटिस में कांग्रेस नेता से जवाब मांगा गया है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 13 फरवरी | भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी.वाई. चंद्रचूड़ ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट (एससी) के दो नए जजों को पद की शपथ दिलाई। जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस अरविंद कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली। इस प्रकार अब सुप्रीम कोर्ट में 34 जज हो चुके हैं। 31 जनवरी को, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस अरविंद कुमार को शीर्ष अदालत में न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने की सिफारिश की थी। जस्टिस बिंदल इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और जस्टिस कुमार गुजरात उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे।
कॉलेजियम की अध्यक्षता मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने की। इसमें जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस के.एम. जोसेफ, जस्टिस एम.आर. शाह, जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस संजीव खन्ना भी शामिल हैं। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 13 फरवरी | केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल सोमवार को राज्यसभा की कार्यवाही से अनुपस्थित रहे। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए। ने कार्यवाही की। पटेल केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और जल शक्ति राज्य मंत्री हैं। राज्य सभा बुलेटिन में कहा गया है, प्रहलाद सिंह पटेल एक प्रति सभा पटल पर रखेंगे।
लेकिन जब चेयर द्वारा उनका नाम पुकारा गया, तो वे सदन में नहीं थे। सभापति ने कहा कि कार्यवाही के लिए संबंधित मंत्री को सदन में उपस्थित होना होगा।
इससे पहले, सभापति ने आप सांसद संजय सिंह द्वारा पेश किए गए व्यापार नोटिस के निलंबन को खारिज कर दिया। इस पर विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी की।
विपक्ष के 14 प्रतिनिधियों ने सोमवार को संसद में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में मुलाकात की और इस मुद्दे को उठाने का फैसला किया। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 13 फरवरी | सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा और संसदीय क्षेत्रों के परिसीमन की पुष्टि की। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पीठ और न्यायमूर्ति ए.एस. ओका ने स्पष्ट किया कि परिसीमन पर निर्णय उन मामलों के एक अलग बैच को प्रभावित नहीं करेगा, जहां शीर्ष अदालत की संविधान पीठ के समक्ष अनुच्छेद 370 को निरस्त करने को चुनौती दी जा रही है। शीर्ष अदालत ने श्रीनगर निवासी हाजी अब्दुल गनी खान और डॉ. मोहम्मद अयूब मट्टू द्वारा दायर एक याचिका पर फैसला सुनाया। इसमें यूटी में सीटों की संख्या 107 से बढ़ाकर 114 करने को चुनौती दी गई थी। याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया था कि यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 81, 82, 170, 330 और 332 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 63 के विरुद्ध है।
अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद जम्मू और कश्मीर के तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करते हुए, जम्मू-कश्मीर के विधानसभा क्षेत्रों को फिर से परिभाषित करने के लिए परिसीमन आयोग नियुक्त किया गया था। आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश में 90 विधानसभा क्षेत्रों की सिफारिश करते हुए अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। (आईएएनएस)|
चेन्नई, 13 फरवरी | तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के आरक्षित वन क्षेत्र में एक 59 वर्षीय महिला को जंगली हाथी ने कुचल कर मार डाला। हमला रविवार शाम को हुआ। तमिलनाडु वन विभाग ने महिला की पहचान शक्तिवेल की पत्नी करुपथल के रूप में की है।
अधिकारियों के मुताबिक, करुपथल अपने मवेशियों को चराने के लिए वन क्षेत्र की सीमा पर गई थी। अचानक जंगल से एक हाथी आ गया। महिला ने भागने की कोशिश की, लेकिन वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक हाथी ने उसे सूंड से पकड़कर पटक दिया और बाद में महिला को कुचल कर मार डाला।
करुपथल के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेट्टुपालयम सरकारी अस्पताल ले जाया गया। तमिलनाडु वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जंगली हाथी के हमले की जांच की।
तमिलनाडु वन विभाग उन क्षेत्रों में बिजली की बाड़ का उपयोग करने की प्रक्रिया में है जहां मानव और पशु संघर्ष होता है। करुपथल की हत्या के बाद यहां बाड़ लगाने की जरूरत काफी बढ़ गई है।
तमिलनाडु वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि मानव बस्तियों में जंगली हाथियों और अन्य जानवरों के हमलों को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों पर विभाग राज्य सरकार को एक प्रस्ताव पहले ही सौंप चुका है। (आईएएनएस)|
सैन फ्रांसिस्को, 13 फरवरी | सैन फ्रांसिस्को में ट्विटर मुख्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों ने निकाले गए कर्मचारियों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया। एनबीसी बे एरिया के अनुसार, रैली पिछले सप्ताहांत में 1355 मार्केट स्ट्रीट पर ट्विटर मुख्यालय के बाहर निकाली गई।
साथी कार्यकर्ता एंड्रयू कोंग नाइट के साथ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले स्टीव जेल्टजर को यह कहते हुए सुना गया कि रैली निकाले गए कर्मचारियों और कंपनी में बने रहने वाले दोनों के समर्थन में थी।
जेल्टजर ने कहा, "हमें लगता है कि उन्हें (मस्क) श्रम कानूनों का पालन करना चाहिए। उनका श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ाने का इतिहास रहा है। उन्होंने 700 टेस्ला श्रमिकों को निकाल दिया, जो संगठित होने की कोशिश कर रहे थे।"
इस कार्यक्रम में कलाकारों में एंग्री टायर्ड टीचर्स बैंड, एक श्रमिक समर्थक समूह शामिल था।
बर्खास्त किए गए कुछ कर्मचारियों ने ट्विटर और मस्क के खिलाफ एक क्लास-एक्शन मुकदमा दायर किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि बर्खास्तगी में राज्य और संघीय श्रम कानूनों का उल्लंघन हुआ है।
पिछले महीने, बर्खास्त किए गए ट्विटर कर्मचारियों के समूह को एक अमेरिकी न्यायाधीश ने मस्क के खिलाफ उनके क्लास एक्शन के मुकदमे को छोड़ने के लिए कहा था।
एक फैसले में, अमेरिकी जिला न्यायाधीश जेम्स डोनाटो ने कहा कि श्रमिकों को 'ट्विटर के साथ हस्ताक्षर किए गए रोजगार अनुबंध का हवाला देते हुए' निजी मध्यस्थता में अपना मामला बनाना चाहिए।
मुकदमे में ट्विटर पर विच्छेद वेतन पैकेज पर अपना वादा नहीं निभाने का आरोप लगाया गया।
मस्क ने शुरू में तीन महीने के विच्छेद वेतन का वादा किया था, लेकिन बर्खास्त किए गए कई कर्मचारियों ने दावा किया कि उन्हें यूएस वॉर्न अधिनियम के अनुपालन में दो महीने के गैर-कामकाजी वेतन के अलावा केवल एक महीने का वेतन मिला था। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 12 फरवरी | राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 13 नए राज्यपालों की नियुक्ति की है। उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी व लद्दाख के एलजी राधा कृष्णन माथुर का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है। इस संबंध में जारी पत्र के अनुसार सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइक को अरुणाचल प्रदेश का, लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम का, सीपी राधाकृष्णन को झारखंड का और शिव प्रताप शुक्ला को हिमाचल प्रदेश का, एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का व गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
इसी प्रकार कुछ राज्यपालों को दूसरे राज्यों में नियुक्त किया गया है।
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बिस्वा भूषण हरिचंदन को छत्तीसगढ़ का, छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके को मणिपुर का, मणिपुर के राज्यपाल गणेशन को नागालैंड का, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को मेघालय का, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को बिहार का, झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का नया राज्यपाल बनाया गया है। अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर डॉ. बी.डी. मिश्रा को लद्दाख का उप राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
उपरोक्त नियुक्तियां उन तारीखों से प्रभावी होंगी, जिन तारीखों से वे अपने-अपने कार्यालयों का प्रभार ग्रहण करेंगे। (आईएएनएस)|
संतोष कुमार पाठक
नई दिल्ली, 12 फरवरी | कांग्रेस समेत अन्य कई विपक्षी दलों द्वारा बेरोजगारी और महंगाई के मसले पर आलोचना का सामना कर रही भाजपा ने देश की सबसे बड़ी आबादी 'मध्यम वर्ग' यानी मिडिल क्लास पर बड़ा चुनावी दांव खेल दिया है।
भाजपा एक तरफ जहां देश के मिडिल क्लास को यह याद दिला रही है कि वोट बैंक पॉलिटिक्स के कारण कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की सरकारों ने उन्हें किस तरह से पूरी तरह से नकार दिया था वहीं दूसरी तरफ इस बार के बजट और मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं का हवाला देते हुए यह भी समझाने की कोशिश कर रही है कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार उनका कितना ख्याल रख रही है।
दरअसल, आतंकवाद और भ्रष्टाचार से त्रस्त देश के मिडिल क्लास ने 2014 के लोक सभा चुनाव में उपरोक्त दोनों समस्याओं के साथ-साथ हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के एजेंडे को सामने रखते हुए भाजपा की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
2019 में इसी मिडिल क्लास ने दोबारा ऐतिहासिक समर्थन देकर मोदी की दोबारा ताजपोशी में अहम भूमिका निभाई थी। इसलिए भाजपा को चुनावी शिकस्त देने की रणनीति बनाने में जुटी कांग्रेस लगातार और जोर-शोर से महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को उठाकर मध्यम वर्ग को लुभाने की कोशिश कर रही है।
विपक्षी दलों की इसी रणनीति को काटने के लिए भाजपा ने मध्यम वर्ग (मिडिल क्लास) पर बड़ा चुनावी दांव खेला है। एक फरवरी को संसद में पेश किए गए देश के आम बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मिडिल क्लास के लिए कई अहम घोषणाएं की। उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट पर बयान जारी कर इन विशेषताओं को उभारने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री ने बजट को गांव-गरीबों और किसानों के साथ-साथ मध्यम वर्ग के सपनों को पूरा करने में सहायक बताते हुए कहा कि बहुत तेजी से बदलते भारत में विकास हो या व्यवस्था, साहस हो या संकल्प लेने का सामथ्र्य, जीवन के हर क्षेत्र में आज भारत का मध्यम वर्ग एक प्रमुख धारा बना हुआ है। समृद्ध और विकसित भारत के सपनों को पूरा करने के लिए मध्यम वर्ग एक बहुत बड़ी ताकत है।
जैसे भारत की युवा शक्ति, भारत का विशेष सामथ्र्य है, वैसे ही बढ़ता हुआ भारत का मध्यम वर्ग भी एक बहुत बड़ी शक्ति है। मध्यम वर्ग को सशक्त बनाने के लिए उनकी सरकार ने बीते वर्षों में अनेकों निर्णय लिए और ईज ऑफ लिविंग को सुनिश्चित किया है। उन्होंने टैक्स रेट को कम किया है, साथ ही प्रॉसेस को सरल, पारदर्शी और फास्ट किया है। मोदी ने कहा कि हमेशा मध्यम वर्ग के साथ खड़ी रहने वाली उनकी सरकार ने मध्यम वर्ग को टैक्स में बड़ी राहत दी है।
इसके कुछ दिन बाद, 7 फरवरी को भाजपा के सभी सांसदों की बैठक (संसदीय दल) को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी सांसदों को अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर गरीबों और मध्यम वर्ग से बातचीत कर उन्हें यह बताने का निर्देश दिया कि इस बार के बजट में सरकार की तरफ से उन्हें क्या-क्या दिया गया है।
इसके अगले दिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोक सभा में स्वयं मोर्चा संभालते हुए देश के मिडिल क्लास को एक बड़ा राजनीतिक संदेश देने का प्रयास किया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने 8 फरवरी को लोक सभा में कहा, वोट बैंक की राजनीति ने देश के सामथ्र्य को कभी-कभी बहुत बड़ा गहरा धक्का पहुंचाया है। और उसी का परिणाम है कि देश में जो होना चाहिए, जो समय पर होना चाहिए था उसमें काफी देर हो गई। आप देखिए मध्यम वर्ग, लंबे समय तक मध्यम वर्ग को पूरी तरह नकार दिया गया। उसकी तरफ देखा तक नहीं गया।
एक प्रकार से वो मान के चला कि हमारा कोई नहीं, अपने ही बलबूते पर जो हो सकता है करते चलो। वो अपनी पूरी शक्ति बेचारा खपा देता था। लेकिन हमारी सरकार, एनडीए सरकार ने मध्यम वर्ग की ईमानदारी को पहचाना है। उन्हें सुरक्षा प्रदान की है और आज हमारा परिश्रमी मध्यम वर्ग देश को नई ऊंचाई पर ले जा रहा है।
मोदी ने सरकार की विभिन्न योजनाओं से मध्यम वर्ग को मिले लाभ का जिक्र करते हुए कहा, 2014 के पहले जीबी डेटा की कीमत 250 रुपया थी। आज सिर्फ 10 रुपया है। औसत 20 जीबी उपयोग के हिसाब से देखा जाए तो आज एक व्यक्ति का 5 हजार रुपया बच रहा है।
पीएम मोदी ने दावा किया कि जन औषधि स्टोर के कारण आज मध्यम वर्ग का 20 हजार करोड़ रुपया बचा है। रेरा का कानून बनाकर और होम लोन की बड़ी व्यवस्था कर मध्यम वर्गीय परिवार के अपने घर के सपने को साकार करने में सरकार बड़ी भूमिका निभा रही है। सरकार की नीतियों के कारण अब मध्यम वर्गीय परिवार को यह विश्वास होने लगा है कि उच्च शिक्षा के मामले में उनके बच्चों का भविष्य उज्जवल होना तय है।
दरअसल, देश के सामाजिक ताने-बाने और अर्थव्यवस्था के साथ-साथ हर चुनाव में सरकारें बनाने और बदलने में सबसे अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मध्यम वर्ग पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की नजरें हमेशा बनी रहती हैं।
देश के सबसे बड़े करदाता मध्यम वर्ग की आमतौर पर यह शिकायत रहती है कि सरकार अन्य वर्गों की तरह न तो उनका ख्याल रखती है और न ही उनके लिए विशेष योजना लाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यम वर्ग के इसी दुखती रग पर हाथ रखकर यह संकेत दे दिया है कि 2024 के लोक सभा चुनाव में पार्टी और सरकार दोनों की निगाहें इस मध्यम वर्ग पर बनी रहेगी। (आईएएनएस)|
मनोज पाठक
बेतिया (बिहार), 12 फरवरी | द्वापरयुग में भीष्म ने अपने पिता की खुशी के लिए आजीवन विवाह नहीं करने की प्रतिज्ञा ली थी, लेकिन इस काल में बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में एक शख्स ने पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए जीवन भर अविवाहित रहने की भीष्म प्रतिज्ञा ली है।
पश्चिम चंपारण जिले के बगहा दो प्रखंड के नरवल बरवल पंचायत अंतर्गत पिपरा गांव के रहने वाले गजेंद्र यादव आज अपनी प्रतिज्ञा का बखूबी निर्वहन कर अविवाहित रहकर करीब आठ लाख पौधे लगा चुके हैं और अपना जीवन भी इन पेड़ों के लिए खपा रहे हैं।
गजेंद्र के लिए उनके द्वारा लगाए गए पौधे ही उनके लिए परिवार है। यही कारण है कि दशहरा, दीवाली, रक्षाबंधन जैसे त्योहार भी वे इन पेड़ों के साथ ही मनाते हैं।
आईएएनएस से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि वे अपने चार भाई बहनों में सबसे बड़े हैं। वे कहते है कि सभी भाइयों और बहनों की शादी हो गई है। अगर उनके पेड़ों की तनिक भी हानि पहुंचती है तो वे परेशान हो जाते हैं।
उन्होंने बताया कि किशोरावस्था में वे एक दिन रेडियो सुन रहे थे, तभी एक कार्यक्रम के दौरान कहा गया कि वृक्षों के नहीं रहने से पर्यावरण असंतुलित हो जाएगा और धरती पर रहने वाले सभी प्राणी ऑक्सीजन के अभाव में मरने लगेंगे। उसी समय से गजेंद्र ने पौधा लगाने और पेड़ों के लिए अपना जीवन समर्पण करने की योजना बना ली। इसके बाद यह सफर शुरू हुआ तो अब आगे ही बढ़ता जा रहा है।
गजेंद्र की जब शादी की उम्र होने लगी, उनके विवाह के भी प्रस्ताव आने लगे, लेकिन अपने धुन के पक्के गजेंद्र ने अविवाहित रहकर पेड़ों की सेवा करने की प्रतिज्ञा ली और इसी काम में रम गए।
वे बताते हैं कि उस समय बगहा के बतौर पुलिस अधीक्षक आईपीएस अधिकारी विकास वैभव का आगमन हुआ। इसी दौरान वैभव से इनकी मुलाकात हुई। गजेन्द्र के निमंत्रण पर वे नरवल बरवल पंचायत के सेमरकोल तिरहुत नहर के किनारे आये जहां उस समय रात तो दूर की बात है दिन में चोरी, छिनतई, हत्या और दुष्कर्म होना आम बात थी।
विकास वैभव ने उस समय यहां एक आम का एक पौधा लगा कर अमन और शांति का संदेश दिया। इसके बाद तो गजेंद्र के पौधे लगाने का सिलसिला तेज हो गया और इस कार्य में और आगे बढ़ चले।
आज यहां विकास वैभव नाम का चौराहा है। गजेंद्र आईएएनएस को बताते हैं कि सुबह उठने के बाद से रात सोने के पहले तक वे इन पेड़ों की सेवा में लगे रहते हैं।
वृक्षारोपरण के प्रति समर्पण और पर्यावरण संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने वाले गजेन्द्र यादव के सराहनीय कार्य से प्रभावित होकर मुख्य मंत्री नीतीश कुमार एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उन्हें पटना बुला कर सम्मानित किया।
यादव का दावा है कि वे इस कार्य में 2003 से लगे हैं और अब तक उन्होंने लगभग 8 लाख पौधे लगाए हैं। उनके द्वारा लगाए गए अधिकांश पौधों में बरगद, पीपल, पाकड़ और नीम शामिल हैं क्योंकि वे न केवल पक्षियों को अच्छे आश्रय देते हैं बल्कि बाढ़ के दौरान मिट्टी के कटाव को भी रोकते हैं।
इसके अलावा इन पेड़ों की आयु लंबी है और मनुष्यों को पर्याप्त ऑक्सीजन भी प्रदान करते हैं।
गजेन्द्र यादव ने तटबंधों, नहरों, सड़कों और गांवों के बाहर स्कूल परिसर में पेड़ लगाने के लिए खाली जगह का उपयोग किया है, जिससे उन्हें व्यापक प्रशंसा भी मिली है। वे कहते हैं कि वे खुद पौधे को नर्सरी तैयार करते हैं और उन्हीं पौधों को लगाते हैं।
उन्होंने बताया कि उन्होंने इसके लिए 100 युवकों की एक टीम भी तैयार की है, जो इन पेड़ों की देखरेख में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान वे लकड़ी काटने वालों पर भी नजर रखते हैं।
यादव बताते हैं कि कुछ लकड़ी काटने वालों को पकड़ लिया जाता है, जिन्हे बाद में गलती मान लेने पर छोड़ भी दिया जाता है। जो नहीं मानते उनके खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जाती है।
यादव भविष्य की योजना के संबंध में कहते हैं कि जब तक उनका शरीर इस कार्य में साथ देगा, वह इस कार्य को करते रहेंगे। मेरा जीवन इन पेड़ों के लिए समर्पित है।
इधर, नरवल बोरवल पंचायत की मुखिया सकीना खातून भी गजेंद्र के कार्यों की प्रशंसा करती हैं। वे कहती हैं कि गजेंद्र अपने कार्यों के जरिए लोगों में पर्यावरण संरक्षण का न केवल संदेश दे रहे बल्कि युवाओं को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज उनके प्रयास से खाली जमीन में भी हरियाली दिख रही है। (आईएएनएस)|