छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 31 मई। घरघोड़ा पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान ट्रक में लोड करीब 8 लाख का कबाड़ जब्त किया है। पुलिस ने वाहन में लोड कबाड़ के साथ ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार घरघोड़ा पुलिस द्वारा घरघोड़ा-लैलूंगा रोड औराईमुडा चौंक पर वाहनों की जांच किया जा रहा था, इस दौरान ट्रक वाहन क्रमांक एनएल -01-एल 1264 को रोक कर चेक किया गया, जिसमें लोहा, टीना वगैरह कबाड़ समान लोड था। वाहन चालक टिंकु मिश्रा (31)जमशेदपुर (झारखंड) को कबाड़ के संबंध में पूछताछ करने पर कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाया और न ही लोड़ कबाड़ के संबंध में कोई कागजात नहीं पेश किया, जिससे घरघोड़ा पुलिस द्वारा चोरी की संपत्ति होने के संभावना पर वाहन चालक से ट्रक वाहन की जब्त कर वाहन का वजन कराया गया। वाहन में कबाड़ समान करीब 7,73,289 रुपये को जब्त कर आरोपी वाहन चालक के विरूद्ध कार्रवाई कर आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 31 मई। रायगढ़ में आगामी 5 जून तक लॉकडाउन लागू रहेगा। इस संबंध में कलेक्टर भीम सिंह द्वारा जारी एक आदेश के तहत निजी कार्यों की सतत अनुमति के अलावा श्रमिकों को मास्क पहनना, फिजिकल डिस्टेंसिंग लागू करने के साथ-साथ सैनिटाईजर का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है। इससे पहले रायगढ़ में किराना, दुग्ध डेयरी, चश्मा दुकान के अलावा कुछेक दुकानों को सुबह 8 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक सत्त अनुमति दी गई है, इसमें होटलों के अलावा खाद्य सामग्री बेचने वालों को भी नियमानुसार संचालन करने की अनुमति शामिल है। आज जारी आदेश में हर रविवार को सख्त लॉकडाउन जारी रहने के साथ-साथ आगामी 5 जून तक पूरे जिले में बढ़ा दिया गया है।
नए आदेश जारी होने के बाद उन व्यापारियों में मायूसी छाई हुई है जो 31 मई को समाप्त हो रहे आदेश में कुछ छूट की उम्मीद रखे हुए थे। इनमें हार्डवेयर, टेंट व्यवसायी, इलेक्ट्रीक दुकान, जूता दुकान, कपड़ा दुकान शामिल है। ज्ञात हो कि रायगढ़ में लॉकडाउन बढ़ाने का यह आदेश 6वीं बार जारी किया गया है।
रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह ने कहा कि रायगढ़ जिले में कोरोना संक्रमित दर पांच फीसदी से अधिक है। इस वजह से लॉकडाउन की समय सीमा बढ़ाई गई है जिसमें वर्तमान स्थिति में नई कोई छूट नहीं दी गई है। कलेक्टर ने लोगों से यह भी अपील की है कि लॉकडाउन का पालन करते हुए कोरोना संक्रमण मुक्त करते हुए रायगढ़ का स्वस्थ्य रायगढ़ बनाना हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 31 मई। आज सुबह दंतेवाड़ा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में ईनामी महिला नक्सली ढेर हो गई। घटनास्थल से पुलिस ने महिला नक्सली का शव, 2 देशी भरमार बंदूक, विस्फोटक समेत नक्सल सामान बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि गीदम थाना अंतर्गत नक्सली लीडरों द्वारा बैठक ली जा रही है। इसके आधार पर जिला आरक्षी बल को वांछित स्थान की ओर रवाना किया गया। पुलिस दल के गुमलनार गांव के समीप सुबह 6.30 बजे पहुंचने पर नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाई। पुलिस का पलड़ा भारी होते देख नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले।
घटनास्थल की तलाशी लिये जाने पर पुलिस ने एक महिला नक्सली का शव बरामद किया। इसकी शिनाख्त पायके वेको (24 वर्ष) के रूप में हुई। उक्त नक्सली लीडर पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी की प्लाटून-16 की सदस्य थीं।
मृतका बीजापुर जिला अंतर्गत भैरमगढ़ थाना के पल्लेवाया गांव की निवासी थी। वह नक्सली लीडर विभिन्न वारदातों में भागीदार थी। इसके चलते इसका नाम पुलिस की वांछित सूची में शामिल था। पुलिस द्वारा इसकी गिरफ्तारी पर 2 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था।
एसपी के मुताबिक घटनास्थल से पुलिस ने घातक नक्सली सामग्रियां जब्त की है। इनमें 2 नग देशी भरमार बंदूक, 2 किलोग्राम वजन की आईईडी, काली वर्दी, नक्सली पि_ू, दवाइयां, दैनिक उपयोग की वस्तुयें और नक्सली साहित्य प्रमुख रूप से शामिल हंै। इस मुठभेड़ में पुलिस दल पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
52 किलो गांजा बरामद
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायगढ़, 31 मई। बिरनीपाली बेरियर के पास ओडिशा से आ रही लग्जरी कार में गांजा तस्करी कर रहे दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। कार से 52 किलो गांजा बरामद किया गया है।
टीआई डोंगरीपाली जितेन्द्र एसैया को रविवार सुबह मुखबिर से ओडिशा सोहेला से बरमकेला की ओर एक वीआईपी कार में गांजा लेकर दो लोगों के आने की सूचना मिली। सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए उनके निर्देशन पर पुलिस टीम कार्रवाई के लिए बिरनीपाली बेरियर के आगे स्टाफ लगाकर रखे तथा बेरियर के कुछ आगे स्वयं नाकेबंदी कर मुखबिर द्वारा बताये गये वाहन का इंतजार किये। सुबह करीब 9.30 बजे सोहेला से बरमकेला की ओर आ रही डस्टर कार सीजी -10 एनए -9055 को मेन रोड पर रोका गया। टीआई जितेन्द्र एसैया कार में बैठे दो लोगों को कार्रवाई से अवगत कराकर पूछताछ करने पर दोनों नाम पता बताने में टालमटोल कर रहे थे जिसके हावभाव से संदिग्ध लगने पर वाहन की तलाशी ली गई। कार को चेक किये जाने पर कार के डिक्की में 1-1 किलो का 52 पैकेट टेप से लपेटा हुआ गांजा मिला। सख्ती से पूछताछ करने पर वाहन का चालक अपना नाम जगतराम धुरी (31) मंगला धुरीपारा थाना सिविल लाईन जिला बिलासपुर व बगल सीट में बैठा व्यकित अपना नाम चन्द्र प्रकाश कौशिक उर्फ जुगनू (33) बहतरई थाना सकरी जिला बिलासपुर का रहने वाला बताया। आरोपियों से कुल 52 किलो गांजा कीमती 2,50,000 तथा डस्टर कार कीमती करीब 8,00,000 रुपये जब्त किया गया है। आरोपियों के विरूद्ध थाना डोगरीपाली में जुर्म दर्ज कर रिमांड पर भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 मई। जिले के छुईखदान में एक किसान के साथ 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। किसान को धोखे में रखकर आरोपी ने उसका एटीएम बदल दिया और बाद में दूसरी जगह से 50 हजार रुपए नगद आहरित कर लिया। किसान की शिकायत के बाद छुईखदान पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक कुल्हीकसा गांव के किसान रामेश्वर वर्मा 26 मई को छुईखदान के एक एटीएम में पहुंचे। एटीएम से रकम निकालने की तकनीकी जानकारी नहीं होने के कारण किसान ने वहीं मौजूद एक अज्ञात व्यक्ति से मदद मांगी। बताया जा रहा है कि अज्ञात व्यक्ति ने किसान का एटीएम का पिन नंबर की जानकारी लेकर अपना एटीएम थमा दिया। किसान इस बात से अंजान था कि एटीएम को अज्ञात व्यक्ति ने चालाकी दिखाते हुए उसका एटीएम बदल दिया है।
बताया जा रहा है कि किसान अलग-अलग योजनाओं से मिली राशि को निकालने के लिए एटीएम पहुंचा था, उस दौरान अज्ञात व्यक्ति ने हेराफेरी कर दी। इसके बाद किसान अपने घर लौट गया। बताया जा रहा है कि घर पहुंचने पर उसके मोबाइल में राशि निकाले जाने का मैसेज आया। बताया जा रहा है कि अज्ञात व्यक्ति ने गंडई के एटीएम से 50 हजार निकालकर किसान के साथ ठगी की है। इस मामले में पीडि़त किसान ने 30 मई को पुलिस में शिकायत की है।
थाना प्रभारी रामेश्वर देशमुख ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि एटीएम के आसपास के सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला जा रहा है। पीडि़त किसान ने पुलिस को बताया कि मास्क पहने रहने की वजह से अज्ञात आरोपी को पहचानने में दिक्कत हो रही है। पुलिस तकनीकी आधार पर मामले की जांच कर रही है।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
महासमुंद, 31 मई। आज सुबह से दोनों दंतैल वनमंडल महासमुंद, परिक्षेत्र महासमुंद के ग्राम बकमा में हैं। बीती रात लगभग 8.30 बजे दोनों दंतैल हाथी को बकमा एवं जिवतरा के मध्य खार में घूमते हुए ग्रामीणों द्वारा देखा था। इसके बाद रात लगभग 3 बजे दोनों बकमा में ब्यारे में ट्रैक्टर में रखे धान को नुकसान पहुंचा कर जिवतरा एवं कोना के मध्य खोर्रा पहाड़ी में चले गये। वन विभाग ने धनसूली, जीवतरा, बकमा, परसदा ख, कोना, खट्टी और आसपास के ग्रामीणों को अलर्ट किया है।
बिजराडीह के बाहरी इलाके में स्थित कच्चे घरों में रहने वाले तीन परिवारों को वन विभाग की टीम ने कल देर रात दंतैल से बचाकर पक्के मकान में शिफ्ट किया। शनिवार की रात एक महिला की जान लेने वाले दो दंतैल कल भी बिजराडीह के बाहरी इलाके में पहुंच गए थे। वन विभाग की टीम घटना के बाद से दोनों दंतैल पर नजर बनाई हुई है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कल देर रात तक दोनों दंतैल वापस महासमुंद की ओर एक बार फिर से जीवतरा पहाड़ी के पास पहुंच गए थे। वन विभाग की टीम अभी भी दंतैलों पर नजर बनाई हुई है, क्योंकि ये दंतैल आक्रमक हो गए हैं।
बागबाहरा वन परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर कमल नारायण नामदेव ने बताया कि देर रात सूचना मिली कि दो दंतैल ग्राम बिजराडीह के आउटर में पहुंच गए थे। वहां तीन कच्चे घर हैं, जहां परिवार निवास कर रहा था। दंतैल के मूवमेंट को देखकर टीम रेस्क्यू कर कच्चे घरों में रहने वाले तीन परिवार के सदस्यों को वहां से निकालकर गांव के हीराधर यादव के पक्के मकान में सुरक्षित पहुंचाया। रातभर परिवार मकान में सुरक्षित थे। आज सुबह होते ही वे अपने-अपने घर चले गए हैं।
उन्होंने बताया कि दंतैल के आवागमन को देखकर लगातार गांवों में मुनादी कराई जा रही है कि ग्रामीणों का दंतैल से सामना न हो। रात में घरों से निकलने के लिए भी मना किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शनिवार की रात भी दोनों दंतैल फिंगेश्वर रेंज में जाकर रात में वापस महासमुंद वन परिक्षेत्र में लौटे थे।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बैकुंठपुर, 31 मई। कोरिया जिले में 3 वर्ष पूर्व जनपद पंचायत बैकुंठपुर के ग्राम पंचायत पोटेडांड अंतर्गत मदनपुर में सौर सुजला योजना के तहत स्वीकृत ज्यादातर हितग्राहियों के बोर में पंप नहीं लगे, कई बोर धस गए, मात्र एक तिहाई हितग्राहियों को ही उक्त योजना का लाभ मिल पाया।
इस संबंध में सौर उर्जा विभाग के कोरिया प्रभारी रामायण उपाध्याय का कहना है कि जहां बोर हुए थे, वहां पंप लगाए गए थे। जब उनके पूछा गया कि 3 साल के पहले बोर हुए ज्यादातर धसक गए और उनके उस समय से ही पंप नहीं बिठाया गया, और न ही योजना की सुध लेने कभी अधिकारी गए, तो उनका कहना था कि यदि हितग्राही को परेशानी है तो उसे बताना चाहिए।
बैकुंठपुर जनपद पंचायत के मदनपुर के 57 हितग्राहियों के यहां सौर सुजला योजना के तहत सौर पंप स्थाना कार्य के लिए 5 मई 2018 को कार्य स्वीकृत किया गया था। ग्रामीणों से मिली शिकायत के अनुसार इस योजना के कार्य में निर्माण एजेंसी द्वारा कार्य आधा अधूरा किया गया है और पैसे पूरा निकाल लिये है। गांव के परिवारों के लिए स्वीकृत सौर पंप स्थापना कार्य में कई हितग्राहियों का बोर खनन कर पंप लगाया गया है, लेकिन कई का आज तीन वर्ष पूरा हो जाने के बाद भी उक्त योजना का कार्य पूरा नहीं कराया गया है।
ग्रामीण बताते हंै कि कुछ ही लोगों का काम हुआ है। निर्माण एजेंसी द्वारा सौर सुजला योजना के तहत स्वीकृत कई हितग्राहियों के यहां खनन नहीं कराया गया है, वहीं कुछ लोगों के बोर धंस जाने की भी शिकायतें है। मलबसिया, पन्नालाल, शकुन, महेश्वरी के बोर धंस चुके है।
डेढ़ दर्जन हितग्राहियों के बोर में पंप नहीं लगाया
सौर सुजला योजना का हाल जानने के लिए जब 'छत्तीसगढ़Ó जनपद पंचायत बैकुंठपुर के ग्राम मदनपुर में पहुंचा तो वहां के ग्रामीणों ने बताया कि कई परिवार के यहां सौर सुजला योजना का खनन कराया गया है, लेकिन पंप नहीं लगाया गया। शिकायत के अनुसार ग्राम के चंदमनी, बबन सिंह, राजबहादुर, दुहन, सुबासो, अधीन सिंह, विशंभर, फत्ते सिंह, धनाराम, नवल सिंह, शेषमनी, छत्रपाल,, शिवमंगल, केसरिया, राम सिंह, रामगोपाल, गौटूराम, तिजोबाई का नाम शामिल हंै।
दर्जन से अधिक के बोर खनन नहीं
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त योजना के तहत यहां एक दर्जन से अधिक हितग्राहियों का तो नलकूप खनन ही नहीं हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार ग्राम के भौका पिता चितावर पण्डो, रतन साय पिता भुखलसाय कोरवा, बालसाय पिता सरई पंडो, टीगुराम पिता रामसाय पण्डो, रामकरण पिता बैजनाथ उरांव, सुखनंदन पिता मरहू पण्डो, अमासो पिता रामलेल उरांव, नागमति मालदेवी पति रामेश्वर गोड, धीर सिंह पिता धुरन सिंह, संबलसाय पिता गजरूप, राम सिह पिता संबलसाय, सोनू सिंह पिता श्याम बिहारी, शांति सिंह पति छोटेलाल, कलीराम पिता रघुनाथ, श्याम बिहारी पिता गजरूप का नाम शामिल हैं, जिनके यहां अब तक उनके नाम से कार्य स्वीकृति होने के बाद भी नलकूप खनन नहीं किया गया।
3 साल बाद भी सौर पंप नहीं लगा
मदनपुर में पण्डो-कोरवा जनजाति परिवारों के नाम पर सौर सुजला योजना के तहत सौर पंप स्थापना का कार्य स्वीकृत किया गया था, लेकिन आज कार्य स्वीकृति हुए तीन वर्ष हो जाने के बाद भी पण्डो व कोरवा परिवारों के यहां उक्त योजना के तहत सौर पंप की स्थापना नहीं की गयी, जबकि कार्य वित्तीय वर्ष 2018-19 में स्वीकृत हुआ था और राशि की जारी की गयी थी। हितग्राही भौका पिता चितावर पण्डो, रतन साय पिता भुखलसाय कोरवा, बालसाय पिता सरई पंडो, टीगुराम पिता रामसाय पण्डो, सुखनंदन पिता मरहू पण्डो के नाम सौर सुजला योजना के तहत सौर पंप स्थापना की स्वीकृति दी गयी थी लेकिन आज तीन वर्ष होने के बाद भी उनके यहां सौर पंप की स्थापना नहीं हो पायी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 31 मई। पारिवारिक जमीन विवाद को लेकर बलवा और हत्या की कोशिश के मामले में पुलिस ने नाबालिग समेत 9 को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया, जहां से 8 को जेल भेज दिया गया, वहीं नाबालिग को महासमुंद बाल सुधारगृह भेजा गया है।
थाना पलारी अंतर्गत ग्राम कुसमी निवासी नंदनी वर्मा, नागेश्वरी नंदु वर्मा को शनिवार को गांव के ही आरोपियों ने पारिवारिक जमीन विवाद को लेकर 29 तारीख को दोपहर पीडि़तों के घर जाकर गाली देकर जान से मारने की धमकी देते हुए सभी आरोपी ने एक राय होकर टंगिया, डंडा, हंसिया पकडक़र प्रार्थिया के घर अंदर घुसकर जमीन विवाद की बात पर हत्या करने की नीयत से प्रार्थिया नंदनी वर्मा, नागेश्वरी वर्मा एवं नंदू वर्मा पर प्राणघातक हमला कर दिया।
हमले में नंदु बुरी तरह घायल हो गया। नंदनी और नागेश्वरी तत्काल घायल को पलारी अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टर ने युवक की हालत को देखते हुए महिलाओं को घटना की रिपोर्ट करने थाना भेजे। जहां से पुलिस तत्काल अस्पताल पहुंच घायल का बयान लेकर मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने रविवार को सभी आरोपियों को कुसमी से गिरफ्तार कर लिया गया।
घायल नंदु और नंदनी नागेश्वरी ने बताया कि वे सभी लोग घर पर थे। तभी उनके रिश्तेदार कमलनारायण वर्मा (45), धुरधंर वर्मा (60), दाउलाल वर्मा (35), संजू वर्मा (20), गोलू उर्फ रमेश वर्मा (31), देवकी वर्मा (35), शैलेन्द्री उर्फ रानी वर्मा (23), केवरा वर्मा (55)सभी लोग अपने घरों से डंडा, हसिया, टंगिया लेकर दौड़ते हुए घर में गाली देते हुए घुसे और आज नंदु को जान से मारेंगे बोलते हुए हम तीनों पर हमला कर दिया, जिससे हम लोग घायल हो गए वहीं नंदु पर प्राणघातक हमला कर दिया। आरोपियों द्वारा अक्सर पारिवारिक जमीन को लेकर हमेशा विवाद करते हैं। इस बार तो जान से मारने की कोशिश की है।
पुलिस ने पीडि़तों की रिपोर्ट पर उक्त आरोपियों के खिलाफ बलवा-हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर सभी को धारा 147, 149, 297, 307, 323, 452, 506 के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। वहीं नाबालिग को महासमुंद बाल सुधारगृह भेजा गया है।
इस संबंध में थाना प्रभारी सीआर चंद्रा ने बताया कि आरोपियों और प्रार्थियों में परिवारी जमीन विवाद है। आरोपियों के पास 18 एकड़ पैतृक जमीन जिसमें से पीडि़त को कम जमीन देने के कारण विवाद हुआ और उन्हीं को ये सब लोग मिलकर मारपीट भी किए। सभी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया गया, जिसमें नाबालिग बालक सहित 9 के खिलाफ मामला कायम है, सभी को न्यायालय ने जेल भेज दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 30 मई। केंद्र सरकार में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 7 साल पूरे किए, इन 7 सालों में देश हर क्षेत्र में पिछड़ता चला गया है। महंगाई, जीडीपी, मानव विकास सूचकांक, सामाजिक समरसता, शिक्षा, स्वास्थ्य और सरकार पर जनता का विश्वास सहित विकास के हर पैमाने पर देश की प्रगति को गहरा धक्का लगा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जनार्दन त्रिपाठी और आशीष वर्मा ने संयुक्त बयान जारी कर नरेंद्र मोदी के बतौर प्रधानमंत्री सात साल के कार्यकाल पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि काला धन, भ्रष्टाचार, हर व्यक्ति के खाते में 15-15 लाख के जुमलों के सहारे सत्ता में आ तो गए मगर करना क्या है, इन्हें कुछ पता नहीं है। इन 7 सालों में जनता का भरोसा सरकार पर से तार-तार हो गया।
भारत के प्रधानमंत्री पद की एक गरिमा थी। कभी किसी प्रधानमंत्री को झूठा नहीं कहा गया। नरेंद्र मोदी लगातार झूठ बोलकर खुद पर झूठा होने का तमगा लगवा लिए। देश की खूबसूरती अनेकता में एकता थी। उच्च राजनीतिक समझ ने देश को सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में स्थापित किया था। इन 7 सालों में राजनीतिज्ञों के बीच खाई गहरी होती गई, यह श्रेय भी नरेंद्र मोदी को जाता है।
कोरोना महामारी में जनता को भगवान भरोसे आत्मनिर्भर बनने की सलाह देकर बंगाल चुनाव में निकल लिए। ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, दवाईयां देने की जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया। देश की जनता वैक्सीन के लिए परेशान है लेकिन सरकार वैक्सीन और ऑक्सीजन विदेशों को बेच रही थी। सात साल बीत गए लेकिन आज तक नहीं बताया कि विदेश से कितना काला धन भाजपा लेकर आई। बल्कि नीरव मोदी और मेहुल चौकसी जैसे भाजपा के करीबी लोग सैकड़ों करोड़ लेकर विदेश भाग गए। हर साल 2 करोड़ लोगों रोजगार देने की बात थी, रोजगार तो दिया नहीं नोट बंदी और जीएसटी से करोड़ों लोगों से रोजगार छीन गया, क्या यही अच्छे दिन है?
किसानों की आय दुगुनी करने का वादा था, इसे पूरा करना तो दूर ऐसे कानून बना दिये कि खेती पूंजीपतियों की जागीर बन जाएगी। डरे हुए किसान 6 महीने से अपना घर, खेती किसानी छोड़ कर काले कानूनों की डर से दिल्ली घेरे बैठे है।
पेट्रोल, डीजल, गैस के दाम पर जो तकरीर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी करते थे, देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद उस पर बात करना पसंद नहीं करते।
कोरोना संकट में भी प्रधानमंत्री ने देश को सम्हालने की बजाय ताली थाली बजवाया, दीया जलवाए ,बिना पूर्व सूचना के लॉकडाउन कराया। केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाए ठीकरा राज्यों के भरोसे छोड़ दिया। वादा विश्व गुरु बनाने का था पर देश सबसे बड़ा श्मशान बना दिया। सम्मान से जीने की बात तो छोडि़ए सम्मान से मरना भी दुर्लभ हो गया है इस भाजपा की सरकार में क्या यही अच्छे दिन है?
बेटा बनकर जिस गंगा मां के पास गए वह आज लाशों से पटी पड़ी है, मां के आंचल को भी दागदार होने से नहीं बचा पाए प्रधानमंत्री,क्या भाजपा के सात साल के यही उपलब्धि है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा, 30 मई। लॉकडाउन में ग्रामीणों द्वारा जंगल की आधा सैकड़ा से अधिक जमीन पर अवैध कब्जा करते हुए मेड़ बना कर घेराव कर लिए थे। इसकी शिकायत पर उडऩदस्ता जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की।
ज्ञात हो कि वन परिक्षेत्र बलौदा जांजगीर चांपा जिले का सबसे बड़ा वन परिक्षेत्र है। एक समय था कि लोग बलौदा के आसपास के रास्तों से गुजरने में डरते थे और आज उजड़ते वनों ने वनपरिक्षेत्र का आकार सीमित कर दिया है। वनपरिक्षेत्र के चारों ओर रसूखदार कुछ कतिपय तत्वों के द्वारा राजनीतिक और लाठी के जोर पर पूरे जंगल को बर्बाद कर दिया।
बलौदा वनपरिक्षेत्र के कटरा के बीट के क्रमांक 54 के करीब 65 एकड़ वन भूमि को अज्ञात ग्रामीणों के द्वारा गैंती, फावड़ा से खोद कर मेड़ बना कर घेराव कर लिए थे। इसकी जानकारी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संगीता कॄष्ण सोनी को पता चलने पर इसकी शिकायत वन मंत्री मोहम्मद अकबर से की गई थी। जिसके बाद उडऩदस्ता जांच टीम के द्वारा कोरबी अचानकपुर वनपरिक्षेत्र कटरा बीट के कक्ष क्रमांक 54 में पहुंच कर कार्रवाई करते हुए पंचनामा बनाया।
संगीताकृष्ण सोनी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष, बलौदा के पार्षद गोवर्धन कुर्रे, रफीक कुरैशी, यशवंत भारद्वाज और अन्य ने उक्त भूमि को कब्जामुक्त कराने को कहा गया। लॉकडाउन केर बाद जेसीबी से भूमि को समतल किये जाने के साथ कब्जाधारियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की गई है।
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष भी इसी लॉकडाउन में आर एफ 54 के वनभूमि पर भी कुरमा, काठापाली सोनबरसा के ग्रामीणों ने बेसरम, खूंटा आदि घेरकर कब्जा कर लिया था, उस समय भी बेदखली की कार्रवाई की गई थी और 5-6 लोगों को पकड़ कर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई थी।
होम आइसोलेशन मरीजों को मिलेगा लाभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 30 मई। पिछले कुछ दिनों पोस्ट कोविड के मरीज काफी देखे जा रहे हैं, जिन्हें कई तरह की समस्या देखी गई है, उन्हीं में से एक है ऑक्सीजन की कमी, उसे ध्यान में रख कर एवं होमआइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरपर्सन आदित्येश्वर शरण सिंह देव की पहल पर 5 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध कराई गई है, जो कि होमआइसोलेशन के मरीजों को उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे संक्रमित मरीजों को जो होमआइसोलेशन में रह कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं, उन्हें काफी राहत मिलेगी।
अब तक 13, 226 मरीज होमआइसोलेशन में रह कर स्वास्थ्य हुए हैं। आगे भी ऐसे मरीज जो घर पर ही रह कर आवश्यक दवा एवं इलाज से ठीक हो सकते हैं, किन्तु ऑक्सीजन की जरूरत पड़ सकती है, उनके लिए रेडक्रॉस सोसायटी के द्वारा 5 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आज प्रदेश के पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंह देव के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को दिया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पी.एस. सिसोदिया, डॉ शैलेन्द्र गुप्ता, डॉ अर्पण सिंह मौजूद रहे। जिन मरीजों को ऑक्सीजन कॉन्सेन्ट्रेटर की आवश्यकता हो वे डॉ. अर्पण सिंह मोबाईल नम्बर +919009577177 पर कॉल कर डॉक्टर के द्वारा ऑक्सीजन की जरूरत के लिए लिखे गए सुझाव पर्ची दिखा कर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्राप्त किया जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 30 मई। कोरोना के दैनिक रिपोर्ट में रविवार को जिले से 29 पॉजिटिव केस मिले हैं। इनमें से सर्वाधिक 19 केस अकेले बीजापुर ब्लॉक से सामने आये हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को जिले में कुल 642 टेस्टिंग की गई हैं। बीजापुर ब्लॉक में एंटीजन किट से 110, भैरमगढ़ ब्लाक में 121, उसूर ब्लाक में 60, भोपालपटनम ब्लाक में 91 व जिला अस्पताल में 48 टेस्ट हुए हैं। वहीं आरटीपीसीआर से बीजापुर ब्लाक में 36, भोपालपटनम ब्लाक में 33, उसूर ब्लाक में 10 व भैरमगढ़ ब्लाक में 28 टेस्ट की गई। इसी तरह टू्र नॉट किट से बीजापुर ब्लाक में 37, भैरमगढ़ ब्लाक में 34, उसूर ब्लाक में 6, भोपालपटनम ब्लाक में 11 व जिला अस्पताल में 17 टेस्ट किये गए हैं।
जिले में रविवार को कुल 642 कोरोना टेस्ट में 29 पॉजिटिव केस मिले हैं। इसमें केवल 19 केस बीजापुर ब्लाक से मिले हैं। बताया गया है कि बीजापुर व आसपास के कस्बों में इन दिनों शादी समारोह का कार्यक्रम चल रहा हैं। भीड़-भाड़ के चलते सामाजिक दूरी का पालन नहीं करने से कोरोना के केस बढ़े हैं। फिलहाल सभी पाए गए संक्रमितों का उपचार होम आइसोलेशन में किया जा रहा है। जो गंभीर लक्षण वाले मरीज हैं, उन्हें कोविड सेंटर में भर्ती किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
विश्रामपुरी, 30 मई। बेटे की मौत की जांच के लिए माता-पिता पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपनी पीड़ा बताने केशकाल से कोंडागांव पहुंचे, परन्तु पुलिस अधीक्षक से न मिल पाने पर अपने पुत्र के मृत्यु की जांच की मांग वाला आवेदन-पत्र कार्यालय में देकर लौट आये।
ग्रामीण यांत्रिकी विभाग अनुविभाग केशकाल में उप अभियंता के पद पर सेवारत भानुप्रताप बंजारे के 15 वर्षीय बेटे खिलेश बंजारे की मृत्यु 20 मार्च की रात्रि हो गयी थी। मृतक बालक ब्लॉक कालोनी में स्थित अपने क्वार्टर से बाईक लेकर एक मित्र के साथ रात में निकला था। रात में ही यह खबर फैलने लगी थी कि लडक़े की मृत्यु छिंद पेड़ से टकराने पर हो गी है। मामले की सूचना मिलने पर केशकाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच पड़ताल करते पोस्टमार्टम करवाकर शव परिवार को सौंप दिया था।
माता-पिता एवं परिवारजन शव को लेकर अपने मूल निवास स्थल ग्राम औरी तहसील पाटन जिला दुर्ग चले गये और वहां पर अंतिम संस्कार संपन्न कराकर कुछ दिन बाद वापस लौटे। केशकाल पुलिस मामले को वाहन दुर्घटना मानकर अपनी जांच पड़ताल की, परन्तु पिता और माता का मन यह मानने को तैयार नही था। उन्हें अपने पुत्र की मौत पर शक होने लगा और वे यह सोचने लगे की अच्छे से जांच होने पर हत्या का पर्दाफाश हो जाएगा और कातिल पकड़ में आ जायेगा। इसी मनोभाव से मृतक के पिता ने पहले केशकाल पुलिस के समक्ष अपनी शंका का आधार बताते हुए जांच की मांग की। उनकी अपेक्षा के अनुरूप जांच का परिणांम देखने को नहीं मिला, जिसके चलते उन्होंने पुलिस अधीक्षक के पास जाकर अपनी बात रखने का मन बनाया और 27 मई को कोंडागांव पहुंचे। पुलिस अधीक्षक दौरे पर थे, जिसके चलते उनकी मुलाकात नहीं हो पाया। अंतत: उन्होंने लिखित आवेदन कार्यालय में दे दिया और वापस आ गये।
प्राप्त जानकारी अनुसार पुलिस अधीक्षक ने आवेदन को गंभीरता से लिया और केशकाल दौरे पर मृतक के पिता को बुलवाकर अपनी सहानुभूति व्यक्त करते आश्वासन दिया कि आपके द्वारा जिन बिंदुओं की तरफ ध्यान आकर्षित किया है उसकी भी जांच पड़ताल की जाएगी।
भानुप्रताप बंजारे ने अपने आवेदन में दुर्घटनास्थल के हालात के कई बिंदुओं पर आश्चर्य जाहिर करते हुए यह लिखा है कि मेरे पुत्र की मृत्यु दुर्घटना में नहीं हुई है बल्कि उसकी हत्या की गयी है, जिसकी सूक्ष्म जांच कर अपराधी तक पहुंचना चाहिए। पुलिस अधीक्षक कोंडागांव सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि चिकित्सकीय रिपोर्ट के मुताबिक सडक़ दुर्घटना से मौत हुई है किंतु मृतक के परिजनों ने इस पर संदेह व्यक्त किया है, तत्पश्चात उन्होंने स्वयं केशकाल पहुंचकर मृतक के पिता से मुलाकात की तत्पश्चात एसडीओपी केशकाल को सभी बिंदुओं पर जांच का आदेश दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 30 मई। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत खरीफ 2021 से लागू प्रावधानों के क्रियान्वयन को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी गई है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को अनिवार्य रूप से पंजीयन कराना होगा। पंजीयन राजीव गांधी किसान न्याय योजना के पोर्टल द्धह्लह्लश्चह्य://ह्म्द्दद्मठ्ठ4.ष्द्द.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पर 1 जून से लेकर 30 सितंबर के मध्य किया जा सकेगा।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत सभी श्रेणी के भू.स्वामी और वन पट्टा धारी कृषक पात्र होंगे। संस्थागत भू-धारक, रेगहा, बटाईदार और लीज खेती करने वाले कृषक इस योजना के पात्र नहीं होंगे। इस योजना के तहत खरीफ 2021 से धान के साथ खरीफ की प्रमुख फसल मक्का, कोदो-कुटकी, सोयाबीन, अरहर और गन्ना उत्पादक कृषकों को प्रतिवर्ष प्रति एकड़ के मान से 9000 रुपए आदान सहायता राशि दी जाएगी।
वर्ष 2020-21 में जिस रकबे से किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया गया था वह धान के बदले कोदो-कुटकी, गन्ना,अरह, एमक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान अन्य फोर्टिफाइड धान, केला एपपीता लगाता है या वृक्षारोपण करता है तो उसे प्रति एकड़ 10000 रुपए के मान से आदान सहायता मिलेगी। वृक्षारोपण करने वाले कृषकों को 3 वर्ष तक आदान सहायता दी जाएगी। राज्य में कृषि के क्षेत्र में अधिक निवेश और इसको लाभ के व्यवसाय के रूप में पुर्नस्थापित करते हुए जीडीपी में कृषि क्षेत्र की सहभागिता में वृद्धि के उद्देश्य वाली यह योजना खरीफ 2021 से प्रदेश के सभी जिलों में लागू होगी।
इस योजना का क्रियान्वयन राज्य स्तर पर आयुक्त एवं संचालक कृषि तथा जिला स्तर पर कलेक्टर की देखरेख में उपसंचालक कृषि द्वारा किया जाएगा। योजना के तहत पंजीकृत कृषक को अपने आवश्यक दस्तावेज जैसे ऋण पुस्तिका, बी-1, आधार नंबर ए बैंक पासबुक की छायाप्रति के साथ निर्धारित प्रपत्र में भरे हुए आवेदन का सत्यापन कृषि विस्तार अधिकारी से कराना होगा। निर्धारित समयावधि में संबंधित प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति में जमा कर कृषक वहां से पावती प्राप्त कर सकेगाण्संयुक्त खातेदार का पंजीयन नंबरदार नाम से किया जाएगा इस हेतु संबंधित कृषकों को आवेदन पत्र के साथ समस्त खाताधारकों की सहमति सह-शपथ पत्र और अन्य आवश्यक अभिलेख प्रस्तुत करना होगा। आदान सहायता पंजीकृत कृषक नंबरदार के खाते में अंतरित की जाएगी, जिसका बटंवारा आपसी सहमति से खातेदार करेंगे ।
सतत निगरानी और जागरूकता अभियान से शेष गांव भी मुक्त होने की ओर अग्रसर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 30 मई। जिले के कुल 582 गांवों में से 218 गांव कोरोना से मुक्त हो चुके है तथा शेष 364 गांवों को कोरोना मुक्त करने जिला प्रशासन और स्वस्थ्य विभाग अग्रसर हैं। कलेक्टर संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन में जिले से लेकर गांव तक कोरोना टेस्टिंग, होम आइसोलेशन तथा जागरूकता अभियान पर निगरानी कर जरूरी निर्देश और प्रोत्साहन दिया जा रहा है। ग्रामीण कोरोना निगरानी दल के सदस्य गांव के एक एक पॉजिटिव केस तथा होम आईसोलेशन के मरीजों पर सतत निगरानी रख मितानिनों के माध्यम से दवाई उपलब्ध करा रहे हंै। ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के लिए टीकाकारण, टेस्टिंग तथा नियमो का अनुपालन करने जागरूक किया जा रहा है। यही कारण है कि जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिविटी दर कम हो रही है और गांव कोरोना मुक्त हो रहे हैं।
जिला स्तर पर निगरानी के लिए कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां एलईडी टीवी विकासखण्डों में स्थित कंट्रोल रूम के सीसीटीवी कैमरों से नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। यहां 24 घंटे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो विकसखण्ड कंट्रोल रूम के कर्मचारियों की निगरानी करते हैं। विकासखण्ड स्तरीय कंट्रोल रूम से अधिकारियों द्वारा गांवों से जुड़े सेक्टर अधिकारियों से प्रत्येक होम आसोलेशन के मरीज की स्थिति, दवा वितरण, टेस्टिंग सहित अन्य जानकारी प्रतिदिन ली जा रही है। प्रत्येक जनपद में गांव की संख्या के अनुसार 5 से 10 गांव को एक सेक्टर में बांटकर प्रत्येक सेक्टर में एक सेक्टर अधिकारी बनाये गए है। 7 जनपद अंतर्गत 582 गांवों के लिए 49 सेक्टर अधिकारी नियुक्त है। स्थानीय स्तर पर निगरानी के लिए 476 ग्राम निगरानी समिति का गठन किया गया है, जिसमें निगरानी के लिए कोटवार, शिक्षक सहित 6 हजार 233 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिदिन 4 हजार से अधिक सैंपलिंग की जा रही है। शहरी क्षेत्रों की निगरानी सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम से 24 घंटे निगरानी की जा रही है।
कलेक्टर संजीव कुमार झा के द्वार प्रतिदिन जिला, ब्लॉक एवं सेक्टर अधिकारियो की ऑनलाइन बैठक लेकर गांव में पॉजिटिव केस की समीक्षा कर होम आइसोलेशन के मरीजों पर सख्त निगरानी, मितानिनों के माध्यम से अधिक से अधिक दवा वितरण करने एवं लोगो को जागरूक करने जरूरी निर्देश दिया जा रहा है। उन्होंने पॉजिटिव केस की संख्या के आधार पर गांव के मोहल्ले को तत्काल माइक्रो कंटेन्मेंट जोन घोषित कर लोगो को घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं।
’वैवाहिक कार्यक्रमों में शामिल होने के कारण बढ़ी गांवों में केस’-
कोरोना निगरानी दल ग्रामीण के जिला नोडल अधिकारी ने बताया कि जिन गांवों में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या अधिक है वहां लोगो द्वारा शादी में शामिल होने अन्य गांव गए थे या खुद के घर में शादी का कार्यक्रम था। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक मैनपाट के ग्राम कोटछाल में 54, लुण्ड्रा के ग्राम चंगारी में 37, सीतापुर के ग्राम प्रतापगढ़ में 34 तथा उदयपुर के ग्राम केसमा में 32 केस है। इन सभी ग्रामो के पॉजिटिव मरीज होम आईसोलेशन में है जो अगले 3 से 4 दिन में पूरा हो जाएगा जिससे पॉजिटिव केस वाले गांव की संख्या में कमी आएगी।
अम्बिकापुर, 30 मई। अंतर्राष्ट्रीय धुम्रपान निषेध दिवस के अवसर पर 31 मई को दोपहर 12 बजे वर्चुअल योगाभ्यास एवं योग परामर्श कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सोशल मीडिया में भी किया जाएगा। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दी गई लिंक पर पंजीयन कराना होगा।
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने वर्चुअल योगाभ्यास कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगो के पंजीयन दी गई लिंक पर कराने नगर निगम आयुक्त, सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं नगरी निकाय के अधिकारियों को निर्देशित किया है।
समाज कल्याण विभाग के उप संचालक डीके राय ने बताया है कि समाज कल्याण मंत्री एवं अध्यक्ष छत्तीसगढ़ योग आयोग के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ योग आयोग द्वारा कोविड-19 की भौतिक चिकित्सा से स्वस्थ्य हुए व्यक्तियों, होम आईसोलेशन एवं क्वारेंटाईंन में रह रहे व्यक्तियों, उनके परिवार के सदस्यों, वैक्सीन का प्रथम डोज ले चुके व्यक्तियों एवं वरिष्ठ नागरिकों सहित जन सामान्य में कोविड-19 के प्रभावों को कम करने एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से वर्चुअल योगाभ्यास एवं योग परामर्श कार्यक्रमश् का आयोजन दिनांक 31 मई 2021 अन्तराष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवस से निरंतर किया जायगा। यह कार्यक्रम प्रतिदिन दो पालियों में प्रात: 6 बजे से 7 बजे तक एवं सायं 6 बजे से 7 बजे तक आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के माध्यम से अधिक से अधिक जनसामान्य तक लाभ पहुंचाने हेतु लिंक द्धह्लह्लश्चह्य://द्घशह्म्द्वह्य.द्दद्यद्ग/ष्ञ्जरूश्च2हृङ्करू2रू॥शद्मह्लद्म&7 पर पंजीकरण कराना आवश्यक हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 30 मई। भाजयुमो के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर 29 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सफलतम 7 वर्ष के कार्यकाल पूर्ण होने के अवसर पर भाजयुमो सिहावा विधानसभा द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर बालाजी ब्लड बैंक रायपुर के सहयोग से आयोजित किया गया। शिविर में भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता गण उपस्थित थे।
रक्तदान शिविर का शुभारंभ माता कर्मा के तैल चित्र पर दीप जलाकर माल्यार्पण कर विधानसभा स्तरीय रक्त दान शिविर का शुभारंभ पूर्व विधायक सिहावा श्रवण मरकाम ने किया।
इस अवसर पर जिला महामंत्री प्रकाश बैस, जिला मंत्री राजेन्द्र गोलछा, वरिष्ठ भाजपा नेता नागेंद्र शुक्ला, नगरी मंडल अध्यक्ष मोहन नाहटा, बेलर मंडल अध्यक्ष अकबर कश्यप, महिला मोर्चा अध्यक्ष सुलोचना साहू, हृदय साहू, राकेश चौबे, भाजयुमो कार्यसमिति सदस्य द्वय निखिल साहू, घनश्याम साहू, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष गण राजेश नाथ गोसाई, शैलेन्द्र साहू, मौर्यध्वज सेन, जिला युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष शुभम यदु, कार्यकारिणी सदस्य युवा मोर्चा बलजीत छाबड़ा, अशोक संचेती, हेमलता यादव, पार्षद पूनम छाबड़ा, सुनील निर्मलकर, गुरु प्रसाद साहू, संत कोठारी, यशवंत साहू, उमेन्द्र दीवान, देवेंद्र परिहार, राजा पवार सहित भाजयुमो के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 मई। खाद्य नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता संरक्षण एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत के कैंप कार्यालय में आज श्रद्धांजलि सभा रखी गई थी। इस कार्यक्रम में कोविड काल के दौरान जिन जनप्रतिनिधियों व आदिवासी नेताओं का निधन हुआ उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया।
कोविड की दूसरी लहर ने अप्रत्याशित रूप से बड़ी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में लिया। कोरोना संक्रमित होकर प्रदेश के नामी-गिरामी हस्ती जि़न्दगी की जंग हार गए। आज आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सिंचाई मंत्री शक्राजीत नायक, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी कांग्रेस नेत्री करुणा शुक्ला, पूर्व सांसद महासमुंद राजा महेंद्र बहादुर सिंह, आदिवासी नेता पूर्व मंत्री माधव सिंह ध्रुव, आदिवासी नेता समाज सुधारक पूर्व विधायक गुलाब सिंह, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा के पति सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी रविंद्र भेडिय़ा, सेवानिवृत्त आई.ए.एस अधिकारी नवल सिंह मंडावी, स्व. महेंद्र कर्मा के बेटे दीपक कर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस कार्यक्रम में खाद्य नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री अमरजीत भगत सहित, आबकारी व वाणिज्य मंत्री कवासी लखमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा, शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब सिंह कमरो एवं अन्य जनप्रतिनिधि अम्बिका मरकाम, बीरेंद्र इक्का, हीरूराम निकुंज नरोत्तम पदोती, रत्ती राम कोसमा, शशि भगत, पौलूस कुजूर, शशि सिंह, सुरित ध्रुव, ओम प्रकाश सिंह अनिल, जशपुर से राजेश साहू, नीरज टोप्पो युधिष्ठिर सिंह कमरों, अजय कुजूर, जनक ध्रुव, गणेश ध्रुव, कुलदीप कुमार ध्रुव, प्रताप ठाकुर, कुंदन ठाकुर, अकदा ठाकुर, गोपेश ध्रुव, दुर्गेश ध्रुव शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 30 मई। शहर में दुकानों को लॉकडाउन के नियमानुसार समय पर बंद कराने का एवं अपने आप को तहसीलदार होने का धौंस दिखाकर फर्जी तौर पर चालानी कार्यवाही कर दुकानदारों से रूपये की उगाही करने वाले 2 आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 5,000/- रूपये, 16 नग फर्जी चालान की प्रति, 2 नग मोबाईल भी बरामद की है ।
कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि जगदलपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति अपने आप को तहसीलदार और राजस्व अधिकारी बनकर लॉकडाउन में निर्धारित समय सीमा में दुकान बंद नहीं किया गया है, कहकर धमकी देते हुए कुछ दुकानदारों पर फर्जी तरीके से चालान काटकर रूपये पैसे की उगाही किया जा रहा है। जिस पर तहसीलदार जगदलपुर के लिखित आवेदन पर आरोपी के खिलाफ धारा - 419, 420, 467, 468, 471, 170, 34 का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस ने संदेही जीत उर्फ राजीव रक्षित एवं मो. शाहबाज खान को घेराबंदी कर पकड़ा है। जिनके पास तलाशी लेने पर 16 नग फर्जी चालान प्रति जिनमें 5 प्रतियों में दुकानदारों पर कार्रवाई विवरण लिखा हुआ है एवं 5,000/- रूपये, 2 नग मोबाईल और आरोपी जीत रक्षित के पास 01 परिचय पत्र जिसमें जीत रक्षित को तहसीलदार जगदलपुर का परिचय पत्र जारी होना उल्लेखित है, को आरोपियों को कब्जे से बरामद किया गया है। पूछताछ पर आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है।
आरोपियों के द्वारा सेमरा, आड़ावाल, नियानार एवं जगदलपुर शहर में दुकानदारों को समय पर दुकान बंद नहीं किया गया है की धमकी देकर अवैध रूप से रूपये पैसे की उगाही करना स्वीकार किया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर न्यायालय भेजा गया ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 30 मई । जंगली सूअर के हमले से मृत ग्रामीण के परिजनों को जगदलपुर विधायक व संसदीय सचिव रेखचन्द जैन की पहल से डेढ़ माह के भीतर मुआवजा मिला।
ज्ञात हो कि 15 अप्रैल को टोन्डापाल निवासी रामधर नाग किसी काम से जंगल गया हुआ था। अचानक उस पर जंगली सूअर ने हमला कर दिया, जिसकी वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गया, उसके तुरंत पश्चात उसे मेडिकल कॉलेज लाया गया जहां उसे मृत घोषित किया गया। इसकी जानकारी जैसे ही जगदलपुर विधायक व संसदीय सचिव रेखचंद जैन को मिली। उन्होंने तत्काल डीएफओ स्टायलो मंडावी को देकर जरूरी दस्तावेज बनाने के निर्देश दिए एवं पीडि़त परिवार को तत्काल कुछ राशि अंतिम संस्कार क्रिया को पूर्ण करने के लिए देने को कहा, जिस पर कार्रवाई करते विभाग ने तत्काल मृतक के परिजनों को 25000 की राशि प्रदान की।
आज घटना के 45 दिनों के अंदर मृतक के गांव पहुंचकर स्वयं विधायक ने शेष बची रकम 575000 रुपए का चेक मृतक के परिजनों को सौंपा एवं मृतक के परिवार के सदस्यों से कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने इस दुखद घटना पर गहरा दुख जताया है एवं परिवार में आई इस विपदा घड़ी में पूरी सरकार आपके साथ खड़ी है।
श्री जैन ने कहा कि राशि का उपयोग अपने जीवन यापन में जरूरी कार्य में ही खर्च करें जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके। मृतक की पत्नी लच्छनदेइ एवं उनके बेटों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं कांग्रेस सरकार के प्रति आभार प्रकट किया।
चेक वितरण के दौरान मृतक की पत्नी लच्छनदेइ, धरमु मंडावी जिला पंचायत सदस्य, धनमति नाग सरपंच, वरिष्ठ कांग्रेसी जगदीश चालकी, पंच सुखदेव नाग, लछीनधर नाग जलंधर, बुधरु, महेश बघेल, जालंधर बघेल युवा कांग्रेस, शंकर नाग, रामधर ,मनधर सरपंच, मुन्ना, सूरज, श्यामलाल, झुमुकलाल सहित डीएफओ स्टायलो मंडावी, एसडीओ सुषमा नेताम, रेंजर देवेन्द्रवर्मा सहित मृतक की पत्नी लक्ष्मी देवी एवं मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 30 मई। धनोरा पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से 4 साल की बच्ची का अपहरण कर रेप की कोशिश करने वाले आरोपी को जंगल में घेराबंदी कर गिरफ्तार किया है। आज न्यायालय के समक्ष पेश कर आरोपी को रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी द्वारा 29 मई को रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसकी नाबालिग बच्ची को घर के सामने से एक अज्ञात व्यक्ति मोटर सायकल में जबरजस्ती बैठाकर ले गया है। सूचना परिजन द्वारा थाना प्रभारी धनोरा को देने पर तत्काल घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव सिद्धार्थ तिवारी व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अमित पटेल को दी गई। तत्काल थाना क्षेत्र व सरहदी थानों में नाकाबंदी करने पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव द्वारा निर्देशित करने पर नाकाबंदी लगाकर सघन चेकिंग जारी था तथा थाना धनोरा का अन्य बल व पीडि़ता के परिजन व ग्रामीणों का संयुक्त रूप से अलग-अलग टीम बनाकर ग्रामीणों के साथ थाना क्षेत्र में अपहृत बालिका व अज्ञात आरोपी को ढूंढ रहे थे।
इसी दौरान एक ग्रामीण टीम को धनोरा-आमाबेड़ा जाने वाले सडक़ के किनारे बड़े खौली जंगल के पास एक संदिग्ध मोटर सायकल खड़ा दिखाई दिया। संदेह होने पर जंगल अंदर जाकर सर्च करने के दौरान नाबालिग से दुष्कर्म करने का प्रयास करते हुए एक व्यक्ति पकड़ा गया। उसी क्षेत्र में घटना स्थल के आसपास सर्च कर रहे थाना प्रभारी निरीक्षक सोनसिंह सोरी अपने थाना स्टाफ के टीम के साथ मौके पर तत्काल पहुंचकर आरोपी को पुलिस हिरासत में लेकर उसका नाम पता पूछने पर अपना नाम विकास कुमार वट्टी, उर्फ विक्की (25) डोंडेरापाल कोण्डागांव बताया।
आरोपी को पुलिस हिरासत में लेकर थाना लाकर पूछताछ करने पर पूर्व में 29 अक्टूबर 2020 को थाना क्षेत्र के नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म करने की नीयत से उसके घर से मोटर सायकल में बैठाकर ले जाने की अन्य घटना को करना स्वीकार किया, जिसके संबंध में थाना धनोरा में अपराध पंजीबद्ध है।
कार्यपालिक दण्डाधिकारी केशकाल के समक्ष उक्त आरोपी की शिनाख्ती करायी गई, जिसमें पीडि़ता द्वारा आरोपी को सही पहचान किया गया। उक्त बरामद मोटर सायकल को इसी आरोपी द्वारा केशकाल थाना क्षेत्र से 27 मई 2021 को चोरी किया गया था। जिसका वाहन मालिक द्वारा थाना केशकाल में अपराध पंजीबद्ध कराया गया। आरोपी विकास कुमार वट्टी को 29 मई को गिरफ्तार कर 30 मई को न्यायालय केशकाल के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 मई। छत्तीसगढ़ प्रदेश बैडमिंटन संघ की आज स्पेशल सामान्य सभा आज हुई। बैठक छग प्रदेश बैडमिंटन संघ के सचिव संजय मिश्रा ने आमंत्रित की थी जिसमें प्रदेश के सभी स्थानों से कार्यकारिणी के सदस्य जूम मीटिंग के माध्यम से सम्मिलित हुए, जिसमें छग ओलंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित थे।
संजय मिश्रा ने बैठक की कार्यवाही प्रारंभ करते हुए कहा कि प्रदेश बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष अखिल धगट जो कि पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे हैं, ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया अत: प्रदेश बैडमिंटन संघ का नया अध्यक्ष चुना जाना प्रस्तावित है अध्यक्ष पद हेतु पूर्व अध्यक्ष अखिल धगट ने ही अनवर ढेबर का नाम प्रस्तावित किया जिसे संघ के महासचिव संजय मिश्रा एवं कोषाध्यक्ष संजय भंसाली ने अनुमोदन किया। साथ ही उपस्थित सभी सदस्यों ने सर्व सम्मति से अनवर ढेबर का नाम पर अपनी सहमति प्रदान की साथ ही बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने अध्यक्ष एवं महासचिव को अपनी नई कार्यकारिणी गठन करने हेतु अधिकृत किया।
ओलंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने कहा कि अनवर ढेबर के नेतृत्व में प्रदेश में बैडमिंटन एक नए आयाम को छुएगा, साथ ही प्रदेश में बैडमिंटन खेल हेतु अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध होगी।
अपने पहले अध्यक्षीय उद्बोधन में अनवर ढेबर ने कहा के वे प्रदेश का नाम बैडमिंटन के खेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाने हेतु कृतसंकल्पित है एवं भविष्य में मेरी पहचान बैडमिंटन के क्षेत्र में मेरे कार्यों से ही होगी ऐसी मैं कामना करता हूं। बैठक के अंत में संघ के कोषाध्यक्ष संजय भंसाली ने आभार प्रदर्शन किया।
इस बैठक में जूम के माध्यम से गिरीश अग्रवाल रायपुर, अकरम खान रायगढ़, विनय रंजन बलौदाबाजार, जेपी श्रीवास्तव कोरिया, संगीत राजगोपालन दुर्ग, दीपंकर भिलाई, कविता दीक्षित रायपुर, बृजेश अग्रवाल जांजगीर, पी के तरफदार बिलासपुर, अमलेंदु दंतेवाड़ा, रूपेश कश्यप बालोद, जयंत देवांगन दुर्ग उपस्थित थे।
सुकमा, 30 मई। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी सुकमा विनीत नंदनवार द्वारा जगरगुंडा थाना क्षेत्र सिलगेर में हुई घटना के दंडाधिकारी जांच के निर्देश दिए गए हैं। दण्डाधिकारी जाँच हेतु नियुक्त डिप्टी कलेक्टर रूपेंद्र पटेल द्वारा घटना स्थल तक जाने का प्रयास किया गया, किन्तु ग्रामीणों के विरोध के कारण नहीं जा पाए। जिसके कारण जांच प्रभावित हो रही है।
उन्होंने बताया कि वे दो दिनों से बीजापुर में है और सिलगेर स्थित घटना स्थल पहुंचने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं, किन्तु ग्रामीणों के विरोध के चलते अथक प्रयासों के बाद भी वह तर्रेम तक ही पहुँच पाए। ग्रामीणों ने सडक़ पर पेड़, पत्थर आदि डालकर मार्ग बाधित कर रखा है। तर्रेम क्षेत्र के आसपास ग्रामीणों से चर्चा करने की कोशिश भी की लेकिन कुछ साक्ष्य हासिल नहीं हुए। वहां से आगे ग्रामीणों के विरोध के कारण घटना स्थल तक नहीं पहुँच पाए। उन्होंने कहा है कि घटना के संबंध में कोई भी व्यक्ति अपना पक्ष रखना चाहता है तो वो निडर होकर अपना पक्ष रख सकते हैं। व्यक्ति के लिए आवाजाही की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जाएगी।
दंतेवाड़ा, 30 मई। दंतेवाड़ा में संपूर्ण लॉकडाउन परिणामोन्मुखी साबित हुआ है। लंबे अरसे बाद जिले में कोविड-19 रोगियों की संख्या 50 से कम दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक शनिवार को जिले में कुल 47 कोरोना संक्रमित रोगी दर्ज किए गए थे। इनमें सर्वाधिक दंतेवाड़ा विकासखंड से 20, गीदम एवं कुआकोण्डा से 12-12 और कटेकल्याण विकासखंड से 3 मामले सामने आये। कोविड-19 से स्वस्थ होने की रिकवरी दर 94.45 फीसदी हो गई है। पूर्व में उक्त दर 91 फ़ीसदी के करीब थी। जिले में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 521 है।
वहीं जिले में अब तक 11 रोगियों की मौत इस महामारी की चपेट में आने के चलते हो चुकी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 30 मई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने तेंदूपत्ता और वनोपज संग्रहण को लेकर भाजपा द्वारा झूठ फैलाने की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि 15 सालों में आदिवासियों और बस्तर से भाजपा बहुत दूर जा चुकी है। आदिवासी हित में काम करने वाली और बस्तर को मजबूत बनाने वाली कांग्रेस सरकार पर भाजपा के आरोप सफेद झूठ है। दरअसल भाजपा प्रदेश में कांग्रेस सरकार की सफलता और जनहितकारी कार्यों को पचा नहीं पा रही है। यही कारण है कि भाजपा बिना किसी आधार के अनर्गल बयानबाजी कर, झूठे आरोप लगा रही है। भाजपा नेताओं का यह कहना कि तेंदूपत्ता की राशि का भुगतान नहीं होने के कारण ग्रामीण इसे जलाने या नदियों में बहाने को मजबूर हैं बिल्कुल झूठ और बेबुनियाद है।
भूपेश बघेल सरकार में बस्तर के 4 जिला यूनियन बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और जगदलपुर 2020 में 55 करोड़ और 2021 में 70 करोड़ का तेंदूपत्ता संग्रहण के आंकड़े जारी करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भाजपा नेताओं को चुनौती दी है कि भाजपा के 15 साल के तेंदूपत्ता संग्रहण को दी गयी राशि के वर्षवार आंकड़े सार्वजनिक करें।
मरकाम ने कहा है कि भूपेश बघेल सरकार 4000 रू. प्रति मानक बोरा की राशि दे रही है, जिससे भाजपा के पेट में दर्द हो रहा है। रमन सिंह और केदार कश्यप की भाजपा सरकार तो तेंदूपत्ता तोडऩे वालों के लाभांश की राशि से ही चप्पल खरीद कर संग्राहकों को बांटते थे। इस चप्पल खरीदी में भी जमकर कमीशनखोरी करती थी। कांग्रेस सरकार ने इस कमीशनखोरी पर अंकुश लगाया है, तो दलाली और कमीशनखोरी का भाजपा का कुचक्र टूटा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 52 लघु वनोपजों की खरीदी जबकि 15 साल तक रमन सिंह सरकार द्वारा केवल 7 लघु वनोपजों की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाती थी। इसी सरकार में केदार कश्यप भी मंत्री थे। वर्ष 2020-21 में लघु वनोपजों का न्यूनतम समर्थन मूल्य कांग्रेस सरकार ने 15 से 30 प्रतिशत तक बढ़ाया है।
मरकाम ने कहा है कि भाजपा नेता भ्रम और झूठ न फैलायें। वित्तीय वर्ष 2020-21 में छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा पूरे देश का 77 प्रतिशत तक लघु वनोपजों के संग्रहण के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया है। राज्य में इस दौरान लघु वनोपजों से ही 12 लाख परिवारों को 820 करोड़ की राशि वितरित की गयी है। इनमें तेंदूपत्ता हेतु 400 करोड़ रूपए की राशि वितरित की गई। साथ ही 230 करोड़ रूपए की राशि प्रोत्साहन पारिश्रमिक के रूप में अतिरिक्त वितरित की गई। मरकाम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने आदिवासियों के उत्थान के लिए सत्ता प्राप्ति के तत्काल बाद टाटा प्लांट के लिये अधिकृत उनकी जमीन वापस लौटाई। तेंदूपत्ता का खरीदी मूल्य 2500 से बढ़ाकर 4000 किया गया। धान का समर्थन मूल्य और बोनस की राशि बढ़ाकर किसानों को बड़ी राहत प्रदान की। युवा बेरोजगारों को स्थानीय योजनाओं में जोडक़र उनके सफल भविष्य के निर्माण की बुनियाद रखी गई है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में भूपेश सरकार की बढ़ती लोकप्रियता और लगातार दागदार होते भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अपना जनाधार खो चुके है। भाजपा के सिपहसालार जनता के बीच भ्रम और झूठ फैलाने की राजनीति की सत्ता प्राप्ति का जरिया समझ बैठे हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश का युवा, किसान, आदिवासी और समूचा बस्तर भाजपा की इन कारगुजारियों से परिचित हो चला है।
मरकाम ने कहा है कि कोरोना संकट के बावजूद विगत एक माह अप्रैल में ही एक लाख संग्राहक परिवारों को 70 करोड़ रूपए की राशि वितरित की गई। इससे औसतन अप्रैल माह में प्रत्येक परिवार को 7 हजार रूपए की राशि प्राप्त हुई, जो कि ऐसे कठिन समय में भी उनका सुगमता से जीवन-यापन संभव हो पाया। इस दौरान ईमली, हर्रा, बहेड़ा, चिरौंजी, महुआ, गिलोय तथा शहद आदि लघु वनोपजों का संग्रहण किया गया।