राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 25 नवंबर (आईएएनएस)। सोनिया गांधी ने बुधवार को अहमद पटेल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस के एक समर्पित सहकर्मी को खो दिया है। उन्होंने कहा, "श्री अहमद पटेल के साथ मैंने एक ऐसे सहकर्मी को खो दिया, जिनका पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी को समर्पित था।"
उन्होंने आगे कहा, "उनकी ईमानदारी और समर्पण, अपने कर्तव्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, उनकी हमेशा मदद करने की तत्परता, उनकी उदारता, ऐसे दुर्लभ गुण थे जो उन्हें दूसरों से अलग करते थे।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने एक कॉमरेड, एक वफादार सहकर्मी और एक दोस्त खो दिया है, जिनकी जगह कोई नहीं ले सकता। मैं उनके निधन पर शोक जताती हूं और उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, उनके प्रति मैं सहानुभूति और समर्थन की भावना रखती हूं।"
कई कांग्रेसी नेताओं ने अहमद पटेल की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। मिलिंद देओरा ने कहा, "अहमद पटेल जी के निधन को स्वीकार कर पाना बहुत कठिन है। वह एक संकटमोचन राजनेता थे और निश्चित रूप से उन्हें सभी याद करेंगे। 'अहमद भाई' मेरे दिवंगत पिता के करीबी दोस्त थे और मेरे मार्गदर्शक भी थे।"
बी.के. हरिप्रसाद ने ट्वीट में कहा, "श्री अहमद पटेल जी के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ। कांग्रेस ने अपने सबसे महान बेटों में से एक को खो दिया। उनकी मृत्यु पर मैं निशब्द हूं। उनकी आत्मा को शांति मिले। इस भयानक क्षति से उबरने के लिए उनके परिवार को शक्ति मिले।"
लखनऊ, 25 नवंबर | उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के गांव लोनी में रेड रॉट बीमारी के कारण गन्ने की फसल सूख गई है। फोटो: राजू सजवानउत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के गांव लोनी में रेड रॉट बीमारी के कारण गन्ने की फसल सूख गई है। फोटो: राजू सजवान उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के गांव लोनी में रेड रॉट बीमारी के कारण गन्ने की फसल सूख गई है। फोटो: राजू सजवान
मुन्ने खान हर साल अपने दो बीघा खेतों में गन्ना लगाते हैं। दो साल पहले उनके खेत में 120 क्विंटल गन्ना हुआ था, लेकिन पिछले साल 80 क्विंटल गन्ना निकल पाया और इस बार केवल 40 क्विंटल गन्ना ही बच पाया, बाकी सब सड़ गया। मुन्ने खान उन गन्ना किसानों में शामिल हैं, जो गन्ने में लगे रोग रेड रॉट (लाल सड़न) के शिकार हुए हैं।
मुन्ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे जिले हरदोई के गांव लोनी के हैं। लोनी उन प्रमुख गांवों में शामिल हैं, जिनकी जमीन पर चीनी मिल लगी हैं और इस वजह से गांव के सभी लोग गन्ने की खेती कर रहे हैं। वह अपने खेतों में कई साल से 0238 वैरायटी का गन्ना लगा रहे हैं। इस वैरायटी की वजह से दो साल पहले तक उनकी आमदनी भी बढ़ गई थी, क्योंकि पिछली वैरायटी के मुकाबले इस वैरायटी का गन्ना लगभग दोगुना होता था, लेकिन इस बार इस वैरायटी पर रेड रॉट बीमारी लग गई है।
नगला भगवान गांव के किसान सुधीर पाठक 40 बीघा खेतों पर गन्ना लगाते हैं। वह बताते हैं कि 0238 वैरायटी ने गन्ना किसानों की तकदीर बदल दी, लेकिन अब यही वैरायटी मुसीबत बन गई है। जिन खेतों में 70 क्विंटल प्रति बीघा गन्ना होता था, इस साल केवल 20 क्विंटल प्रति बीघा गन्ना निकला है।
डाउन टू अर्थ ने पिछले दिनों हरदोई जिले के गांव लोनी, नगला भगवान, हरियावां, अहमदी और मुंढ़ेर गांव का दौरा किया। इन सभी गांवों के पास चीनी मिल लगी हुई है। इस कारण लगभग सभी किसान गन्ने की फसल लगाते हैं, लेकिन सभी गांवों में किसानों ने रेड रॉट बीमारी से हुए नुकसान की जानकारी दी।
उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद, शाहजहांपुर के वैज्ञानिक अधिकारी सुजीत प्रताप सिंह ने डाउन टू अर्थ को बताया कि रेड रॉट गन्ने की पुरानी बीमारी है, लेकिन इस बार प्रकोप अधिक दिख रहा है। उन्होंने बताया कि उनका अनुमान है कि इस साल पूरे उत्तर प्रदेश में 30 से 40 हजार हेक्टेयर में लगी गन्ने की फसल को रेड रॉट से नुकसान पहुंचा है। राज्य के गन्ना एवं विकास विभाग ने पिछले साल रेड रॉट से 24 हजार हेक्टेयर में गन्ने की फसल का नुकसान का आकलन किया था।
शोध परिषद के आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में लगभग 42 लाख किसान 23 लाख हेक्टेयर में गन्ने की खेती करते हैं। किसानों की औसत उपज 79 टन है। पिछले कुछ सालों में उत्तर प्रदेश में गन्ने का उत्पादन तेजी से बढ़ा है और इसका श्रेय गन्ने की वैरायटी सीओ 0238 को दिया जाता है।
सुजीत प्रताप सिंह बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में इस सीजन में गन्ने के कुल क्षेत्रफल में से 86 फीसदी हिस्से में सीओ 0238 वैरायटी की फसल लगाई गई और इसी वैरायटी पर रेड रॉट बीमारी लगी है। वह कहते हैं कि इस वैरायटी से किसान और चीनी मिल दोनों का फायदा होता है। जहां किसान को अधिक गन्ना मिलता है, वहीं इस वैरायटी की शुगर रिकवरी अच्छी होने के कारण चीनी मिलों को भी फायदा होता है।
क्या हैं रेड रॉट के कारण ?
सिंह कहते हैं कि कई सालों तक लगातार एक ही वैरायटी लगाने के कारण रेड रॉट का प्रकोप होता है। खेत की मिट्टी में फंफूदी बनने के कारण अगर वही वैरायटी दोबारा लगा दी जाती है तो गन्ना रेड रॉट का शिकार हो जाता है। इसलिए गन्ना किसानों को हर साल वैरायटी बदलने की सलाह दी जाती है, लेकिन किसान अधिक गन्ना हासिल करने के लिए वैरायटी नहीं बदलते। वह बताते हैं कि मिट्टी को उपचारित करके रेड रॉट का प्रबंधन किया जा सकता है, लेकिन एक बार गन्ने को यह रोग लग जाए तो इसका कोई इलाज नहीं है। इसलिए इसे गन्ने का कैंसर भी कहा जाता है।
कैसे बढ़ा 0238 वैरायटी का चलन
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के अनुसार सीओ 0238 को सीओ एलके 8102 और सीओ 775 के क्रॉस से साल 2009 में उत्पन्न किया गया था। सुजीत प्रताप सिंह बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में 2013-14 में इस वैरायटी का चलन शुरू हुआ। उस साल गन्ने के कुल पैदावार क्षेत्रफल में से 3.4 प्रतिशत इलाके में यह वैरायटी लगाई गई। इसके बाद 2014-15 में 8.44 प्रतिशत, 2015-16 में 19.8 प्रतिशत, 2016-17 में 35.47 प्रतिशत, 2017-18 में 52.55 प्रतिशत, 2018-19 में 67.64 प्रतिशत, 2019-20 में 69.02 प्रतिशत और 2020-21 में 86.70 प्रतिशत हिस्से में 0238 वैरायटी का गन्ना लगाया गया।
ऐसे बढ़ा रेड रॉट का प्रकोप
सिंह कहते हैं कि सीओ 0238 वैरायटी में रेड रॉट बीमारी पहली बार 2015-16 में लगी थी, लेकिन तब इसने केवल 5 प्रतिशत फसल को चपेट में लिया था। लेकिन 2016-17 में 40 फीसदी फसल को प्रभावित किया और पिछले साल से 100 फीसदी को अपनी चपेट में ले रहा है। उन्होंने बताया कि इस आशय यह है कि यदि किसी खेत में रेड रॉट का असर है तो उस खेत में खड़े गन्ने की पूरी फसल को नुकसान पहुंचा सकता है।
एक साल के लिए छोड़ना होगा गन्ना
सिंह ने कहा कि एक बार यदि गन्ने पर रेड रॉट बीमारी लग जाती है तो उस फसल को नष्ट करना होगा और उस साल वहां गन्ने की बुआई नहीं करनी होगी, बल्कि कम से कम एक सीजन तक वहां गेहूं या धान की बुआई करनी होगी। इसके बाद अगली बार गन्ने की दूसरी वैरायटी लगानी होगी। किसान को उस खेत पर 0238 की बुआई बंद करनी होगी। उन्होंने बताया कि रेड रॉट की वजह से पहले भी कई वैरायटियां खत्म हो चुकी है। इसलिए किसान को यह मान लेना होगा कि एक बार रेड रॉट का शिकार होने के बाद इस वैरायटी को भी छोड़ना होगा। (downtoearth)
लखनऊ, 25 नवंबर। लोकप्रिय शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार देर रात निधन हो गया।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व शिया धर्मगुरू(83) को 17 नवंबर को एरा लखनऊ मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (ईएलएमसीएच) में न्यूमोनिया की शिकायत के कारण भर्ती कराया गया था।
सादिक अपने पीछे पत्नी ताज सुल्ताना, तीन बेटे और एक बेटी छोड़ गए हैं। उनकी स्वास्थ्य स्थिति बहुत गंभीर थी।
उनके दुखद निधन की खबर मिलते ही सोशल मीडिया पर लोगों की संवेदनाएं उमड़ पड़ीं और कई लोग अस्पताल और उनके घर पहुंचे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्मगुरु के निधन पर दुख व्यक्त किया है और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भी व्यक्त की।
शिक्षाविद, इस्लामिक विद्वान और सांप्रदायिक सौहार्द के राजदूत सादिक का जन्म लखनऊ के प्रसिद्ध खानदान-ए-इज्तेहाद में हुआ था।
उनके पिता मौलाना कल्बे हुसैन थे और उनके भाई मौलाना कल्बे आबिद थे। दोनों का समुदाय में गहरा दबदबा था।
उनकी प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ के सुल्तान-उल-मदारिस से हुई। उसके बाद उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में आगे की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अरबी साहित्य में पीएचडी की। अरबी के अलावा, सादिक उर्दू, फारसी, अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में कुशल थे।
सादिक शायद अपने समय में भारत के पहले मौलवी थे, जिन्होंने दुनिया भर में विशेषकर अंग्रेजी भाषा में कर्बला के शहीदों की याद में उपदेश दिए थे।
उन्होंने समुदाय में वैज्ञानिक सोच को भी बढ़ावा दिया और पारंपरिक चांद देखने के अलावा खगोल विज्ञान पर आधारित इस्लामिक त्योहारों के दिनों की भविष्यवाणी करने का प्रयास शुरू किया।
शिया की तरह ही सुन्नी मुसलमानों और हिंदुओं के बीच भी उनके फॉलोवर्स थे।
--आईएएनएस
हैदराबाद, 25 नवंबर । भाजपा की तेलंगाना राज्य इकाई के अध्यक्ष बंदी संजय कुमार ने मंगलवार को बयान दिया कि ग्रेटर हैदराबाद के स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा की जीत के बाद पुराने शहर पर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया जाएगा।
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनावों के लिए प्रचार करते हुए, भाजपा नेता ने कहा कि भाजपा के चुनाव जीतने और उसके नेता के मेयर बनने के बाद, पाकिस्तान समर्थक तत्वों और रोहिंग्याओं को भगाने के लिए पुराने शहर पर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया जाएगा।
करीमनगर के सांसद ने हब्सीगुडा में एक रोड शो के दौरान कहा, "एक भाजपा नेता के मेयर बनने के बाद, हम पाकिस्तान समर्थकों और रोहिंग्याओं का पीछा करने के लिए पुराने शहर पर सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे।"
उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) रोहिंग्या, पाकिस्तानी और अफगान मतदाताओं के साथ जीएचएमसी चुनाव जीतने की कोशिश कर रहे हैं।
कुमार के बयान पर आपत्ति जताते हुए तेलंगाना के कैबिनेट मंत्री और टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने ट्वीट किया, "हैदराबाद पर सर्जिकल स्ट्राइक? क्या यह व्यक्ति कुछ वोटों और सीटों के लिए पूरी तरह पागल हो गया है?"
उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी से पूछा कि क्या वह अपने सहयोगी सांसद के निंदनीय और घृणित बयानों की निंदा करते हैं?
रोहिंग्याओं का मुद्दा सबसे पहले भाजपा के युवा अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य ने सोमवार को उठाया था। पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करते हुए उन्होंने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने रोहिंग्याओं को हैदराबाद में रहने दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि एआईएमआईएम के लिए हर एक वोट भारत के खिलाफ होगा।
बेंगलुरु के भाजपा सांसद ने असदुद्दीन ओवैसी की तुलना पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना से भी की। "उन्होंने रबीद इस्लामवाद, अलगाववाद और उग्रवाद की भाषा बोली जो मोहम्मद अली जिन्ना ने की थी।"
भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वे निराश हैं, इसलिए ऐसी बात कर रहे हैं। भाजपा नेता कह रहे हैं कि मतदाता सूची में 30,000-40,000 रोहिंग्या हैं। वे कुछ भी कह रहे हैं। उन्होंने पूछा,
"यहां अगर 30,000 रोहिंग्या हैं, तो (केंद्रीय गृहमंत्री) अमित शाह क्या कर रहे हैं? क्या वह सो रहे हैं?"
आईएमआईए प्रमुख ने कहा कि मतदाता सूची उनकी पार्टी द्वारा तैयार नहीं की गई है। उन्होंने भाजपा नेताओं को चुनौती दी कि वे सूची में कम से कम 1,000 रोहिंग्याओं को दिखाएं।
--आईएआईए
नई दिल्ली, 25 नवंबर | केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक आदिवासी किशोरी के लापता होने के मामले में मंगलवार को आरोपी अरुण पाल को गिरफ्तार किया। जांच एजेंसी को मामला दर्ज करने के लगभग 11 महीने बाद कामयाबी मिली। आदिवासी किशोरी मध्यप्रदेश के भिंड से उस दौरान लापता हो गई थी, जब वह एक रिश्तेदार के घर आई थी।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने पाल को पंजाब से गिरफ्तार किया और लापता लड़की भी मिली है।
अधिकारी ने कहा कि पाल को कई बैंकों में खातों की तलाशी सहित गहन जांच के बाद गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा कि पंजाब के राजपुरा में पाल का पता लगाया गया।
कथित बैंक खाते के साथ जुड़ा हुआ मोबाइल नंबर कथित तौर पर किसी तीसरे व्यक्ति के नाम पर था।
अधिकारी ने कहा कि ट्रांजिट रिमांड के लिए पाल को अदालत में पेश किया जाएगा।
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के दिसंबर 2019 के आदेश के बाद सीबीआई ने इस साल 1 जनवरी को जांच का जिम्मा संभाला।
लड़की 14 फरवरी, 2017 को एमपी के भिंड से लापता हो गई थी।
लड़की के पिता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उसकी नाबालिग बेटी को पाल और एक अन्य व्यक्ति द्वारा उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के निवासी और एक अन्य व्यक्ति द्वारा मोटरसाइकिल पर ले जाया गया और जब उसने उनका पीछा किया तो उसे धमकी दी गई।
स्थानीय पुलिस ने आरोपी के एक दोस्त को गिरफ्तार किया था, जिसकी बाइक कथित तौर पर घटना में इस्तेमाल की गई थी।
--आईएएनएस
लखनऊ, 25 नवंबर | अध्योध्या में निर्माणाधीन हवाईअड्डे का नाम भी भगवान श्रीराम के नाम पर होगा। हवाईअड्डे का नामकरण 'श्रीराम हवाईअड्डा' किए जाने का प्रस्ताव को मंगलवार को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई। इस संबंध में विधानसभा में पारित कराने के लिए प्रस्ताव के मसौदे को मंजूरी दी गई है। उसके बाद प्रस्ताव नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार को प्रेषित करने का निर्णय भी लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व में ही अयोध्या में प्रस्तावित एयरपोर्ट का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाईअड्डा रखने की घोषणा कर दी थी। बीते साल नवंबर में नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संसद में बताया था कि एएआई को उत्तर प्रदेश सरकार से अयोध्या हवाईअड्डे से संबंधित प्रस्ताव मिला है। यह हवाईपट्टी एनएच-27 और एनच-330 के बीच सुल्तानपुर नाका के पास है। इसी हवाईपट्टी को आधुनिक एयरपोर्ट का रूप दिया जा रहा है।
अयोध्या में हवाईपट्टी को अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे का आकार देने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस हवाईपट्टी को बड़े विमानों के लिए तैयार किया जा रहा है। एएआई ने पूर्व में ही प्री-फिजिबिलटी स्टडी पूरी कर ली है। इसके अनुसार, राज्य सरकार अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए लगभग 600 एकड़ भूमि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को उपलब्ध कराएगी। हवाईपट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने एवं अन्य आवश्यक निर्माण कार्यो के लिए 525 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट के पूर्व के मास्टर प्लान के अनुसार राज्य सरकार ने 263़ 47 एकड़ भूमि खरीदने के लिए 525़ 91 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार रामनगरी अयोध्या को नंबर वन धार्मिक पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित कर रही है। श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या के विकास को पंख लगने वाले हैं। योगी सरकार यहां एयरपोर्ट निर्माण के कार्य करा रही है। एयरपोर्ट बन जाने से अयोध्या के साथ इसके आस-पास के पर्यटन स्थल भी विकसित होंगे।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 25 नवंबर | पत्रकार प्रिया रमानी ने मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि वह अपने बयान के साथ खड़ी हैं और पूर्व केंद्रीय मंत्री एम.जे. अकबर द्वारा उनके यौन उत्पीड़न के आरोप के खिलाफ दायर मानहानि मामले में समझौता होने की कोई संभावना नहीं है। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार पांडे ने मंगलवार को मामले की सुनवाई की। अदालत ने पूछा कि क्या दोनों पक्षों के वकीलों के पास बातचीत से समझौता होने की कोई गुंजाइश है?
मंगलवार को हुई अदालती कार्यवाही के दौरान अकबर की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता गीता लूथरा ने कहा कि यदि प्रिया रमानी अपने द्वारा लगाए गए आरोपों के लिए माफी मांगती हैं तो वह अपने मुवक्किल से मामले को बंद करने के लिए कहेंगी।
वहीं, प्रिया की ओर से पेश वकील भावुक चौहान ने कहा कि हालांकि उनकी मुवक्किल अपने बयान पर कायम हैं और यदि अकबर शिकायत वापस लेना चाहते हैं, तो वह भी ऐसा कर सकते हैं।
पत्रकार प्रिया रमानी ने अकबर पर तब आरोप लगाया था जब 2018 में 'मी टू' आंदोलन जोर पकड़ रहा था। रमानी ने तब अकबर पर आरोप लगाया था कि उन्होंने लगभग 20 साल पहले उनका यौन उत्पीड़न किया था।
अकबर ने तब केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया और रमानी के खिलाफ मानहानि की शिकायत दायर की। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगाए गए आरोप झूठे हैं और इससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है।
--आईएएनएस
भुवनेश्वर, 25नवंबर | ओडिशा के नयागढ़ जिले में मंगलवार को एक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से दो महिलाओं और दो नाबालिगों सहित छह लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि यह घटना जिले के शरणकुल इलाके के पास घटी, जहां पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
पुलिस ने कहा कि ट्रक चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया और रोड पर चल रहे चार यात्रियों को चलाने रौंदते हुए बाइक को टक्कटर मार दिया, जिससे मोटरसाइकिल पर सवार दो आदमी नीचे गिर गए।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने सड़क पर चक्काजाम लगाकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उन्होंने मृतकों के परिवारों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की।
--आईएएनएस
पटना, 25नवंबर | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद पर जेल से ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विधायकों को फोन कर मंत्री पद का लालच देने का आरोप लगाया है। मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से मंगलवार की शाम ट्वीट करते हुए लिखा, "लालू प्रसाद यादव रांची से राजग के विधायकों को (8051216302) मोबाइल नंबर से फोन कर उन्हें मंत्री पद का लालच दे रहे हैं। जब मैंने उस नंबर पर फोन किया तो स्वयं लालू यादव ने फोन उठाया। मैंने उनसे कहा कि इस तरह की गंदी हरकतें जेल से मत कीजिए, इसमें आप कामयाब नहीं होंगे।"
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद विधानसभा में राजग और महागठबंधन के विधायकों की संख्या में ज्यादा अंतर नहीं है। राजग के पास जहां 125 विधायक हैं, वहीं महागठबंधन के पास 110 सीटें हैं।
गौरतलब है कि लालू प्रसाद चारा घोटाले के मामले में रांची की जेल में सजा काट रहे हैं। फिलहाल वे स्वास्थ्य कारणों से रिम्स में भर्ती हैं।
--आईएएनएस
पटना, 24 नवंबर | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद पर जेल से ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के विधायकों को फोन कर मंत्री पद का लालच देने का आरोप लगाया है। मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से मंगलवार की शाम ट्वीट करते हुए लिखा, "लालू प्रसाद यादव रांची से राजग के विधायकों को (8051216302) मोबाइल नंबर से फोन कर उन्हें मंत्री पद का लालच दे रहे हैं। जब मैंने उस नंबर पर फोन किया तो स्वयं लालू यादव ने फोन उठाया। मैंने उनसे कहा कि इस तरह की गंदी हरकतें जेल से मत कीजिए, इसमें आप कामयाब नहीं होंगे।"
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद विधानसभा में राजग और महागठबंधन के विधायकों की संख्या में ज्यादा अंतर नहीं है। राजग के पास जहां 125 विधायक हैं, वहीं महागठबंधन के पास 110 सीटें हैं।
गौरतलब है कि लालू प्रसाद चारा घोटाले के मामले में रांची की जेल में सजा काट रहे हैं। फिलहाल वे स्वास्थ्य कारणों से रिम्स में भर्ती हैं।
--आईएएनएस
चंडीगढ़, 24 नवंबर| केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में 26 नवंबर से शुरू होने वाले आंदोलन के लिए जाने वाले किसानों को हरियाणा में नहीं घुसने देने के फैसले पर किसान यूनियनों ने मंगलवार को राजमार्गो को अवरुद्ध करने की चेतावनी दी है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पंजाब के किसानों ने केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में आंदोलन के लिए कमर कस ली है। इन तीनों राज्यों के किसान 'दिल्ली चलो' मार्च के तहत राष्ट्रीय राजधानी को जोड़ने वाले पांच राजमार्गो से होते हुए 26 और 27 नवंबर को दिल्ली पहुंचेंगे, मगर इन्हें हरियाणा से होते हुए जाने की अनुमति नहीं है। इसी बात से किसान नाराज हैं।
भारतीय किसान यूनियन (बेकेयू) के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब के किसानों के लिए सीमाओं को सील कर दिया है, जिससे यह साबित हो रहा है कि पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, "हम शांतिपूर्वक हिमाचल और जम्मू एवं कश्मीर जाने वाले मार्गों को अवरुद्ध करेंगे। सड़कों पर धरना शुरू करेंगे।"
राजेवाल ने राष्ट्रीय राजधानी जाने के लिए किसानों को हरियाणा से होकर जाने पर इनकार करने के लिए खट्टर से सवाल किया।
उन्होंने कहा, "क्या हाईकोर्ट शांतिपूर्ण किसानों को न्याय देने के लिए स्वत: सज्ञान नहीं ले सकता।"
किसानों के आंदोलन से बचने के लिए, खट्टर ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य दो दिनों के लिए पंजाब के साथ अपनी सीमा सील कर देगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हरियाणा की सीमाओं पर किसानों को ले जाने वाले ट्रैक्टर-ट्रेलरों की एक बड़ी संख्या है।
किसान यूनियनें सितंबर में संसद द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं और उन्होंने दिल्ली में आंदोलन करने के लिए 'दिल्ली चलो' का नारा दिया है।
हालांकि केंद्र सरकार किसानों को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि नए कानून उनकी आय बढ़ाने और बिचौलियों से मुक्त करने में मदद करेंगे, मगर किसानों का कहना है कि इससे उन्हें कोई लाभ नहीं होने वाला है। उन्होंने इसे काला कानून करार दिया है।
केंद्र ने मतभेदों को सुलझाने के लिए तीन दिसंबर को मंत्रिस्तरीय वार्ता के दूसरे दौर के लिए किसानों की यूनियनों को दिल्ली आमंत्रित किया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 नवंबर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई राज्यों के साथ एक अहम बैठक की। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए की गई इस बैठक में दिल्ली सरकार भी शामिल रही। इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1000 आइसीयू बेड दिल्ली के मरीजों के लिए सुरक्षित करने की अपील की। कोविड-19 की स्थिति पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली में अभी कोविड के समान्य बेड पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं, लेकिन आईसीयू बेड की कमी महसूस हो रही है।"
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर 8600 पॉजिटिव केस के साथ 10 नवबंर को अपने शिखर पर थी, लेकिन अब पॉजिटिविटी दर लगातार घट रही है। कोरोना की तीसरी लहर को अधिक खतरनाक बनाने में पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली के प्रदूषण का विशेष योगदान रहा है। हम चाहते हैं कि दिल्ली के पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्री पराली को खत्म करने के लिए एक टीम की तरह काम करें।"
देश भर में बढ़ते कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के वर्तमान हालात के बारे में प्रधानमंत्री को विस्तार से जानकारी देते हुए कोविड से लड़ने के लिए किए गए काम की जानकारी दी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को बताया कि, "दिल्ली के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में कोविड के लिए आरक्षित कुल बेड में से 9400 बेड भरे हुए हैं, जबकि अभी 8500 बेड खाली हैं। अभी कोरोना के समान्य बेड को लेकर हमारे लिए चिंता का विषय नहीं है। अभी हमारे पास कोरोना के समान्य बेड की पर्याप्त क्षमता उपलब्ध है। दिल्ली में कुल आईसीयू बेड में से करीब 3500 आईसीयू बेड भरे हुए हैं और अभी 724 आईसीयू बेड खाली हैं।"
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से कहा, "आईसीयू बेड बढ़ाने में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मदद कर रहे हैं। अगर केंद्र सरकार के सफदरजंग और एम्स जैसे अस्पतालों में कुछ दिनों के लिए 1000 बेड दिल्ली वासियों के लिए सुरक्षित कर दिए जाएं, तो आपकी बहुत मेहरबानी होगी। पूरी महामारी के दौरान हमें और दिल्ली के लोगों को केंद्र सरकार से जो मदद मिली है, उसके लिए हम सभी शुक्रगुजार हैं।"
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम को आगे बताया कि, "दिल्ली में कोरोना की पहली लहर जून के महीने में आई थी, उस दौरान दिल्ली में 20 हजार सैंपलों की जांच प्रतिदिन की गई थी। दिल्ली सरकार ने सितंबर में जांच का दायरा बढ़ाते हुए 60 हजार प्रतिदिन कर दिया था। दिल्ली में अभी कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। दिल्ली ने 8600 पॉजिटिव केस के साथ 10 नवबंर को तीसरी लहर का शिखर देखा था। 10 नवबंर के बाद से दिल्ली में पॉजिटिविटी दर लगातार कम हो रही है, लेकिन बढ़ती मृत्युदर चिंता का विषय है और हमें मृत्युदर को कम करना होगा। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पॉजिटिविटी दर के साथ मृत्युदर भी लगातार कम होती जाएगी।"
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि पूसा इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित बॉयो डीकंपोजर तकनीक की मदद से पराली का डंठल गल कर खाद में बदल जा रहा है। मुख्यमंत्री ने पड़ोसी राज्यों में भी बॉयो डीकंपोजर तकनीक की मदद से पराली का समाधान करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि आपके नेतृत्व में दिल्ली, पंजाब और हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री पराली को खत्म करने के लिए एक टीम की तरह काम करें।(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 24 नवंबर | एक चौंकाने वाली घटना में, एक शराबी पिता ने हरियाणा के करनाल जिले में कथित तौर पर अपने तीन नाबालिग बच्चों को नहर में फेंक दिया। पुलिस ने मंगलवार को ये जानकारी दी। घटना के बाद अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और तीन से आठ साल की उम्र के बच्चों का पता लगाने के लिए गोताखोरों को पानी में उतारा।
नालिपार गांव के निवासी आरोपी सुशील कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस के अनुसार, जूस विक्रेता ने सोमवार को अपनी पत्नी के साथ झगड़ा होने के बाद ये कदम उठाया।
घटना को अंजाम देने के बाद वह घर आया और परिवार को इसके बारे में बताया।(आईएएनएस)
नवनीत मिश्र
नई दिल्ली, 24 नवंबर| बिहार की नई नीतीश सरकार में एक भी मुस्लिम मंत्री न होने की कमी आगे चलकर दूर हो सकती है। ओवैसी की पार्टी एआईआईएम से सीमांचल की सीटों पर जीतने वाले पांच में से तीन मुस्लिम विधायक पाला बदल सकते हैं। एआईआईएम ही नहीं बल्कि कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों पर भी नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की नजर है। वजह कि बिहार चुनाव में भाजपा के 74 सीटों के मुकाबले सिर्फ 43 सीटें पाने वाली जदयू अपनी संख्या बल को लेकर चिंतित है। वह दूसरे दलों के बागी विधायकों को लेकर संख्या बल के हिसाब से अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है। सूत्रों का कहना है कि एनडीए में शामिल सभी घटक दल संख्या बल को और बढ़ाने की कोशिश में है। ताकि महागठबंधन से एनडीए के सीटों का फासला और बढ़ सके।
कांग्रेस और ओवैसी की पार्टी चिंतित
विधायकों के जदयू में जाने की आशंका से ओवैसी की पार्टी एआईआईएम चिंतित बताई जाती है। पार्टी मुखिया ओवैसी अपने विधायकों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। यही वजह थी कि जीत के बाद ओवैसी ने सभी विधायकों को हैदराबाद बुला लिया था। सभी विधायकों से लगातार संपर्क कर ओवैसी उन्हें पार्टी से जोड़कर ही रखने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। उधर कांग्रेस भी अपने 19 विधायकों के साथ कई वरिष्ठ नेताओं की बैठकें कराकर उन्हें पार्टी में रहने के लिए प्रेरित कर रही है।
आईएएनएस को भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ओवैसी के विधायकों को लगता है कि जदयू में जाने पर वो मंत्री बन सकते हैं। क्योंकि बिहार में मुसलमानों की 16 प्रतिशत आबादी के बावजूद इस बार एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं बना है। सेक्युलर छवि के नीतीश कुमार ने जदयू से 11 मुसलमानों को चुनाव लड़ाया था मगर सभी हार गए। यहां तक कि नीतीश सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री रहे खुर्शीद उर्फ फिरोज आलम भी चुनाव हार गए। ऐसे में ओवैसी की पार्टी से आने वाले मुस्लिम विधायक सरकार में मंत्री बन सकते हैं। जदयू के एक नेता के मुताबिक, बिहार में जदयू की मुसलमानों के बीच भी पैठ है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक मुस्लिम मंत्री की जरूरत हो सकती है। लेकिन एनडीए में एक भी मुस्लिम विधायक के न होने पर बाहर से ही चांस बनता है।
मांझी के ऑफर से कांग्रेस में भी हो सकती है टूट
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ 19 सीटों पर जीत सकी है। एनडीए सहयोगी जीतनराम मांझी ने चुनाव नतीजे आने के बाद कांग्रेस विधायकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आने का ऑफर दिया था। दरअसल, बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच फासला सिर्फ 15 सीटों का है। एनडीए के पास बहुमत से सिर्फ 3 विधायक ज्यादा 125 की संख्या है, जबकि तेजस्वी यादव के नेतृत्व के महागठबंधन के पास 110 सीटें हैं। इस प्रकार बहुमत के 122 के आंकड़े से महागठबंधन 12 सीट दूर है। ऐसे में एनडीए के नेता संख्या बल को बढ़ाकर भविष्य में भी सरकार को 'सेफ मोड' में रखना चाहते हैं। सूत्रों का कहना है कि चुनाव में जदयू 43 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रही। जबकि भाजपा 74 सीटों के साथ एनडीए में सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी। ऐसे में जदयू को कम सीटों का आंकड़ा असहज करता है। यह आंकड़ा कांग्रेस और ओवैसी की पार्टी के विधायकों के आने से बढ़ सकता है।
किसी दल के दो तिहाई विधायकों के टूटने पर दलबदल कानून के तहत सदस्यता रद्द नहीं होती। सूत्रों का कहना है कि ऐसे में अगर कांग्रेस और एआईआईएम से असंतुष्ट विधायक आना चाहेंगे तो जदयू दो-तिहाई संख्या होने पर ही आगे कदम उठाएगी। क्या बिहार में दूसरे दलों के विधायक आना चाहेंगे तो बहुमत से सरकार बनाने वाली एनडीए स्वीकार करेगी? इस सवाल पर भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि एनडीए के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। कांग्रेस के अंदरखाने रार मची हुई है। लेकिन भाजपा किसी विधायक के संपर्क में नहीं है। जदयू के बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 नवंबर| सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से बर्खास्त किए गए जवान तेज बहादुर की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उसने लोकसभा चुनाव 2019 में वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव को चुनौती दी थी। मुख्य न्यायाधीश एस.ए.बोबडे और न्यायाधीश ए.एस.बोपन्ना और वी.रामासुब्रमण्यन ने कहा कि अपील खारिज हो गई है। 18 नवंबर को मुख्य न्यायाधीश ने कहा था कि प्रधानमंत्री कार्यालय एक 'अनूठा कार्यालय' है, इसने बहादुर की याचिका की सुनवाई के दौरान स्थगन देने से इनकार कर दिया था। जबकि बहादुर के वकील ने बार-बार स्थगन की मांग की।
सीजेआई बोबडे ने कहा, "हम इस मामले को अनिश्चित काल तक नहीं सुन सकते। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम आपकी सुनवाई कर रहे हैं।"
मामले की विस्तार से सुनवाई करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना आदेश सुरक्षित रखा था। दरअसल, बहादुर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था, जिसने प्रधानमंत्री के खिलाफ उसकी चुनाव याचिका खारिज कर दी थी।
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में बहादुर का नामांकन पत्र खारिज कर दिया गया था। बहादुर ने सुप्रीम कोर्ट के सामने याचिका दायर करके कहा कि उनके नामांकन पत्र को रिटर्निग अधिकारी ने कथित रूप से भाजपा के दबाव में आकर खारिज किया था। इससे पहले 2017 में सैनिकों को दिए जाने वाले भोजन की कथित खराब गुणवत्ता की शिकायत करने वाला वीडियो जारी करने पर बहादुर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।
मामले में वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने मोदी की ओर से केस लड़ा। (आईएएनएस)
हैदराबाद, 24 नवंबर| तेलंगाना में कोविड-19 के 921 नए मामले सामने आए, जिसके साथ राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 2.65 के पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। राज्य में बीते 24 घंटों में पॉजिटिव मामलों की तुलना में अधिक रिकवरी हुई है। इस दौरान कुल 1,097 मरीजों ने वायरस को मात दी है और इसी के साथ अब तक ठीक हो चुके मरीजों की कुल संख्या 2,52,565 हो गई है। राष्ट्रीय औसत 93.7 फीसदी की तुलना में यहां रिकवरी दर अधिक यानी कि 95.28 फीसदी है।
बीते 24 घंटों में वायरस की चपेट में आकर चार लोगों की जान गई हैं, जिसके साथ राज्य में मरने वालों की संख्या 1,437 तक पहुंच गई है।
यहां राष्ट्रीय औसत 1.5 फीसदी के मुकाबले मृत्युदर 0.54 फीसदी पर बनी हुई है। सार्वजनिक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण निदेशक के मुताबिक, 44.96 फीसदी मौतें कोविड के चलते हुई हैं, जबकि शेष 55.04 मौतें अन्य स्वास्थ्यजनित कारणों से हुई हैं।
राज्य में कुल 2,65,049 पॉजिटिव मामलों में से अब तक 70 फीसदी (1,85,534) बिना लक्षण वाले रहे हैं, जबकि शेष 30 फीसदी लक्षण वाले रहे हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 24 नवंबर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने पहले चरण की पीएम-सीएम (प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री) की बैठक में कोरोना के मामलों को लेकर आठ सबसे खराब राज्यों की कोविड-19 स्थिति का जायजा लिया। महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा और गुजरात ऐसे 8 राज्य हैं, कोरोना मामलों में वृद्धि का सामना कर रहे हैं।
बैठक के पहले चरण में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना मामले अचानक बढ़ने के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि हालांकि राष्ट्रीय राजधानी में 10 नवंबर को 8,600 मामलों की अचानक वृद्धि देखी गई, लेकिन पॉजिटिविटी रेट में लगातार कमी आई है।
उन्होंने तीसरी लहर तक केंद्र सरकार के अस्पतालों में 1,000 आईसीयू बेड के लिए आग्रह किया।
बैठक के दौरान एक प्रस्तुति दी गई, जिसमें कहा गया था कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले एक सप्ताह में औसतन 111 मौतें हुई हैं। महाराष्ट्र में रोजाना औसत मृत्यु पिछले एक सप्ताह में 93 पाई गई। राजस्थान की पॉजिटिविटी दर पिछले सप्ताह 21 प्रतिशत पाई गई जो बहुत अधिक थी।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी उपस्थित थे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी बैठक के दौरान उपस्थित साथ ही नीति आयोग के वी.के. पॉल भी मौजूद थे।
बैठक के दौरान, ममता बनर्जी ने दावा किया कि कोविड पर राज्य का प्रदर्शन अंतर्राष्ट्रीय सीमा के कराण प्रभावित हुआ जो अन्य देशों के साथ यह साझा करता है।
उन्होंने जीएसटी के बकाए का मुद्दा भी उठाया।
बैठक से पहले, राजस्थान सरकार ने मास्क नहीं पहनने वालों के लिए 500 रुपये का जुर्माना लगाया। इसका उल्लेख पीएम-सीएम की बैठक के दौरान भी राज्य द्वारा किया गया था।
शाह ने अमेरिका और यूरोप के उदाहरणों का हवाला दिया और राज्यों से सावधानी बरतने का आग्रह किया। (आईएएनएस)
प्रयागराज, 24 नवंबर | इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने पिछले फैसले को रद्द कर दिया है जिसमें उसने 'सिर्फ शादी के उद्देश्य से' धर्म परिवर्तन को अस्वीकार्य माना था। अदालत ने कहा कि अनिवार्य रूप से यह मायने नहीं रखता कि कोई धर्मातरण वैध है या नहीं। एक साथ रहने के लिए दो बालिगों के अधिकार को राज्य या अन्य द्वारा नहीं छीना जा सकता है। कोर्ट ने कहा, "ऐसे व्यक्ति की पसंद की अवहेलना करना जो बालिग उम्र का है, न केवल एक बालिग व्यक्ति की पसंद की स्वतंत्रता के लिए विरोधी होगा, बल्कि विविधता में एकता की अवधारणा के लिए भी खतरा होगा।"
कोर्ट ने कहा, जाति, पंथ या धर्म से परे एक साथी चुनने का अधिकार, जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के लिए संवैधानिक अधिकार के लिए स्वभाविक है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि शादी के उद्देश्य के लिए धर्मातरण पर आपत्ति जताने वाले दो पिछले फैसले उचित नहीं थे।
दो-न्यायाधीश पीठ द्वारा निर्णय 11 नवंबर को दिया गया था लेकिन सोमवार को सार्वजनिक किया गया।
निर्णय अब उत्तर प्रदेश सरकार के लिए एक कानूनी समस्या पैदा कर सकता है, जो कि दो पूर्व फैसलों के आधार पर अल-अलग धर्म के बीच संबंधों को रेगुलेट करने के लिए एक कानून की योजना बना रही है।
जस्टिस पंकज नकवी और जस्टिस विवेक अग्रवाल की पीठ ने एक मुस्लिम व्यक्ति और उसकी पत्नी की याचिका पर सुनवाई की, जिसने हिंदू धर्म से इस्लाम अपना लिया था। याचिका महिला के पिता द्वारा उनके खिलाफ पुलिस शिकायत को खारिज करने के लिए दायर की गई थी। (आईएएनएस)
शामली (उत्तर प्रदेश), 24 नवंबर | एक नवविवाहित जोड़े को अपनी शादी की रात उस वक्त जबरदस्त झटका लगा, जब दुल्हन को तोहफे में मिले सारे आभूषण और जिस गाड़ी में इन आभूषणों को सुरक्षित रखा गया था, दोनों ही गायब मिले। यह घटना शामली जिले के कांधला इलाके में रविवार देर रात को उस दौरान की है, जब दूल्हे के पिता कुरबान अहमद अपने बेटे के निकाह की तैयारियों में जुटे हुए थे।
परिवार ने आरोप लगाया है कि अहमद के भतीजे आजाद ने रात को आकर खबर दी कि सोने की ज्वेलरी सहित कार गायब हो गई है। इन आभूषणों की कीमत लाखों में थी।
गाड़ी शादी स्थल के बाहर खड़ी थी, जिसमें दूल्हा-दुल्हन रवाना होने वाले थे।
दुल्हन के परिवार के एक सदस्य हारून के मुताबिक, इस घटना से न केवल दूल्हा-दुल्हन सदमे में हैं, बल्कि दोनों के परिवारवाले और स्थानीय निवासी भी बेहद हैरान हैं।
दूल्हे के पिता ने कांधला पुलिस स्टेशन ने इस पर एक शिकायत दर्ज कराई है।
कांधला के एसएचओ रोजंत त्यागी ने कहा, "हम इस मामले की जांच कर रहे हैं। यह काफी संदेहजनक लग रहा है। लीड मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। समारोह के सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है।" (आईएएनएस)
संदीप पौराणिक
भोपाल, 24 नवंबर | मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार की अवैध अतिक्रमण करने वाले और माफियाओं पर नजर टेढ़ी है और यही कारण है कि राज्य के कई हिस्सों में ताकतवर लोगों की इमारतों को ढहा दिया गया है। इस मुहिम के चलते सरकार पर पक्षपात के आरोप भी लगने लगे हैं।
राज्य में उपचुनाव के नतीजे आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तेवर तल्ख हैं और वे अतिक्रमणकारियों और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर सरकार के सख्त होने का संदेश देना चाह रहे हैं। उसी के तहत इंदौर, जबलपुर ग्वालियर के साथ अन्य स्थानों पर भी बुलडोजर चल रहा है।
राज्य में पहली बड़ी कार्रवाई इंदौर में गोम्मटगिरी क्षेत्र में बने कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर हुई थी। बड़े पैमाने पर अतिक्रमण कर बनाए गए आश्रम को न केवल ढहा दिया गया था बल्कि कंप्यूटर बाबा और उनके साथियों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसके बाद कंप्यूटर बाबा के करीबी रमेश तोमर के ठिकानों को नेस्तनाबूद किया गया। इतना ही नहीं नगर निगम के दस्ते ने खजराना क्षेत्र के चार सूचीबद्ध गुंडों के अवैध अतिक्रमण को ढहा दिया।
इसके अलावा जबलपुर में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव रहे गजेंद्र सिंह सोनकर के भान तलैया स्थित कार्यालय और आलीशान बंगले के एक हिस्से को भी नगर निगम ने तोड़ दिया। गजेंद्र उर्फ गज्जू के घर पर पुलिस ने दबिश दी थी तो जुआ पकड़ा गया था और पुलिस ने साढ़े सात लाख रुपये भी जब्त किए थे।
इसी तरह ग्वालियर में भी पुलिस प्रशासन ने कांग्रेस नेता अशोक सिंह के परिजनों द्वारा संचालित मैरिज गार्डन के एक हिस्से को गिरा दिया, जिसका कांग्रेस ने सड़क पर उतर कर विरोध किया था।
मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों गृह विभाग को निर्देश दिए थे कि प्रदेश में किसी भी प्रकार के माफिया तथा जनता के साथ धोखाधड़ी करने वाली चिटफंड कंपनियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। किसी को भी बख्शा न जाएं। ताकि बदमाशों के मन में खौफ होना और अपराधी तत्वों के विरूद्ध निरंतर कार्रवाई हो। (आईएएनएस)
कांग्रेस ने प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाइयों पर सवाल उठाए हैं। ग्वालियर की कार्रवाई पर तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के.के. मिश्रा ने तंज कसा है और ग्वालियर कलेक्टर की इस कार्रवाई को काबिल-ए-भारत रत्न करार दिया है।
नई दिल्ली, 24 नवंबर | बॉलीवुड स्टार कैटरीना कैफ की बहन इसाबेल कैफ ने हाल ही में दीप मनी द्वारा गाए गीत 'माशाअल्लाह' के साथ पंजाबी म्यूजिक वीडियो में अपना डेब्यू किया। उनका कहना है कि यद्यपि इसाबेल इंडस्ट्री में नई हैं, लेकिन वो बेहद पेशेवर हैं। दीप ने आईएएनएस को बताया, "मैं लोगों को सुझाव नहीं देता हूं। वह बेहद पेशेवर हैं और वीडियो में काफी अच्छा काम किया है। उन्हें गाना पसंद आया है और सबकुछ बहुत अच्छे से किया है।"
उन्होंने आगे कहा, "बेशक कई रीटेक हुए हैं, लेकिन ठीक है। एक नए चेहरे के साथ काम करने का अनुभव अच्छा है।"
गाने और इसके वीडियो के बारे में बताते हुए दीप ने कहा, "यह एक लड़की की खूबसूरती के बारे में है। मेरी नजर क्लब में एक लड़की पर पड़ती है और यहीं से गाने की शुरूआत होती है। यह कुछ ऐसा है जैसे कि उसकी खूबसूरती मुझे उसकी ओर खींच रही है।"
दीप इससे पहले 'रेस 3' में सुपरस्टार सलमान खान के साथ काम कर चुके हैं।(आईएएनएस)
जमुई (बिहार), 24 नवंबर | बिहार के जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने पारिवारिक विवाद में अपनी पत्नी और दो बच्चों की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। खैरा के थाना प्रभारी सी. पी. यादव ने मंगलवार को बताया कि सोमवार की रात ललदैया गांव निवासी प्रकाश यादव का पत्नी समुद्री देवी (25) के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद प्रकाश यादव ने पत्नी और दो बच्चे सौरभ कुमार (5) एवं ज्योति कुमारी (3) की गला दबाकर हत्या कर दी और फरार हो गया।
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिये जमुई सदर अस्पताल भेज दिया है। इस सिलसिले में गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रथम ²ष्टया हत्या का कारण आपसी विवाद बताया जा रहा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।(आईएएनएस)
वाराणसी (उप्र), 24 नवंबर | एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में उत्तर प्रदेश की एक अदालत ने पुलिस को उस लड़की के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया, जिसने बहुजन समाज पार्टी के सांसद अतुल राय के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाया था। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत ने कैंट पुलिस को राय और उसके दोस्त सत्यम प्रकाश राय के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली लड़की के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है।
अतुल राय के भाई पवन कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि यह लड़की हनीट्रैप रैकेट चलाती है। अपने दावे के समर्थन में पवन ने लड़की की दो मार्कशीट की प्रतियां जमा कीं हैं, जिसमें अतुल राय और 2015 कॉलेज के एक छात्र नेता के खिलाफ दर्ज किए गए एक अन्य मामले में लड़की ने अपनी जन्म तारीखें अलग-अलग बताईं हैं।
अदालत ने आदेश दिया है कि विभिन्न मामलों में लड़की के द्वारा पेश किए गए दस्तावेजों की उचित जांच की जानी चाहिए।
पवन के वकील अनुज यादव ने कहा, "लड़की और उसके दोस्त सत्यम प्रकाश राय के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 156 (3) के तहत मामला दर्ज किया गया। पवन ने आरोप लगाया कि 2015 में उसी लड़की ने उप्र के एक छात्र नेता के खिलाफ शिवपुर पुलिस में यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया था। जिसमें उसने जो हाई स्कूल की मार्कशीट जमा की थी, उसमें उसकी जन्मतिथि 10 मार्च 1997 थी। जबकि इस बार उसे जो हाई स्कूल मार्कशीट जमा की, जिसमें उसकी जन्मतिथि 10 जून 1997 थी।"
यादव ने कहा, "पवन ने आरोप लगाया है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लड़की कानूनी लाभ लेने की कोशिश कर रही है।"
बता दें कि 26 अप्रैल, 2019 को बसपा प्रत्याशी के रूप में घोसी संसदीय क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने के एक हफ्ते बाद अतुल राय पर बलिया की लड़की ने 2 मई को वाराणसी में उनके खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद राय भूमिगत हो गए और उनका पूरा चुनाव अभियान उनकी पत्नी ने चलाया।
चुनाव जीतने के बाद, 22 जून को उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के लिए इस साल जनवरी में उन्हें 2 दिन की पैरोल दी गई थी।(आईएएनएस)
तिरुपति, 24 नवंबर | राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मंगलवार सुबह आंध्र प्रदेश के रेनिगुन्टा हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी और राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन ने उनकी अगवानी की। राष्ट्रपति सुबह 10.45 बजे हवाई अड्डे पर उतरे। वो तिरुचानुरु मंदिर में श्री पद्मावती देवी और तिरुमाला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करेंगे।
राष्ट्रपति का स्वागत करने के बाद जगनमोहन रेड्डी राज्य की राजधानी अमरावती वापस चले गए जहां से वो प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और दूसरे मुख्यमंत्रियों के साथ एक वीडियो सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
राष्ट्रपति कोविंद दिल्ली से चेन्नई की यात्रा के लिए एयर इंडिया वन-बी777 विमान का उपयोग किया।(आईएएनएस)
लखनऊ , 24 नवम्बर | बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने यूपी में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर दोषी अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है। मंगलवार को बसपा मुखिया मायावती ने ट्विटर के माध्यम से लिखा कि यूपी में जहरीली शराब पीने से गरीबों की मौत व परिवारों के उजड़ने की घटनाएं लगातार हो रही हैं, जो अति-दु:खद है। प्रयागराज की ताजा घटना में भी अनेक लोगों की मौत के बाद सरकारी कार्रवाई उचित, किन्तु इस समस्या के समाधान हेतु दोषी अफसरों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी बहुत जरूरी।
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब पीने से लगातार हो रही मौतों को रोकने के लिए सूबे की योगी सरकार ने कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने जहरीली शराब बेचने वालों पर शिकंजा कसते हुए कहा है कि अब इन पर भी कड़ा रुख अपनाया जाएगा। कार्रवाई के साथ इन सबकी संपत्ति कुर्क कर जुर्माना वसूला जाएगा। बता दें, राज्य की राजधानी लखनऊ और प्रयागराज समेत कई जिलों में जहरीली देसी शराब पीने से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में जहरीली शराब से हुई मौतों को गंभीरता से लिया है। योगी ने जहरीली शराब बेचने में लिप्त लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए संपत्ति जब्त करने और जब्त संपत्ति को नीलाम कर उससे प्राप्त धनराशि से पीड़ित परिवारों की मदद करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि सूबे के प्रयागराज जनपद के फूलपुर में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई और अन्य पांच लोग गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं। इससे पहले राजधानी लखनऊ , मथुरा और फिरोजाबाद में जहरीली शराब से कई लोगों की मौतें हो चुकी हैं। (आईएएनएस)