खेल
ब्रिजटाउन, 30 जुलाई । विश्वकप के लिए बल्लेबाजी के दावेदारों को परखने की भारत की रणनीति उछाल भरी पिच पर नहीं चल पाई तथा वेस्टइंडीज ने बारिश से प्रभावित दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शनिवार को यहां छह विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला बराबर कर दी।
भारतीय टीम प्रबंधन का कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने का फैसला सही साबित नहीं हुआ क्योंकि मध्यक्रम का कोई भी बल्लेबाज तेज, उछाल और टर्न लेती पिच पर नहीं चल पाया और उसकी पूरी टीम 40.5 ओवर में 181 रन पर आउट हो गई।
इसके जवाब में वेस्टइंडीज ने शार्दुल ठाकुर (8 ओवर में 42 रन देकर तीन विकेट) के शानदार स्पेल से पार पाकर 36.4 ओवर में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर दिया। उसकी तरफ से कप्तान शाई होप ने नाबाद 63 और कीसी कार्टी ने नाबाद 48 रन बनाए। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 91 रन की अटूट साझेदारी की।
वेस्टइंडीज ने इस तरह से भारत के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में दिसंबर 2019 के बाद पहली जीत हासिल की।
वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। जिसके बाद भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने 55 गेंद में इतने ही रन बनाये और शुभमन गिल (34 रन, 49 गेंद) के साथ पहले विकेट के लिए 90 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलायी।
लेकिन इस भागीदारी के टूटते ही लय टूट गयी और भारतीय टीम ने अगले 7.2 ओवर में 23 रन पर पांच विकेट गंवा दिये।
विश्व कप से महज 10 मैच पहले रोहित और कोहली को आराम देने के फैसले का कोई मतलब नहीं दिखता। इससे फैसले पर सवालिया उठेंगे।
बारिश के कारण खेल में दो बार व्यवधान पड़ा लेकिन वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन जारी रखा।
किशन विश्व कप के दौरान पारी का आगाज नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने लगातार दूसरा अर्धशतक जड़कर दूसरे विकेटकीपर (बशर्ते केएल राहुल विश्व कप के लिए फिट हों) के तौर पर अपना दावा मजबूत कर दिया है। हालांकि यह संजू सैमसन के बारे में नहीं कहा जा सकता जो 19 गेंद में नौ रन ही बना सके और अक्षर पटेल (एक रन) ने सुनहरा मौका गंवा दिया।
बायें और दायें हाथ के बल्लेबाजों के संयोजन को ध्यान में रखते हुए उन्हें तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया लेकिन दोनों खिलाड़ी जेडन सील्स (छह ओवर में 28 रन देकर एक विकेट), अल्जारी जोसफ (35 रन देकर दो विकेट) और रोमारियो शेपर्ड (37 रन देकर तीन विकेट) की शार्ट पिच गेंदों के सामने जूझते दिखे। इनके अलावा उन्हें बायें हाथ के स्पिनर गुडोकश मोती (9.3 ओवर में 36 रन देकर तीन विकेट) और लेग स्पिनर यानिक कारिया (25 रन देकर एक विकेट) के टर्न और उछाल से भी उन्हें परेशानी हुई।
कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पंड्या (07) भी वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के झांसे में आ गये। पंड्या ने शॉर्ट गेंद से निपटने की कोशिश की लेकिन उनका संयम भी जवाब दे गया और सील्स की गेंद को पुल करने का प्रयत्न करते हुए मिडविकेट पर ब्रैंडन किंग को आसान कैच देकर आउट हुए।
अक्षर पटेल सीमित ओवरों की क्रिकेट में गेंदबाज की तुलना में अच्छे बल्लेबाज बनते जा रहे हैं इसलिये उन्हें चौथे नंबर पर उतारा गया जिसके लिए श्रेयस अय्यर के फिट होने का इंतजार है। वह भी शेपर्ड की गेंद का शिकार हुए और विकेटकीपर होप को कैच थमा बैठे।
सैमसन कहीं भी लय में नहीं दिखे जिन्होंने अपना अंतिम प्रतिस्पर्धी मैच इंडियन प्रीमियर लीग में 19 मई को खेला था। वह कारिया की लेग ब्रेक के सामने कभी भी सहज नहीं लगे और उन्हें ही विकेट दे बैठे।
जहां तक सूर्यकुमार यादव (25 गेंद में 24 रन) का सवाल है तो उन्होंने तीन चौके जड़कर बड़ी पारी खेलने की जो उम्मीद लगायी थी, वह मोती की ऑफ स्टंप से बाहर जाती लुभावनी गेंद पर शॉट लगाने के प्रयास से टूट गयी। उनके आउट होते ही भारत की 200 रन तक पहुंचने की उम्मीद खत्म हो गयी थी। (भाषा)
ब्रिजटाउन, 30 जुलाई। भारत के वनडे में कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पंड्या ने अपने गेंदबाजी कार्यभार प्रबंधन को लेकर कहा कि अभी वह इस मामले में ‘कछुआ हैं खरगोश नहीं’ लेकिन अक्टूबर-नवंबर में स्वदेश में होने वाले एकदिवसीय विश्वकप को ध्यान में रखते हुए वह इसमें तेजी लाना चाहते हैं।
पंड्या का हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में गेंदबाज के रूप में कम इस्तेमाल किया गया। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में उन्होंने तीन ओवर में 17 रन देकर एक विकेट लिया जबकि दूसरे वनडे में उन्होंने 6.4 ओवर में 38 रन दिए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।
पंड्या ने बारिश से प्रभावित दूसरे वनडे में भारत की छह विकेट से हार के बाद कहा,‘‘ मेरा शरीर अच्छा है। मुझे अधिक ओवर करने होंगे और विश्वकप को ध्यान में रखते हुए अपना कार्यभार बढ़ाना होगा। मैं अभी खरगोश नहीं, बल्कि कछुआ हूं और उम्मीद कर रहा हूं कि विश्व कप आते-आते सब कुछ ठीक हो जाएगा।’’
भारतीय टीम प्रबंधन का नियमित कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने का फैसला सही साबित नहीं हुआ तथा पूरी टीम 181 रन पर आउट हो गई। वेस्टइंडीज ने आसानी से लक्ष्य हासिल करके तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की लेकिन पंड्या का मानना है कि इससे तीसरा और अंतिम मैच अधिक चुनौतीपूर्ण और रोमांचक बन गया है।
उन्होंने कहा,‘‘ ईमानदारी से कहूं तो आप तीसरे मैच में 1-1 की बराबरी के साथ जाना चाहते हैं क्योंकि इससे वह अधिक चुनौतीपूर्ण और रोमांचक बन जाता है। अब श्रृंखला बराबर है और आगे उनकी भी परीक्षा होगी और हमारी भी। अगला मैच दर्शकों के लिए और हमारे लिए भी रोमांचक बन गया है।’’
पंड्या ने कहा,,‘‘ हमने वैसी बल्लेबाजी नहीं की जैसी हमें करनी चाहिए थी। विकेट पहले मैच की तुलना में बेहतर था। शुभमन गिल को छोड़कर सभी ने आसान कैच दिए। यह निराशाजनक है लेकिन हमने कई चीजें सीखी।’’
वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप ने इसे अपनी टीम का संपूर्ण प्रदर्शन करार दिया और कहा कि वह श्रृंखला बराबर करने के अपने लक्ष्य में सफल रहे।
उन्होंने कहा,‘‘ यह संपूर्ण प्रदर्शन था। मैं बहुत संतुष्ट हूं। हमने श्रृंखला में वापसी करने का लक्ष्य बनाया था और इसमें हम सफल रहे। हमें अब एक और मैच जीतने की जरूरत है। आज हमने सही रवैया दिखाया और सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन किया।’’ (भाषा)
तोक्यो, 29 जुलाई भारत के युवा खिलाड़ी लक्ष्य सेन शनिवार को यहां इंडोनेशिया के पांचवीं वरीयता प्राप्त जॉनाथन क्रिस्टी से सेमीफाइनल में तीन गेम तक चले संघर्षपूर्ण मैच में हार कर जापान ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
विश्व चैंपियनशिप 2021 के कांस्य पदक विजेता और विश्व में 13वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य ने पहला गेम गंवाने के बाद शानदार वापसी की और अपने प्रतिद्वंदवी को दबाव में रखा लेकिन आखिर में वह विश्व में नौवें नंबर के खिलाड़ी और एशियाई खेलों के चैंपियन क्रिस्टी से 15-2, 21-13, 16-21 से हार गए। यह मैच एक घंटे और छह मिनट तक चला।
अल्मोड़ा के रहने वाले 21 वर्षीय सेन के बाहर होने से भारत की जापान ओपन में चुनौती भी समाप्त हो गई।
सेन ने इस महीने के शुरू में कनाडा ओपन सुपर 500 का खिताब जीता था।
इस मैच से पहले इन दोनों का आपस में रिकॉर्ड 1-1 से बराबर था। सेन को कोर्ट पर अपनी गति के लिए जाना जाता है जबकि क्रिस्टी के शॉट दमदार होते हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने इस रोमांचक मुकाबले में अपने कौशल का खुलकर प्रदर्शन किया।
इंडोनेशिया के खिलाड़ी ने हालांकि शुरू में गलतियां की जिनका फायदा उठाकर सेन ने 7-4 से बढ़त हासिल कर ली। भारत के खिलाड़ी ने इसके बाद कुछ गलतियां की जिससे क्रिस्टी ने स्कोर बराबर कर दिया।
सेन ने दो करारे स्मैश लगाकर इंटरवल तक दो अंक की बढ़त हासिल कर ली। क्रिस्टी ने हालांकि इसके बाद अच्छा खेल दिखाया तथा 32 शॉट की रैली जीतकर 15-12 से बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और पहला गेम अपने नाम किया।
भारतीय खिलाड़ी को अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत थी तथा दूसरे गेम में शुरू में कड़े संघर्ष के बाद उन्होंने लय हासिल कर ली।
सेन ने कुछ शानदार स्मैश और ड्रॉप शॉट के दम पर दूसरे गेम में इंटरवल तक 11-5 की मजबूत बढ़त बना ली थी। उन्होंने इसके बाद भी अच्छा खेल दिखाया तथा सात गेम प्वाइंट हासिल किए। क्रिस्टी का शॉट बाहर जाने से उन्होंने यह गेम जीत कर मुकाबला बराबरी पर ला दिया।
निर्णायक गेम में भी दोनों खिलाड़ियों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला लेकिन वह क्रिस्टी थे जिन्होंने खेल पर नियंत्रण रखा और 9-6 से शुरुआती बढ़त बनाई। इंडोनेशिया का खिलाड़ी दो शानदार रिटर्न के दम पर इंटरवल तक चार अंक आगे था।
सेन ने इसके बाद अपना सब कुछ झोंक दिया तथा एक समय स्कोर 13-17 था। क्रिस्टी ने सटीक स्मैश से स्कोर 19-15 किया तथा इसके बाद पांच मैच प्वाइंट हासिल किए। सेन ने एक मैच प्वाइंट बचाया लेकिन इसके बाद उनका शॉट नेट पर टकरा गया जिससे क्रिस्टी फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे। (भाषा)
पोर्ट मोरेस्बी, 28 जुलाई । पापुआ न्यू गिनी (पीएनजी) ने फिलीपींस को 100 रनों से हराकर वेस्टइंडीज और यूएसए में होने वाले 2024 पुरुष टी20 विश्व कप में अपनी जगह पक्की कर ली है।
असद वाला के नेतृत्व में पीएनजी ने मस्कट, ओमान में 2021 पुरुष टी20 विश्व कप के पहले दौर में खेला था । अब, चल रही प्रतियोगिता में, मेजबान टीम ने अब तक खेले गए पांच मैचों में से प्रत्येक में जीत के साथ क्लीन स्लेट बनाए रखी है - दो-दो बार वानुअतु और फिलीपींस के खिलाफ और एक बार जापान के खिलाफ। इस जीत के साथ ही पपुआ न्यू गिनी ने 2024 टी-20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर लिया है।
फिलीपींस के खिलाफ अपनी जीत के साथ पीएनजी के अब पांच जीत से 10 अंक हो गए हैं, जिसका अर्थ है कि 2024 टी20 विश्व कप में उनकी जगह शनिवार को जापान के खिलाफ एक गेम शेष रहने के साथ पक्की हो गई है।
पीएनजी ने वानुअतु के खिलाफ प्रभावशाली जीत के साथ अपने क्वालीफिकेशन सपने की शुरुआत की। 19 वर्षीय जॉन कारिको ने 3-6 के प्लेयर ऑफ द मैच-योग्य रिटर्न के साथ गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व किया, जिससे वानुअतु को 71-8 पर रोक दिया गया। टूर्नामेंट की मेजबान टीम ने केवल 6.3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया और नौ विकेट से आसान जीत दर्ज की।
अपने अगले मुकाबले में पीएनजी ने काबुआ मोरिया के शानदार पांच विकेटों की बदौलत फिलीपींस के खिलाफ सुर्खियां बटोरीं, जिसमें हैट्रिक भी शामिल थी। बल्लेबाजी करने का निर्णय लेने के बाद, पीएनजी ने प्रतिस्पर्धी 162/7 पोस्ट किया। मोरिया ने 5/9 के अपने स्पैल से कहर बरपाया और फिलीपींस 45 रन पर ढेर हो गया।
उन्होंने अगले दो मैचों में जापान और वानुअतु के खिलाफ क्रमशः छह विकेट और 39 रन से जीत हासिल कर अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा। शुक्रवार को अपने नवीनतम मुकाबले में, पीएनजी ने 118 रनों की प्रभावशाली शुरुआती साझेदारी की बदौलत मेजबान टीम को 20 ओवरों में 229/6 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया।
फिलीपींस के लिए लक्ष्य बहुत बड़ा साबित हुआ क्योंकि पीएनजी गेंदबाजों ने उन्हें 129/7 तक सीमित कर दिया और 2024 पुरुष टी20 विश्व कप के लिए उनकी योग्यता सुरक्षित कर ली। इससे पहले, आयरलैंड और स्कॉटलैंड ने एडिनबर्ग में यूरोप क्षेत्र क्वालीफायर में शीर्ष दो स्थानों पर रहकर अपना स्थान पक्का कर लिया था।
2024 पुरुष टी20 विश्व कप की मेजबानी वेस्टइंडीज और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा संयुक्त रूप से की जाएगी। पहले दौर के लिए 20 टीमों को पांच-पांच के चार समूहों में बांटा जाएगा। प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें सुपर आठ चरण के लिए क्वालीफाई करेंगी।
सुपर 8 में, टीमों को चार-चार के दो समूहों में विभाजित किया जाएगा, जिसमें दो समूहों से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी। मेजबान वेस्टइंडीज और अमेरिका के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, गत चैंपियन इंग्लैंड, भारत, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश पहले ही प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। (आईएएनएस)
ब्रिजटाउन, 28 जुलाई । भारत ने केंसिंग्टन ओवल में एकदिवसीय श्रृंखला के पहले मैच में वेस्टइंडीज को पांच विकेट से हरा दिया, जिसके बाद बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने रोमारियो शेफर्ड को आउट करने के लिए विराट कोहली के एक हाथ से शानदार कैच की सराहना की।
गुरुवार को वेस्टइंडीज की पारी के 18वें ओवर में, जडेजा को ड्राइव करने के प्रयास में शेफर्ड के बल्ले का बाहरी किनारा निकालने के लिए अच्छा टर्न मिला। कोहली, जो दूसरी स्लिप पर तैनात थे, ने बल्लेबाज को आउट करने के लिए अपनी दाहिनी ओर गिरते हुए एक हाथ से शानदार कैच लपका, जिससे जडेजा आश्चर्यचकित रह गए।
बीसीसीआई द्वारा अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में जडेजा ने कुलदीप यादव से कहा, "आम तौर पर, मैं ऐसे कैच तब लेता हूं जब दूसरे गेंदबाजी कर रहे होते हैं। लेकिन यह अच्छा लगा कि किसी ने मेरी गेंदबाजी पर इस तरह का अच्छा कैच लिया। लेकिन यह उसके द्वारा लिया गया बहुत अच्छा कैच था। उसे इसे नीचे लेना था और यह तेज कैच था। साथ ही, उन्हें ज्यादा समय नहीं मिला। बल्लेबाज ड्राइव के लिए गया और उसके पास प्रतिक्रिया देने के लिए बमुश्किल एक सेकंड से भी कम समय था। ''
अतीत में शानदार कैच लेने वाले जडेजा ने कहा, "मैं कहूंगा कि यह (कोहली का) बहुत शानदार कैच था। यहां तक कि शुभमन गिल ने भी अच्छा कैच लिया। यह भी एक नीचा कैच था।"
ऐसे विकेटों पर गेंदबाजों का आत्मविश्वास तभी बढ़ेगा जब उन्हें क्षेत्ररक्षकों से अपेक्षित सहयोग मिलेगा। इन आधे-अधूरे मौकों को विकेट में बदलना चाहिए, तभी गेंदबाज आत्मविश्वास महसूस करेंगे।”
मैच में, जिसे भारत ने पांच विकेट से जीता, जडेजा ने 3-37 विकेट लिए जबकि कुलदीप ने 4-6 विकेट लेकर वेस्टइंडीज को सिर्फ 114 रन पर समेट दिया। जडेजा और कुलदीप एकदिवसीय मैच में सात या उससे अधिक विकेट लेने वाले भारतीय बाएं हाथ के स्पिनरों की पहली जोड़ी भी बन गए।
जडेजा ने कहा कि विकेट से अच्छी स्पिन मिल रही थी और उन्होंने कुलदीप के साथ मिलकर अच्छा काम किया। ऑलराउंडर ने कहा,"विकेट से कुछ अच्छी स्पिन मिल रही थी और जब आप एक स्पिनर के रूप में गेंदबाजी करना शुरू करते हैं, तो आपको वहां टर्न और उछाल की डिग्री का अंदाजा हो जाता है। हमारा प्रयास जितना संभव हो उतना कम रन देने का था, जब हमने दूसरी पारी में बल्लेबाजी की थी , बल्लेबाजी करना मुश्किल हो रहा था क्योंकि गेंद अच्छी तरह से नहीं आ रही थी और बहुत घूम रही थी। एक गेंदबाजी इकाई के रूप में, हमने जोड़ियों में शिकार किया और दोनों ने अच्छा काम किया। " (आईएएनएस)
वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की सिरीज के पहले मैच में टीम इंडिया के स्पिनर रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है.
कुलदीप और जडेजा की जोड़ी ने इस मैच में दस में से सात विकेट चटकाए. इसके साथ कुलदीप और जडेजा वनडे क्रिकेट के इतिहास में एक ही मैच में 7 विकेट हासिल करने वाले पहले दो लेफ्ट आर्म स्पिनर बन गए हैं.
कुलदीप यादव ने तीन ओवर में चार विकेट हासिल किए. वहीं जडेजा भी तीन विकेट लेने में कामयाब रहे.
इसके अलावा शार्दुल ठाकुर, मुकेश कुमार और हार्दिक पांड्या ने 1-1 विकेट लिया. वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 114 रन बनाए थे.
इसके जवाब में भारतीय टीम ने 22.5 ओवरों में पांच विकेट गंवा कर मैच जीत लिया. भारत की ओर से ईशान किशन ने 46 गेंदों पर 52 रन बनाए. उन्होंने इस स्कोर में सात चौके और एक छक्का जड़ा. (bbc.com/hindi)
भारत ने वेस्टइंडीज को एकदिवसीय सिरीज के पहले मैच में पांच विकेट से हरा दिया है.
वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 114 रन बनाए थे.
इसके जवाब में भारतीय टीम ने 22.5 ओवरों में पांच विकेट गंवा कर मैच जीत लिया.
भारत की ओर से ईशान किशन ने 46 गेंदों पर 52 रन बनाए. उन्होंने इस स्कोर में 7 चौके और एक छक्का जड़ा.
दूसरी ओर, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने बॉलिंग में बेहतरीन प्रदर्शन किया.
कुलदीप ने चार और जडेजा ने तीन विकेट लिए. भारत तीन मैचों की वनडे सिरीज में फिलहाल 1-0 से आगे है.
मोहम्मद सिराज को वेस्टइंडीज के साथ आज से शुरू हो रही एकदिवीसय मैचों की सिरीज़ में आराम दिया गया है.
बीसीसीआई ने बताया है कि सिराज के पैर में कुछ दिक़्क़त थी जिसके बाद मेडिकल टीम ने उन्हें कुछ एहतियात बरतने की सलाह दी थी.
इसी साल भारत की मेज़बानी में विश्व कप खेला जाना है.
टेस्ट मुक़ाबलों के बाद सिराज आर.अश्विन, आजिंक्य रहाणे, केएस भरत और नवदीप सैनी के साथ वापस भारत आ चुके हैं. भारत ने टेस्ट सिरीज़ 1-0 से जीती है.
बीसीसीआई की ओर से हालांकि अभी तक ये नहीं बताया गया है कि आज यानी गुरुवार से बारबाडोस में शुरू हो रहे तीन वनडे मैचों की सिरीज़ में सिराज की जगह कौन लेगा.
सिराज वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ दोनों टेस्ट मैचों का हिस्सा थे और दूसरे टेस्ट मुक़ाबले में उन्होंने 60 रन देकर पाँच विकेट भी झटके थे.
भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच 27 जुलाई, 29 जुलाई और एक अगस्त को एकदिवसीय मैच होने हैं. (bbc.com)
जर्मनी में 18 से 23 अगस्त तक 4 नेशन अंडर-21 बालिका स्पर्धा लेगी हिस्सा
राजनांदगांव, 27 जुलाई। हॉकी नर्सरी राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) की भुमिक्षा साहू का चयन जर्मनी के डूसलेफड्रफ में 18 से 23 अगस्त तक आयोजित 4 नेशन अंडर 21 बालिका हॉकी चैम्पियनशिप के लिए भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम में किया गया है।
छत्तीसगढ़ हॉकी के अध्यक्ष फिरोज अंसारी ने बताया कि उक्त प्रतियोगिता में भारत सहित इंगलैंड, स्पैन तथा मेजबान जर्मनी चार देशो की हॉकी टीम भाग लेगी। बुधवार को घोषित जूनियर भारतीय टीम के 20 सदस्यों की सूची में नगर की बेटी भूमिक्षा साहू को शामिल किया गया है तथा उन्हीं के साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रही नगर की अनिशा साहू को भी रिजर्व खिलाड़ी के रूप में शामिल किया गया है। भूमिक्षा साहू अभी वर्तमान में मध्यप्रदेश हॉकी अकादमी ग्वालियर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। साथ ही विगत एक वर्ष से हॉकी इंडिया की कोर टीम के साथ बैंग्लुरू सांई सेंटर में जूनियर भारतीय हॉकी टीम के कोंचिग कैम्प में शामिल है।
छग हॉकी अध्यक्ष श्री अंसारी ने बताया कि भूमिक्षा साहू अभी राउरकेला में सम्पन्न हुई 13वीं हॉकी इंडिया जूनियर बालिका हॉकी प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल प्राप्त की तथा प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा 18 गोल करते टॉप स्कोरर का स्थान प्राप्त किया। विगत माह राजनांदगांव में आयोजित प्रथम हॉकी इंडिया जूनियर बालिका वेस्ट जोन हॉकी चैम्पियनशिप में 19 गोल कर टॉप स्कोरर का स्थान प्राप्त किया था। साथ ही भुमिक्षा विगत वर्षो में आयोजित सभी हॉकी प्रतियोगिता, जैसे खेलो इंडिया यूथ गेम ग्वालियर जहां देश की चुनिदा आठ टीम ही भाग लेती है, में 9 गोल, 2री हॉकी इंडिया अकादमी राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता ग्वालियर में 10 गोल तथा 27 जून से 07 जुलाई 2023 तक भुवनेश्वर में आयोजित 13वीं हॉकी इंडिया जूनियर बालिका राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते 21 गोल करते उक्त सभी प्रतियोगितायों में टॉप स्कोरर का स्थान प्राप्त की थी।
छत्तीसगढ़ हॉकी के महासचिव मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि भूमिक्षा व अनिशा ने उनके प्रारंभिक कोच अनुराज श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में सन् 2014 से बसंतपुर स्थित मैदान तथा अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में हॉकी खेलना प्रारंभ किया था। दोनों ही होनहार खिलाड़ी छत्तीसगढ की ओर से खेलते हुए धरेलू हॉकी प्रतियोगिताओं में अच्छे खेल का प्रदर्शन करते आ रही है। जिसमें 7वीं सब जूनियर बालिका राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता रामानाथामपुरम (तमिलनाडु) 2017, 7वीं जूनियर बालिका राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता भोपाल (मध्यप्रदेश) 2017। 8वीं सब जूनियर व जूनियर बालिका राष्ट्रीय प्रतियोगिता हिसार (हरियाणा) व भोपाल (मध्यप्रदेश) 2018 शामिल है।
बार्सिलोना, 26 जुलाई। भारतीय महिला हॉकी टीम ने शुरू में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करके स्पेनिश हॉकी महासंघ के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित किए जा रहे टूर्नामेंट में बुधवार को यहां इंग्लैंड को 1-1 से बराबरी पर रोका।
होली हंट ने इंग्लैंड को सातवें मिनट में ही बढ़त दिला दी थी। भारत की तरफ से लालरेम्सियामी (41वें मिनट) ने बराबरी का गोल किया।
इंग्लैंड ने मैच में शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया और खेल पर नियंत्रण बनाए रखा। उसे इसका तुरंत ही फायदा मिल गया जब हंट ने मैदानी गोल दागा।
शुरू में ही पिछड़ने के बाद भारतीय टीम ने अपने खेल में आक्रामकता का पुट भरा। उसने लगातार हमला करके इंग्लैंड की रक्षा पंक्ति को व्यस्त रखा। इस बीच भारत को गोल करने के कुछ अच्छे मौके मिले लेकिन वह उनका फायदा नहीं उठा पाया।
भारत ने दूसरे क्वार्टर में अधिक आक्रामकता दिखाई लेकिन इंग्लैंड ने गोल बचाने में अपनी पूरी ताकत लगा दी जिसका उसे फायदा भी मिला।
भारतीय टीम ने हालांकि अपने आक्रामक रवैये में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती। उसे इसका फायदा तब मिला जब लालरेम्सियामी ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला।
मैच के अंतिम क्षणों में भारत और इंग्लैंड दोनों को कई पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई।
भारतीय महिला टीम का अगला मैच गुरुवार को मेजबान स्पेन से होगा। (भाषा)
हरारे, 25 जुलाई हरारे हरिकेन्स ने हरारे स्पोर्ट्स क्लब में केप टाउन सैम्प आर्मी के खिलाफ अपने खेल में मजबूत साहस दिखाया। उन्होंने सुपर ओवर के माध्यम से एक बहुत ही करीबी मुकाबले में जीत हासिल की। (आईएएनएस) ।
दुबई, 25 जुलाई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भारत की महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर पर बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान उनके अभद्र व्यवहार के लिए मंगलवार को दो मैचों का प्रतिबंध लगा दिया।
हरमनप्रीत को यह सजा पिछले सप्ताह ढाका में उनके अभद्र व्यवहार के लिए दी गई। उन्होंने पगबाधा आउट करार दिए जाने के बाद स्टंप पर अपना गुस्सा उतारा और फिर उसके बाद सार्वजनिक रूप से मैच अधिकारियों की आलोचना की।
आईसीसी ने बयान में कहा,‘‘ हरमनप्रीत कौर को आईसीसी आचार संहिता के दो उल्लंघनों के लिए अगले दो अंतरराष्ट्रीय मैचों से निलंबित कर दिया गया है।’’
इस निलंबन के कारण हरमनप्रीत सितंबर अक्टूबर में होने वाले एशियाई खेलों में पहले दो मैचों में नहीं खेल पाएगी।
हरमनप्रीत को नाहिदा अख्तर की गेंद पर पगबाधा आउट दिया गया था लेकिन उन्होंने दावा किया कि गेंद उनके बल्ले के निचले हिस्से में लगी है। पवेलियन लौटने से पहले उन्होंने अपना गुस्सा स्टंप पर निकाला था।
इसके बाद पुरस्कार वितरण समारोह में अंपायरों की आलोचना की और यहां तक कह दिया कि अंपायरों को दोनों टीमों के साथ ट्रॉफी समारोह में हिस्सा लेना चाहिए।
उनके इस अशिष्ट व्यवहार के कारण बांग्लादेश की कप्तान निगार सुलताना अपनी टीम के साथ वहां से चली गई और उन्होंने भारतीय कप्तान को शिष्टाचार सीखने की सलाह दी।
हरमनप्रीत पर अंपायर के फैसले का विरोध करने के लिए मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना भी किया गया। यह लेवल 2 का अपराध है। इसके अलावा सार्वजनिक तौर पर अंपायरों की आलोचना करने के लेवल 1 के अपराध के लिए उन पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना किया गया।
आईसीसी ने बयान में कहा,‘‘ हरमनप्रीत पर लेवल 2 के अपराध के लिए मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना किया गया और उनके अनुशासन रिकॉर्ड में तीन डिमैरिट अंक जोड़े गए।’’
इसके अनुसार,‘‘ उन्हें खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से जुड़े आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो कि अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताने से जुड़ा है।’’
भारतीय कप्तान ने अपना अपराध और सजा स्वीकार कर ली है। उनको यह सजा देने की पेशकश आईसीसी के अंतरराष्ट्रीय पैनल के मैच रेफरी अख्तर अहमद ने की थी। हरमनप्रीत के सजा स्वीकार करने के कारण इस मामले ने आगे सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
लेवल 2 के अपराध में खिलाड़ी पर मैच फीस का 50 से 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है और उसके खाते में तीन डिमैरिट अंक जोड़े जाते हैं। लेवल 1 के अपराध में न्यूनतम सजा आधिकारिक फटकार और अधिकतम सजा मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना तथा एक या दो डिमैरिट अंक जोड़ना है।
आईसीसी ने कहा,‘‘ हरमनप्रीत के मामले में चार डिमैरिट अंक का मतलब दो निलंबन अंक है जिसके कारण खिलाड़ी पर एक टेस्ट मैच या दो वनडे या दो टी 20 मैचों का प्रतिबंध लगाया जाता है।’’
भारत की पूर्व कप्तान शांता रंगास्वामी ने हरमनप्रीत की आलोचना करते हुए कहा कि उनका व्यवहार भारतीय कप्तान के अनुरूप नहीं था।
रंगास्वामी ने पीटीआई से कहा,‘‘ उनका व्यवहार निंदनीय था। यदि वह आउट होने तक ही सीमित रहती तो फिर भी चल जाता है लेकिन उसने पुरस्कार वितरण समारोह में भी अच्छा व्यवहार नहीं किया जो कि खेल के लिए अच्छा नहीं था। वह हद से आगे बढ़ गई थी।’’ (भाषा)
(कुशान सरकार)
नयी दिल्ली, 25 जुलाई। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपने पदार्पण मैच में धैर्य और प्रवाहमय बल्लेबाजी का शानदार नमूना पेश किया जो वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल में समाप्त हुई दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला का सकारात्मक पहलु रहा लेकिन भारतीय टीम की असली परीक्षा दक्षिण अफ्रीका दौरे में होगी।
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ इस टेस्ट श्रृंखला में अपेक्षानुरूप जीत हासिल की। भारत का श्रृंखला में क्लीन स्वीप करना तय माना जा रहा था लेकिन दूसरा टेस्ट मैच बारिश से धुल गया जिससे भारतीय टीम 1-0 से ही जीत दर्ज कर पाई।
यह श्रृंखला रोहित शर्मा के लिए कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर महत्वपूर्ण थी और वह इन दोनों भूमिकाओं में पूरी तरह से खरे उतरे। उन्होंने तीन पारियों में 240 रन बनाए। उनके अलावा विराट कोहली ने दो पारियों में 197 रन बनाए। इससे इन दोनों शीर्ष बल्लेबाजों को एकदिवसीय श्रृंखला में भी मदद मिलेगी।
वेस्टइंडीज की टीम में कुशल खिलाड़ियों की कमी है और ऐसे में बदलाव के दौर से गुजर रही भारतीय टीम अपने प्रदर्शन का सही आकलन नहीं कर सकती। उसके बल्लेबाजों की असली परीक्षा दक्षिण अफ्रीका में होगी जहां उन्हें एनरिक नोर्किया, कैगिसो रबाडा और लुगी एनगिडी जैसे गेंदबाजों का सामना करना होगा।
भारत ने वेस्टइंडीज में कुछ नए खिलाड़ियों को आजमाया जिनमें जायसवाल भी शामिल हैं जिन्होंने टेस्ट पदार्पण पर ही 387 गेंदों का सामना किया था। उन्होंने दिखाया कि वह जानते हैं कि उनका ऑफ स्टंप कहां है और कौन सी गेंद को छोड़ना है। अपने इस कौशल से वह गेंदबाजों को थकाने में सफल रहे।
जायसवाल ने दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 30 गेंदों पर 38 रन की आक्रामक पारी खेली और दिखाया की जरूरत पड़ने पर बहुत तेजी से रन भी बना सकते हैं। उनकी असली परीक्षा हालांकि दिसंबर 2023 से जनवरी 2025 तक होगी जब भारत को दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया का सामना करना है।
इस दौरे के लिए उपकप्तान नियुक्त किए जाने पर अजिंक्य रहाणे को भी हैरानी हुई होगी। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में 89 रन बनाने के बाद यह जिम्मा सौंपा गया था। वेस्टइंडीज में हालांकि उनका बल्ला नहीं चल पाया तथा श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के फिट होने के बाद रहाणे को मध्यक्रम में उनके लिए जगह छोड़नी पड़ सकती है।
जयदेव उनादकट भी प्रभावित नहीं कर पाए लेकिन अगर वह कुछ अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें विश्वकप तक सीमित ओवरों की टीम में रखा जा सकता है। अर्शदीप सिंह को एशियाई खेलों के लिए भेजा जा रहा है और ऐसे में उनादकट के सामने बाएं हाथ के गेंदबाज के रूप में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। लेकिन विश्वकप के बाद उनके टीम में बने रहने की संभावना नहीं है।
घरेलू स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज मुकेश कुमार ने विकल्प मुहैया कराए हैं। उनकी गेंदों में तेजी नहीं है लेकिन उनकी कटर बल्लेबाजों को परेशानी में डालती है और वह तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
इस श्रृंखला से यह भी तय हो गया है कि ऋषभ पंत के फिट होने तक इशान किशन टेस्ट मैचों में भी विकेटकीपर की जिम्मेदारी निभाएंगे। कोना भरत को पांच टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला लेकिन वह उनमें अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित नहीं कर पाए।
दूसरी तरफ ईशान किशन ने अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग से प्रभावित किया लेकिन दक्षिण अफ्रीका में उनके लिए शार्ट पिच गेंदों का सामना करना आसान नहीं होगा। (भाषा)
पोर्ट ऑफ स्पेन, 25 जुलाई भारतीय विकेटकीपर इशान किशन ने टेस्ट क्रिकेट में मैच की स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी करने की वकालत करते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि हर पांच दिवसीय मैच में आक्रामक बल्लेबाजी करने की जरूरत है।
वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट में पदार्पण करने वाले इशान ने दूसरे मैच की दूसरी पारी में आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 34 गेंद में नाबाद 52 रन बनाये थे। भारतीय टीम ने इस दौरान 7.54 के रन रेट से दो विकेट पर 181 रन बनाकर पारी घोषित की थी।
मैच के बाद किशन से जब तेजी से बल्लेबाजी करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ यह जरूरी नहीं है कि आप हर मैच में फटाफट क्रिकेट खेलने लगें। यह स्थिति पर निर्भर होना चाहिए। पिचों की परिस्थिति भी इसमें भूमिका निभाती है कि कोई कितनी तेजी से रन बना सकता है।’’
मैच के चौथे दिन वेस्टइंडीज ने 365 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए दो विकेट पर 76 रन बनाए थे। पांचवां दिन पूरी तरह से बारिश की भेंट चढ़ गया।
इशान ने कहा, ‘‘ अगर आपको ऐसा विकेट मिलता है जहां आप तेजी से रन बना सकते हैं और टीम को इसकी जरूरत है तो इस (भारतीय) टीम में हर खिलाड़ी उस भूमिका को निभाने की क्षमता रखता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास जिस तरह के खिलाड़ी हैं और हम जितने प्रारूपों और मैचों में खेलते हैं, हर कोई अपनी भूमिका जानता है कि किस मैच को किस तरह से खेलना है। व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है, हर मैच को इस तरह (आक्रामक बल्लेबाजी) खेलने की जरूरत नहीं है। यह मैच की परिस्थितियों पर निर्भर होना चाहिये।’’
इशान को भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा और जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि हर खिलाड़ी का व्यक्तित्व अलग होता है। यह कुछ के लिए निराशाजनक हो सकता है, लेकिन अन्य खिलाड़ी इसे एक चुनौती के रूप में ले सकते हैं कि ‘मैं उस स्तर तक पहुंचने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहा हूं’।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अगर किसी और को टीम में चुना जाता है और वह प्रदर्शन करता है तो मैं उसकी सराहना करता हूं क्योंकि मुझे पता है कि यह खेल कितना कठिन है, मानसिक रूप से आपकी परीक्षा कैसे होती है, जब इतनी उम्मीदें और दबाव हो तो वह प्रदर्शन करना कितना कठिन होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए, जब भी मैं टीम से बाहर पर होता हूं या नहीं खेलता हूं तो मेरी कोशिश होती है कि मैं अपने अभ्यास पर ध्यान केंद्रित करूं ताकि जब भी मुझे मौका मिले, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकूं।’’ (भाषा)
सिडनी, 25 जुलाई कैंसर से उबरने वाली लिंडा कैसिडो के गोल की मदद से कोलंबिया ने फीफा महिला विश्व कप के अपने पहले मैच में मंगलवार को दक्षिण कोरिया को 2-0 से हराया।
रियल मैड्रिड की अग्रिम पंक्ति की खिलाड़ी कैसिडो को 15 साल की उम्र में ‘ओवेरियन कैंसर’ का पता चला था। उन्होंने इस मैच में अपने देश के लिए दूसरा गोल करने के बाद सिडनी फुटबॉल मैदान में कोलंबिया के प्रशंसकों की ओर दौड़ कर खुशी का इजहार किया।
अठारह साल की कैसिडो मैदान के अंदर और बाहर एक प्रेरणादायक शख्सियत हैं। उन्होंने मैच के 39वें मिनट में गोल कर कोलंबिया की बढ़त को 2-0 किया।
इससे पहले कैटलिना उसमे ने मैच के 30वें मिनट में पेनल्टी को गोल में बदल कर कोलंबिया का खाता खोला था।
कैसिडो के अलावा इस मैच में एक और किशोर खिलाड़ी ने अपनी पहचान बनायी। दक्षिण कोरिया की कैसी फेयर 16 साल की उम्र में विश्व कप का मैच खेलने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनीं। वह मैच के दूसरे हाफ में स्थानापन्न खिलाड़ी के रूप में मैदान में उतरीं।
कोलंबिया की टीम ग्रुप एच में अपने अगले मुकाबले में रविवार को जर्मनी जबकि दक्षिण कोरिया की टीम सोमवार को मोरक्को का सामना करेगी। जर्मनी ने सोमवार को मोरक्को को 6-0 से हराया था। (एपी)
पुणे, 25 जुलाई । भारत की अयहिका मुखर्जी, जिनकी वैश्विक रैंकिंग 135 है, ने सोमवार को महालुंगे-बालेवाड़ी स्थित शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अल्टीमेट टेबल टेनिस के चौथे सीजन के एक रोमांचक मुकाबले में दुनिया की 26वें नंबर की खिलाड़ी लिली झांग पर 2-1 से चौंकाने वाली जीत दर्ज की। उनके इस शानदार परफॉर्मेंस की बदौलत दबंग दिल्ली टीटीसी ने यू मुंबा टीटी को 11-4 से हराकर इस सीजन की अपनी दूसरी जीत दर्ज की।
टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीटीएफआई) के तत्वावधान में आयोजित की जा रही इस फ्रेंचाइजी-बेस्ड लीग की शुरुआत 2017 में हुई थी और इसके प्रमोटर नीरज बजाज और वीटा दानी हैं।
अयहिका ने हर अंक के लिए संघर्ष किया और अमेरिका की लिली के खिलाफ 2-1 से जीत हासिल कर अपनी फ्रेंचाइजी की जीत की नींव रखी।
दोनों खिलाड़ियों के बीच पहले गेम में कांटे की टक्कर देखने को मिली। लिली और अयहिका ने एक-एक अंक जीतने के लिए जान लगा दी। दोनों का बैकहैंड शानदार था। अंत में, हालांकि अमेरिकी खिलाड़ी को गोल्डन पॉइंट के आधार पर जीत मिली।
दोनों ने दूसरे गेम में भी अपना जुझारूपन जारी रखा। यह गेम गोल्डन पाइंट के माध्यम से अयहिका के पक्ष में गया। तीसरे और निर्णायक गेम में भारतीय पैडलर ने जबरदस्त मानसिक दृढ़ता दिखाई और एक बार फिर गोल्डन पाइंट के जरिए गेम जीतकर मैच अपने नाम कर लिया।
इससे पहले, यू मुंबा टीटी के मानव ठक्कर दबंग दिल्ली टीटीसी के जॉन परसन के खिलाफ 0-3 से हार गए। मानव शुरुआत में ही लय में नहीं दिखे। इसका फायदा लेकर परसन शुरुआती गेम में जल्दी ही 10-2 पर पहुंच गए। इसके बाद हालांकि मानव ने दर्शकों को रोमांचित करते हुए लगातार छह अंक अर्जित किए। हालांकि, स्वीडिश पैडलर ने धैर्य बनाए रखते हुए सटीक फोरहैंड से पहला गेम 11-8 से जीत लिया।
दूसरे गेम में भी सूरत के पैडलर ने परसन को हर अंक के लिए पसीना बहाने पर मजबूर किया लेकिन दबंग दिल्ली टीटीसी के खिलाड़ी ने इस गेम को 11-8 से अपने नाम कर लिया। परसन ने दोनों छोर पर अपने शानदार शॉट्स से अगला गेम भी 11-7 से जीतकर मैच अपने नाम कर लिया।
सत्यन गणशेखरन और बारबोरा बालाजोवा ने मुकाबले के तीसरे मैच, जो कि मिश्रित युगल था, में मानव और लिली को 2-1 से हराकर दबंग दिल्ली टीटीसी की बढ़त को मजबूत किया। पहला गेम यू मुंबा टीटी की जोड़ी के नाम 11-5 से रहा, लेकिन सत्यन और बारबोरा ने अगले दो गेम 11-5, 11-8 से जीतकर मैच अपने नाम कर लिया।
दुनिया के 18वें नंबर के खिलाड़ी कादरी अरुणा ने सत्यन को अंतिम से पहले वाले मुकाबले में, जो कि पुरुष एकल था, में 2-1 से हराया लेकिन यू मुंबा टीटी को हार से नहीं बचा सके। कादरी ने पहले दो गेम 11-6, 11-6 से जीते लेकिन बाद में सत्यन ने तीसरा गेम 11-8 से जीत लिया ।
मुकाबले का आखिरी मैच महिला एकल था, जिसमें श्रीजा अकुला ने दीया चितले को 3-0 (11-8, 11-9, 11-8) से हराकर दबंग दिल्ली टीटीसी की शानदार जीत तय कर दी।
मैच का परिणाम:
दबंग दिल्ली टीटीसी 11-4 यू मुंबा टीटी
जॉन परसन 3-0 मानव ठक्कर (11-8, 11-8, 11-7)
अयहिका मुखर्जी 2-1 लिली झांग (10-11, 11-10, 11-10)
सत्यन/बारबोरा 2-1 मानव/लिली (5-11, 11-5, 11-8)
सत्यन गणशेखरन 1-2 कादरी अरुणा (6-11, 6-11, 11-8)
श्रीजा अकुला 3-0 दीया चितले (11-8, 11-9, 11-8) (आईएएनएस)।
विधांशु कुमार
भारतीय क्रिकेट टीम नवनिर्माण के दौर से गुज़र रही है. इसकी दो मुख्य वजह बताई जा सकती हैं.
एक तो टीम के कई वरिष्ठ खिलाड़ी अपने करियर के आख़िरी पड़ाव पर हैं.
हालांकि उनमें से कई अब भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन वो सभी अपने करियर की पीक से नीचे उतर आए हैं और वक़्त तेज़ी से गुज़र रहा है.
दूसरी बड़ी वजह है पिछले कई साल से आईसीसी ट्रॉफ़ी के अकाल ने टीम मैनेजमेंट और फ़ैंस के धीरज के बांध को भी तोड़ दिया है. टीम में नई ऊर्जा की ज़रूरत महसूस की जा रही है और कई क्षेत्रों में बदलाव किए भी जाने लगे हैं.
युवा खिलाड़ियों की खोज में आईपीएल, घरेलू टूर्नामेंट, अंडर-19 और इंडिया ए के मैचों में खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की कड़ी नज़र है.
इस लिहाज़ से श्रीलंका में ख़त्म हुआ एशियन क्रिकेट काउंसिल का इमर्जिंग कप टूर्नामेंट काफ़ी अहम रहा है.
जैसा कि इस टूर्नामेंट का नाम था, इसके लिए ऐसे उभरते खिलाड़ियों को चुना गया जिन पर चयनकर्ताओं को लंबे समय तक खेलने का भरोसा है.
टूर्नामेंट में भारत की शानदार शुरुआत रही और इंडिया ए की टीम ने यूएई, नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान को हराते हुए फ़ाइनल में जगह बनाई. लेकिन जहां लीग मुक़ाबले में भारत ने पाकिस्तान को आसानी से 8 विकेटों से हराया था, वहीं फ़ाइनल में भारतीय टीम की हवा निकल गई.
पाकिस्तान ने पहले बैटिंग करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 352 रनों का बड़ा स्कोर बनाया. जवाब में भारतीय पारी 40 ओवरों में 224 पर ही सिमट गई और टीम ने 128 रनों के बड़े अंतर से मैच गंवा दिया.
वैसे फ़ाइनल में ढुलमुल प्रदर्शन ने भारतीय खिलाड़ियों की चमक को फीका कर दिया, लेकिन फिर भी कुछ खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्होंने अपनी प्रतिष्ठा में इज़ाफा किया.
नज़र डालते हैं कुछ ऐसे खिलाडियों पर जिन्होंने इस टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से भारतीय सीनियर टीम के दरवाज़े पर दस्तक दी है.
यश ढुल
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम है भारतीय कप्तान यश ढुल का. मिडिल ऑर्डर में, आमतौर पर नंबर चार पर बल्लेबाज़ी करने वाले ढुल ने टूर्नामेंट में कुल 234 रन बनाए और वो सर्वोच्च स्कोरर की लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहे.
सबसे ज्यादा 255 रन श्रीलंका के अविष्का फर्नांडो ने बनाए थे लेकिन वो सीनियर प्लेयर्स के अंतरराष्ट्रीय मैच पहले ही खेल चुके है.
ढुल ने यूनाइटेड अरब अमीरात के ख़िलाफ़ 108 नाबाद रन बनाए और बांग्लादेश के विरुद्ध भी उन्होंने 66 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली.
दिल्ली से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले ढुल बड़ी पारियां खेलने के लिए जाने जाते हैं और एक बार वो जम जाते हैं तो उन्हें आउट करना मुश्किल हो जाता है.
इस टूर्नामेंट की चार पारियों में ढुल 2 बार नॉट आउट रहे और उनका औसत 117 का रहा.
ये औसत टॉप स्कोरर अविष्का के 64 की औसत से कहीं ज्यादा रहा. 50 ओवर के क्रिकेट में भी उन्होंने 100 से ऊपर का स्ट्राइक रेट रखा और 102 के स्ट्राइक से रन बनाए जो दिखाता है कि वो ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो बड़े स्कोर्स करते हैं और तेज़ी से रन बनाते हैं.
साई सुदर्शन
साई सुदर्शन ने इस टूर्नामेंट के पांच पारियों में 73 की औसत से 220 रन बनाए. उनका स्ट्राइक रेट भी 99 का रहा जिसे बढ़िया कहा जा सकता है.
एक ओपनर के तौर पर उन्होंने भारतीय टीम को लगभग हर मैच में अच्छी शुरुआत दिलाई. उन्होंने बड़े मैचों में बड़ा दिल दिखाया और जमकर खेले.
पाकिस्तान के खिलाफ़ लीग मैच में उन्होंने 104 रनों की नाबाद पारी खेली और पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ों और स्पिनर्स के अटैक को धो डाला.
उनकी पारी की वजह से भारत को पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी जीत मिली थी. फाइनल में भी पाकिस्तान के बड़े स्कोर का पीछा करते हुए उन्होंने अच्छी शुरुआत दिलवाई थी लेकिन 29 रनों पर वो आउट हो गए जिसके बाद भारतीय टीम बड़ी पार्टनरशिप नहीं बना सकी.
उनका आउट होना भी विवादों से घिरा रहा क्योंकि वो गेंद शायद नो बॉल थी. साई सुदर्शन के खाते में एक और अच्छी बात जाती है कि वो बाएं हाथ से बैटिंग करते हैं और टीम इंडिया को इसकी बहुत ज़रूरत है क्योंकि आज की तारीख में वनडे के टॉप पांच में उनके पास कोई भी लेफ्ट हैंडर नहीं है.
अभिषेक शर्मा
पंजाब से खेलने वाले ऑलराउंडर अभिषेक शर्मा ने टूर्नामेंट में साई सुदर्शन के साथ बेहतरीन ओपनिंग जोड़ी बनाई.
उन्होंने 5 पारियों में 44.20 की औसत से 221 रन बनाए और टूर्नामेंट में सर्वोच्च स्कोरर की लिस्ट में तीसरे नंबर पर रहे.
उन्होंने इस सिरीज़ में दो अर्धशतक लगाए. नेपाल के विरुद्ध उन्होंने 87 रन बनाए और फ़ाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ़ 61 रन पर आउट हुए.
पिछले कुछ सीज़न से वो आईपीएल में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. इस साल उन्होंने हैदराबाद के लिए आईपीएल में 11 पारियों में 225 रन बनाए थे. क़रारे औऱ लंबे शॉट्स लगाने वाले शर्मा बाएं हाथ के गेंदबाज़ भी हैं और इमर्जिंग कप में उन्हें 2 विकेट भी मिले.
साई सुदर्शन की ही तरह वो भी लेफ्ट हैंड बैटर हैं और भारतीय टीम के लिए अभी वर्क इन प्रोग्रेस माने जा सकते हैं.
भारतीय मैनेजमेंट मानती है कि मैदान पर चारों तरफ शॉट्स लगाने वाले अभिषेक शर्मा जब अपने पीक पर होंगे तो दुनिया भर के गेंदबाज़ों के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं.
निशांत सिंधु
एसीसी इमर्जिंग कप ने भारतीय क्रिकेट को जो नया सितारा दिया, उसका नाम निशांत सिंधु है. हरियाणा से खेलने वाले सिंधु इस टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले बॉलर बने हैं.
उन्होंने 11.81 की ज़बरदस्त औसत के साथ 11 विकेट लिए. बांग्लादेश के खिलाफ सेमीफाइनल में भारतीय टीम मैच हार गई होती अगर सिंधु और मानव सुथार ने शानदार बॉलिंग ना की होती.
उस लो-स्कोरिंग मैच में सिंधु ने 20 रन देकर 5 विकेट लिए थे. उन्नीस साल के सिंधु बाएं हाथ के बल्लेबाज भी है और टीम में बतौर ऑलराउंडर खेलते हैं.
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने अपने छोटे से करियर में अभी तक 14 मैचों में 40 की औसत से 921 रन भी बनाए हैं और 34 की औसत से 27 विकेट भी लिए हैं.
वो खुद को एक टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ मानते हैं जो विकेट भी ले सकता है. कम से कम अगले आईपीएल में इस खिलाड़ी पर बड़े दांव लग सकते हैं.
मानव सुथार
सिंधु के बॉलिंग पार्टनर मानव सुथार ने इमर्जिंग कप में खुद को एक डिपेंडेबल बॉलर के रूप में स्थापित किया.
राजस्थान के लंबे कद के और बाएं हाथ के स्पिनर सुथार ने श्रीलंका में खेले गए इमर्जिंग कप में 19.50 की औसत से 10 विकेट चटकाए.
सेमीफ़ाइनल में 211 के स्कोर का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम एक समय 90 पर एक विकेट के स्कोर पर खेल रही थी, लेकिन इसके बाद सुथार और सिंधु की बॉलिंग का जादू छाया और दोनों ने मिलकर कुल 2 बांग्लादेशी विकेट झटके.
सुथार ने 32 रन देकर 3 विकेट लिए, जबकि सिंधु की झोली में 5 विकेट आए और बांग्लादेश की टीम 51 रनों से मैच हार गई.
सुथार की बॉलिंग की खासियत है कि वो पिच से गेंद को अच्छा टर्न कराते हैं और साथ ही साथ एक मंझे हुए बाएं हाथ के बॉलर की तरह बहुत ही सटीक लाइन और लेंथ पर बॉलिंग करते हैं.
इसकी वजह से उनकी इकॉनमी भी ठीक रहती है और विकेट भी वो खूब झटकते हैं. राजस्थान से खेलने वाले सुथार ने 2022-23 सीज़न में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 39 विकेट लिए.
टीम में उनकी अहमियत कितनी है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने से सीनियर रवि बिश्नोई को भी टीम में जगह बनाने के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी.
भारतीय ए टीम के ये सभी खिलाड़ी 19 से 22 की उम्र के हैं और इन्होंने अपने करियर की अभी शुरुआत ही की है, लेकिन अपने टैलेंट के बल पर इन्होंनें छोटे से ही करियर में बड़ा नाम कर लिया है.
आम तौर पर किसी भी वर्ल्ड कप के बाद टीम में बड़े परिवर्तन करने का मौक़ा मिलता है. इन खिलाड़ियों का 2023 के वर्ल्ड कप की टीम में आना तो मुश्किल लगता है लेकिन उसके बाद के सफ़र में बड़ी संभावना है कि आप ज़रूर इनके नाम भारतीय टीम के साथ जुड़ते हुए देखेंगे. (bbc.com)
पोर्ट ऑफ स्पेन, 24 जुलाई । भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ईशान किशन ने रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पहले टेस्ट अर्धशतक के बाद ऋषभ पंत को धन्यवाद दिया और कहा कि सीरीज की शुरुआत से पहले दोनों खिलाड़ियों ने एनसीए में बातचीत की थी।
पंत 30 दिसंबर, 2022 को हुई भीषण कार दुर्घटना से उबर रहे हैं। बीसीसीआई उनकी बारीकी से निगरानी कर रही है। बीसीसीआई ने पिछले हफ्ते बताया था कि क्रिकेटर में लगातार सुधार हो रहा है।
रविवार को किशन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के चौथे दिन शानदार पारी खेली। खेल के बाद किशन ने पंत को धन्यवाद दिया और कहा कि दोनों के बीच एनसीए में बातचीत हुई थी। पंत वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला की तैयारी कर रहे थे।
"मैं यहां आने से पहले एनसीए में था। मैं वहां अभ्यास कर रहा था और रिषभ भी अपने रिहैब के लिए वहां था। उसने मुझसे सब कुछ पूछा, बैट पोजिशन और बहुत कुछ। उसने मुझे खेलते हुए भी देखा। हमने कई मैच एक साथ खेले हैं। हम अंडर-19 के बाद से एक साथ हैं।
किशन ने कहा, “तो वह जानता है कि मैं कैसे खेलता हूं, मेरा माइंडसेट क्या है। उसने बैट पोजिशन और दूसरी चीजों में मेरी मदद की। बहुत अच्छा लगा जब वो आया और मेरे साथ बातचीत की और इसके लिए मैं वास्तव में आभारी हूं।''
चौथे दिन वेस्टइंडीज की टीम ने 5 विकेट पर 229 रन बनाकर शानदार शुरुआत की, लेकिन आखिरी पांच विकेट उन्होंने सिर्फ 26 रन पर गंवा दिए। भारत ने 183 की बढ़त के साथ वेस्टइंडीज के सामने 365 रन का लक्ष्य रखा है।
जवाब में, वेस्टइंडीज ने दिन का अंत 2 विकेट पर 76 रन पर किया। टैगेनरीन चंद्रपॉल और जर्मेन ब्लैकवुड क्रीज पर थे। उन्हें अंतिम दिन फिर से जीत के लिए 289 रनों की जरूरत होगी।
हालांकि, सोमवार को मैच का नतीजा तय करने में मौसम अहम भूमिका निभा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक बारिश की 80 प्रतिशत संभावना है। (आईएएनएस)।
विमल कुमार
पोर्ट ऑफ स्पेन से, 24 जुलाई। रोहित शर्मा और टीम इंडिया को इस बात का बख़ूबी अहसास है कि पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट के आख़िरी दिन अगर किसी एक टीम की सिर्फ़ जीत की संभावना है तो वो टीम इंडिया है.
इसकी वजह ये है कि आख़िरी दिन मेज़बान को जीत के लिए 289 रनों की ज़रूरत है जबकि इस पिच पर पहले दिन सबसे ज़्यादा 278 रन बने थे.
यानी वेस्ट इंडीज़ के लिए रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की जोड़ी के सामने ऐसा सोचना भी बेहद कठिन लगेगा.
ख़ासकर, ये देखते हुए कि ये दिग्गज जोड़ी अब साझेदारी में 500 विकेट पूरी कर चुकी है और महज़ दो विकेट के बाद वो अनिल कुंबले और हरभजन सिंह के 501 विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे.
बहरहाल, मैच के चौथे दिन टीम इंडिया के लिए हीरो रहे पारी में पाँच विकेट लेने वाले मोहम्मद सिराज.
तीसरे दिन 229 रनों के स्कोर पर पाँच विकेट के स्कोर से खेलने उतरी कैरेबियाई टीम चौथे दिन अचानक से ही ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और 255 रन पर सिमट गई.
इसके बाद जो रोहित शर्मा-यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने मिलकर महज़ 12. 2 ओवर में किसी भी टीम के लिए इतिहास का सबसे तेज़ शतक बना डाला.
मौजूदा बेज़बॉल वाले दौरे में इंग्लैंड के ओपनर भी इतने आक्रामक नज़र नहीं आए, जैसा कि कप्तान रोहित शर्मा और जायसवाल की जोड़ी दिखी.
रोहित का इरादा
रोहित ने अगर अपने करियर का सबसे तेज़ अर्धशतक महज़ 35 गेंदों पर बनाया तो जायसवाल ने पहले ही ओवर में केमार रोच जैसे अनुभवी गेंदबाज़ के ओवर में एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से छक्का जड़ दिया.
रोहित की तेज़ तर्रार पारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनसे तेज़ अर्धशतक सिर्फ वीरेंद्र सहवाग ने लगाया है जिन्होंने ये कामल 32 गेंदों पर दिखाया है.
बहरहाल, तमाम कैरेबियाई दर्शक इस नज़ारे को देखकर स्तब्ध थे कि आखिर जिस पिच पर तीसरे दिन उनकी टीम घुटने के बल पर रेंगते हुए बल्लेबाज़ी कर रही थी और वहां पर टीम इंडिया टी20 वाली रफ्तार से बल्लेबाज़ी कर रही थी.
निश्चित तौर पर, बारिश की आशंका को ध्यान में रखते हुए रोहित शर्मा ने बेहद आक्रामक रुख़ अपनाया था.
रोहित शायद ये नहीं चाहते हों कि जिस तरह से 2011 में महेंद्र सिंह धोनी ने 1-0 की बढ़त को 2-0 में बदलने से इनकार कर दिया था और बाद में हर किसी को मलाल होता रहा.
रोहित का इरादा हर हाल में 2-0 की बढ़त लेने का है और इसलिए मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाज़ी करने के लिए विराट कोहली से ऊपर ईशान किशन आए और झारखंड के इस विकेट कीपर-बल्लेबाज़ ने अपने साथी ऋषभ पंत के ही चिर-परिचित अंदाज़ में बल्लेबाज़ी करते हुए 33 गेंदों पर अर्धशतक ठोक दिया.
12 साल बाद फिर घूमा वक़्त का पहिया
टीम इंडिया के लिए चौथे दिन आक्रामक बॉडी लैंग्वेज का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिन के खेल के दौरान एक बार स्लिप और विकेटकीपर के बीच से गेंद निकली तो उसे बाउंड्री से रोकने के लिए कीपर ईशान किशन और पहली स्लिप पर अजिंक्य रहाणे के बीच रेस लग गई.
इतना ही नहीं इस रेस में थर्ड मैन से तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज भी जुड़ गए.
एक युवा विकेट कीपर, एक बेहद अनुभवी उप-कप्तान और एक युवा तेज़ गेंदबाज, इन तीनों का सिर्फ़ एक रन बचाने के लिए एक साथ दौड़ना दिखा रहा था कि भारत हर हाल में टेस्ट जीतने के लिए बेकरार है.
दिन का खेल ख़त्म होने के बाद सिराज प्रेस-वार्ता के लिए आए. हमने उनसे सवाल किया कि क्या मैच के आखिरी दिन उनके अलावा अश्विन-जडेजा की जोड़ी को झेलना कैरेबियाई बल्लेबाज़ों के लिए आसान नहीं होगा तो सिराज ने अपने दिलचस्प अंदाज़ में जवाब देते हुए कहा कि अश्विन भाई तो इस पिच पर खोल देंगे अगर हम लोग पहले सत्र में अच्छी गेंदबाज़ी करते हैं.
सिराज ने ये भी माना कि जब भी अनुभवी गेंदबाज़ टीम के साथ नहीं होते हैं तो उन पर अतिरिक्त ज़िम्मेदारी आती है और वो उस पर खरा उतरने की कोशिश करते हैं.
शिवनारायण चंद्रपॉल ने 2011 में डोमिनाक टेस्ट के दौरान शतक बनाते हुए इतना वक्त टीम इंडिया के लिए खत्म कर दिया था कि उनके पारी घोषित करने के बाद इतना वक्त नहीं बचा था कि कोई भी कप्तान आसानी से लक्ष्य़ के लिए जाता.
12 साल बाद वक्त का पहिया फिर से दिलचस्प अंदाज़ में घूमा है और एक बार फिर से चौथे दिन का खेल खत्म होने तक चंद्रपॉल क्रीज़ पर नाबाद टिके हैं औऱ अगर तेजनारायण ने तेज़ शतक बनाया तो कौन जाने जीत ना ही सही लेकिन ड्रॉ नतीजे के लिए वो अहम भूमिका निभा सकते हैं.
लेकिन, ऐसा सोचने के लिए भी ना सिर्फ उन्हें बल्कि निचले क्रम के बल्लेबाज़ों के लिए काफी अनुशासन की जरूरत पड़ेगी, नहीं तो अगर मैच लंच से पहले या फिर चाय से पहले खत्म हो जाए तो चौंकने की ज़रूरत नहीं, बशर्ते बारिश इस बार मेज़बान को बचा ना दे. (bbc.com/hindi)
ऑस्ट्रेलिया ने एशेज सिरीज़ पर अपना कब्ज़ा कायम रखा है.
बारिश के कारण मैनचेस्टर में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया.
सिरीज़ में ऑस्ट्रेलिया दो मैच जीतकर आगे चल रही थी. इंग्लैंड ने सिरीज़ में एक मैच जीता था. मैनचेस्टर में इंग्लैंड की कोशिश थी कि किसी तरह से मैच जीतकर सिरीज़ ड्रॉ करवाई जा सके या बराबरी की जा सके.
सिरीज़ का पांचवा मैच 28 जुलाई से ओवल में खेला जाएगा. मगर अगर इस मैच में इंग्लैंड की टीम जीत भी गई तब भी सिरीज़ 2-2 से ड्रॉ हो जाएगी.
दोनों देशों के बीच हुई पिछली एशेज सिरीज़ भी ऑस्ट्रेलिया ने 4-0 से जीती थी.
नियम ये है कि अगर सिरीज़ ड्रॉ होती है तो ट्रॉफी डिफेंडिंग चैंपियन के पास ही रहेगी. (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 22 जुलाई । भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर का मानना है कि अगर अनुभवी मध्यक्रम बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे खुद को दौड़ में बनाए रखना चाहते हैं तो उन्हें टेस्ट क्रिकेट में लगातार रन बनाने होंगे।
पिछले महीने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से 209 रन की हार में रहाणे 89 और 46 के स्कोर के साथ भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे। फिर उन्हें वेस्टइंडीज के मौजूदा टेस्ट दौरे के लिए उप-कप्तान नियुक्त किया गया, जहां उनके स्कोर सिर्फ तीन और आठ रन रहे हैं।
“अजिंक्य रहाणे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद से अगर अपना फॉर्म कायम रखे होते तो वो आज भारतीय टीम के कप्तान होते।"
जियोसिनेमा पर वर्चुअल मीडिया इंटरेक्शन में जाफर ने कहा, “लेकिन फिर उन्होंने आईपीएल के दौरान खुद को फिर से स्थापित किया और यहां तक कि उन्हें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भी मौका मिला, जहां उन्होंने रन बनाए। उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ इस श्रृंखला के लिए उप-कप्तान भी बनाया गया था। चयनकर्ताओं ने देखा होगा कि उनके पास काफी क्षमता है। लेकिन एकमात्र चीज यह है कि उसे रन बनाने की जरूरत है। अगर वह रन नहीं बनाते हैं, तो उनके लिए मुश्किलें होंगी।”
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को कहा कि केएल राहुल और श्रेयस अय्यर ने दाहिनी जांघ और पीठ की चोटों से उबरने के बाद बल्लेबाजी अभ्यास शुरू कर दिया है। जाफर ने दोहराया कि अगर रहाणे लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें टेस्ट टीम के भविष्य के कप्तान के रूप में देखा जा सकता है।
“पहले दो बार जब बल्लेबाजी करने का मौका मिला तो वह जल्दी आउट हो गए। मैं श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की वापसी पर कहूंगा कि वे बड़ी चोटों के बाद वापस आ रहे हैं और उन्हें अपनी फिटनेस साबित करने, रन बनाने की जरूरत है।"
“लेकिन अजिंक्य रहाणे को लगातार रन बनाने होंगे क्योंकि 80-90 टेस्ट मैच (84 मैच) खेलने के बावजूद यही उनकी समस्या रही है। रोहित शर्मा के बाद वह कप्तानी के लिए एक अच्छे विकल्प हो सकते हैं। एक बार जब वह लगातार रन बनाना शुरू कर देंगे तो यह सब अपने आप हो जाएगा।"
जाफर ने यह भी कहा कि टेस्ट टीम में चयन के लिए नजरअंदाज किए जाने के बावजूद मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान को रन बनाने में निरंतरता पर ध्यान देना होगा। सरफराज रणजी ट्रॉफी में शानदार रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन उन्हें टेस्ट टीम में जगह नहीं दी गई है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने दलीप ट्रॉफी के हालिया संस्करण में हालांकि कोई बड़ा स्कोर नहीं किया।
"बेशक उसे (सरफराज को) निराश होने का अधिकार है और इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन कुछ चीजें हैं जो उसके नियंत्रण से बाहर हैं। उसे फिर से रन बनाने पर फोकस करना होगा। अगर वह दलीप ट्रॉफी की तरह विफल रहते हैं या आगामी मैचों में रन नहीं बनाते हैं तो मौका मिलने की सम्भावना कम है।" (आईएएनएस)
पोर्ट ऑफ स्पेन, 21 जुलाई । वेस्टइंडीज के सहायक कोच केनी बेंजामिन का मानना है कि भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन गेंदबाजों को कड़ी मेहनत करनी होगी और साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि गेंदबाज अपनी योजनाओं को अच्छी तरह से क्रियान्वित करेंगे।
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम पहले सत्र में एक भी विकेट नहीं ले पाई। लेकिन मेजबान टीम ने दूसरे सत्र में चार विकेट लेकर वापसी की, लेकिन विराट कोहली (नाबाद 87) और रवींद्र जड़ेजा (नाबाद 36) ने 106 रन की अटूट साझेदारी की, जिससे भारत ने पहले दिन का खेल 84 ओवर में 288/4 के स्कोर पर समाप्त किया।
बेंजामिन ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमारे पास प्रत्येक बल्लेबाज के लिए अपनी योजनाएँ हैं और हम आशा करते हैं कि गेंदबाज उन योजनाओं पर कायम रहेंगे और धैर्य रखेंगे। मैं जानता हूं कि कोहली, जड़ेजा और बाकी बल्लेबाज आने वाले हैं तो वे हमें जाने नहीं देंगे। इसलिए, हमें कड़ी मेहनत करनी होगी और उम्मीद करनी होगी कि गेंदबाज अपनी योजनाओं को अच्छी तरह से क्रियान्वित करेंगे। ''
अपनी 21वीं गेंद पर खाता खोलने वाले कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने 500वें मैच में अपने 29वें टेस्ट शतक तक पहुंचने से सिर्फ 13 रन दूर हैं। 1992-1998 तक वेस्टइंडीज के लिए 92 टेस्ट मैच और 33 वनडे खेलने वाले बेंजामिन इस बात पर अड़े थे कि उनके गेंदबाज कोहली को शतक तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करवाएंगे।
"अगर वह (शतक बनाने के लिए) तैयार है तो उसे इसके लिए काम करना होगा, हम इसे उसे आसानी से हासिल नहीं करने देंगे और रास्ते में खूंटा गाड़ देंगे। उम्मीद है कि अगर हम शुक्रवार को ऐसा करते हैं तो हमारे पास दूसरी नई गेंद से शुरुआत करने का मौका होगा। हमें उम्मीद है कि हम कुछ सफलता हासिल करेंगे और खुद को खेल में वापस लाएंगे।"
धीमी, शांत पिच पर पहले गेंदबाजी करने के पीछे के तर्क के बारे में पूछे जाने पर, बेंजामिन ने कहा, “ठीक है, कोच और कप्तान को लगा कि कुछ नमी थी। जब उन्होंने गेंदबाजी की तो हम स्टंप के पीछे से देख सकते थे कि पिच में कुछ नमी थी। इसलिए हमें लगा कि अगर हमें पिच से कुछ हासिल करना है तो वह पहले दिन ही होगा।''
उन्होंने यह कहते हुए अपनी बात समाप्त की कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच 100वें टेस्ट का पहला दिन मेजबान टीम के लिए संतोषजनक रहा। "हम थोड़े निराश थे कि हमने लंच तक एक या दो विकेट नहीं लिए लेकिन फिर हमने चार विकेट लेकर अच्छा प्रदर्शन किया।"
"विराट और जडेजा को बधाई, उन्होंने बहुत अच्छा खेला और वे बहुत अनुभवी हैं। विराट एक बहुत ही खास खिलाड़ी हैं और दोनों ने वह सत्र हमसे छीन लिया, लेकिन कुल मिलाकर यह एक संतोषजनक दिन था।" (आईएएनएस)।
रसेलशेम (जर्मनी), 20 जुलाई भारतीय महिला हॉकी टीम का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा और उसे जर्मनी से 0-2 से हार का सामना करना पड़ा जो उसकी वर्तमान दौरे में लगातार तीसरी पराजय है।
भारतीय टीम के जर्मनी दौरे के तीसरे और अंतिम मैच में मेजबान टीम की तरफ सेनाइक लोरेंज (52वें मिनट) और चार्लोट स्टेपनहॉर्स्ट (54वें मिनट) ने गोल किए।
भारतीय टीम अपने पिछले दो मुकाबलों में चीन (2-3) और जर्मनी (1-4) से हार गई थी।
भारतीय टीम का जर्मनी का यह दौरा आगामी एशियाई खेलों की तैयारियों के सिलसिले में था।
दौरे के तीसरे और अंतिम मैच में भारतीय टीम जर्मनी को तीसरे क्वार्टर तक गोल रहित बराबरी पर रोकने में सफल रही थी। चौथे क्वार्टर में हालांकि कड़ा मुकाबला देखने को मिला जिसमें जर्मनी ने आक्रामक रुख अपनाया।
भारत को इसके पिछले क्वार्टर में दो पेनल्टी कॉर्नर मिले थे लेकिन वहां उन्हें गोल में बदलने में नाकाम रहा।
लोरेंज ने जर्मनी को मिले तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके अपनी टीम को बढ़त दिलाई। लोरेंज ने मंगलवार को भारत के खिलाफ खेले गए पहले मैच में दोे गोल किए थे।
स्टेपनहॉर्स्ट ने इसके बाद मैदानी गोल करके जर्मनी की जीत सुनिश्चित की।
भारतीय महिला हॉकी टीम को अब स्पेन का दौरा करना है जहां वह स्पेनिश हॉकी महासंघ के 100 साल पूरे होने पर आयोजित किए जाने वाले टूर्नामेंट में भाग लेगी। (भाषा)
मीरपुर, 19 जुलाई । जेमिमा रोड्रिग्स की करियर की सर्वश्रेष्ठ 86 रन की पारी के बाद चार विकेट की मदद से भारत ने बुधवार को यहां दूसरे महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में बांग्लादेश को 108 रन से हराकर तीन मैच की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी।
भारत ने जेमिमा (86) और कप्तान हरमनप्रीत कौर (52) के अर्धशतक और दोनों के बीच चौथे विकेट की 91 गेंद में 73 रन की साझेदारी से आठ विकेट पर 228 रन का स्कोर खड़ा किया था।
इसके जवाब में बांग्लादेश की टीम फरगाना हक (81 गेंद में 47 रन) और रितु मोनी (46 गेंद में 27 रन) के बीच चौथे विकेट की 68 रन की साझेदारी से तीन विकेट पर 106 रन बनाकर अच्छी टक्कर दे रही थी। हालांकि इस साझेदारी के टूटने के बाद मेजबान टीम 35.1 ओवर में 120 रन पर सिमट गई।
जेमिमा ने गेंदबाजी से भी कमाल दिखाते हुए 3.1 ओवर में तीन रन देकर चार विकेट चटकाए। लेग स्पिनर देविका वैद्य ने भी 30 रन देकर तीन विकेट हासिल किए।
रितु और फरगाना दोनों को विकेटकीपर यस्तिका भाटिया ने क्रमश: देविका और जेमिमा की गेंद पर स्टंप किया। सितंबर के बाद अपना पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहीं तेज गेंदबाज मेघना सिंह ने
सलामी बल्लेबाज मुर्शीदा खातून (12) को आउट किया।
तीसरा और अंतिम एकदिवसीय शनिवार को खेला जाएगा।
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए पहले बल्लेबाजी करते हुए प्रभावी स्कोर खड़ा करने का अच्छा मौका था। हमने एक बल्लेबाज के अंत तक बल्लेबाजी करने के बारे में बात की थी। जब जेमी (जेमिमा) आई तो हमने गेंद के अनुसार बल्लेबाजी की और हमारा ध्यान स्ट्राइक रोटेट करने पर था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम सपाट पिचों पर बल्लेबाजी कर रहे थे, काफी लंबे समय बाद एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले और इसलिए हम तेजी से सामंजस्य नहीं बैठा पाए। लेकिन (पहले मैच के बाद) हमने सामंजस्य बैठाने और इस तरह की पिच पर बल्लेबाजी करने को लेकर बात की।’’
इससे पहले टॉस गंवाने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे भारत के लिए सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने 58 गेंद में 36 रन की पारी खेली लेकिन इसके बावजूद मेहमान टीम 68 रन तक तीन विकेट गंवाकर संकट में थी। जेमिमा और हरनमप्रीत ने इसके बाद पारी को संभाला।
करियर की सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय पारी खेलने वाली जेमिमा ने हरलीन देओल (25) के साथ भी 55 रन की साझेदारी की। हरमनप्रीत के बाएं हाथ में दर्द के कारण रिटायर्ड हर्ट होने पर हरलीन क्रीज पर उतरी थी।
भारत जेमिमा की आक्रामक पारी की बदौलत शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में धीमी शुरुआत से उबरने में सफल रहा।
जेमिमा ने 78 गेंद की अपनी पारी में नौ चौके मारे। हरमनप्रीत पारी के अंतिम ओवरों में मैदान पर उतरीं और उन्होंने अर्धशतक पूरा किया। हरमनप्रीत ने 88 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके जड़े।
इससे पहले भारतीय बल्लेबाजों को बांग्लादेश के गेंदबाजों की सटीक लाइन और लेंथ के सामने रन बनाने में परेशानी हुई।
मारूफा अख्तर ने पारी के पांचवें ओवर में सलामी बल्लेबाज प्रिया पूनिया (07) को बोल्ड किया जबकि यस्तिका भाटिया (15) रन आउट हुईं।
हरमनप्रीत और स्मृति इसके बाद क्रीज पर थे। स्पिनरों को पिच से अच्छा टर्न और उछाल मिल रहा था।
दोनों 66 गेंद में 28 रन की जोड़ी सकीं। रन गति बढ़ाने में प्रयास में स्मृति लेग स्पिनर राबिया खान की गेंद पर बोल्ड हो गईं जिससे भारत का स्कोर तीन विकेट पर 68 रन हो गया।
जेमिमा के आने के बाद चीजें बदलीं। जेमिमा और हरमनप्रीत ने अपनी साझेदारी के दौरान स्पिनरों के खिलाफ कदमों का अच्छा इस्तेमाल किया। भारत के रनों का शतक 28वें ओवर में पूरा हुआ।
दोनों ने स्ट्राइक रोटेट करने को तरजीह दी और खराब गेंद पर बाउंड्री भी लगाई। बांग्लादेश ने अपनी गेंदबाजों से लंबे स्पैल कराके दबाव बनाया।
जेमिमा और हरमनप्रीत के बीच अर्धशतकीय साझेदारी 32वें ओवर में पूरी हुई।
जेमिमा ने मारूफा पर चौके के साथ अर्धशतक पूरा किया।
जेमिमा ने अंतिम पांच ओवर में पांच चौके जड़कर रन गति में इजाफा किया। (भाषा)
पोर्ट आफ स्पेन, 19 जुलाई भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन से काफी उम्मीदें हैं और उन्होंने संकेत दिया कि उसके हुनर को निखारने के लिये उसे टेस्ट क्रिकेट में और मौके दिये जायेंगे ।
ईशान ने रोसीयू में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में पदार्पण किया जो भारत ने एक पारी और 141 रन से जीता । रोहित ने कहा कि रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा जैसे स्पिनरों के सामने ईशान की विकेटकीपिंग से वह काफी प्रभावित हैं ।
भारतीय टीम दूसरा टेस्ट बृहस्पतिवार से खेलेगी । पहले टेस्ट में ईशान के प्रदर्शन के बारे में पूछने पर रोहित ने कहा ,‘‘ईशान काफी प्रतिभाशाली है । हमने उसके संक्षिप्त कैरियर में यह देखा है।उसने हाल ही में वनडे क्रिकेट में 200 रन बनाये हैं । उसके पास प्रतिभा है और हमें उसे निखारना है।’’
उन्होंने कहा ,‘‘हमें उसे मौके देने होंगे । वह बायें हाथ का बल्लेबाज है और आक्रामक क्रिकेट खेलता है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मैने उससे खुलकर बात की है कि मैं उसे किस तरह से खेलते देखना चाहता हूं । मैने उसे पूरी आजादी दी है । यही हमारा काम भी है ।’’
भारत ने जब पहली पारी घोषित की तब तक ईशान 20 गेंद ही खेल सके थे । रोहित ने कहा कि वह ईशान की विकेटकीपिंग से काफी प्रभावित हैं खासकर जब गेंद टर्न ले रही थी ।
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं उसकी विकेटकीपिंग के बारे में बात करना चाहूंगा । उसने पहला टेस्ट खेलने के बावजूद शानदार विकेटकीपिंग की । टर्न लेती पिच पर अश्विन और जडेजा के सामने विकेटकीपिंग करना आसान नही था । मैं उससे काफी प्रभावित हूं ।’’
भारतीय कप्तान ने कहा ,‘‘ वह एक रन ही बना सका क्योंकि हमें पारी का ऐलान करना था ।हम चाहते हैं कि शीर्षक्रम के बल्लेबाज लंबे समय तक बल्लेबाजी करेंगे । अगर मौका मिलता है तो ईशान भी लंबी पारी खेलने के लिये तैयार है।’’
रोहित ने विजयी टीम में बड़े बदलाव से इनकार किया लेकिन कहा कि यहां खराब मौसम के कारण पिच को लेकर स्पष्टता नहीं मिल रही है।
भारत ने पहला टेस्ट बड़े अंतर से जीता जिसमें यशस्वी जायसवाल ने भी पदार्पण किया और शुभमन गिल नये क्रम पर बल्लेबाजी के लिये उतरे ।
रोहित ने कहा ,‘‘डोमिनिका में हमें पिच के बारे में पता था । यहां बारिश की बात हो रही है तो कुछ पता नहीं चल रहा । टीम में भारी बदलाव नहीं होंगे लेकिन हम हालात के अनुरूप फैसला लेंगे ।’’
पहले मैच में 171 रन बनाने वाले जायसवाल की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा ,‘‘ भारतीय क्रिकेट में आज या कल बदलाव का दौर आयेगा । मुझे खुशी है कि नये खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं । हमारा काम उन्हें उनकी भूमिका के बारे में समझाना है । अब तैयारी करना और अच्छा प्रदर्शन करना उनके जिम्मे है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हमें इन पर भरोसा है और ये भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं जो भारतीय क्रिकेट को नयी ऊंचाइयों तक ले जायेंगे ।’’ (भाषा)