राष्ट्रीय
नोएडा, 24 फरवरी | बीती रात नोएडा के सेक्टर 142 थाना क्षेत्र के सेक्टर 138 के इलाहबास गांव में बनी झुग्गियों में भीषण आग लग गई। आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड की टीम को रात 2:40 पर लगी, जिसके बाद फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियां मौके पर रवाना हुई और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। गनीमत की बात रही कि इतनी भीषण आग लगने बावजूद किसी के जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली है। आसपास के इलाके को पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने खाली करा दिया है। आग लगने के मुख्य कारण क्या है इसकी जांच भी लोकल पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारियों द्वारा की जा रही है।
नोएडा के फायर विभाग के अधिकारी चीफ फायर ऑफिसर प्रदीप कुमार ने बताया है की 24 फरवरी को थाना सेक्टर 142 क्षेत्र के अंतर्गत समय 2:40 बजे इलाहबास गांव सेक्टर 138 स्थित झुग्गी झोपड़ी में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए फायर सर्विस यूनिट घटना स्थल पर रवाना हुई। विभाग के कर्मचारियों ने फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियों की मदद से घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। इस दौरान करीब 30 झुग्गी जल गई, कोई जन हानि नहीं हुई है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। (आईएएनएस)|
धारवाड़, (कर्नाटक) 24 फरवरी | यहां कार-ट्रक की टक्कर में एक बच्चे सहित पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, यह घटना गुरुवार रात को हुई, जब लोगों का एक समूह सेना में अग्निवीर के रूप में चयनित एक युवक को विदा करने जा रहा था।
एक व्यक्ति को बचाने के प्रयास में कार के चालक ने नियंत्रण खो दिया और तेगुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीछे से एक ट्रक में जा घुसी। हालांकि इस घटना में राहगीर की भी मौत हो गई।
अग्निवीर मंजूनाथ को गंभीर चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
मृतकों की पहचान नागप्पा इरप्पा मुद्दोजी (29), महंतेश बसप्पा मुद्दोजी (40), बसवराज शिवपुत्रप्पा नारगुंड (35) और पांच वर्षीय लड़के श्रीकुमार नरगुंड और इरन्ना गुरुसिद्दप्पा रामनगौदर (35) के रूप में हुई है।
पांचों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि इरन्ना पैदल यात्री थे, बाकी सभी कार सवार थे।
घटना में श्रवण कुमार नरगुंड, मदिवलप्पा अलनावर, प्रकाश गौड़ा घायल हो गए। मंजूनाथ मुद्दोजी को भारतीय सेना में शामिल होने के लिए अग्निवीर के रूप में चुना गया था। पुलिस ने कहा कि उसका परिवार और दोस्त उसे बेलगावी से हुबली छोड़ने जा रहे थे।
मृतक बेलगावी के कित्तूर तालुक के औरदी गांव के रहने वाले थे। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 24 फरवरी | लखनऊ के क्रिकेट खिलाड़ी अभिलेख सिंह से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में ब्रेक दिलाने में मदद करने के नाम पर पांच लाख रुपए की ठगी की गई। पीड़िता ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात के बाद गौतमपल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
लखनऊ के स्पोर्ट्स कॉलेज से पासआउट अभिलेख ने अपनी प्राथमिकी में कहा है कि 2019 में केडी सिंह बाबू स्टेडियम में एक अभ्यास मैच के दौरान उसकी मुलाकात कृष्ण कुमार झा से हुई थी।
उसने पहले मुझे आईपीएल में खेलने का लालच दिया और 17 लाख रुपए की मांग की। मैंने इतनी बड़ी राशि का भुगतान करने में असमर्थता व्यक्त की। उसने मुझे एक राज्य के लिए खेलने के लिए 5 लाख रुपए के एक और सौदे में फंसाया।
किसी तरह, मैंने अपने माता-पिता से पैसे लेने में कामयाबी हासिल की और फिर चेक के माध्यम से भुगतान किया। मुझे प्रतीक्षा के लिए बोला गया और मैंने कुछ दिनों के लिए अरुणाचल प्रदेश में एक अतिरिक्त के रूप में डेरा डाला, लेकिन टीम में खेलने का मौका नहीं मिला, जो आईपीएल खेलने के लिए एक आवश्यकता है।
बाद में, जब पीड़ित को खेलने का कोई मौका नहीं मिला, तो उसने अपने पैसे वापस मांगे, जिस पर उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई।
एडिशनल डीसीपी, पुलिस मुख्यालय, अखिलेश सिंह ने कहा कि आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा, हमने आरोपी का पता लगाने के लिए साइबर सेल की मदद ली है। (आईएएनएस)|
रायपुर, 24 फरवरी | पूर्ण बैठक के एजेंडे को अंतिम रूप देने के लिए नवा रायपुर के कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की बैठक शुरू हुई। कमेटी के सदस्य दो बसों में पहुंचे। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अजय माकन एक ही बस में थे। सितंबर 2022 में राजस्थान कांग्रेस के विधायकों द्वारा पार्टी लाइन की अवहेलना करने और एक समानांतर बैठक आयोजित करने के बाद दोनों नेताओं के बीच मतभेद पैदा हो गए थे। माकन ने राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया था।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। सूत्र बताते हैं कि स्टीयरिंग कमेटी सीडब्ल्यूसी के चुनाव के बारे में फैसला कर सकती है, लेकिन इसे कुछ महीनों के लिए टाला जा सकता है।
स्टीयरिंग कमेटी की बैठक सुबह और विषय समिति की बैठक शाम को होगी।
कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि वह सीडब्ल्यूसी के लिए चुनाव कराने को तैयार है, जहां 12 सदस्य चुने जाने हैं।
कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी, जयराम रमेश ने कहा: स्टीयरिंग कमेटी की बैठक बाद हम इसके बारे में स्पष्ट रूप से कुछ कह सकते हैं .. पार्टी सीडब्ल्यूसी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 24 फरवरी | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विकसित देशों से वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता और विश्वास वापस लाने की अपील की। बेंगलुरू में भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स (एफएमसीबीजी) की पहली बैठक को वर्चुअली संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, यह दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर निर्भर है कि वे वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता, आत्मविश्वास और विकास वापस लाएं।
प्रधान मंत्री ने सदस्यों से दुनिया के सबसे कमजोर नागरिकों पर फोकस करने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक आर्थिक नेतृत्व एक समावेशी एजेंडा बनाकर ही दुनिया का विश्वास जीत सकता है।
उन्होंने कहा, वैश्विक आर्थिक नेतृत्व एक समावेशी एजेंडा बनाकर ही दुनिया का विश्वास वापस जीत सकता है।
उन्होंने कोविड महामारी और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके बाद के प्रभाव, बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यवधान, बढ़ती कीमतें, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, कई देशों की व्यवहार्यता को प्रभावित करने वाले अस्थिर ऋण स्तर और अर्थव्यवस्था के क्षरण का उदाहरण दिया।
भारत के डिजिटल विकास पर उन्होंने कहा कि देश ने अपने डिजिटल भुगतान इकोसिस्टम में अत्यधिक सुरक्षित, भरोसेमंद और कुशल सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार किया है।
प्रधान मंत्री ने कहा, हमारा डिजिटल भुगतान इकोसिस्टम एक मुक्त सार्वजनिक वस्तु के रूप में विकसित किया गया है।
यूपीआई कई अन्य देशों के लिए उदाहरण हो सकते हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था की जीवंतता पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत की अर्थव्यवस्था में भारतीय उपभोक्ताओं और उत्पादकों के आशावाद को दर्शाता है और उम्मीद है कि सदस्य उसी सकारात्मक भावना को वैश्विक स्तर पर प्रसारित करते हुए प्रेरणा प्राप्त करेंगे।
दो दिवसीय बैठक में जी20 देशों के वित्त मंत्रियों की भागीदारी होगी, जो 2023 में जी20 भारत की अध्यक्षता में जी20 वित्त ट्रैक प्राथमिकताओं पर विचार-विमर्श करेंगे।
इसके अलावा बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने, वैश्विक ऋण कमजोरियों, क्रिप्टो संपत्ति और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। (आईएएनएस)|
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), 24 फरवरी | उत्तर प्रदेश में हुक्का बार का कारोबार करने वालों के लिए आखिरकार एक अच्छी खबर है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश में अधिकारियों से हुक्का बार चलाने के लिए लाइसेंस देने या नवीनीकरण की मांग करने वाले आवेदनों पर विचार करने की तारीख से एक महीने की अवधि के भीतर कार्रवाई करने को कहा है।
कोविड-19 के प्रसार के दौरान 2020 में राज्य के विभिन्न जिलों में चलने वाले सभी हुक्का बारों को बंद कर दिया गया था।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर और न्यायमूर्ति सौमित्र दयाल की पीठ ने कहा, कोविड-19 महामारी प्रतिबंधों में काफी हद तक ढील दी गई है और इसलिए कई दूसरे व्यवसायों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है। उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में समान व्यवसायों को चलाने की अनुमति दिए जाने के तथ्यों और परिस्थितियों पर भरोसा किया है।
अतिरिक्त महाधिवक्ता मनीष गोयल ने राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए, प्रस्तुत किया कि हुक्का बार मालिकों ने अभी तक नए लाइसेंस के लिए खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत वैधानिक प्राधिकरण को आवेदन नहीं किया है। यदि वे आवेदन करते हैं, तो उनके अनुरोध पर यथासंभव शीघ्रता से कानून के अनुसार सख्ती से विचार किया जाएगा।
अदालत ने कहा, इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि उपरोक्त अधिनियम के तहत निर्विवाद रूप से हुक्का बार चलाने के व्यवसाय को विनियमित किया जाता है, संबंधित हुक्का बार चलाने के लिए लाइसेंस के अनुदान/नवीनीकरण के लिए वैधानिक प्राधिकरण को आवेदन करने के लिए खुला छोड़ दिया गया है।
हुक्का बार मालिकों की ओर से पेश वकील ने आग्रह किया कि कोविड-19 महामारी के दौरान लगाए गए प्रतिबंधों में काफी हद तक ढील दी गई है और इसलिए, उन्हें अपना व्यवसाय फिर से शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है।
लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी के छात्र हरि गोविंद दुबे ने राज्य में हुक्का बार के माध्यम से कोरोनावायरस के प्रसार के मुद्दे पर 2020 में उच्च न्यायालय में एक पत्र याचिका दायर की थी।
अदालत ने उसी का संज्ञान लिया और पत्र को जनहित याचिका माना। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 23 फरवरी । सुप्रीम कोर्ट ने मद्रास हाईकोर्ट के फ़ैसले पर मुहर लगाते हुए गुरुवार को तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ई पलनीसामी को एआईएडीएमके का अंतरिम महासचिव बने रहने की अनुमति दे दी है.
जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस हृषिकेश रॉय की खंडपीठ ने पार्टी नेता ओ पनीरसेल्वम की याचिका ख़ारिज कर दी है. उन्होंने मद्रास हाईकोर्ट के फ़ैसले को चुनौती दी थी.
अदालत के इस फ़ैसले से एआईएडीएमके का नियंत्रण अब पलनीस्वामी के हाथों में आ गया है.
जयललिता के निधन के बाद पार्टी के अगले नेता के लिए चल रही रस्साकशी में यह फ़ैसला ई पलनीसामी को मजबूती दे सकता है. एआईएडीएमके के अधिकतर नेता पहले से ही पलनीसामी के समर्थन में हैं.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पलनीस्वामी के समर्थकों ने चेन्नई के रायपेटा स्थित एआईएडीएमके मुख्यालय में पटाखे फोड़कर और मिठाइयां बांटकर जश्न मनाया. (bbc.com/hindi)
भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए दावेदारी की घोषणा कर दी है. नामांकन को जीतने के लिए उनकी टक्कर डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय मूल की ही निक्की हेली से होगी.
37 साल के बायोटेक उद्यमी और निवेशक रामास्वामी आप्रवासी भारतीय दम्पति के बेटे हैं और उनका जन्म अमेरिकी राज्य ओहायो में हुआ था. वो बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं. कुछ सालों पहले उन्होंने एक बायोटेक कंपनी की स्थापना की थी और फिर एक हेज फंड में पार्टनर बन गए थे.
मंगलवार 21 फरवरी की रात जारी किए गए एक वीडियो में उन्होंने अपनी दावेदारी की घोषणा यह कहते हुए की कि अमेरिका में इस समय एक "राष्ट्रीय पहचान का संकट" खड़ा हो गया है जो एक वामपंथी विचारधारा द्वारा चलाया जा रहा है.
राजनीति में बाहरी
उन्होंने कहा कि इस विचारधारा ने "विश्वास, देशभक्ति और कड़ी मेहनत" की जगह "कोविडिस्म, क्लाइमेटिस्म और लैंगिक विचारधारा जैसे नए सेक्युलर धर्मों" को ला दिया है. रामास्वामी ने कहा, "हम अपनी विविधता और अपने अंतरों से इतने अभिभूत हो गए हैं कि हम यह भूल गए थे कि अमेरिकी नागरिक के रूप में कितने मायनों में हम एक जैसे ही हैं."
वीडियो के साथ साथ वॉल स्ट्रीट जर्नल अखबार में छपे एक संपादकीय में उन्होंने लिखा कि अगर वो जीत गए तो वो अफर्मेटिव एक्शन को हटाने की कोशिश करेंगे. वो न्याय मंत्रालय को "अवैध नस्ल-आधारित प्राथमिकताओं" को हटा देने का भी आदेश देंगे.
रामास्वामी को राजनीति में एक बाहरी कहा जा रहा है. उन्हें 2021 में एक किताब के लेखक के रूप में ख्याति मिली थी, जिसका नाम था "वोक इंक: इनसाइड कॉर्पोरेट अमेरिकाज सोशल जस्टिस स्कैम."
उन्होंने "नेशन ऑफ विक्टिम्स" नाम की किताब भी लिखी थी और कंजर्वेटिव घेरों में जिम्मेदार निवेश गतिविधियों को प्रोत्साहन देने वाले पर्यावरण संबंधी, सामजिक और कॉर्पोरेट गवर्नेंस आंदोलन की आलोचना की वजह से अपना दर्जा बढ़ाया.
कंजर्वेटिव गलियारों में लोकप्रिय
उनकी छोटी सी कंपनी ने शेवरॉन, ब्लैकरॉक, वॉल्ट डिज्नी और एप्पल जैसे दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में छोटे छोटे शेयर खरीदे और फिर उनसे इस तरह की नीतियों को रद्द करने की मांग की ताकि मुनाफे पर ध्यान केंद्रित किया जा सके. इस तरह की नीतियों में विविधता का प्रोत्साहन, कार्बन उत्सर्जन को कम करना आदि शामिल हैं.
उनकी कंपनी स्ट्राइव एसेट मैनेजमेंट ने छह महीनों से भी कम में निवेशकों से 53 अरब रुपयों से भी ज्यादा धनराशि हासिल की. जिन कंपनियों पर स्ट्राइव ने दबाव डालने की कोशिश की थी उन पर उसका कितना असर पड़ा यह स्पष्ट नहीं है.
लेकिन रामास्वामी की बातों से वो कंजर्वेटिव राजनीतिक गलियारों में लोकप्रिय हो गए और उन्हें टीवी कार्यक्रमों में बोलने के लिए भी नियमित रूप से बुलाया जाने लगा. उनकी कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक अब वो कार्यकारी चेयरमैन के पद को छोड़ देंगे और अपनी दावेदारी पर काम करेंगे.
रिपब्लिकन पार्टी के अंदर पहले ही कई नेता 2024 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनावों के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा कर चुके हैं. इनमें पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अमेरिकी राजदूत निक्की हेली के अलावा पूर्व उप-राष्ट्रपति माइक पेंस, फ्लोरिडा के राज्यपाल रॉन देसांतिस और साउथ कैरोलाइना के सांसद टिम स्कॉट शामिल हैं.
सीके/एए (रॉयटर्स, एपी)
यूक्रेन युद्ध को एक साल पूरा होने जा रहा है. पश्चिमी देश अब भी भारत को अपनी तरफ करना चाह रहे हैं लेकिन मौजूदा जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत कम से कम जी20 में रूस के खिलाफ और प्रतिबंधों पर चर्चा नहीं चाह रहा है.
बेंगलुरु में इसी हफ्ते जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के प्रमुखों की एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है, जिसके इतर जी7 समूह के देशों के वित्त मंत्रियों की भी एक बैठक आयोजित की जाएगी.
यूक्रेन पर रूस के हमले का एक वर्ष पूरा होने से ठीक एक दिन दिन पहले होने वाली इस बैठक में रूस के खिलाफ कदमों पर चर्चा होगी. लेकिन भारत सरकार के कई अधिकारियों ने बताया है कि मौजूदा जी20 अध्यक्ष के रूप में भारत नहीं चाहता कि समूह में रूस के खिलाफ यूक्रेन पर हमला करने के लिए और प्रतिबंधों पर चर्चा हो.
जी20 इसके लिए सही मंच नहीं
ये अधिकारी बेंगलुरु वाली जी20 बैठक के आयोजन से सीधे जुड़े हुए हैं. नाम ना जाहिर करने की शर्त पर उन्होंने बताया कि बैठक में युद्ध के मैक्रोइकोनॉमिक असर पर चर्चा होगी लेकिन भारत रूस के खिलाफ अतिरिक्त प्रतिबंधों पर चर्चा नहीं चाहता है.
यह बताते हुए एक अधिकारी ने कहा, "रूस के खिलाफ मौजूदा प्रतिबंधों का दुनिया पर नकारात्मक असर हुआ है." एक और अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंध जी20 के लिए विषय नहीं हैं. उन्होंने कहा, "जी20 विकास के मुद्दों पर चर्चा करने का एक आर्थिक मंच है."
भारत सरकार, विशेष रूप से वित्त और विदेश मंत्रालयों, के प्रवक्ताओं ने इस पर टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया. विदेश मंत्री एस जयशंकर पहले कह चुके हैं कि भोजन और ईंधन के दामों को बढ़ा कर युद्ध ने गरीब देशों को अनुपातहीन रूप से प्रभावित किया है.
नए प्रतिबंधों की तैयारी
अमेरिका की उप वित्त मंत्री वॉली अदेयमो ने मंगलवार 21 फरवरी को ही कहा था कि अमेरिका और उसके सहायक देश आने वाले दिनों में ऐसे नए प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं जो रूस द्वारा फ्रिज और माइक्रोवेव जैसे दो तरह के इस्तेमाल वाले सामान पर निशाना लगाएंगे.
इसके अलावा अदेयमो ने यह भी कहा कि 30 से भी ज्यादा देशों के अधिकारी रूस के साथ अभी भी व्यापार करने वाली कंपनियों, वित्तीय संस्थानों और लोगों को चेतावनी देंगे अगर उन्होंने रूस के साथ कारोबार जारी रखा तो उन्हें भी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा.
भारत ने युद्ध की निंदा तो की है लेकिन यूक्रेन पर हमले के लिए रूस की आलोचना नहीं की है. भारत ने युद्ध के अंत के लिए बातचीत और कूटनीति के इस्तेमाल पर भी जोर दिया है. इसके अलावा भारत ने रूस से तेल की खरीद को बढ़ा दिया है.
जयशंकर ने कुछ ही दिनों पहले कहा था कि रूस के साथ भारत के संबंध "असाधारण रूप से स्थिर हैं और वैश्विक राजनीति में हर तरह की उथल पुथल के बावजूद स्थिर रहे हैं."
सीके/एए (रॉयटर्स)
यूपी पुलिस ने चर्चित लोकगायिका नेहा सिंह राठौर के एक गीत पर उन्हें नोटिस भेजकर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है. ‘यूपी में का बा..’ शीर्षक वाले इस गीत में राठौर ने कानपुर में दो महिलाओं की जलकर हुई मौत पर सवाल उठाए हैं.
डॉयचे वैले पर समीरात्मज मिश्र की रिपोर्ट-
‘बाबा के दरबार बा, ढहत घर-बार बा
माई-बेटी के आग में झोंकत यूपी सरकार बा......
यूपी में का बा?
बाबा के डीएम त बड़ी रंगबाज बा
कानपुर देहात में आइल रामराज बा
बुलडोजर से रौंदत दीक्षित के घरवा आज बा
अरे एही बुलडोजरवा पे बाबा के नाज बा.
यूपी में का बा?‘
भोजपुरी भाषा में गाए गए लोकगीत की ये पंक्तियां यूपी पुलिस को इतनी नागवार गुजरीं कि उन्होंने इस गीत को गाने वाली चर्चित गायिका नेहा सिंह राठौर को नोटिस भेज दिया. यूपी में कानपुर देहात जिले की पुलिस की ओर से यह नोटिस मंगलवार देर शाम नेहा सिंह राठौर के दिल्ली स्थित आवास पर भेजा गया.
कानपुर देहात पुलिस को यह पंक्तियां इसलिए अखर रही हैं क्योंकि इस पूरे गीत में पिछले दिनों कथित तौर पर अतिक्रमण ढहाने के दौरान कृष्ण गोपाल दीक्षित की फूस की झोंपड़ी में आग लग गई जिसमें उनकी पत्नी प्रमिला दीक्षित और बेटी नेहा की जलकर मौत हो गई. यह घटना दर्जनों पुलिस वालों और प्रशासनिक कर्मचारियों की मौजूदगी में हुई. जिला प्रशासन की ओर से बयान जारी किया गया था कि आग खुद दीक्षित परिवार के लोगों ने ही लगाई लेकिन वहां मौजूद लोगों ने इस बात से साफ इनकार किया है.
नेहा सिंह राठौर को भेजे नोटिस में कानपुर देहात पुलिस ने सात सवाल भेजे हैं जिनके जवाब तीन दिन के भीतर देने को कहा गया है. पुलिस का दावा है कि नेहा के गीत से समाज का माहौल बिगड़ रहा है.
नोटिस मिलने की जानकारी देते हुए नेहा सिंह राठौर ने डीडब्ल्यू को बताया, "सबसे पहले मेरी ससुराल पहुंच कर वहां नोटिस थमाया गया. उसके बाद मंगलवार रात आठ बजे दिल्ली आकर मुझे नोटिस दिया गया. हमारे साथ ऐसा बर्ताव किया गया जैसे हम कोई अपराधी हों. पहले हमें फोन करके बुलाया गया झूठ बोलकर. हम नहीं गए तो पुलिस वाले हमारे घर पर आए और बोले कि आपके गीत से सामाजिक वैमनस्यता फैली है, तनाव बढ़ रहा है और इसका समाज पर बुरा असर पड़ रहा है. हमें जवाब देने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है.”
कानपुर देहात जिले की मैथा ब्लॉक के मड़ौली गांव में 13 फरवरी को हुई घटना के बाद बुलडोजर संस्कृति पर एक बार फिर सवाल उठने लगे. इस घटना के बाद ही नेहा सिंह राठौर ने ‘यूपी में का बा सीजन-2' शीर्षक से एक गीत गाया. 1 मिनट 9 सेकेंड के इस गीत में उन्होंने सरकार की बुलडोजर नीति को कठघरे में खड़ा किया. गीत सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ.
क्या लिखा है नोटिस में
नेहा सिंह राठौर को नोटिस भेजने के मामले में कानपुर देहात के पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रभात कुमार ने मीडिया को बताया कि थाना अकबरपुर में लिखित और मौखिक शिकायत मिली थी जिसमें कहा गया था कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर नेहा सिंह राठौर नाम की महिला ने अपलोड किया है. उनका कहना था, "इससे समाज में वैमन्यस्ता और भेदभाव की स्थिति पैदा हुई है. इस पर संज्ञान लेते हुए अकबरपुर थाना प्रभारी ने नेहा सिंह राठौर को 160 CrPC का नोटिस भेजा है. नोटिस का जवाब मिलने के बाद आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी.”
नोटिस में उनसे पूछे गए सवालों में यह भी है कि क्या वीडियो में वे स्वयं हैं, गीत उन्होंने लिखा है या किसी और ने और ‘गीत से उत्पन्न भावार्थ से समाज पर पड़ने वाले प्रभाव से आप भिज्ञ हैं अथवा नहीं?'
नोटिस के अंत में लिखा गया है कि ‘आपके इस गीत के कारण समाज में वैमनस्य तथा तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई. अतः आपसे उक्त वीडियो पर आपके द्वारा स्थिति स्पष्ट किया जाना न्यायोचित है. उक्त नोटिस की प्राप्ति के तीन दिवस के अंदर इसका स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें. यदि आपका जवाब संतोषजनक नहीं होता है तो आपके विरुद्ध आईपीसी-सीआरपीसी की सुसंगत धाराओं में न्यायोचित आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.'
नेहा सिंह राठौर को नोटिस मिलने की खबर सोशल मीडिया पर कुछ इसी तरह वायरल हो गई जैसे कानपुर देहात की घटना और उसके बाद उस घटना पर आधारित उनका यह लोकगीत. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसी गीत की तर्ज पर एक पैरोडी ट्वीट की है जबकि समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है, "अगर कोई लोकगायन के माध्यम से इस क्रूर, बेरहम, तानाशाह, और नकारा निकम्मी सरकार को आईना दिखाता है तो ये भाजपा शासित योगी सरकार उसे पुलिस के माध्यम से नोटिस भेजवाती है. BJP सरकार में इस प्रकार की कार्यवाही आम बात है. क्या जनता के पक्ष में बोलना और सरकार को आईना दिखाना गुनाह है?”
कौन हैं नेहा सिंह राठौर
बिहार के कैमूर जिले की रहने वाली नेहा सिंह राठौर तब चर्चा में आईं जब उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव में 'यूपी में का बा' शीर्षक से एक गीत गाया और यूपी सरकार के तमाम दावों पर सवाल उठाए. उनका गीत सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ. हालांकि उससे पहले भी उन्होंने कोरोना पर जागरूकता से संबंधित एक गाना गाया गया था और उस गाने ने भी सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी थीं. कोरोना संक्रमण के दौरान सरकारी बदइंतजामी को लेकर भी उनके कुछ गीत काफी चर्चित हुए थे. नेहा सोशल मीडिया पर भी काफी लोकप्रिय हैं और उनके लाखों फॉलोवर हैं.
नेहा राठौर के गीत ज्यादातर सामाजिक मुद्दों पर होते हैं. इससे पहले उन्होंने रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे विषयों पर कई गीत गाए हैं. साल 2018 में अपने करियर की शुरुआत करने वाली नेहा राठौर बहुत जल्दी ही दर्शकों के बीच लोकप्रिय हो गईं. इससे पहले भी उनके कुछ गीतों को लेकर विवाद हो चुका है जिनमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों और वहां के माहौल को लेकर गाया गया एक विवादास्पद गीत भी शामिल है. एक इंटरव्यू के दौरान नेहा राठौर ने एक बार बताया था कि अपने गीत वो खुद ही लिखती हैं और खुद ही गाती हैं.
उनका कहना है कि नोटिस का जवाब देने के लिए वो कानूनी राय ले रही हैं लेकिन इसी तेवर और इसी अंदाज में उनका गाना आगे भी जारी रहेगा. वो कहती हैं कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है बल्कि जो सच्चाई है, वही बताई है. वो कहती हैं, "मुझे पहले भी चुप कराने की कोशिश की गई, लेकिन वो सफल नहीं हुए. तो अब ये नोटिस भेज दिया गया है. मैं गाना गाती हूं और गाती रहूंगी. सरकार भाजपा की है, तो सवाल सपा या किसी और पार्टी से तो पूछूंगी नहीं.” (dw.com)
नई दिल्ली, 23 फरवरी | एमसीडी सदन में स्थायी समीति के सदस्यों का चुनाव गुरुवार को नहीं हो पाया। यह चुनाव शुक्रवार तक के लिए टाल दिया गया। दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि जिस दिन माननीय सर्वोच्च न्यायालय का आदेश आया था उसके तुरंत बाद से भाजपा की ओर से मैंने कहा था कि मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल आश्वस्त करें कि आम आदमी पार्टी, महापौर एवं उप महापौर के बाद स्थाई समिति का चुनाव होंने देगी।
आगे प्रवीण शंकर कपूर ने कहा अब जिस तरह आम आदमी पार्टी ने महापौर चुनाव पहले फोन का प्रयोग कर फिर दर्शक दीर्घा से बोतलें फिकवा कर बाधित किया, उससे साफ है कि आम आदमी पार्टी की मंशा ही नही थी स्थाई समिति सदस्यों का चुनाव कराने की, क्योंकि उसमें वह हार रहे हैं। आवश्यकता होगी तो भाजपा अब जनता के बीच तो जायेगी ही न्यायालय भी जा सकती है।
गौरतलब है कि बुधवार को आप की शैली ओबरॉय एमसीडी मेयर चुन ली गई। आम आदमी पार्टी के ही आले मोहम्मद इकबाल डिप्टी मेयर बन चुके हैं। लेकिन अभी भी स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव का पेंच फंसा हुआ है। देर रात हुए हंगामे के चलते स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव नहीं हो पाया था। फिर आज सुबह स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होना था। लेकिन आज भी एमसीडी सदन शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। (आईएएनएस)
न्यूयॉर्क, 23 फरवरी | अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने भारतीय-अमेरिकी मिलन विनोद पटेल पर सार्वजनिक कंपनियों के बारे में 100 से अधिक झूठी अफवाहें फैलाने का आरोप लगाया है, ताकि वे अवैध व्यापार लाभ में 1 मिलियन डॉलर से अधिक कमा सकें। एसईसी ने अपनी शिकायत में कहा कि पटेल को पता था कि जो अफवाहें उसे मिलीं वो झूठी हैं जिसमें मुख्य रूप से कॉरपोरेट विलय या अधिग्रहण जैसी झूठी जानकारी शामिल थी।
फिर उन्होंन वित्तीय समाचार सेवाओं, चैट रूम और संदेश बोडरें पर अपने संपर्कों में अफवाहें फैलाईं।
एसईसी ने ट्वीट करते हुए लिखा, आज हमने मिलन विनोद पटेल पर सार्वजनिक कंपनियों के बारे में 100 से अधिक झूठी अफवाहें फैलाने और व्यापार करने के लिए बहु-मिलियन डॉलर की योजना में उनकी केंद्रीय भूमिका के लिए आरोप लगाया।
मिलन विनोद पटेल ने स्टॉक ट्रेडिंग वेबकास्ट के होस्ट मार्क मेलनिक को भी अफवाहें फैलाईं, जिन्होंने उन्हें अपने वेबकास्ट ग्राहकों के साथ साझा किया।
दिसंबर 2017 और जनवरी 2020 के बीच 100 से अधिक अफवाहों के प्रसार के कारण संबंधित कंपनियों की सिक्योरिटीज की कीमतों में अस्थायी रूप से वृद्धि हुई। इसने पटेल को ऐसी सिक्योरिटीज में अपनी होल्डिंग बेचने और अवैध व्यापार लाभ में 1 मिलियन डॉलर से अधिक की कमाई करने की अनुमति दी।
जॉर्जिया के उत्तरी जिले के अमेरिकी जिला न्यायालय ने पटेल पर 1933 के सिक्योरिटीज अधिनियम की धारा 17 (ए) और 1934 के सिक्योरिटीज विनिमय अधिनियम की धारा 10 (बी) और उसके तहत नियम 10बी-5 का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
एसईसी ने पहले बार्टन रॉस, मार्क मेलनिक, एंथोनी सालेंड्रा और चार्ल्स पर्रिनो को इस योजना में उनकी भूमिकाओं के लिए आरोपित किया था। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 23 फरवरी | पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने पति की अनुपस्थिति में एक युवक की हत्या कर दी थी, जब युवक ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया। एसएचओ, दुबग्गा, सुखबीर सिंह ने कहा कि 28 वर्षीय पीड़ित फुरकान रात करीब 11 बजे अपने घर से निकला था। 19 फरवरी को वापस नहीं लौटा।
अगले दिन उसका शव 28 वर्षीय रिजवाना के घर के बगल के एक भूखंड से बरामद किया गया था।
एसएचओ ने कहा, हमें मुखबिरों से सूचना मिली कि फुरकान और रिजवाना का बहुत दोस्ताना था और इसलिए हमने फरार रिजवाना की तलाश शुरू कर दी। उसे गिरफ्तार कर लिया गया और पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध कबूल कर लिया और कहा कि फुरकान ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए उसे मजबूर किया।
फुरकान नशे की हालत में था और उसने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की, लेकिन उसने विरोध किया।
एसएचओ ने कहा, फुरकान के मरने के बाद उसने शव को प्लॉट में फेंक दिया। (आईएएनएस)|
गुवाहाटी, 23 फरवरी | प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) के एक सदस्य ने असम पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस के अनुसार, बिक्रमजीत चेतिया उर्फ रंजीत असोम के रूप में पहचाने जाने वाला कैडर बुधवार को असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर पहुंच गया।
वह म्यांमार में संगठन के गुप्त ठिकाने से आ रहा था।
डिब्रूगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक श्वेतांक मिश्रा ने कहा, चेतिया चबुआ क्षेत्र का मूल निवासी है। वह पिछले साल जुलाई में उल्फा-आई शिविर में शामिल हुआ था। उसे म्यांमार के सागियांग प्रांत में स्थित प्रतिबंधित संगठन के शिविर में प्रशिक्षित किया गया था और बाद में मुख्यालय में तैनात किया गया था।
हालांकि, उल्फा-आई में शामिल होने के तुरंत बाद, वह हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने का इच्छुक था। पुलिस को चेतिया के परिजनों व रिश्तेदारों से सूचना मिली।
मिश्रा ने कहा, जब पुलिस ने उसे सहायता के लिए प्रतिबद्ध किया, तो चेतिया ने आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। वह बिना किसी हथियार या गोला-बारूद के वापस आ गया। (आईएएनएस)|
प्रयागराज, 23 फरवरी | उत्तर प्रदेश माध्यमिक बोर्ड (यूपीएसईबी) की चल रही परीक्षाओं के दौरान अब तक राज्य भर से करीब 65 सॉल्वरों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बोर्ड ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर उन्हें जेल भेज दिया है। साथ ही कुल 34 छात्रों पर नकल करने का भी मामला दर्ज किया गया है। बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा, स्थानीय बोलचाल में 'मुन्ना भाई' के रूप में जाने जाने वाले सॉल्वरों की अधिकतम संख्या गाजीपुर और बलिया के दो जिलों में पकड़ी गई है, जोकि बुधवार तक पकड़े गए नकल करने वालों की कुल संख्या का लगभग 50 प्रतिशत है। गाजीपुर में 18 और बलिया में 15 मुन्ना भाइयों को पकड़कर जेल भेजा गया है।
आगरा में पांच, प्रयागराज और आजमगढ़ से चार-चार सॉल्वर पकड़े गए हैं। प्रतापगढ़ और गोरखपुर से तीन-तीन, जौनपुर और भदोही से दो-दो जालसाजों (इम्पर्सनैटर) को गिरफ्तार किया गया है।
फिरोजाबाद, मथुरा, कासगंज, बस्ती, कुशीनगर, अयोध्या, बुलंदशहर, रामपुर और बलरामपुर से एक-एक को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने आगे कहा, बोर्ड निष्पक्ष तरीके से परीक्षा कराने के लिए रोजाना अपनी रणनीति को अपडेट और बदल रहा है।
सचिव ने कहा कि शुक्रवार (24 फरवरी) एक महत्वपूर्ण दिन है जब 12वीं कक्षा का अंग्रेजी का पेपर दूसरी पाली में होगा, जिसमें 23.5 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल होंगे।
ऐसे में बोर्ड नई रणनीति पर काम कर रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को परीक्षा से एक दिन पहले केंद्रो का औचक निरीक्षण करने को कहा गया है। स्ट्रांगरूम की जांच की जाएगी और बोर्ड सीसीटीवी कैमरे से नजर रखेगा। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 23 फरवरी | दिल्ली एमसीडी में अभी भी स्टैंडिंग कमेटी का पेच फंसा हुआ है। स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों का चुनाव अभी तक नहीं हो पाया है। बुधवार को मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों का चुनाव होना था। मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव तो शांतिपूर्वक हो गया, लेकिन स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों का चुनाव नहीं हो पाया। गुरुवार सुबह फिर स्टैंडिग कमेटी के चुनाव के लिए निगम सचिव और महापौर आने वाले थे। आयुक्त अपनी सीट पर आ चुके थे। तभी सदन में हंगामा होने लगा। बीजेपी पार्षदों ने नारेबाजी शुरू कर दी -- मेयर मैडम निष्पक्ष रुप से चुनाव कराओ, मेयर मैडम सदन में आकर चुनाव कराओ, मेयर मैडम सदन में आओ, जैसे नारे लगाए गए।
मेयर के सदन में आते ही हंगामा शांत हो गया। मेयर ने कहा, हमने वकीलों की राय ली है। वोटिंग में मोबाइल फोन की मनाही नहीं है। बस आपका मोबाइल साइलेंट हो। आप उसका मुद्दा नहीं उठाएंगे।
इसके बाद वार्ड नंबर 56 से वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। लेकिन सदन में फिर जोरदार नारेबाजी होने लगी। बीजेपी के पार्षद वेल में आकर शुरूआत से ही वोटिंग कराने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं। पार्षदों ने हंगामे और नारेबाजी के बीच ही बैलेट पेपर फाड़ दिए। उसके बाद सदन की कार्रवाई को 1 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया।
देर रात दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा जिस तरह आम आदमी पार्टी ने महापौर चुनाव पहले फोन कर प्रयोग कर, फिर दर्शक दीर्घा से बोतलें फिकवा कर बाधित किया, उससे साफ है की आम आदमी पार्टी की मंशा ही नही थी स्थाई समिति सदस्यों का चुनाव कराने की। उसमें वो हार रहे हैं। आवश्यकता होगी तो भाजपा अब जनता के बीच तो जायेगी ही न्यायालय भी जा सकती है।
इससे पहले मेयर ने बुधवार को सभी से बैठने और सदन को शांति से चलने देने की गुजारिश की थीं। उसके बावजूद भी सदन में हंगामा नहीं रुका। जिसके बाद मेयर बैलेट बॉक्स की तरफ उठ कर गईं। इसके बाद मारपीट शुरू हो गई। सदन में कुर्सियां चलीं और जमकर नारेबाजी हुई। महिला पार्षदों के बीच लड़ाई होने लगी। सदन देखते ही देखते अखाड़े के रूप में बदल गया। सदन में मारपीट नारेबाजी हंगामा देखते हुए मेयर सदन छोड़कर चली गईं। बुधवार को देर रात तक सदन में हंगामा चलता रहा। गुरुवार को भी सदन की शुरूआत से ही हंगामा होने लगा और सदन को 1 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 23 फरवरी | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अवध प्रांत प्रचार प्रमुख अशोक कुमार दुबे ने एक प्रमुख समाचार पत्र के कार्यकारी निदेशक और कई समाचार प्रकाशनों और चैनलों के पत्रकारों के खिलाफ अयोध्या में 100 एकड़ से अधिक में बनने वाले नए आरएसएस मुख्यालय के बारे में उनकी रिपोर्ट के लिए आईपीसी 153 ए (समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और अन्य प्रासंगिक आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है। लखनऊ के हजरतगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अपनी शिकायत में, दुबे ने आरोप लगाया कि आरोपी व्यक्तियों ने 14 फरवरी को एक रिपोर्ट प्रकाशित कर जानबूझकर आरएसएस की छवि खराब की है।
यह रिपोर्ट भी एक न्यूज चैनल ने प्रसारित की थी। दुबे ने कहा कि यह निराधार और काल्पनिक तथ्यों पर आधारित शरारतपूर्ण तरीके से तैयार की गई काल्पनिक खबर है और आरएसएस की ओर से खंडन जारी किया गया है।
उन्होंने प्राथमिकी में यह भी कहा है कि फर्जी समाचार खबरों ने पाठकों को गलत तरीके से विश्वास करने के लिए गुमराह किया है कि आरएसएस परम वैभव का अपना रास्ता खो चुका है और अब राज्य के साथ मिलीभगत कर अयोध्या में 100 एकड़ की अचल संपत्ति हासिल करना चाहता है।
जबकि तथ्य यह है कि पिछले कई वर्षों से आरएसएस का कार्यालय साकेत निलयम अयोध्या में है। दुबे ने आरोप लगाया कि ऐसा प्रतीत होता है कि एक प्रेरित साजिश के तहत, पूरे तथ्यों से अवगत होने के बावजूद मीडिया रिपोटरें का उद्देश्य फर्जी समाचार प्रकाशित कर आरएसएस की सद्भावना और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना था।
हजरतगंज के सहायक पुलिस आयुक्त अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि आरोपी समाचार संगठनों के पत्रकारों और एक कार्यकारी निदेशक के खिलाफ आईपीसी 153 ए (समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), आईपीसी 505 (शरारत करने वाले बयान) और आईटी अधिनियम की धारा 66 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा, हमारी जांच जारी है और जल्द ही आरोपियों के बयान लिए जाएंगे।
लखनऊ, 23 फरवरी | उत्तर प्रदेश की राजधानी में विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की एक टीम ने यौन शक्ति बढ़ाने वाली नकली दवा बेचने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों की पहचान मुरादाबाद के धर्म सिंह, ध्यान सिंह, वीर सिंह और संभल के लाल सिंह उर्फ गुलाब सिंह के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके पास से चार मोबाइल फोन, एक कैश बुक, दो फर्जी सर्टिफिकेट, आयुर्वेदिक गोलियों से भरी 22 छोटी बोतलें और 2,640 रुपये नकद बरामद किए हैं।
एसटीएफ के एडिशनल एसपी विशाल विक्रम ने कहा कि एक टीम को उस गिरोह का भंडाफोड़ करने का काम सौंपा गया था जो भोले-भाले व्यक्तियों के बीच नकली यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवा बेच रहा था।
उन्हें वारदात में शामिल गिरोह के बारे में जानकारी मिली थी। उन्होंने आगे कहा कि हमने एक जाल बिछाया और बदमाशों को पकड़ लिया। उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया है और खुलासा किया है कि उन्होंने एक साइबर कैफे के मालिक से एक प्रमाण पत्र प्राप्त किया था, जिसे उन्होंने 750 रुपये का भुगतान किया था। बदमाशों ने कबूल किया कि वे लोगों को नकली हर्बल दवाएं बेचते थे। (आईएएनएस)|
मथुरा, 23 फरवरी | मथुरा में पुलिस ने 17 वर्षीय एक लड़की के पिता और चाचा को उसकी कथित तौर पर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक लड़की की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह एक ऐसे व्यक्ति के साथ संबंध में थी जिसे उसके परिवार वाले पसंद नहीं करते थे। पीड़िता 22 जनवरी को लापता हो गई थी और पुलिस ने उसके प्रेमी गोपाल सिंह को 27 जनवरी को गिरफ्तार किया था।
पुलिस के मुताबिक, लड़की के पिता 42 वर्षीय बलवीर सिंह को पता चला कि उनकी बेटी पलवल में है। इसके बाद वह अपने 45 वर्षीय भाई तेजपाल सिंह के साथ वहां पहुंचे और कथित तौर पर लड़की की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को सिवाली नहर में फेंक दिया।
तीन दिन बाद, चाचा ने कथित तौर पर पुलिस शिकायत दर्ज कराई कि लड़की का अपहरण कर लिया गया था और पुलिस ने उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बाद में लड़की के परिवार वालों के कॉल रिकॉर्ड खंगाले तो पता चला कि पिता और चाचा पलवल गए हुए हैं। डीएसपी नीलेश मिश्रा ने कहा, पूछताछ के दौरान पिता और चाचा ने 'पारिवारिक सम्मान' के लिए लड़की की हत्या करने की बात कबूल कर ली। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 22 फरवरी | दिल्ली को नया मेयर मिल गया है। सिविक सेंटर में मेयर, डिप्टी मेयर, स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव सकुशल संपन्न हो गया। आम आदमी पार्टी उम्मीदवार शैली ओबराय को दिल्ली के मेयर के रूप में चुन लिया गया है। शैली ओबेरॉय को 150 वोट मिले, जबकि बीजेपी की रेखा गुप्ता को 116 वोट मिले। गौरतलब है कि अब तक आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच चल रही खींचतान की वजह से तीन बार बुलाई गई एमसीडी सदन की बैठक स्थगित हो चुकी थी। इसके बाद आप की मेयर कैंडिडेट शैली ओबेरॉय ने सुप्रीम कोर्ट से चुनाव कराने की गुहार लगाई थी।
उन्होंने एल्डरमैन के वोटिंग के अधिकार को भी चुनौती दी थी। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए स्पष्ट किया कि एल्डरमैन को वोटिंग का अधिकार नहीं है, इसलिए वो मेयर चुनाव की प्रक्रिया से दूर रहेंगे। एक लंबे इंतजार के बाद दिल्ली को शैली ओबेरॉय के रूप में नया मेयर मिल गया।
आपको बता दें कि दिल्ली में नगर निगम का चुनाव 4 दिसंबर को हुआ था और 7 दिसंबर को परिणाम आए थे, जिसमें आम आदमी पार्टी को 250 में से सबसे ज्यादा 134 सीटों पर जीत मिली थी। इसके बाद भी तकरीबन 2 महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी मेयर नहीं चुना जा सका।
एमसीडी सदन में तीन हुई बैठकों में आप और बीजेपी के पार्षदों के बीच हंगामा हो जाने की वजह से दिल्ली को नया मेयर नहीं मिल पाया था। आज दिल्ली को शैली ओबेरॉय के रूप में नया मेयर मिल गया। (आईएएनएस)
कोलकाता, 22 फरवरी | तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने फ्लाइट के खाने में बाल मिलने की अमीरात एयरलाइंस के अधिकारी से औपचारिक शिकायत की है। एक्ट्रेस से राजनेता बनी मिमी चक्रवर्ती ने दावा किया कि उसने मामले में एयरलाइंस के अधिकारियों से एक औपचारिक शिकायत की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई, जिसके बाद उन्होंने मंगलवार देर रात ट्विटर पर पोस्ट किया जिसमें पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने ट्विटर पोस्ट में लिखा, डियर अमीरात। मुझे विश्वास है कि आप अपने साथ यात्रा करने वाले लोगों की देखभाल करते है। लेकिन मेरा मानना है कि खाने में बाल मिलना कोई अच्छी बात नहीं है। मैंने आपकी टीम को मेल किया लेकिन आपने जवाब देना या माफी मांगना जरूरी नहीं समझा। वह चीज मेरे खाने से निकली जिसे मैं चबा रही थी। उम्मीद है कि आप मेरे मेल का जवाब देंगे।
अपने ट्वीट में, मिमी ने जहाज में परोसे गए भोजन की तस्वीरें भी अपलोड की हैं जिसमें कथित तौर पर बाल पाए गए।
अपने अभिनय करियर को सफलतापूर्वक चलाने के बीच, चक्रवर्ती ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में दक्षिण 24 परगना जिले के जादवपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और निर्वाचित हुईं। उन्होंने अपने निकटतम उम्मीदवार, भाजपा के अनुपम हाजरा को 2,95,239 मतों के बड़े अंतर से हराया और कुल मतों का लगभग 48 प्रतिशत प्राप्त किया। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 फरवरी | सुप्रीम कोर्ट कर्नाटक के प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों में हिजाब पहनकर वार्षिक परीक्षा देने की अनुमति मांगने वाली छात्राओं के एक समूह की याचिका पर विचार करने पर सहमत हो गया है। छात्राओं की ओर से पेश अधिवक्ता शादान फरासत ने प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ को बताया कि उन्हें 9 मार्च से सरकारी कॉलेजों में शुरू होने वाली वार्षिक परीक्षाओं में शामिल होना है।
पीठ, जिसमें न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा भी शामिल हैं, ने वकील से पूछा, उन्हें परीक्षा देने से क्यों रोका जा रहा है? वकील ने कहा, हिजाब के कारण। उन्होंने आगे कहा कि छात्राओं को पहले ही एक वर्ष का नुकसान हो चुका है और यदि कोई राहत नहीं दी गई, तो वे एक और वर्ष खो देंगे।
पीठ ने कहा कि याचिका पर विचार किया जाएगा।
शीर्ष अदालत को सूचित किया गया कि छात्राएं अपने 'हिजाब' में परीक्षा में बैठने की अनुमति चाहती हैं और ये सभी छात्राएं पहले ही निजी कॉलेजों में शिफ्ट हो गई हैं, लेकिन उन्हें परीक्षाओं में शामिल होने के लिए सरकारी कॉलेजों में जाना होगा।
वकील ने अदालत से सुनवाई के लिए अंतरिम आवेदन तय करने को कहा।
23 जनवरी को, सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक में प्री यूनिवर्सिटी कॉलेजों में हिजाब पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर विचार करने के लिए तीन-न्यायाधीशों की पीठ गठित करने की याचिका पर विचार करने पर सहमति व्यक्त की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल अक्टूबर में कर्नाटक में प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों की कक्षाओं में कुछ मुस्लिम छात्राओं द्वारा पहने जाने वाले हिजाब पर प्रतिबंध की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर खंडित फैसला दिया था। खंडित फैसला जस्टिस हेमंत गुप्ता और सुधांशु धूलिया की बेंच ने दिया।
न्यायमूर्ति गुप्ता, जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं, ने कर्नाटक सरकार के सर्कुलर को बरकरार रखा और कर्नाटक हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपीलों को खारिज कर दिया। हालांकि, जस्टिस धूलिया ने प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेजों की कक्षाओं के अंदर हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने के कर्नाटक सरकार के फैसले को खारिज करते हुए कहा कि संविधान भरोसे का दस्तावेज है और अल्पसंख्यकों ने बहुमत पर भरोसा जताया है।
न्यायमूर्ति धूलिया ने अपने फैसले में कहा था: हम एक लोकतंत्र में और कानून के शासन के तहत रहते हैं, और जो कानून हमें नियंत्रित करते हैं उन्हें भारत के संविधान के अनुरूप होना चाहिए। हमारा संविधान भी भरोसे का दस्तावेज है। अल्पसंख्यकों ने बहुसंख्यकों पर भरोसा जताया है।
खंडपीठ ने कहा था कि चूंकि विचारों में भिन्नता है, इसलिए बड़ी पीठ गठित करने के लिए मामला भारत के मुख्य न्यायाधीश के समक्ष रखा जाएगा। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 फरवरी | रेल मंत्रालय ने वीआईपी कल्चर की छुट्टी कर दी है। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने अधिकारियों को कार्यक्रम के दौरान स्नैक्स की बजाए काम पर ध्यान देने की नसीहत दी और अब दफ्तर में घंटी न बजाने का फैसला किया है। वीवीआईपी संस्कृति खत्म करने के लिए रेलवे मंत्री ने मंत्रालय के दफ्तरों से घंटिया हटाने का फैसला किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विभागीय दफ्तरों में परिचारकों को बुलाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली घंटी को हटाने के आदेश जारी किए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, रेलवे मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि ऑफिस अटेंडेंट को बुलाने के लिए घंटी का इस्तेमाल बंद कर उन्हें व्यक्तिगत रूप से बुलाना चाहिए। निर्देशों को पूरी तरह से लागू करने के उद्देश्य से वैष्णव ने अपने कार्यालय में लगी घंटी भी हटा दी है।
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विभाग के कर्मचारियों को किसी साइट पर जाने या कार्यक्रम के दौरान पूरा फोकस, काम को उसकी समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए थे, न कि वहां चाय, समौसे या खाने-पीने की व्यवस्था पर। उन्होंने कहा कि वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए ये बेहद जरूरी है कि अधिकारी अपनी जि़म्मेदारी को समझे।
मंत्री के कार्यालय के अनुसर प्रत्येक कर्मचारी को समान सम्मान देने और वीवीआईपी संस्कृति की मानसिकता को बदलने के लिए यह कदम उठाया गया है। गौरतलब है कि अश्विनी वैष्णव रेल मंत्री बनने के बाद कई बड़े फैसले ले चुके हैं। ट्रेन को आधुनिक बनाने से लेकर बीमार यात्रियों का भी खास ख्याल रखने का निर्णय लिया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 फरवरी | केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को कहा कि उसने गुरुग्राम के राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के एक वरिष्ठ बागवानी अधिकारी को कथित रूप से 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड फॉर हॉर्टिकल्चर एक्टिविटी द्वारा शिकायतकर्ता के पक्ष में केंद्र सरकार की एक योजना के तहत जारी की गई सब्सिडी की राशि दिलाने के लिए एक व्यक्ति से रिश्वत मांगने के आरोप में आरोपी सुनील कुमार रेवार के खिलाफ शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था।
सीबीआई ने जाल बिछाया, जिसमें आरोपी को शिकायतकर्ता से रिश्वत की राशि स्वीकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
जांच एजेंसी ने कहा, झुंझनू, राजस्थान और गुरुग्राम में आरोपियों के परिसरों में तीन स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें संपत्ति, बैंक विवरण, निवेश विवरण और शिकायतकर्ता के मामले से संबंधित प्रासंगिक फाइलों से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
गिरफ्तार आरोपी को हरियाणा के पंचकुला में विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष पेश किया गया और उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 फरवरी | दिल्ली में 75 वर्षीय एक व्यक्ति अपने घर में मृत पाया गया। मामले में पुलिस को हत्या के पीछे डकैती का शक है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। मृतक की पहचान नेब सराय स्थित स्वतंत्रता सेनानी एंक्लेव निवासी सतीश कुमार भारद्वाज के रूप में हुई है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि नेब सराय थाने को मंगलवार सुबह करीब सवा आठ बजे एक पीसीआर कॉल मिली कि एक व्यक्ति दरवाजा नहीं खोल रहा है, जिसके बाद एक टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया।
उन्होंने कहा, टीम ने भारद्वाज को सिर में चोट के साथ खून से लथपथ पाया। घर के कमरों में तोड़फोड़ की गई।
अधिकारी के मुताबिक, मृतक घर में अकेला रहता था और उसके दो बेटे दिल्ली से बाहर रहते थे।
परिवार के सदस्यों को सूचित कर दिया गया है। शुरुआती जांच में पुलिस इसे डकैती के एंगल से देख रही है। (आईएएनएस)