राष्ट्रीय
चेतन शर्मा
नई दिल्ली, 16 अगस्त | ओलंपिक में पदार्पण में मिली हार से निराश पहलवान सोनम मलिक ने खुद को अलग-थलग कर लिया है।
वह 'दिल टूटा हुआ' महसूस कर रही थी लेकिन उसके बचपन के कोच अजमेर मलिक उसके साथ खड़े हैं और उससे कहा कि यह सब कुछ का अंत नहीं है।
अजमेर ने कहा, जब वह टोक्यो से वापस आई, तो वह बहुत निराश महसूस कर रही थी। उसने खुद को अलग-थलग कर लिया। हम सभी जानते हैं कि वह एक अच्छी पहलवान है लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है। मैंने उससे कहा कि यह सब कुछ का अंत नहीं है। आपको फिर से खड़े होने और भविष्य की घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। उसने अब अपना प्रशिक्षण शुरू कर दिया है।
सोनम का ओलंपिक पदार्पण 62 किग्रा वर्ग में मंगोलिया के बोलोरतुया खुरेलखुउ के खिलाफ पहले दौर की हार के साथ समाप्त हुआ था।
अजमेर ने कहा, उसने बाउट में अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दिया और हार गई। लेकिन यह उसका पहला ओलंपिक था और वह सिर्फ 19 साल की है। उम्मीद है, उसने अपना सबक सीखा है कि दबाव को कैसे संभालना है। वह रक्षात्मक थी। वह था एक गलती। फिर भी, उसे बड़े मंच का अनुभव मिला है।"
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) द्वारा सोनम को जारी नोटिस के बारे में पूछे जाने पर कोच ने कहा, सोनम ने महासंघ से माफी मांगी है।
उन्होंने कहा, फेडरेशन ने हमेशा अपने पहलवानों का समर्थन किया है और हमें विश्वास है कि सोनम को माफ कर दिया जाएगा। (आईएएनएस)
चंडीगढ़, 16 अगस्त | पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को जालंधर कैंट के विधायक और उनके करीबी परगट सिंह को अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब कांग्रेस का नया महासचिव नियुक्त किया। सिद्धू ने एक बयान में कहा, अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत की मंजूरी के साथ, मैं तत्काल प्रभाव से परगट सिंह को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव (संगठन) नियुक्त करता हूं।
यह नियुक्ति पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की राष्ट्रीय राजधानी में सोनिया गांधी के साथ बैठक के कुछ दिनों बाद हुई है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अगस्त | सोशल मीडिया पर साझा किए गए फुटेज में अफगान नागरिकों को उड़ान भरने की तैयारी कर रहे एक अमेरिकी सैन्य विमान के किनारे से चिपके हुए देखा गया है। ये वह लोग थे, जो जहाज में घुसने में कामयाब नहीं हो सके तो उसके बाहरी हिस्सों से ही चिपक गए और ऐसे ही विमान के साथ जाने की कोशिश करने लगे। बीबीसी ने बताया कि वीडियो में, कई लोग स्पष्ट रूप से अमेरिकी सैन्य परिवहन विमान के बाहरी हिस्से में लटके हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि यह रनवे से चल रहा है और इसके साथ-साथ सैकड़ों लोगों की भीड़ भी दौड़ रही है।
कुछ रिपोटरें के अनुसार, जिनकी पुष्टि अभी नहीं हुई है, एक विमान के उड़ान भरने के बाद उससे चिपके हुए लोगों में से गिरने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई है।
ऐसी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिनमें उड़ते हुए जहाज से कुछ गिरता नजर आ रहा है और दावा किया जा रहा है कि यह वही लोग नीचे गिर रहे हैं, जो जहाज के बाहरी हिस्से में किसी तरह चिपककर सफर करना चाह रहे थे, मगर जैसे ही विमान कुछ ऊंचाई पर पहुंचा तो वह नीचे गिर गए। हालांकि अभी इस विडियो को लेकर किए जा रहे दावों की पुष्टि नहीं हुई है।
कम से कम दो अन्य लोग कथित तौर पर पहले उसी हवाई अड्डे पर मारे गए थे, क्योंकि यात्रियों की एक बड़ी भीड़ देश से भागने का प्रयास कर रही थी। यह स्पष्ट नहीं है कि उनकी मौत भगदड़ में हुई या गोली लगने के कारण।
सरकार गिरने और राष्ट्रपति अशरफ गनी के विदेश भाग जाने के बाद तालिबान ने रविवार को काबुल में प्रवेश किया और लगभग 20 वर्षों में पहली बार अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया।
काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हजारों लोगों के धावा बोलने के बाद तीन लोगों को, जो एक विमान से लटककर यात्रा करना चाह रहे थे, आकाश से नीचे गिरते देखा गया। देखने में यह विमान अमेरिका का लग रहा था।
अमेरिका ने काबुल स्थित अपने दूतावास के कर्मचारियों और उनके अफगान सहयोगियों को निकालना शुरू कर दिया है।
इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका ने हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का प्रभार लेने की घोषणा की है।
फिलहाल काबुल हवाई अड्डे पर न कोई फ्लाइट आ रही है और न ही यहां से जा रही है।(आईएएनएस)
श्रीनगर, 16 अगस्त | जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के एक घर में सोमवार को लगी भीषण आग ने दो बहनों की शादी की संभावनाओं को खत्म कर दिया। शादी से एक पखवाड़े पहले, बसंत बाग इलाके में एक भीषण आग लगने के बाद दो बहनों का सपना टूट गया और उनका सारा घर जल कर राख हो गया।
उनके पिता, मुश्ताक अहमद शेख ने कहा कि सितंबर के पहले सप्ताह में उनकी दो बेटियों की शादी होने वाली थी और वह दो दूल्हों और उनके मेहमानों की मेजबानी करने वाले थे।
पिता ने कहा, भीषण आग ने हमारे सारे सपने चकनाचूर कर दिए हैं। हमने आग में सब कुछ खो दिया है। भीषण आग में लाखों रुपये का सोना और नकदी भी नष्ट हो गई। उन्होंने कहा कि अब कोई उम्मीद नहीं बची है और परिवार कुल मिलाकर गहरे संकट में आ गया है।
शेख, उनके परिवार और उनके पड़ोसियों ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से इस महत्वपूर्ण मोड़ पर प्रभावित परिवार की मदद करने की अपील की है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अगस्त | केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि भारत वैश्विक शांति की कामना करता है। वह अफगानिस्तान में चल रहे संकट के बारे में सोमवार को मीडिया के सवालों का जवाब दे रही थीं। अपनी 'जन आशीर्वाद यात्रा' की शुरुआत के बाद पार्टी की दिल्ली इकाई के कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मीनाक्षी ने कहा, "भारत वैश्विक शांति की कामना करता है और चाहता है कि हर देश शांति से आगे बढ़े। यही हमारी इच्छा है।"
जहां भाजपा नेताओं ने अफगानिस्तान संकट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, वहीं एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि सरकार का जो भी रुख होगा, वही पार्टी का रुख होगा।
पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि भारत सरकार को देश के हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
इस बीच आईं खबरों के मुताबिक, सोमवार को काबुल हवाईअड्डे पर कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और तीन स्टोवावे की एक विमान से गिर जाने से मौत हो गई। अराजक स्थिति के बीच हजारों अफगान नागरिक देश से बाहर जाने की कोशिश कर रहे हैं।
अफगानिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि तालिबान के कब्जे से व्यापक अराजकता के मद्देनजर काबुल में हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से सभी वाणिज्यिक उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
अफगानिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने यह देखते हुए कि अराजक स्थिति में हवाईअड्डे पर यात्रियों की भारी भीड़ लूटपाट और अन्य अव्यवस्थित स्थिति का कारण बन सकती है, एक बयान में सामान्य स्थिति की जल्द बहाली की उम्मीद व्यक्त की।
इस बीच तालिबान ने एक बयान में काबुल के निवासियों से कहा कि उनका जीवन और संपत्ति सुरक्षित है और वे अपना काम जारी रख सकते हैं।
पश्चिम समर्थित सरकार के गिरने के बाद तालिबान रविवार को राजधानी में घुस गया और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश से भाग गए, जिससे दो दशक के अभियान का आश्चर्यजनक अंत हो गया, जिसमें अमेरिका और उसके सहयोगियों ने देश को बदलने की कोशिश की थी।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अगस्त | कोविड-19 महामारी की शुरूआत के बाद से, 5,000 से अधिक महामारी से संबंधित फिशिंग वेबसाइटें सामने आई हैं, जिन्हें नकली भुगतान ऑफर और रियायती कोविड परीक्षणों के माध्यम से यूजर्स के आकउंट चुराने के लिए डिजाइन किया गया है। हालही में, नकली क्यूआर कोड के लिए फिशिंग विज्ञापन और रेस्तरां और सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र लोकप्रिय हो गए हैं।
साइबर सुरक्षा फर्म कास्परस्की के अनुसार, मार्च 2020 से जुलाई 2021 तक, इसने ऐसी फिशिंग वेबसाइटों पर जाने के एक मिलियन से अधिक यूजर्स हो गए हैं।
मार्च 2021 में महामारी से संबंधित स्कैमिंग गतिविधि चरम पर थी।
साइबर अपराधियों द्वारा अपने प्रयासों को तेज करने से पहले, कास्परस्की शोधकतार्ओं ने जून में थोड़ी गिरावट देखी।
इस महीने के दौरान, कैस्परस्काई उत्पादों ने मई की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक महामारी से संबंधित फिशिंग वेबसाइटों का पता लगाया। जिन्हे बंद कर दिया गया है।
कास्परस्की में कंटेंट फिल्टरिंग मेथड्स डेवलपमेंट के प्रमुख एलेक्सी मार्चेंको ने कहा,ज्यादातर महामारी से संबंधित धोखाधड़ी में, साइबर अपराधियों का लक्ष्य उपयोगकर्ता डेटा प्राप्त करना होता है। फिशिंग का उपयोग अक्सर इसके लिए किया जाता है, एक उपयोगकर्ता किसी विज्ञापन या ईमेल के लिंक का अनुसरण करता है और एक पृष्ठ पर जाता है जहां उन्हें व्यक्तिगत जानकारी और बैंक कार्ड विवरण दर्ज करने के लिए कहा जाता है।
मार्चेंको ने कहा, एक बार उनके पास यह जानकारी हो जाने के बाद, आपके आकउंट से पैसे चुरा लेते हैं।
कोविड परीक्षणों और टीकाकरण से संबंधित फिशिंग हमलों की संख्या में वृद्धि हुई है। साइबर अपराधी हमेशा अपने हमलों की योजना बनाने के अवसरों की तलाश में रहते हैं और वर्तमान रुझानों के साथ तालमेल बिठाते हैं जो उन्हें अपने संभावित पीड़ितों का अधिक ध्यान आकर्षित करने में मदद कर सकते हैं।
दीपेश कौर, महाप्रबंधक, कास्परस्की (दक्षिण एशिया) कहा, इस तरह के संभावित हमलों से दूर रहने के लिए, इंटरनेट यूजर्स के लिए यह आवश्यक है कि वे अपने डिवाइस में एक विश्वसनीय सुरक्षा समाधान रखें, साथ ही जागरूक रहें, और हर समय गलत लिंक से बचे और दस्तावेज आदि सभाल कर रखें।(आईएएनएस)
पेगासस जासूसी विवाद पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि आरोपों की जांच के लिए समिति का गठन होगा. साथ ही सरकार ने जासूसी के आरोपों का खंडन किया है.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
केंद्र सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि पेगासस जासूसी के आरोपों की जांच क्षेत्र के विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा की जाएगी. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक हलफनामे में कहा, "उपरोक्त याचिका और अन्य संबंधित याचिकाओं में प्रतिवादियों के खिलाफ लगाए गए किसी भी और सभी आरोपों से साफ तौर से इनकार किया जाता है."
सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दो पन्ने के संक्षिप्त हलफनामे में जासूसी के आरोपों का खंडन किया है.
कोर्ट में हलफनामा
हलफनामे में आगे कहा गया है, "उपरोक्त याचिका और अन्य संबंधित याचिकाओं के अवलोकन से यह स्पष्ट हो जाता है कि ये अनुमानों और अन्य अप्रमाणित मीडिया रिपोर्टों या अधूरी या अपुष्ट सामग्री पर आधारित हैं."
केंद्र ने अपने हलफनामे में कहा कि कुछ निहित स्वार्थों द्वारा फैलाए गए किसी भी गलत नैरेटिव को दूर करने के लिए और उठाए गए मुद्दों की जांच करने के उद्देश्य से विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाएगा. हलफनामे में कहा गया कि समिति द्वारा मामले के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी.
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सरकार पेगासस पर सवालों का जवाब संसद में दे चुकी है.
सुप्रीम कोर्ट विभिन्न दिशा-निर्देशों की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है, जिसमें एक एसआईटी जांच, एक न्यायिक जांच और सरकार को निर्देश देना शामिल है कि क्या उसने नागरिकों की जासूसी करने के लिए पेगासस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था या नहीं.
10 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने इसी मामले पर सुनवाई पर सोशल मीडिया पर समानांतर बहस पर आपत्ति जताई थी. कोर्ट ने कहा था कि अनुशासन और न्याय प्रणाली में विश्वास होना चाहिए.
पेगासस पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने
पेगासस जासूसी विवाद पर मानसून सत्र में विपक्ष और सरकार के बीच गतिरोध बना रहा और हंगामे के कारण सही ढंग से संसद में काम नहीं हो पाया.
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वालों में एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया और वरिष्ठ पत्रकार एन राम, शशि कुमार शामिल हैं.
पिछले महीने दुनियाभर के 17 मीडिया संस्थानों ने एक साथ रिपोर्ट छापी थीं, जिनमें दावा किया गया था कि पेगासस नाम के एक स्पाईवेयर के जरिए विभिन्न सरकारों ने अपने यहां पत्रकारों, नेताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के फोन हैक करने की कोशिश की.
भारत में मीडिया संस्थान द वायर उस जांच का हिस्सा है, जिसे "पेगासस प्रोजेक्ट" नाम दिया गया है. इस जांच में फ्रांसीसी संस्था "फॉरबिडन स्टोरीज" को मिले उस डेटा का फॉरेंसिक विश्लेषण किया गया, जिसके तहत हजारों फोन नंबर्स को हैक किये जाने की सूचना थी.
अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थाओं जैसे वॉशिंगटन पोस्ट, गार्डियन और ला मोंड व जर्मनी में ज्यूडडॉयचे त्साइटुंग ने भी इस जांच में हिस्सा लिया था. जांच के बाद दावा किया गया है कि 50 हजार फोन नंबरों को जासूसी के लिए चुना गया था. इनमें दुनियाभर के 180 से ज्यादा पत्रकारों के फोन नंबर शामिल हैं.
रिपोर्ट में भारत में कई पत्रकारों, नेताओं और राजनीतिक कार्यकर्ता के फोन हैक करने का दावा किया गया था. (dw.com)
लखनऊ, 16 अगस्त | उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने माहौल बनाना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में पिछले दिनों मोदी सरकार में जगह पाने वाले यूपी के मंत्रियों ने आज यहां से जन आशीर्वाद यात्रा की शुरूआत की है। इस मौके पर गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था, लेकिन उस दौरान सांसद का सत्र चल रहा था। अब सत्र के बाद हमारी पार्टी ने तय किया है कि सभी नए मंत्री अपने अपने क्षेत्रों के अलावा अन्य जिलों में जाएं और जनता का आशीर्वाद प्राप्त करें। इस दौरान हम केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं और लक्ष्य के बारे में बताएंगे। यूपी में एक बार फिर भारी बहुमत की सरकार बनाने जा रहे हैं।
केंद्रीय आवासन एवं शहरी राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि मोदी और योगी सरकार ने जनता के हित में ऐसे काम किये हैं, जो आजादी के बाद अभी तक नहीं हुए है। रोटी, कपड़ा और मकान की व्यवस्था की जा रही है। पंडित दीनदयाल, डॉ आंबेडकर और लोहिया के मिशन को पूरा कर रही है। जिनके पास आवास नहीं उन्हें दिया जाएगा। केंद्र और राज्य सरकार की योजना को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं।
केंद्रीय वित्त एवं राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जो जनहित के काम किये हैं, उन्हीं उपलब्धि को लेकर जनता का आशीर्वाद लेंगे और निवेदन करेंगे कि भाजपा की सरकार एक बार फिर पूर्ण बहुमत से बनाए।
प्रदेश के मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने बतया की यह सभी मंत्री आज यानी 16 अगस्त से जन आशीर्वाद यात्राओं की शुरूआत करेंगे। समापन 20 अगस्त को होगा। इस यात्रा के दौरान यूपी की 3 दर्जन लोकसभाओं, 120 से अधिक विधानसभाओं से गुजरते हुए लगभग 3500 किमी से अधिक की दूरी तय की जाएगी। यात्रा का मकसद केंद्र और यूपी की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने और विपक्षियों के हमलों का जवाब देना है।
ज्ञात हो कि इन यात्राओं के जरिये केंद्रीय मंत्री परोक्ष रूप से यह संदेश भी देंगे कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने केंद्र सरकार में उन्हें मंत्री का ओहदा देकर उनकी बिरादरी को महत्व देने के साथ उसका सम्मान किया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में प्रदेश के अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग के तीन-तीन और एक ब्राह्मण सांसद को राज्य मंत्री बनाया गया है। (आईएएनएस)
मंगलुरु (कर्नाटक), 16 अगस्त | सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) से जुड़े तीन कार्यकर्ताओं को स्वतंत्रता दिवस रथ यात्रा में बाधा डालने और टीपू सुल्तान की तस्वीर लगाने की मांग के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। यह घटना रविवार को मंगलुरु जिले के पुत्तूर कस्बे के पास कबाका ग्राम पंचायत में हुई।
75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में ग्राम पंचायत ने स्वराज रथ यात्रा निकाली थी। रथ में स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र लगाए गए थे और उनमें से एक भाजपा के प्रतीक वीर सावरकर की तस्वीर थी।
जैसे ही रथयात्रा शुरू हुई, स्थानीय एसडीपीआई कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन किया और आंदोलन को बाधित किया। उन्होंने मांग की कि ग्राम पंचायत अधिकारी टीपू सुल्तान की तस्वीर तुरंत लगाएं। उन्होंने वीर सावरकर और ग्राम पंचायत के खिलाफ नारेबाजी की।
पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और विरोध को शांत कराया। उन्होंने अजीज, शमीर और अब्दुल रहमान को हिरासत में लिया है और बाद में न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य भाजपा प्रमुख नलिन कुमार कतील ने कहा कि एसडीपीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने कहा, "कर्नाटक में हम तालिबान की शैली को बर्दाश्त नहीं करते हैं। मैंने इस संबंध में गृह मंत्री से बात की है। अगर उन्हें संविधान में विश्वास है तो उन्हें लोकतांत्रिक तरीके से व्यवहार करना चाहिए।"
स्थानीय विधायक संजीव मातंदूर ने प्रतिक्रिया दी कि वे कबाका गांव को कश्मीर नहीं बनने देंगे। जांच जारी है। (आईएएनएस)
लखनऊ, 16 अगस्त | यूपी साइबर सेल ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को ट्रेजरी अधिकारी बताकर सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारियों से ठगी करते थे। उनके गिरोह के पांच सदस्य अभी भी फरार हैं।
गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान प्रमोद मंडल और मंटू कुमार मंडल के रूप में हुई है, जिन्होंने कथित तौर पर तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, राजस्थान में कई लोगों से ठगी करते थे।
साइबर सेल के अधिकारियों ने कहा कि अकेले उत्तर प्रदेश में गिरोह ने पिछले एक साल में लोगों से 5 करोड़ रुपये ठगे हैं।
साइबर सेल ने दोनों को पश्चिम बंगाल के कोलकाता से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से अलग-अलग सिम कार्ड, बैंक के एटीएम, ब्लूटूथ साउंड सिस्टम भी बरामद किए हैं।
यूपी साइबर सेल के अतिरिक्त महानिदेशक राम कुमार ने कहा, "इस गिरोह का प्रमोद मंडल मास्टरमाइंड है, जिस पर सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारियों को ठगने के 36 मामलों में मामला दर्ज किया गया है। कुमार ने यह भी कहा कि गिरफ्तार किए गए युगल पेंशन और अन्य भत्तों की तलाश में ट्रेजरी अधिकारी या अधिकारी के रूप में अपना काम पूरा करते थे, जो एक सेवानिवृत्त कर्मचारी को विभाग से प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है।"
सेवानिवृत्त पुलिस पेंशनरों की ठगी की शिकायत मिलने के बाद यूपी पुलिस की साइबर सेल सक्रिय हो गई।
पेंशनभोगी छोटे लाल से 11 लाख रुपये, राम लखन चौधरी से 10 लाख रुपये और उदयवीर सिंह से 10 लाख रुपये ठगे गए। तीनों को तीन महीने की अवधि में ठगी की गई।
इसी तरह की कई शिकायतें जिला साइबर सेल लखनऊ हरदोई में दर्ज की गई थी।
लखनऊ में सचिवालय के एक सेवानिवृत्त अधिकारी से 53 लाख रुपये ठगे गए।
कुमार ने कहा, उन्होंने आसानी से लोगों को बरगला कर उनसे अपने एटीएम के पासवर्ड या बैंक खाते के विवरण को सुरक्षित करने के लिए इसका इस्तेमाल किया। इसके बाद, धन को ई-वॉलेट में सेव कर दिया गया, जिसे उन्होंने भुना लिया।
साइबर सेल के एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि गिरोह के प्रत्येक सदस्य को एक विशेष कार्य सौंपा गया था जैसे नकली बैंक खाते खोलना, नकली सिम कार्ड प्राप्त करना, पीड़ितों को कॉल करना, पुलिस की गतिविधि के बारे में सूचित करना और बैंक के काम के माध्यम से प्राप्त धन को भुनाने के लिए धोखा देना। उन्हें उनके काम के महत्व के अनुसार पैसे का हिस्सा दिया जाता था।
पुलिस ने कहा कि प्रमोद ने अपने कई रिश्तेदारों और दूर के रिश्तेदारों को रोजगार देकर एक गिरोह बनाया था।
गिरोह के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। (आईएएनएस)
बिजनौर (यूपी), 16 अगस्त | सात साल की एक बच्ची ने अपने पिता के खिलाफ गवाही दी है, जिसने कथित तौर पर उसकी ट्रांसजेंडर मां की हत्या की थी। मोहम्मद शादाब के खिलाफ लड़की द्वारा दिए गए बयान पर हत्या का मामला दर्ज किया गया था, जिसने कथित तौर पर अपनी ट्रांसजेंडर पत्नी ज्योति की हत्या कर दी थी।
चार साल पहले, मोहम्मद शादाब ने एक ट्रांसजेंडर ज्योति से 'शादी' की थी और यहां तक कि पत्नी ज्योति की लड़की को स्वीकार कर गोद लिया था।
वर्षों से उनके रिश्ते में खटास आ गई । वह अक्सर पैसे को लेकर झगड़ते थे।
शुक्रवार को शादाब ने कथित तौर पर देसी तमंचे से ज्योति की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गया।
अपराध का एकमात्र गवाह ज्योति की सात साल की बेटी है जिसने पुलिस को बताया, अचानक सद्दू (शादाब) ने मेरी मां को दो बार गोली मारी और भाग गया।
बिजनौर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) धर्मवीर सिंह ने कहा, हमने शादाब को पकड़ने के लिए दो टीमों का गठन किया है। उसके खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अगस्त | राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया ने सोमवार को दिल्ली-काबुल-दिल्ली मार्ग पर अपना उड़ान संचालन रद्द कर दिया क्योंकि अफगानिस्तान की राजधानी के ऊपर का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया है। तदनुसार, काबुल हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले आने वाले और पारगमन करने वाले नागरिक विमानों को फिर से रूट करने की सलाह देते हुए एक नोटम (वायुसैनिकों को नोटिस) जारी किया गया था।
उड़ान मूल रूप से सुबह 8.30 बजे प्रस्थान करने वाली थी, हालांकि एयर इंडिया जो स्थिति की निगरानी कर रही थी, उसने दोपहर 12.30 बजे उड़ान संचालित करने का निर्णय लिया।
नोटम के अनुसार, हवाई क्षेत्र को सेना के लिए जारी कर दिया गया है और हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाले नागरिक विमानों को काबुल एटीसी से सहायता नहीं मिलेगी।
इसके अलावा, निकासी के प्रयासों में बाधा, नवीनतम विकास अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग करके दक्षिण एशिया से और उसके लिए अंतर्राष्ट्रीय संचालन को प्रभावित करेगा।
यह उम्मीद की गई थी कि इस महत्वपूर्ण उड़ान सेवा का इस्तेमाल युद्धग्रस्त अफगानिस्तान की राजधानी से भारतीयों को निकालने के लिए किया जाएगा।
रविवार शाम काबुल से 129 यात्रियों को लेकर एयर इंडिया का एक विमान दिल्ली में उतरा।
एआई 244 ने काबुल हवाईअड्डे से शाम 6.06 बजे उड़ान भरी थी। रविवार को जब तालिबान अफगानिस्तान की राजधानी पहुंचे और सत्ता संभालने की कगार पर थे, तब यह उड़ान संचालित की गई।
अफगानिस्तान की स्थिति पर निराशा व्यक्त करते हुए विमान से उतरी एक महिला ने रविवार को दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, दुनिया ने अफगानिस्तान को छोड़ दिया है।
उसने कहा, हमारे दोस्त मारे जा रहे हैं।
यात्रियों में काबुल में भारतीय दूतावास में तैनात राजनयिक और सुरक्षा अधिकारी भी शामिल हैं।
अफगानिस्तान में रविवार को स्थिति और खराब हो गई, क्योंकि काबुल पर तालिबान ने कब्जा कर लिया था। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अगस्त | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों से अपने आवास पर नाश्ते पर मुलाकात की। सोशल मीडिया पर ब्रेकफास्ट के बाद की तस्वीरें शेयर की गईं और तस्वीरों में एथलीट इस पल का लुत्फ उठाते नजर आए।
रविवार को, प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में, भारतीय ओलंपिक एथलीटों की सराहना करते हुए कहा था कि आप सब ने देश को गौरवान्वित किया है जिस पर पूरे देश को गर्व है, और यह भी कह कि उनकी उपलब्धि ने भविष्य की पीढ़ी को भी प्रेरित किया है।
भारत का यह ओलंपिक अब तक का सबसे सर्वश्रेष्ठ रहा है, टोक्यो में भारत के नाम कुल सात पदक आए जिसमें एक स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य हैं। (आईएएनएस)
असद मिर्जा
भारतीय गणराज्य ने अपने अस्तित्व के पिछले 75 वर्षो के दौरान बहुत कुछ हासिल किया है, फिर भी बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक का सवाल राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में है।
15 अगस्त 2021 को, जब भारत ने स्वतंत्रता के 74 वर्ष पूरे किए और गणतंत्र बनने के 71 साल बाद, खुशी महसूस करने और अपनी उपलब्धियों को मजबूत करने के बजाय हम इस सवाल पर विचार करने के लिए मजबूर हैं कि क्या हमारे स्वतंत्रता सेनानियों, नेताओं और संविधान निर्माताओं ने भारत के वर्तमान स्वरूप के रूप का सपना देखा था।
वर्तमान में हम एक चौराहे पर खड़े हैं, जहां भारतीय नागरिकों की एक विशाल भीड़ भारतीय समाज के निरंतर धर्मनिरपेक्ष और समावेशी चरित्र के बारे में चिंतित होने के अलावा अपनी कानूनी स्थिति और भविष्य के बारे में सोच रही है। अशिक्षित, भूमिहीन, पिछड़े और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लाखों अन्य भाषाई और धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ देश का सबसे बड़ा बहुमत देश में अपनी कानूनी पहचान के सवाल पर विचार करने के लिए मजबूर हो गया है।
बड़ी संख्या में लोग इसे केंद्र की दक्षिणपंथी सरकार का काम मानते हैं। लेकिन सवाल यह है कि यह कैसे हुआ और किसने होने दिया? यह हमें अधिक संवेदनशील और विचारणीय प्रश्न की ओर ले जा रहा है कि क्या भारत वास्तव में एक धर्मनिरपेक्ष गणराज्य था?
भारतीय नागरिकों के बीच जटिल मानवीय संबंधों को कोई नकार नहीं सकता। कई मौकों पर वे साथ रहते हैं और जरूरत के समय में एक-दूसरे की देखभाल करते हैं, विपत्ति के समय एक-दूसरे के साथ खड़े रहते हैं। औपनिवेशिक शासन आने से पहले दो अलग-अगल समुदाय आपसी भाइचारे के साथ रह रहे थे।
हालांकि यह माना गया था कि स्वतंत्र भारत अपने सभी नागरिकों को उनकी जाति और पंथ के बावजूद एक समान आधार प्रदान करेगा, वास्तविकता अपने आप में बहुत अलग है। यंग इंडिया में गांधी जी ने 1931 में लिखा था, ..मेरे लिए हिंद स्वराज सभी लोगों का शासन है, न्याय का नियम है।
मोटे तौर पर, अब जो हो रहा है, उससे किसी को चिंता नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह उनकी अपनी मिलीभगत या ढुलमुल रवैये के कारण हो रहा है। जब तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल सत्ता में थे, तो उन्होंने कभी भी कट्टर हिंदुत्व तत्वों पर शासन करने की कोशिश नहीं की, वास्तव में उन्होंने हमेशा हर धर्म के समान अधिकारों की आड़ में उन्हें लाड़-प्यार किया। या अपने दिल में वे भी चाहते थे कि भारत एक हिंदू राष्ट्र बने।
धर्मनिरपेक्ष दलों ने मुस्लिम नेताओं या प्रतिनिधि होने का दावा करने वाले मुस्लिम तत्वों, मौलवियों को भी लाड़-प्यार दिया, जिसके कारण हिंदुत्ववादी ताकतों ने हमेशा बहुमत की कीमत पर अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण पर हो-हल्ला मचाया और खुद के लिए लाभ उठाया।
1947 के बाद से मुस्लिम समुदाय को शैक्षिक पिछड़ेपन और आर्थिक भेदभाव का भी सामना करना पड़ा। 1980 के दशक तक, इसकी आर्थिक रीढ़ को शहरों में लगातार दंगों से तोड़ने की कोशिश की गई थी, जहां इसने कुशल उद्यमियों के रूप में अपनी क्षमता साबित की थी।
70 के दशक के मध्य से, समुदाय ने अपने आर्थिक लाभ को समेकित किया और शैक्षिक और सामाजिक समृद्धि की राह पर आगे बढ़े।
90 के दशक के बाद, आर्थिक उदारीकरण ने आगे चलकर समुदाय को बड़े पैमाने पर मदद की, क्योंकि अब इसके कई युवा टेक्नोक्रेट्स को विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों में सार्थक नौकरियां मिलीं।
आर्थिक स्वतंत्रता ने भी इसे अपनी सफलताओं को और मजबूत करने में मदद की और वर्तमान पीढ़ी इसका प्रमाण है। इसके अलावा, मुसलमानों को अपने सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों पर आत्मनिरीक्षण और अपना दृष्टिकोण बदलना होगा। उन्हें शिक्षित होने, गैर-इस्लामी रीति-रिवाजों से छुटकारा पाने पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
नई दिल्ली, 16 अगस्त | केंद्र सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि पेगासस जासूसी के आरोपों की जांच क्षेत्र के विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा की जाएगी। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक हलफनामे में कहा, "यह प्रस्तुत किया जाता है कि मैं उपरोक्त याचिका और अन्य संबंधित याचिकाओं में प्रतिवादियों के खिलाफ लगाए गए किसी भी और सभी आरोपों से स्पष्ट रूप से इनकार करता हूं।"
हलफनामे में आगे कहा गया है, "उपरोक्त याचिका और अन्य संबंधित याचिकाओं के अवलोकन से यह स्पष्ट हो जाता है कि ये अनुमानों और अन्य अप्रमाणित मीडिया रिपोर्टों या अधूरी या अपुष्ट सामग्री पर आधारित हैं।"
केंद्र ने दो पन्नों के एक संक्षिप्त हलफनामे में कहा कि कुछ निहित स्वार्थों द्वारा फैलाए गए किसी भी गलत नैरेटिव को दूर करने के लिए और उठाए गए मुद्दों की जांच करने के उद्देश्य से, विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाएगा, साथ ही, मामले के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।
केंद्र ने आगे कहा कि केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री द्वारा पेगासस पर प्रश्नों को संसद के पटल पर पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है।
शीर्ष अदालत विभिन्न दिशा-निर्देशों की मांग वाली याचिकाओं के एक बैच पर सुनवाई कर रही है, जिसमें एक एसआईटी जांच, एक न्यायिक जांच और सरकार को निर्देश देना शामिल है कि क्या उसने नागरिकों की जासूसी करने के लिए पेगासस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया था या नहीं।
मुख्य न्यायाधीश एन वी रमन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष याचिकाओं को बाद में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 अगस्त | प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उसने गुजरात मैरीटाइम बोर्ड घोटाले में आताश नॉरकंट्रोल लिमिटेड (एएनएल) की 134 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के प्रावधानों के तहत आताश नॉरकंट्रोल लिमिटेड की 134.38 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।
उन्होंने कहा कि कुर्क की गई संपत्ति प्लांट, मशीनरी, कंप्यूटर और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, भूमि और भवन के रूप में 90.62 करोड़ रुपये और बैंक बैलेंस 43.75 करोड़ रुपये की फिक्स डिपोजिट के रूप में है।
अधिकारी ने कहा कि आताश नॉरकंट्रोल लिमिटेड एक भारतीय कंपनी आताश कंप्यूटर्स एंड कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड और नॉर्वे स्थित कोंग्सबर्ग नॉरकंट्रोल आईटी एएस के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
यह कंपनी वेसल ट्रैफिक एंड पोर्ट्स मैनेजमेंट सिस्टम (वीटीपीएमएस) के निर्माण और संचालन में लगी हुई है और यह जहाजों को नेविगेशन सेवाएं प्रदान करती है।
अधिकारी ने कहा कि ईडी ने गुजरात मैरीटाइम बोर्ड (जीएमबी) में 134.38 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में आताश नॉरकंट्रोल लिमिटेड (एएनएल) और अन्य के खिलाफ गांधीनगर में सीआईडी-क्राइम द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है।
उन्होंने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग जांच से पता चला है कि एएनएल को खंभात की खाड़ी के लिए 'वेसल ट्रैफिक एंड पोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम' (वीटीपीएमएस) के निर्माण और संचालन के लिए जीएमबी द्वारा एक अनुबंध दिया गया था।
उन्होंने कहा, "हालांकि, एएनएल ने जीएमबी को परियोजना की बढ़ाचढ़ लागत प्रस्तुत की और इस तरह जहाजों के नेविगेशन के लिए उच्च टैरिफ दरों को तय करने में जीएमबी को गुमराह किया। वीटीपीएमएस बुनियादी ढांचा अगस्त, 2010 में चालू हो गया और उसके बाद, एएनएल ने रियायत समझौते के अनुसारजहाजों से वीटीएस शुल्क एकत्र करना शुरू कर दिया।"
अधिकारी ने कहा कि परियोजना की झूठी और मनगढ़ंत लागत का सहारा लेकर, एएनएल को संबंधित अवधि के दौरान 134.38 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान प्राप्त हुआ। (आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 14 अगस्त | केरल के मलप्पुरम जिले में संदिग्ध मॉरल पुलिसिंग की एक और घटना के चलते लोकप्रिय सांस्कृतिक शख्सियत और स्कूल शिक्षक सुरेश चालियथ ने शनिवार को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। 45 वर्षीय चलियथ उस समय दबाव में आ गया जब शुक्रवार को पुरुषों का एक समूह कथित तौर पर उसके घर में घुसा और उसे पीटा और घसीटा और उसे एक वाहन में ले गया।
पीड़िता के पड़ोसी ने कहा कि जब सुरेश अपने घर पर नहीं था, तब लोगों का एक गैंग यहां आया था।
पीड़ित के पड़ोसी ने कहा, "उसके मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया और वह जल्द ही आ गया। जैसे ही वह आया, उसकी तलाश में आए लोगों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। जो कुछ कहा गया वह किसी 'ऑनलाइन' चीज के बारे में था। फिर उसे वाहन में जबरदस्ती ले जाया गया। कुछ देर बाद, उसे वापस गिरा दिया गया और वह थका हुआ दिखाई दे रहा था, जबकि उसका शरीर खून से लथपथ था।"
इस घटना के बाद से चलियथ काफी परेशान था क्योंकि उसे उसके परिवार के सामने पीटा गया और परेशान किया गया। शनिवार की सुबह वह अपने घर के एक कमरे में फंदे से लटका मिला।
एक स्कूल शिक्षक होने के अलावा, चलियथ एक कलाकार थे और उन्होंने एक कला निर्देशक के रूप में फिल्मों में काम किया था।
पीड़िता के दोस्त ने कहा, "वह एक अच्छा इंसान था और हमें नहीं पता कि उसने क्या गलत किया।"
पुलिस मामले की जांच कर रही है और पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए राजकीय अस्पताल भेज दिया गया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 अगस्त | एनटीपीसी ने भारत में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) नेटवर्क में प्राकृतिक गैस के साथ हाइड्रोजन ब्लेंडिंग पर एक पायलट प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए एक ग्लोबल एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जारी किया है। ईओआई लेह और एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (एनवीवीएन) में फ्यूल सेल बसों की खरीद के लिए एनटीपीसी आरईएल द्वारा ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूलिंग स्टेशन के लिए हाल ही में जारी टेंडर का अनुसरण करता है। हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन को बिजली देने के लिए एनटीपीसी आरईएल द्वारा लेह में एक समर्पित 1.25 मेगावाट सौर संयंत्र भी स्थापित किया जा रहा है।
प्राकृतिक गैस के साथ हाइड्रोजन ब्लेंडिंग यह पायलट का अपनी तरह का पहला होगा। और भारत के प्राकृतिक गैस ग्रिड को डीकाबोर्नाइज करने की व्यवहार्यता का पता लगाएगा। एनटीपीसी के हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था में परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की अपनी महत्वाकांक्षा के साथ बाद में इसे पूरे भारत में वाणिज्यिक स्तर पर ले जाएगा।
पायलट का सफल निष्पादन सरकार के 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' के तहत आयात प्रतिस्थापन उद्देश्य के साथ-साथ डीकाबोर्नाइजेशन उद्देश्य को भी प्रदर्शित करेगा।
एनटीपीसी लिमिटेड उर्वरक उद्योग को डीकाबोर्नाइज करने के लिए हरित अमोनिया के उत्पादन की भी तलाश कर रहा है और संभवत: उर्वरक और रिफाइनरी क्षेत्र में हरे हाइड्रोजन के कुछ प्रतिशत का उपयोग करने के सरकार के आगामी आदेश को पूरा कर रहा है।
साथ ही, रामागुंडम में हरित मेथनॉल उत्पादन पर विस्तृत अध्ययन पूरा कर लिया गया है और कंपनी द्वारा निकट भविष्य में अंतिम निवेश निर्णय लेने की उम्मीद है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 अगस्त | ट्विटर माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने बटनों पर कंट्रास्ट बदलाव में अब नया चिर्प फॉन्ट को जोड़ने वाला है। कई यूजर्स द्वारा बटन, लिंक और आंखों में खिंचाव के कारण, सिरदर्द और यहां तक कि माइग्रेन की शिकायत के बाद यह घोषणा की है। कंपनी ने एक पोस्ट में कहा कि वह आंखों को देखने में आसानी हो इसके लिए सभी बटनों पर कंट्रास्ट बदलाव कर रही है क्योंकि आपने हमें बताया कि नया रूप संवेदी संवेदनशीलता वाले लोगों के लिए असुविधाजनक है।
ट्विटर एक्सेसिबिलिटी अकाउंट ने पोस्ट में कहा, हमने विंडोज यूजर्स के लिए चिरप फॉन्ट के साथ समस्याओं की पहचान की है और सक्रिय रूप से इसे ठीक करने पर काम कर रहे हैं।
ट्विटर द्वारा इस सप्ताह एक नए फॉन्ट के साथ अपनी वेबसाइट के नए स्वरूप की घोषणा करने के बाद, कुछ यूजर्स ने यह कहा कि उनके लिए पोस्ट को पढ़ना मुश्किल हो रहा है।
इससे पहले, ट्विटर ने घोषणा की कि वह अपने चिर्प फॉन्ट को ट्विटर ऐप और फीड पर रोल आउट कर रहा है।
कंपनी ने जनवरी में अनावरण किए गए व्यापक ब्रांड रिफ्रेश के एक हिस्से के रूप में चिर्प फॉन्ट का विस्तार किया,और अब उसने कहा कि यह उपयोग के लिए तैयार है।
कंपनी ने कहा, हमने वेब और आपके फोन पर ट्विटर के दिखने के तरीके में कुछ बदलाव जारी किए हैं। हालांकि यह पहली बार में अजीब लग सकता है, ये अपडेट हमें अधिक सुलभ होगा। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 अगस्त | काबुल में अमेरिकी दूतावास अपने कर्मियों को निर्देश दे रहा है कि वे संवेदनशील सामग्रियों के साथ-साथ उन वस्तुओं को नष्ट कर दें, जिनका प्रोपेगेंडा प्रयासों में दुरुपयोग किया जा सकता है। कर्मचारियों को भेजे गए एक प्रबंधन नोटिस के अनुसार, कर्मचारियों को सभी प्रकार की संवेदनशील सामग्री नष्ट करने को कहा गया है।
सीएनएन समाचार की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इमरजेंसी डिस्ट्रक्शन सर्विसेज के बारे में नोटिस अफगानिस्तान में जमीन पर गंभीर स्थिति को रेखांकित करता है, क्योंकि शहर तालिबान के अधीन हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक खुफिया आकलन से संकेत मिलता है कि काबुल को तालिबान एक सप्ताह के भीतर, संभवत: अगले 72 घंटों में अलग-थलग कर सकता है, लेकिन जोर देकर कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि आतंकवादी समूह राजधानी में प्रवेश करेगा।
व्हाइट हाउस के एक ट्वीट के अनुसार, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के साथ अफगानिस्तान में नागरिक पदचिह्न् को सुरक्षित रूप से कम करने के चल रहे प्रयासों के बारे में बात की।
उस प्रयास की तैयारी में, शुक्रवार के दूतावास के नोटिस में कहा गया है कि उन्हें प्रतिदिन डिस्ट्रक्शन सहायता प्रदान की जाएगी। नोटिस में कर्मियों से इमारत में सभी संवेदनशील सामग्री की मात्रा को कम करने को कहा गया है, जिसमें कागजात और इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण शामिल हैं।
इसमें कहा गया है, "कृपया दूतावास या एजेंसी के लोगो, अमेरिकी झंडे या उन वस्तुओं को भी इस प्रक्रिया में शामिल करें जिनका प्रोपेगेंडा के प्रयासों में दुरुपयोग किया जा सकता है।"
नोटिस में कहा गया है कि इन सामग्रियों को नष्ट करने के लिए कई तरह के साधन होंगे, जिनमें बर्न बिन्स, एक डिसइंटीग्रेटर, एक इंसीनरेटर और एक कॉम्पेक्टर और हेवी-ड्यूटी उपकरण शामिल हैं।
विदेश विभाग ने कहा कि यह अमेरिकी पदचिह्न् को कम करते समय लागू मानक प्रक्रिया का हिस्सा है।
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, "दुनिया भर में हमारे राजनयिक पदों पर कमी एक मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करती है, जिसे स्टाफिंग, उपकरण और आपूर्ति सहित विभिन्न श्रेणियों में हमारे पदचिह्न् को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है। दूतावास काबुल इस मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार अपना ड्रॉडाउन कर रहा है।"
अमेरिकी राजनयिकों के लिए जमीनी स्थिति अविश्वसनीय रूप से चुनौतीपूर्ण है, जो कहते हैं कि योजनाएं मिनटों में बदल रही हैं।
जैसे-जैसे तालिबान तेजी से आगे बढ़ रहा है और अमेरिकी राजनयिक और सैना वहां से निकल रही है, वैसे ही अब अफगानिस्तान में काफी लोग बेचैनी, भय और निराशा की स्थिति में हैं।
महिलाओं, अल्पसंख्यकों और अमेरिकी सरकार के लिए काम करने वालों में विशेष चिंता है - ऐसे समूह जो अब तालिबान द्वारा दमन और प्रतिशोध का सामना कर रहे हैं। (आईएएनएस)
साइबल गुप्ता
कोलकाता, 14 अगस्त | समृद्धि को लेकर हर किसी की अपनी-अपनी धारणाएं होती हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि ज्यादा धन होना बेहतर बने रहने का एक तरीका है। कुछ लोग सोच सकते हैं कि एक आत्मनिर्भर देश जो बड़ी संख्या में सैनिकों और हथियारों से लैस है, वह हमें खुश कर सकता है। वहीं कुछ अन्य लोगों के लिए खुशी उनके भरे-पूरे अन्न भंडार हो सकते हैं। खुशी का अर्थ और बेहतर भविष्य की अवधारणा प्रत्येक व्यक्ति के साथ भिन्न-भिन्न होती है।
एक बात हमें स्वीकार करनी चाहिए कि किसी व्यक्ति के विकास को देश के समग्र विकास से अलग नहीं किया जा सकता है। आइए हम सोचते हैं कि जब किसी व्यक्ति को एक सम्मानजनक आय के साथ उचित नौकरी मिलती है। तो वह देश की संभावना का एक उदाहरण के अलावा और कुछ नहीं है। इसी तरह, जब कोई व्यवसायी अपने व्यवसाय के माध्यम से पर्याप्त धन कमाता है तो वह अंतत: राज्य के खजाने में योगदान देता है। इसलिए, देश की बेहतरी का व्यक्ति की संभावनाओं से गहरा संबंध है।
अब, यदि आप मुझसे पूछें कि देश की मेरी बेहतरी की अवधारणा क्या है, तो मैं एक ही वाक्य में कह सकता हूं कि किसी देश की बेहतरी धर्म की स्थापना पर उसकी सफलता पर निर्भर करती है। जब मैं 'धर्म' कहता हूं तो मेरा मतलब हिंदू धर्म से नहीं है। बौद्ध, जैन, ईसाई या इस्लाम। मेरा मतलब एक सार्वभौमिक धर्म है जो संकीर्ण धार्मिक मान्यताओं की सीमाओं से परे है
धर्म क्या है? धर्म कई प्रकार के होते हैं लेकिन धर्म का मूल है मनुष्य की भलाई के लिए काम करना। हमारे प्राचीन काल में राजा का प्राथमिक कर्तव्य क्या था? राजा का प्राथमिक कर्तव्य प्रजा के हित के लिए कार्य करना है और यही 'राज धर्म' कहलाता है। इसलिए, धर्म शब्द किसी व्यक्ति की धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी अवधारणा है, जहां लोग बिना किसी रुचि के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
यही धर्म है। इससे भारत नाम के खूबसूरत देश बनाने में मदद करेगा। वह 'सत्यम, शिवम और सुंदरम' की बात करेगा, जो पूर्णता की हमारी शाश्वत अवधारणा को प्रदर्शित करता है।
भारत विविधताओं का देश है। शंकराचार्य का उदाहरण लें जिनके लिए एक व्यक्ति और देश अलग नहीं है। उन्होंने देश को छह भागों में विभाजित किया था, जहां कन्याकुमारी को 'रूट चक्र' माना जाता है जो रीढ़ के नीचे रहता है और बद्रीनाथ 'क्राउन चक्र' है जो हमारे सिर के शीर्ष पर रहता है।
शंकराचार्य के अनुसार हमारी यात्रा 'रूट चक्र' से 'क्राउन चक्र' तक, कन्याकुमारी से बद्रीनाथ तक है जहां हम अपने मोक्ष को प्राप्त करते हैं।
हम आसानी से समझ सकते हैं कि इस देश के लोगों को इसकी वास्तविक भावना को समझने के लिए देश की विविधता का पता लगाना होगा। हमारे देश की सुंदरता बांध बनाने या मंगल ग्रह पर जाने में नहीं है। वैज्ञानिक उपलब्धियां निश्चित रूप से महत्वपूर्ण हैं लेकिन हमारे देश की असली बेहतरी देश की सच्ची भावना की प्राप्ति में निहित है और इसके लिए हमें कुछ सही सोच वाले लोगों की जरूरत है जो आगे आकर हमें हमारे विश्वास की जड़ तक ले जाएंगे। वही 'बेहतर भारत' बना सकता है। (आईएएनएस)
मनोज पाठक
पटना, 14 अगस्त | अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गांधीवादी चिंतक के रूप में प्रसिद्ध रामजी सिंह का मानना है कि स्वदेशी के बिना स्वराज संभव नहीं है। उन्होंने पार्टी आधारित राजनीति को भी गलत बताते हुए कहा कि इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। उनका मानना है कि राजनीति जनता आधरित होनी चाहिए।
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर रामजी सिंह वर्ष 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के साथ-साथ सन 1974-75 के छात्र आंदोलन में भी शिरकत की। सिंह का कहना है कि महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन में स्वराज आवश्यक अंग थ, लेकिन स्वदेशी उनका मूल था।
उन्होंने कहा, "स्वदेशी आंदोलन के समय भी जिस पेंसिल का प्रयोग होता था, वह देश का बना था। आज आम्निर्भरता काफी जरूरी है। आत्मनिर्भरता के बिना पूर्ण आजादी की कल्पना नहीं की जा सकती। आत्मनिर्भरता ही आजादी का सवरेत्तम पड़ाव है।"
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि देश आजाद जरूर हो गया, लेकिन गांधीजी जिन-जिन मुद्दों पर जोर देते थे, वे आज भी बरकरार हैं।
बकौल सिंह, गरीबी और बेकारी के साथ गैर बराबरी की समस्या दूर होने पर ही भारत सच्चे अर्थो में स्वाधीन होगा।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता से लोगों का कांफिडेंस उपर हो जाता है। उन्होंने हालांकि माना 'ग्लोबल कंसेप्ट' भले ही उभर रहा हो, लेकिन जब हम आत्मनिर्भर नहीं होंगे, तो इसका सबसे ज्यादा लाभ दूसरे को मिलता है।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं की वस्तुओं में ही स्वदेशी हो शिक्षा में भी हमें स्वदेशी का प्रयास करना हेागा।
बिहार के मुंगेर में एक साधारण किसान परिवार में जन्मे सिंह पटना विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर, जैन धर्म पर पीएचडी, राजनीति विज्ञान के अंतर्गत विचार में डी लिट् कर प्रो सिंह हिंद स्वराज पर यूजीसी के ऐमेरिट्स फेलो रह चुके हैं।
उन्होंने कहा कि स्वदेशी शिक्षा के बिना देश की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा, "गांधी जी कहा करते थे कि स्वदेशी शिक्षा के बिना स्वावलंबी नहीं हुआ जा सकता। स्वावलंबी के बाद ही स्वदेशी और फिर स्वराज आएगा।"
उन्होंने कहा कि आज की शिक्षा में स्वदेशी की बात करने की कल्पना नहीं की जा सकती। आज की शिक्षा में न कल्चर की बात हो रही है ना हीं देश की बात हो रही है।
प्रो़ सिंह ने आज की राजनीति में बदलाव का जिक्र करते हुए कहा कि आज जनता के हित की राजनीति नहीं हो रही है, केवल राजनीतिक दलों के प्रमुखों के दिशा-निर्देशों पर ही राजनीति हो रही है।
उन्होंने कहा, राजनीति जनता आधारित होना चाहिए, जिसमें जनता की आवाज सुनी जाती है। आज राजनीति में नीति नहीं है, सिद्घांत विहीन इस राजनीति का कोई आधार नहीं है।"
उन्होंने कहा कि आज पंचायत स्तर पर भी पार्टी आाधारित राजनीति हो रही है, जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।
भागलपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक रहने के दौरान विनोबा भावे के भूदान आंदोलन के लिए कार्य करने वाले सिंह ने 'ग्रासरूट डेमोक्रेसी' पर बल देते हुए कहा कि पार्टी सिस्टम ही आज लोकतंत्र बन गया है। उन्होंने बेबाकी से कहा कि पूजीपतियों के पूंजीवाद पर आधारित राजनीति आज 'अर्थनीति' बन गई है।
अपने जीवन को गांधी के विचारों के प्रति समर्पित करने वाले सिंह कहते हैं कि देश के सामने सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी एवं विषमता है। (आईएएनएस)
बेंगलुरु, 14 अगस्त | कर्नाटक पुलिस ने तीन बार के भाजपा विधायक सतीश रेड्डी के आवास पर लग्जरी कारों को जलाने की घटना का पदार्फाश किया है और घटना में शामिल तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार की देर रात, आरोपियों ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उन्होंने यह इसलिए किया क्योंकि वे 'कुछ लोगों की अमीर होने' से नफरत करते थे।
पुलिस के अनुसार, बंदेपाल्या नवीन, 22, गरवेबाविपल्या सागर, 19, और बेगुर श्रीधर, 20 को गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों बेरोजगार हैं। इनमें से एक बाइक उठाने की घटनाओं में भी शामिल रहा है, जबकि दूसरा नशे का आदी है।
आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने सतीश रेड्डी को बड़ी लग्जरी कारों का इस्तेमाल करते हुए देखा। और वे उसके धन से ईष्र्या करने लगे। उसमें से एक आरोपी सागर जो नेपाल से है उन्होंने नौकरी के लिए रेड्डी से संपर्क करने की भी कोशिश की। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें कभी भी रेड्डी से मिलने नहीं दिया।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने तथाकथित अमीर और ताकतवर को सबक सिखाने के लिए कारों को जलाने का फैसला किया। उन्होंने वारदात को अंजाम देने के लिए 10 फीट ऊंची दीवार छलांग लगाई। घटना के बाद दोनों ने एक बाइक से फरार हो गए थे।
तीनों गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों से आते हैं। कारों में आग लगाते समय एक आरोपी का पैर जल गया और पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद उनका पता लगा सकी।
पुलिस आयुक्त कमल पंत ने आरोपी व्यक्तियों को पकड़ने वाली पुलिस टीम के प्रयास की सराहना की। उन्होंने टीम को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा, "हमें आरोपियों के बयानों पर विश्वास नहीं है। हम अभी भी जांच कर रहे हैं, पूरी जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी।"
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त पंत ने सुबह 4 बजे सतीश रेड्डी के घर का दौरा किया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी मंगलुरु से प्रतिक्रिया व्यक्त की और घटना की निंदा की है। (आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 14 अगस्त | ओडिशा के खोरधा जिले में पुलिस और नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा दो अलग-अलग जगहों पर की गई छापेमारी में एक किलोग्राम से अधिक ब्राउन शुगर और 20 किलोग्राम अफीम जब्त की गई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि इन दोनों मामलों के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एक खुफिया इनपुट के आधार पर, ओडिशा पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की एक टीम ने खोरधा बस स्टैंड के पास छापा मारा और 1 किलो 265 ग्राम ब्राउन शुगर जब्त किया। पुलिस डीजी अभय ने कहा कि इस सिलसिले में तीन ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में मोहम्मद सैयाज, एसके कमरुद्दीन और सौरव पटनायक शामिल हैं और उन्हें जिला एवं सत्र न्यायाधीश, खोरधा की अदालत में भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि 2020 के बाद से, एसटीएफ ने 36 किलोग्राम से अधिक ब्राउन शुगर / हेरोइन और 74 क्विंटल 38 किलोग्राम से अधिक गांजा जब्त किया है और 100 से अधिक ड्रग डीलरों / पेडलरों को गिरफ्तार किया है।
इसी तरह एनसीबी की टीम ने शुक्रवार को अलग छापेमारी कर भुवनेश्वर में 20 किलोग्राम अफीम जब्त की। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक कंटेनर ट्रक बरामद किया गया है। अफीम की तस्करी झारखंड से ओडिशा के रास्ते उत्तर प्रदेश में की जा रही थी।
एनसीबी ने एक बयान में कहा कि गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्ति उत्तर प्रदेश के हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री ने शनिवार को कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता. नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी. उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, "विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी."