छत्तीसगढ़
जिले भर में कुल 187 ऑक्सीजन बेड की सुविधा
स्वास्थ्य अमला जिंदगियां बचाने असाधारण कोशिश कर रहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 15 अप्रैल। कल बुधवार को जिला अस्पताल में यह भयावह स्थिति नजर आई। यहां एक कोरोना पॉजिटिव युवक करीब तीन घंटे तक ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ जिला अस्पताल कैंपस के भीतर कुर्सी में बैठा रहा। क्योंकि कोविड अस्पताल के आईसीयू वार्ड में बेड खाली नहीं था। प्राप्त जानकारी के अनुसार महासमुंद निवासी यह युवक कुछ दिन पहले पॉजिटिव आया था।
ऑक्सीजन लेवल कम होने पर पर बुधवार की सुबह वह जिला अस्पताल पहुंचा, लेकिन बेड खाली नहीं होने के कारण अस्पताल परिसर में ही उसे ऑक्सीजन लगाकर बिठा दिया गया। वह करीब 3 घंटे तक इसी तरह इंतजार करता रहा। इस मामले में सीएमएचओ डॉ एनके मंडपे ने कहा कि युवक के लिए बेड की व्यवस्था कर दी गई है और उसका इलाज शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 30 बेड का नया वार्ड बनाया जा रहा है, जो ऑक्सीजन से लैस होगा। पखवाड़े भर में शुरू भी कर लिया जाएगा। मालूम हो कि कोविड की गंभीर आपदा से जूझते हुए जिले में इससे निपटने के लिए जिला एवं स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा असाधारण प्रयास किए जा रहे हैं। विकासखंड मुख्यालयों पर 100-100 बिस्तर का कोविड केयर सेन्टर बनाने का कार्य भी पूर्णत: की ओर है। कुछ ही दिनों में यहां भी मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने लगेगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के शासकीय अस्पताल, डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल और जी एन एम कोविड केयर, भारती हॉस्पिटल, आदित्य हॉस्पिटल, आर एल सी हॉस्पिटल, जैन नर्सिंग होम, साईं नमन हॉस्पिटल, जय पतई माता हॉस्पिटल एवं सोहम हॉस्पिटल में मरीजों के लिए कुल 187 आक्सीजन बेड की सुविधा उपलब्ध है।
जिले में कोरोना के 05 से अधिक धनात्मक प्रकरण मिलने पर 16 स्थलों को कंटेंटमेंट जोन बनाया गया है। जहां वहां के नागरिकों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इनमें बागबाहरा विकासखण्ड में 05, पिथौरा 08, एवं सरायपाली में 04 शामिल हैंं।
रायपुर, 15 अप्रैल। राष्ट्रीय सिंध युवा ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष विशाल कुकरेजा है बताया कि चेट्रीचंड्र महोत्सव के अंतर्गत संतलाल दास, संत युधिष्ठिर लाल एवं माता साहेब मीरा देवी के सानिध्य एवं आशीर्वाद से घर-घर में भगवान झूलेलाल की मूर्तियां स्थापित की गई।
चेट्रीचंड्र के अवसर पर सभी समाजजन शाम 7बजे अपने-अपने घरों में 11 दीप प्रज्ज्वलित कर भगवान झूलेलाल की महाआरती की गई। महाआरती की अपील संत लालदास एवं संत युधिष्ठिर लाल साईं ने की थी। महा आरती के साथ-साथ सभी ने प्रार्थना की है की देश को कोरोना वायरस के संकट से मुक्ति मिले। विशाल कुकरेजा ने अपने घर पर 11दीप प्रज्ज्वलित कर भगवान झूलेलाल जी की महाआरती की। सभी समाजजन अपने अपने घरों में भगवान झूलेलाल जी की मूर्तियों का विसर्जन अस्थाई कुंड बनाकर करेंगे। विसर्जन के बाद जो मिट्टी इक्कठा होगी उसे अपने घर में स्थित तुलसी एवं अन्य गमलों में लगाया जाएगा।
धमतरी, 15 अपै्रल। पिछले कुछ दिनों से ऐसे मामले बहुत आ रहे हैं, जिसमें लॉकडाउन की अवधि में अंतर्राज्यीय और अंतर्जिला परिवहन के लिए काफी लोग ऑनलाइन ई पास के लिए आवेदन कर रहे हैं। ऐसे मामलों में कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने जिलेवासियों से अपील की है कि कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर यह जरूरी है कि लोग अनावश्यक रूप से अन्य राज्य अथवा जिलों में ना जाएं। केवल अत्यंत आवश्यक अथवा इमरजेंसी की स्थिति में ही ई पास के लिए आवेदन करें। इमरजेंसी की स्थिति जैसे मेडिकल सुविधा, मृत्यु इत्यादि के मामले में ही ई पास के जरिए अंतर्राज्यीय अथवा अंतर्जिला परिवहन के लिए अनुमति दी जाएगी।
अत: बेवजह परेशान ना हों और ई पास के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी संयुक्त कलेक्टर श्री कौशिक को लगातार फोन और मेसेजेस ना करें। उन्होंने कहा है कि अत्यावश्यक काम होने पर आवेदक ऑनलाइन आवेदन करें उन्हें इस आधार पर ई पास जरूर जारी किया जाएगा।
बालोद, 15 अपै्रल। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी जनमेजय महोबे ने आदेश जारी कर कहा है कि जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए जिला बालोद में समय-समय पर किसी क्षेत्र विशेष में अत्यधिक कोरोना पॉजीटिव मरीज पाए जाने पर संबंधित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाता है। जिला के अंदर इस प्रकार घोषित समस्त कंटेनमेंट जोन में किसी भी प्रकार के समस्या/ शिकायत होने पर उसके निराकरण/समन्वय हेतु जिला स्तर पर डिप्टी कलेक्टर श्रीमती प्रेमलता चंदेल (मोबाईल नम्बर 70008-35862) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 15 अपै्रल। उपाध्यक्ष मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण एवं सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी धु्रव ने प्रशासनिक अमले के साथ कोविड केयर सेंटर नगरी, बेलरगांव एवं क्वॉरेंटाइन सेंटर नगरी, सांकरा, बेलरगांव, मुकुंदपुर का निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने कोविड केयर सेंटर नगरी,बेलरगांव में ऑक्सीजन सिलेंडर, खाली बेड,कोरोना वारियर्स हेतु मॉस्क, पीपीई किट, रेमडेसिविर इंजेक्शन, कोरोना वैक्सीन तथा एम्बुलेंस जैसे जरूरी संसाधनों की जानकारी लेकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान नगरी में कुल 120, सांकरा में कुल 5 एवं बेलरगांव में कुल 27 एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या कोविड केयर सेंटर नगरी, बेलरगांव, सांकरा प्रबंधन द्वारा दी गई। जिनकी 24 घण्टे सतत निगरानी में ईलाज जारी है।
उन्होंने प्रशासनिक अमले को निर्देशित किया कि कोरोना महामारी में किसी भी प्रकार की समस्या मरीजो एवं उनके परिजनों को न आये इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन द्वारा एक एम्बुलेंस एवं आक्सीजन सिलेंडर की मांग विधायक से की गई। जिस पर विधायक डॉ. धु्रव ने जल्द से जल्द इस मांगो को पूरा करने की बात कही साथ ही किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उन्हें तत्काल इसकी सूचना देने की बात कही।
सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी धु्रव ने डॉक्टरों, कोरोना वॉरियर्स को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आप सभी अपनी जान की परवाह किए बगैर जनता की सेवा कर रहे है। यह बहुत बड़ी बात है। साथ ही उन्होंने आम जनता से अपील किया कि यह मुश्किल वक्त है। हमें प्रशासन, कोरोना वॉरियर्स का पूरा सहयोग करना हैञ कुछ जगहों में थोड़ी दिक्कत हो सकती है, लेकिन हमें धैर्य एवं धीरज रखते हुए इस महामारी से लडक़र इस जंग को जीतना है
इस दौरान अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी नगरी भूषण साहू, विधायक प्रतिनिधि नगरी रूद्र प्रताप नाग, एसडीएम नगरी जितेन्द्र कुर्रे, सीईओ जनपद नगरी पीआर साहू, बीएमओ नगरी डॉ. डीआर ठाकुर, बीपीएम हितेन्द्र साहू एवं प्रशासन के अधिकारी, कर्मचारी, कोरोना वॉरियर्स उपस्थित थे।
मैनपुर, 15 अपै्रल। छेड़छाड़ करने की लिखित शिकायत पर बुधवार को धवलपुर में आरोपी कुलेश्वर बारले को गिरफ्तार कर 15 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
घटना 12 अपै्रल के रात 9 बजे की है। पीडि़त अपने घर के बाहर बैठी थी कि उसी समय आरोपी ने छेड़छाड़ की। पीडि़ता द्वारा चिल्लाने पर उसकी दादी घर से बाहर निकली इसके बाद आरोपी भाग गया। इससे पूर्व भी आरोपी द्वारा पीडि़त से छेड़छाड़ करने की घटना कर चुका है, जिसे परिवार वाले समझाईश दिये थे। पीडि़त की रिपोर्ट करने पर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 15 अपै्रल। गरियाबदं जिले के भीतर पिछले चार पांच वर्षों से हाथियों का दल लगातार पहुंच रहा है। कभी उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बफर जोन एरिया आमामोरा, ओढ़, पहाडियों से लगे ओडि़शा के जंगलों से होते हुए धमतरी जिला प्रवेश करते है। सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र और बस्तर तक चक्कर लगाता था, लेकिन लगातार चार पांच वर्षों से हाथियों के दल इस क्षेत्र के जंगलो में विचरण करने और गरियाबंद जिले के क्षेत्र के जंगल में हाथियों के लिए अनुकूल भोजन व पानी की व्यवस्था होने के कारण लगभग एक माह से इन गर्मी के दिनो में इन जंगलों में अलग अलग दलों में बंटकर विचरण कर रहे है।
पिछले पांच वर्षो का विभाग का रिकार्ड देखे, तो गरियाबंद वमंडल के साथ टाईगर रिजर्व क्षेत्र में हाथियों के नुकसान से लाखों रूपये का मुआवजा ग्रामीणों को वितरण किया गया है, और हाथियों ने लगातार क्षेत्र के गांव के भीतर घुसकर समय समय पर जमकर आंतक भी मचाया है, कई लोग हाथियों के हमले के शिकार भी हुए है और उनकी मौत तक हो चुकी है, तो वही क्षेत्र के जंगल में पिछले तीन वर्षो के भीतर दो हाथियों के शावक के साथ एक व्यस्क मादा हाथी की भी मौत हो चुकी है।
बहरहाल पिछले एक माह से 15 से 17 की संख्या मे हाथियों का दल वनमंडल गरियाबंद अंतर्गत वन परिक्षेत्र धवलपुर, गरियाबंद, नवागढ, के हसौदा, दर्रीपारा, कोसमीद, खरता, चिपरी, रावडिग्गी, आमागांव, सेम्हरढाप, खुरसीपार, खुटगांव, बुटेगा, मोहलाई, आमंदी, जैतपुरी, अंदोरा, हर्राभत्का द, पंडरीपानी, भीरालाट, जोबा, दसपुर, केराबाहरा ग्राम जो धमतरी जिले से लगे सीमा में बसे हुए है, इन ग्रामो में हाथियों ने अपना रहनवास बना लिया है, जिसके कारण इस क्षेत्र के ग्रामीणो में भारी दहशत देखने को मिल रहा है, वनांचल आदिवासी क्षेत्र के ग्रामीण वनोपज संग्रहण तक नहीं कर पा रहे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता हाथी प्रभावित इन ग्रामों में पहुंचकर जायजा लिया तो ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के एक दल पिछले लगभग एक से डेढ़ माह से इस क्षेत्र के दर्जनभर ग्राम पाराटोला जो धमतरी जिला सीमा पर बसा है। इन ग्रामों के नजदीक पहाडी क्षेत्रों में हाथियों के दल ने डेरा डाला हुआ है, हाथियों के इस दल में 15 से 17 हाथी है, दो शावक भी है और इसमें तीन मादा हाथी होने का जानकारी ग्रामीण सूत्रों द्वारा दिया जाता है, वन विभाग द्वारा लगातार हाथी मित्रदल और वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी हाथियों के गतिविधियों पर नजर रखे हुए है, ग्रामीणों को अकेले जंगल की ओर नहीं जाने की अपील किया जा रहा है।
खुरसीपार सरपंच चन्द्रिका बाई धु्रव, रावडिग्गी सरपंच पूर्णिमा धु्रव, सर्व आदिवासी समाज के युवा प्रभार जिला अध्यक्ष नरेन्द्र धु्रव, युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल कुमार नेताम ने बताया कि पिछले लगभग एक माह से दो तीन दलों में हाथियों का दल अलग अलग क्षेत्र के जंगलों में विचरण कर रहा है। एक माह के भीतर कई किसानों के धान मक्का व सब्जी के फसलों को जमकर नुकसान पहुंचाया है। रविवार को कोसमी द के आश्रित ग्राम हर्राभत्का के किसान कमल धु्रव प्रेम शर्मा, तानसेन साहू के धान के फसल को नुकसान पहुचाया है, तो वही बीते सोमवार रात को ग्राम हसौदा बीट के कक्ष क्रमांक 631 सूजगीडोंगरी लालमाटी के पास हाथियों का दल पिछले कई दिनों से जो डेरा डाले है ,एक किसान हल्लुराम खुरसीपार निवासी जो अपने खेत मे झोपड़ी बनाकर परिवार के साथ निवास कर रहा था और रात को खाना बना रहा था,हाथियों के दल की आवज सुनकर किसान झोपडी को छोडक़र भागे। हाथियो़ के दल झोपडी को तोड़-फोड़ दिया जिससे घर में खाना बनाने वाले आग से पुरा झोपडी जलकर राख हो गया जिससे किसान के 10 बोरा धान, मोटर पम्प, चांवल, कपड़ा, और दैनिक आवश्यकता के सामग्री सभी जलकर खाक हो गए।
आदिवासी ग्रामीणों को जंगल में वनोपज संग्रहण करने में परेशानी हो रही है। ग्रामीण अकेले राशन सामग्री खरीदी करने तथा रात के समय एक गांव से दूसरे गांव शादी विवाह सामाजिक कार्यक्रम में भी ग्रामीणों को आने जाने में हाथियों के दल से भारी दहशत देखने को मिल रही है।
क्या कहते है वन अफसर
गरियाबंद वनमंडलाधिकारी मंयक अग्रवाल ने बताया कि सोनाबेडा जंगल ओडिसा से लगातार हाथियों का दल पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र के जंगल में पहुंच रहे है, किसानों के फसलों और झोपडियों को हाथियों के द्वारा जो नुकसान पहुचया गया है, उनका लगभग 20 लाख रूपये से अधिक की मुआवजा राशि गरियाबंद वनमंडल क्षेत्र में दिया गया है, हाथियों का एक दल जो नवागढ़ वन परिक्षेत्र धमतरी सीमा पर डेरा डाले हुए थे। आज मंगलवार को वह धमतरी जिला के तरफ बढ़ गया है, लेकिन लगातार हाथियों का दल कभी धमतरी जिला तो कभी गरियाबंद जिला के तरफ पहुच रहा है। एक दल जो सिकासार जलाशय क्षेत्र में था। वह सोनाबेडा ओडिशा सीमा क्षेत्र में पहुच चुका है। श्री अग्रवाल ने बताया कि लगातार वन विभाग द्वारा हाथियों के गतिविधियों पर नजर रखे है, ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए गांव में मुनादी करवाई जा रही है, ग्रामीणों को अकेले जंगल की तरफ नहीं जाने की अपील किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 15 अप्रैल। कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य ने आदेशानुसार जिले में 11 अप्रैल की रात्रि से लॉक डाउन के दौरान शासन के आदेशों व निर्देशों का गम्भीरता से पालन नहीं करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी तारतम्य में आज संयुक्त विभागीय दस्ते के द्वारा शहर के चार इलाकों में स्थित आठ व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में दबिश दी तथा निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर सामग्री विक्रय करने, निर्धारित समयावधि से अधिक समय तक दुकान खोले रखने तथा प्रतिष्ठान के संचालन के दौरान मास्क नहीं लगाने व अन्य नियमों का पालन नहीं करने पर उनसे कुल 9700 रूपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय विंध्यवासिनी वार्ड स्थित नंदिनी किराना स्टोर्स में कोरोना के नियमों का पालन नहीं करने पर दुकान संचालक से 200 रूपए का जुर्माना टीम के द्वारा वसूल किया गया।
इसी तरह गणेश चैक पर स्थित मेसर्स लूनकरण अनाज भण्डार में मूल्य सूची का प्रदर्शन नहीं किए जाने पर 2 हजार रूपए, गणेश चौक पर ही बिना मास्क लगाए व्यवसाय करने वाले मेसर्स अमर किराना स्टोर्स के संचालक से 500 रूपए का जुर्माना लिया गया। इसी प्रकार मकई चैक पर स्थित मेसर्स मां केक मलाई बेकरी शॉप में मास्क का उपयोग नहीं करने, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं करने पर संचालक से 4000 रूपए जुर्माना के तौर पर वसूल गए। इसी तरह स्थानींय अंबेडकर चौक पर स्थित इंडियन ऑयल पेट्रोल पम्प में मास्क का उपयोग नहीं करने पर 500 रूपए, मेसर्स भास्कर किराना स्टोर्स में निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर सामान बेचे जाने पर 1000 रूपए, भीम होटल में मास्क नहीं लगाए जाने पर 500 रूपए तथा मेसर्स आनंद यादव किराना स्टोर्स में संचालक द्वारा निर्धारित अवधि से अधिक समय तक दुकान खोले रखने पर 500 रूपए का अर्थदण्ड से दण्डित कर उन्हें समझाइश दी गई। टीम द्वारा 12 अप्रैल से की जा कार्रवाई से अब तक 66 हजार 700 रूपए वसूले जा चुके हैं।
टीकाकरण कराने आये लोगों और मरीजों से की चर्चा
महासमुंद, 15 अप्रैल। कलेक्टर डोमन सिंह एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा ने कल पिथौरा, बसना एवं सरायपाली का दौरा कर विकासखण्ड मुख्यालय में बनाये जा रहे कोविड केयर सेंटरों का आकस्मिक मुआयना किया। यहां कलेक्टर सारी व्यवस्थाएं देखी। उन्होंने जल्द से जल्द कोविड केयर सेन्टर का कार्य पूरा करने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों से भी बातचीत कर उनके स्वास्थ का हाल जाना। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शासन के दिशा निर्देश के अनुसार मरीजों का बेहतर तरीके से देखभाल और समुचित उपचार की व्यवस्था की जा रही है। अत: मरीजों के उपचार में किसी तरह की ढिलाई ना बरतें। निरीक्षण के अनुविभागीय अधिकारी बीएस मरकाम, राकेश गोलछा, संबंधित तहसीलदार, जनपद पंचायत में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी, खंड चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 15 अप्रैल। शहर के सभी वार्डो मे सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने की जरूरत है. शहर के विभिन्न वार्डो मे जगह जगह गंदगी का आलम देखने को मिल रहा है। जगह-जगह कचरा पड़ा हुआ है। पालिका मे सफाई कर्मचारियों की पर्याप्त संख्या होने के बाद भी कचरा का सहीं उठाव नहीं हो पा रहा है जिसके चलते वार्डों में कचरे का अंबार लगा हुआ है। कोरोना महामारी के कारण वैसे ही संक्रमण का खतरा बना हुआ है। कचरे के फैलाव से और परेशानी बढ़ सकती है। भारत सरकार द्वारा स्वच्छता मिशन क्लीन सिटी योजना के तहत वार्डों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए गाड़ी चल रहीं है लेकिन मुख्य मार्गो पर कचरा पड़ा रहता है इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि पशु उक्त कचरे को बिखराने लगते है जिसके लिये पालिका प्रशासन को ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। भारतीय जैन संघटना दुर्ग जोन ने इस लॉक डाउन का समुचित उपयोग करते हुए जैन समाज की 18 वर्ष से 25 वर्ष तक की किशोर युवतियों के लिए 10 अप्रैल से 15 अप्रैल तक स्मार्ट गल्र्स ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया है जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न प्रांतों की लगभग 61 बालिकाओं ने ऑनलाइन वेबीनार में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया और अपने मन के अंदर उठ रहे प्रश्नों को उठाया और उसका भारतीय जैन संघटना के प्रशिक्षक द्वारा ज्ञानवर्धक समाधान भी प्राप्त किया।
भारतीय जैन संघटना द्वारा आयोजित वेबीनार में नई दिल्ली से दुर्ग की बिटिया सृष्टि बाफना जो कि अभी कुछ दिनों पूर्व भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो ) की परीक्षा में पूरे भारतवर्ष में प्रथम स्थान अर्जित किया था और हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पूरे भारत वर्ष में सृष्टि ने 21 वे स्थान पर जगह बनाने में सफल रही। पढ़ाई को अपने जीवन का एक हिस्सा बनाने वाली सृष्टि बाफना आज इस वेबीनार में नई दिल्ली से बतौर अतिथि वक्ता के रूप में मौजूद रही।
सृष्टि बाफना स्मार्ट गल्र्स ट्रेनिंग प्रोग्राम मैं लड़कियों को अपने संबोधन में कहा स्कूल या कॉलेज छोटी हो या बड़ी हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। स्टूडेंट चाहे इंग्लिश मीडियम का हो या हिंदी मीडियम का हो इससे भी कुछ फर्क नहीं पड़ता। यह सब हमारी इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है। हमारा कठिन परिश्रम सकारात्मक परिणाम लाने से नहीं रोक सकता।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में परिवार के सदस्य का सहयोग नितांत आवश्यक है जो उन्हें आगे बढऩे में मददगार साबित होते हैं। पांच दिन तक चलने वाले इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में अलग-अलग विषयों पर अलग-अलग ट्रेनर अपना प्रशिक्षण देंगे। स्वयं की जागरुकता से अपनी योग्यता और अपनी कमजोरी का भान करना, आत्मरक्षा तन मन धन से संवाद एवं रिश्ता,अपनी पसंद एवं अपना स्वयं का निर्णय लेने की क्षमता जैसे विषय पर लड़कियां प्रशिक्षण प्राप्त करेगी।
भारतीय जैन संघटना की ओर से अनेक उदाहरणों एवं रोचक सारगर्भित तथ्यों के साथ हर क्षेत्र में स्मार्ट बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इस कार्यक्रम में लहर लुक्कड़ द्वारा विशेष रुप से ट्रेनिंग दी जा रही है। पांच दिन चलने वाले इस ट्रेनिंग वेबीनार में ममता गोलछा रायपुर शिल्पा नाहर त्रिशला प्रदीप जैन स्मार्ट गल्र्स ट्रेनिंग प्रोग्राम की प्रमुख है जो अलग-अलग विषयों पर बच्चों को प्रशिक्षण दे रही हैं। भारतीय जैन संघटना के जोन अध्यक्ष प्रफुल्ल संचेती के निर्देशन में भारतीय जैन संघटना दुर्ग जोन का यह पहला आयोजन है इस आयोजन में भारतीय जैन संघटना के राष्ट्रीय महासचिव संजय सिंगी जी बतौर अतिथि विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस आयोजन से हिस्सा लेने वाले बच्चों के पालकों खासा उत्साह देखा गया है। और कार्यक्रम के अंतिम दिवस हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों के पालक भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे श्रीमती सरिता श्रीश्रीमाल एवं श्रीमती पूनम पारख के संयोजन में कार्यक्रम का शानदार संचालन ने कार्यक्रम में अलग ही समा बांध दिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सचिव राजेश कोटेचा ने कार्यक्रम में आए अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। श्रीमती अनीता सखलेचा, उत्तम बरडिया, रमेश चोपड़ा, प्रवीण तातेड़ का आयोजित कार्यक्रम में विशेष सहयोग रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। आयुक्त हरेश मंडावी ने आज बुधवार को गयानगर एवं अन्य वार्ड क्षेत्रों में संचालित वैक्सीनेशन सेंटरों में पहुॅचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अधिक से अधिक वैक्सीनेशन के कार्य में निगम कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों, और वार्ड के जनप्रतिनिधियों का पूरा-पूरा सहयोग प्राप्त हो रहा है । इसके लिए उन्होनें उनकी प्रशंसा की । जिसके कारण अब तक शहर में 85 प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है शेष 15 प्रतिशत लोगों से अपील है कि वे भी टीकाकरण केन्द्रों में जाकर टीका अवश्य लगवायें। भ्रमण के दौरान वार्ड पार्षद नरेन्द्र बंजारे, स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, सहा0 अभियंता जितेन्द्र समैया, उपअभियंता आसमा डहरिया, कोविड नोडल संजीव दुबे एवं अन्य मौजूद थे ।
आयुक्त श्री मंडावी आज गयानगर मुक्तिधाम, गयाबाई स्कूल, कायस्थ पारा ब्राम्हण पारा, तिलक स्कूल आदि वार्ड क्षेत्रों में स्थापित टीकाकरण केन्द्रों का निरीक्षण कर केन्द्रों में टीका लगवाने आने वाले हितग्राहियों के लिए शुद्ध पेयजल, वेटिंग रुम, पंखें, की व्यवस्था के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुये मास्क पहनाकर टीकाकरण केन्द्रों में प्रवेश देने के निर्देश दिए। उन्होंने आम जनता से अपील कर कहा कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए यह आवश्यक है।
कि जो भी व्यक्ति बीमार हो रहा है वह टेस्टिंग अवश्य करायें, बाहर से कोई व्यक्ति आ रहा है उसका टेऊसिंग हो, और उस मरीज का ट्रीटमेंट के साथ टीका लगाने पर विशेष पहल होनी आवश्यक है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना ने अपने सगे - संबंधियों के बीच भी दूरियां पैदा कर दी हैं। जीवन के अंतिम सत्य मौत में भी लोग अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल होने से मुंह मोडऩे लगे हैं। लेकिन समाज में अभी भी ऐसे विरले लोग हैं। जिनकी वजह से मानवता जिंदा है। मानवता का ऐसा ही एक बड़ा उदाहरण दीपक नगर निवासी यादव समाज के गहिरा गुरु राजेश यादव ने पेश कर समाज के लिए बड़ा संदेश दिया हैं। श्री यादव के मानव सेवा के इस सहासिक कार्य को बड़ी प्रशंसा मिल रही हैं। मालूम हो कि कोरोना आपदा के बीच तितुरडीह वार्ड क्रमांक- 22 दुर्ग निवासी निशा देवी सिंह 69 वर्ष पति मोहन जयसिंह की 11 अप्रैल को जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इसकी सूचना निशा देवी के पति, पुत्र और परिवार के अन्य सदस्यों को दी गई, लेकिन कोरोना के भय से परिवार के सदस्य शव को लेने नहीं पहुंचे। यह स्थिति सगे रिश्ते को शर्मसार करने वाली थी। जिसकी खबर यादव समाज के गहिरा गुरु राजेश यादव तक पहुंची और उन्होंने अपनी मानवता का परिचय देते हुए स्व. निशादेवी सिंह के शव का स्थानीय मरच्युरी में पोस्ट पोस्टमार्टम करवाने के साथ-साथ शव का शिवनाथ नदी मुक्तिधाम में पूरे विधि - विधान के साथ अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करवाई। यहीं नही गहिरा गुरु राजेश यादव द्वारा दाह संस्कार उपरांत निशा देवी की अस्थियों का शिवनाथ नदी में विसर्जन कर पिंडदान की धार्मिक रस्म भी पूरी करवाई गई।
कोरोनाकाल में जब सगे - संबंधी अपने परिजनों के अंतिम संस्कार जैसे कार्यक्रमों से मुंह मोड़ रहे हैं, तब यादव समाज के गहिरा गुरु राजेश यादव की यह पहल मानवता जिंदा होने का बड़ा उदाहरण है, जो समाज के लिए बड़ी प्रेरणादायी साबित हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 15 अप्रैल। आचार्य झम्मन प्रसाद शास्त्री ने एक जानकारी देते हुये बताया कि 13 अप्रैल से नव संवत्सर का शुभारंभ हो गया भारतीय नववर्ष समस्त सनातन धर्मावलंबियों के लिए गर्व का विषय है आज के दिन से ही श्री ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि का शुभारंभ हुआ है भारत के महान क्रांतिकारी राजा विक्रमादित्य ने विक्रम संवत का शुभारंभ किया था। उस परंपरा में 2078 वा वर्ष संवत्सर का प्रारंभ हो रहा है समग्र हिंदू समाज इस नववर्ष का उत्साह पूर्वक स्वागत करते हुए मां भगवती महामाया की आराधना करना चाहिये. श्रीमद जगदगुरू शंकराचार्य जी द्वारा प्रेरणा मिलती है।
महासमुंद, 15 अप्रैल। कोमाखान सुवरमाल डोंगरी में चार खाने के इरादे से गये कोमाखान के राकेश लोधी, नानू यादव सहित चार नाबालिक लडक़े कल जंगली भालू का शिकार हो गए। सभी दोपहर 12 से 1 बजे के बीच सुवरमाल के डोगरी में चार खाने के लिए गये थे। ये चार के पेड़ के नीचे चार खाने में व्यस्त थे, तभी जंगली भालू ने इन पर हमला कर दिया। भालू के अचानक हमले से राकेश लोधी, नानू यादव के पैर और सिर में गहरा जख्म है। इनके दो साथी किसी तरह गांव की ओर भागे। भालू भी दोनों को जख्मी कर जंगल की ओर भाग गया। वन अधिकारी कोकिल दिनकर ने इलाज के लिए नानू यादव को 2 हजार एवं राकेश लोधी को 500 सहयोग राशि तत्काल उपलब्ध कराने के बाद दोनों को तत्काल हॉस्पिटल ले जाकर मरहम पट्टी कराया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। कोरोना के देश भर में बढ़ते आंकड़ों के बीच 13 तारीख को ही 1138 रेमडीसीवर वॉयल जिले में भेजी गई थी साथ ही प्रतिदिन आवश्यकता अनुसार वॉयल भेजने के निर्देश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दिए गए हैं।
जीवन रक्षक इंजेक्शन को सेक्टर 9 और जिला अस्पताल सहित सभी प्राइवेट कोविड केयर सेंटर को वितरित की गई है साथ ही जन औषधी केंद्रों में भी सप्लाई की गई है। उसके बावजूद उन्हीं अस्पतालों की लिखी पर्ची लेकर मरीजों के परिजन भटक रहे हैं जहां दवा पहुंचाई गई है। इस बात पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा ने कहा कि ड्रग कंट्रोलर के माध्यम से निजी अस्पतालों में आपूर्ति के अलावा शासकीय सेंटरों में सीजीएमएससी के माध्यम से मांग के अनुरूप सीधी सप्लाई आती है। उसके बावजूद जनता में भटकाव की स्थिति आखिर क्यों उत्पन्न हो रही है।
विधायक वोरा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के त्वरित निर्णय के बाद उच्च अधिकारियों द्वारा मैन्युफैक्चरर कंपनियों से सीधे संपर्क कर जीवन रक्षक दवा की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। जनता को जागरूक होने की आवश्यकता है कि अपवाहों में ना पड़ कर डॉक्टरी सलाह पर चलें गंभीर मरीजों को ही रेमडीसीवर दवा की आवश्यकता पड़ती है। किंतु सोशल व अधिकृत ऑडिटिंग के आभाव में काला बाजारी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। जिसे रोकने एवं इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करने ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। शीघ्र ही उच्च अधिकारियों से चर्चा कर यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा कि हर जरूरतमंद को दवा दी जा सके। साथ ही निजी अस्पतालों में भेजी जा रही रेमडीसीवर वहीं के मरीजों को निर्धारित दर पर लगाई जाए यह सुनिश्चित करने जिम्मेदार नोडल की नियुक्ति की जाए।
संक्रमण से बचाव के लिए घर से न निकलें बाहर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने पार्षद, निगम अधिकारियों के साथ आज शहर के वार्डो में घूम-घूमकर लाउडस्पीकर के माध्यम से को संक्रमण के खतरे से आगाह किया ।
उन्होनें आम जनता को जानकारी देते हुये बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन, निगम प्रशासन, पुलिस प्रशासन पूरी तरह से प्रयास कर रहे हैं। परन्तु शहर के नागरिक लॉकडाउन का पालन नही ंकर सुबह और शाम के समय अधिक संख्या में घरों से बाहर निकलकर आवाजाही कर रहे हैं।
जिला प्रशासन और निगम प्रशासन बार-बार उनके अनुरोध कर घर से बाहर नहीं निकलने की अपील कर रहे हैं । घरों से बाहर निकलकर आवाजाही करने से संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। इस दौरान वार्ड पार्षद नरेन्द्र बंजारे, स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, सहा. अभियंता जितेन्द्र समैया, उपअभियंता आसमा डहरिया, कोविड नोडल संजीव दुबे एवं अन्य मौजूद थे ।
अपील
आयुक्त श्री मंडावी ने उपरोक्त वार्डो में भ्रमण कर दौरान आम नागरिकों को सूचित करते हुये अपील कर कहा कि कोरोना के वायरस को खत्म करना आवश्यक है। और यह तभी हो सकता है जब सभी व्यक्ति अपने-अपने घरों से निकलना बंद कर दें। प्राय: यह देखा जा रहा है कि सुबह और शाम के समय अधिक संख्या में लोग घर से निकलकर अधिक संख्या में आवाजाही कर रहे हैं । इससे संक्रमण नहीं रुक रहा है। बल्कि जहॉ हम नियंत्रण की स्थिति में हैं वहॉ फिर से संक्रमण बढऩे की स्थिति में है। अत: सभी नगारिक आवाजाही न करें। मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंस का पालन अवश्य करें ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं कि रेमडेसिवीर की कालाबाजारी का कोई भी मामला संज्ञान में आए तो संबंधित व्यक्ति को सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाए।
कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं कि मरीजों के परिजनों को वर्तमान में उपलब्ध नहीं होने की वजह से मेडिकल स्टोर्स के लिए रेमडेसिवीर की पर्ची लिखकर ना दें। उपलब्ध होते ही इसकी सूचना जारी कर दी जाएगी। अस्पतालों को जितना स्टॉक उपयोग के लिए दिया गया है उसका उपयोग करें। स्टॉक की कालाबाजारी होने की किसी भी प्रकार की सूचना मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी तथा ऐसी जानकारी मिलने पर सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। नोडल अधिकारी हर दिन अस्पताल में इस दवा के स्टॉक की ऑडिट करेंगे, किसी भी तरह की अनियमितता मिलने पर सूचना देंगे और ऐसा पाए जाने पर सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्टॉक विक्रय के लिए उपलब्ध होने पर इसकी सूचना नागरिकों को दी जाएगी अत: नागरिक बाजार में रेमडेसिवीर दवा खरीदने ना पहुंचे।
मृतक के परिजनों ने अव्यवस्था व लापरवाही का लगाया आरोप
बीएमओ व बीपीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 15 अप्रैल। ब्लॉक मुख्यालय के कोविड केयर सेंटर में सप्ताहभर के अंदर दूसरी मौत हो गई। मंगलवार शाम श्वांस लेने में आ रही समस्या के चलते वार्ड 2 निवासी 42 वर्षीय शिक्षक हीरामन वर्मा की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार हीरामन को मंगलवार सुबह श्वांस लेने में समस्या हो रही थी। वहीं शाम 4 बजे मरीज की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने कोविड केयर सेंटर में अव्यवस्था का आरोप लगाते कहा कि बीएमओ व बीपीएम की लापरवाही के चलते मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने शासन-प्रशासन से इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बताया गया कि अंबागढ़ चौकी ब्लॉक के कोरोना संक्रमितों के लिए वार्ड एक मेरेगांव स्थित कन्या शिक्षा परिसर छात्रावास को कोविड सेंटर बनाया गया है। इस सेंटर में सप्ताहभर के अंदर दो लोगों की मौत हो गई। 7 अप्रैल को ग्राम खोर्राटोला निवासी 61 वर्षीय सुकलाल खरे तथा 13 अप्रेल को वार्ड 2 निवासी शिक्षक हीरामन वर्मा की मौत हो गई। दोनों ही मामलों में कोविड सेंटर की अव्यवस्था व लापरवाही सामने आई है।
मृतक के परिजनों का आरोप है कि सेंटर के कुप्रबंधन व अव्यवस्था तथा लापरवाही से उनके अपनों की मृत्यु हो गई। परिजनों का आरोप है कि यदि समय पर मरीज को जिला अस्पताल रिफर कर दिया जाता तो उनकी जान बच जाती, लेकिन यहां मरीज को रोककर रखा गया और उनके इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं की गई। जिससे उनकी मौत हो गई। दोनों ही मरीज को श्वांस से जुड़ी समस्या थी। परिजनों की शिकायत है कि कोविड सेंटर में डॉक्टर आते ही नहीं है। सेंटर पिछले 10 दिनों से ग्रामीण क्षेत्र के पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के भरोसे चल रहा है। सेंटर में मरीजों को समस्या आने पर वे आरएचओं को बताते हैं, लेकिन उचित स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधा एवं मार्गदर्षन नहीं मिलने से मरीज की मौत हो जाती है।
सप्ताहभर में पांच दर्जन संक्रमित
बीते सप्ताहभर से नगर में हर दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या नगर में पांच दर्जन से अधिक पहुंच गई है। इस बार रिहायसी कालोनी ही नहीं, झुग्गी बस्तियों से भी संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है। नगर में संक्रमण के फैलाव तेजी से हो रहा है। नगर के कई वार्ड कोरोना का हॉटस्पाट बना हुआ है। जानकारी के अनुसार हर वार्ड से संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। नगर के वार्ड 2, 3, 4, 7 व 8 कोरोना का हॉटस्पाट बना हुआ है। इसके बाद भी स्थानीय नागरिक संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी गाईड लाइन का पालन करने में लापरवाही बरत रहे हैं।
बीएमओ डॉ. आरआर धुर्वे का कहना है कि कोविड केयर सेंटर में लापरवाही व अव्यवस्था का आरोप गलत है। मंगलवार को जिस मरीज की मृत्यु हुई, उसे सुबह से आक्सीजन दिया जा रहा था। शाम को तबियत बिगडऩे पर उसकी मौत हो गई।
मार्च-अप्रैल के पहले पखवाड़े में 182 की गई जान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 अप्रैल। मार्च और अप्रैल के पहले पखवाड़े में अब तक पौने दो सौ लोगों की कोरोना बीमारी से जान चली गई। इस वैश्विक महामारी का रूप साल 2021 के पहले दो महीने जनवरी और फरवरी में काफी शांत रहा। मार्च के शुरूआत दिनों से भयावह रूप लेकर मौजूदा माह अप्रैल में कोरोना कहर बरपा रहा है। हर तबके से लोगों की कोरोना से मौत हो रही है। बीते डेढ़ माह में 182 की जान चली गई। जबकि जनवरी-फरवरी के महीने तक कोरोना मौतों का आंकड़ा 124 रहा। बताया जा रहा है कि नए वेरियंट के सक्रिय होते ही कोरोना घातक साबित हो रहा है। मामूली बीमारी समझने वालों पर यह कोराना कहर बरपा रहा है। लिहाजा ताबड़तोड़ मौत होने से स्वास्थ्य विभाग की तमाम तैयारी धरी की धरी दिख रही है। स्वास्थ्य महकमे के लिए रोज हो रही मौतों के बीच हालात को सम्हालना कठिन साबित हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव जिले में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या साढ़े 10 हजार के करीब है। जिले में हर दिन हजार से ज्यादा मरीज सामने आ रहे हैं। इधर वर्तमान अप्रैल माह में 14 अप्रैल तक लगभग साढ़े 7 दर्जन लोगों ने कोरोना से अपनी जान गंवा दी है। वहीं अब तक जिलेभर में 35 हजार लोग संक्रमित हुए थे, जिनमें से लगभग 24 हजार संक्रमित मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
जिले में अब तक ढाई लाख लोगों को लगा वैक्सीन
कोरोना की रोकथाम के लिए जिले के सभी विकासखंडों में वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से किया जा रहा है। जिले में कोविड-19 के केस बढ़े हैं। कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन रक्षा कवच की तरह है। बुजुर्गों एवं 45 वर्ष की आयु के नागरिक बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे हैं और लोगों में जागरूकता बढ़ी है। जिले में अब तक 2 लाख 47 हजार 410 लोगों ने वैक्सीन लगा लिया है। जिले में अब तक 70.66 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन लगवा लिया है। अंबागढ़ चौकी विकासखंड में 22 हजार 95, छुईखदान विकासखंड में 27 हजार 16, छुरिया विकासखंड में 35 हजार 731, डोंगरगांव विकासखंड में 24 हजार 978, डोंगरगढ़ विकासखंड में 28 हजार 197, खैरागढ़ विकासखंड में 26 हजार 71, मानपुर विकासखंड में 15 हजार 130, मोहला विकासखंड में 19 हजार 43, घुमका में 26 हजार 903 तथा राजनांदगांव विकासखंड में 22 हजार 246 लोगों ने वैक्सीन लगाया है।
हॉकी खिलाड़ी की भी कोरोना से गई जान
वैश्विक महामारी कोरोना से चिखली निवासी हॉकी खिलाड़ी राजकुमार साहू की भी जान चली गई। स्व. साहू का रायपुर के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। बताया गया कि वे विगत दिनों कोविड से संक्रमित हो गए थे। बुधवार को वह जिंदगी की जंग हार गए। स्व. साहू चिखली के प्रतिष्ठित किराना व्यवसायी लक्ष्मण साहू के पुत्र व जिला साहू संघ के अध्यक्ष कमलकिशोर साहू के चचेरे भाई थे।
कोरोना से हो रही मौतों से बद से बदतर हालात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 अप्रैल। जिले में रोजाना कोरोना से दर्जनभर हो रही मौत से हालात बद से बदतर हो गए हैं। पिछले तीन दिनों के आंकड़ों में नजर डालें तो हर दिन 10 से 12 मौतें हुई हैं। मौत के कारण कोरोना शव को जलाना मुश्किल काम हो गया है। वहीं शवों को ढोने के लिए साधन-संसाधन की किल्लत है। एक लोमहर्षक घटना डोंगरगांव में उस वक्त सामने आया, जब दो सगी बहनों की कोरोना से हुई मौत के चलते शव को कचरा वाहन में ढोना पड़ा।
जिले में शमशानघाटों की स्थिति काफी दबावपूर्ण है। शवों को जलाने के लिए दिन-रात का वक्त कम साबित हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। अंत्येष्टि के लिए शवों को इंतजार करना पड़ रहा है।
राजनांदगांव जिले के सभी ब्लॉकों में लचर हालत देखकर लोगों में डर समा गया है। न सिर्फ राजनंादगांव शहर बल्कि डोंगरगांव, खैरागढ़, डोंगरगढ़ तथा छुरिया ब्लॉक में भी जहां सैकड़ों संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं। वहीं मौतों से लोग सदमे में भी है।
उधर डोंगरगांव के आसरा गांव की दो सगी बहनों को कोरोना से पीडि़त होने पर उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार दोनों मृतक बहनें आपस में देवरानी-जेठानी भी थी। ग्राम आसरा में एक साथ दो सगी बहनों की मौत से दहशत का माहौल है। इसके अलावा कोरोना से पीडि़त एक अन्य महिला ने भी दम तोड़ दिया। बताया कि उक्त महिला ग्राम जारवाही की निवासी है। प्रशासन ने उक्त तीनों महिलाओं का अंतिम संस्कार कोविड-19 गाईड लाइन के अनुसार करने के निर्देश दिए हैं।
इधर बीते 10 से 14 अप्रैल के बीच 53 लोगों की कोरोना से मौत होने की खबर है। अब तक जिलेभर में 306 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। वहीं जिलेभर में बीते 10 अप्रैल को 997 लोग संक्रमित हुए थे। जिसमें शहर से 344 व ग्रामीण से 653 संक्रमित शामिल हैं। इस दिन 10 लोगों की मौत हुई। 11 अप्रैल को कुल 961 संक्रमित जिसमें शहर से 451 व ग्रामीण से 510 संक्रमित शामिल हैं। इस दिन 10 की मौत। वहीं 12 अप्रैल को कुल 1284 संक्रमित जिसमें शहर से 460 व ग्रामीण से 824 संक्रमित शामिल हैं। इस दिन 11 लोगों ने कोरोना से जान गंवाई। 13 अप्रैल को कुल 1368 लोग संक्रमित हुए। जिसमें शहर से 404 व ग्रामीण से 964 तथा 14 अप्रैल को कुल 1481 संक्रमित जिसमें शहर से 426 व ग्रामीण से 1055 लोग शामिल हैं। इस दिन कुल दर्जनभर मौत के मामले सामने आए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 अप्रैल। पत्रकार प्रदीप आर्य के इलाज में आरबी हॉस्पिटल द्वारा बरती गई लापरवाही को लेकर बिलासपुर प्रेस क्लब ने गहरा रोष जाहिर किया है। आज सदस्यों ने कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर से मिलकर इसकी शिकायत की। कलेक्टर ने मामले की जांच का आदेश दिया है।
पत्रकार व कार्टूनिस्ट प्रदीप आर्य का बीते सोमवार को आरबी कोविड हॉस्पिटल में निधन हो गया था। परिजन उन्हें ऑक्सीजन लेवल गिरने पर सिम्स चिकित्सालय लेकर गये थे। वहां बेड पर उनके लिये लगाये गये सिलेन्डर का ऑक्सीजन खत्म हो गया। कई अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड का पता करने पर जगह नहीं मिली। आखिरकार उन्हें एक ऑक्सीजन सिलेंडर बेड आरबी हॉस्पिटल में खाली होने का पता चला। ऑक्सीजन की सुविधा वाले एक एम्बुलेंस से परिजन उन्हें आरबी हॉस्पिटल स्वर्ण जयंती नगर लेकर आये। यहां आते ही उन्हें एम्बुलेंस से उतारकर व्हील चेयर पर बिठाया गया और ऑक्सीजन सिलेंडर लगाया गया। पर आईसीयू में पहुंचाने के 15-20 मिनट के भीतर ही प्रदीप आर्य की सांसें उखड़ गईं। पत्रकार प्रदीप आर्य की पुत्री प्रिया सिंह ने बताया कि वह यह जानकर सन्न रह गई कि जो ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल के स्टाफ ने लगाया वह खाली था। इसके चलते वे ऑक्सीजन लगाने के बावजूद हांफ रहे थे और थोड़ी देर में चल बसे। अस्पताल प्रबंधन ने गुमराह करते हुए ऐसा सिलेंडर लगा दिया जिसमें ऑक्सीजन ही नहीं था। शायद स्टाफ को लगा कि उनकी इस धोखाधड़ी का पता नहीं चलेगा और कुछ घंटे बाद मरीज के लिये नया सिलेंडर ला दिया जायेगा। पर, उन्होंने जानबूझकर पत्रकार को मौत के मुंह में जाने दिया।
इस घटना की जानकारी मिलने पर पत्रकारों में गहरा रोष है। बिलासपुर प्रेस क्लब के सदस्यों ने आज कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को पूरे मामले की जानकारी दी और अस्पताल प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही यह जांच कराने की मांग की कि किन परिस्थितियों में सिम्स में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था पत्रकार के इलाज के लिये नहीं हो सकी।
डॉ. मित्तर ने इस मामले की जांच कराने का आदेश देने का आदेश दिया है लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया है कि यह जांच कौन सी टीम करेगी और कब तक इसकी रिपोर्ट मिलेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 14 अप्रैल। आयुक्त सरगुजा संभाग अंबिकापुर ने ग्राम अजीरमा एवं बिशुनपुर में स्थित शासकीय भूमि का भू-माफियाओं द्वारा मोटी रकम लेकर विक्रय करने तथा अवैध कब्जे को हटवा कर शासकीय भूमि को सुरक्षित करने के संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता डी0के0 सोनी की शिकायत आवेदन पर जांच का आदेश दिया है।
शिकायत में बताया गया कि ग्राम पंचायत अजिरमा रा0नि0मा0 अंबिकापुर तहसील अंबिकापुर में शासकीय भूमि खसरा नंबर 969 रकबा 0.4000 हे0 तथा भूमि खसरा नंबर 900 से लेकर 924 तक तथा ग्राम बिशुनपुर भूमि खसरा नंबर 1/1 रकबा 1.542 हे0 जो राजस्व पत्रो में शासकीय भूमि के रूप में दर्ज है तथा आज तक किसी भी व्यक्ति को आबंटित नहीं किया गया है और वर्तमान में शासकीय भूमि के रूप में अंकित है।
वर्तमान विगत 2 वर्षों में भूमि खसरा नंबर 669 रकबा 0.4000 हे0 तथा भूमि खसरा नंबर 900 से लेकर 924 तक तथा ग्राम बिशुनपुर भूमि खसरा नंबर 1/1 रकबा 1.542 हे0 में कुछ रसूखदार भू-माफिया के द्वारा मोटी रकम लेकर उपरोक्त वर्णित शासकीय भूमि का कब्जा भेजा जा रहा है जिस पर कब्जा लेने वाले व्यक्तियों द्वारा अवैध तरीके से कच्चा एवं पक्का निर्माण कराया गया है एवं मकान बनाकर बहुत सारे लोग निवास भी कर रहे हैं।
उपरोक्त वर्णित शासकीय भूमि शासन की योजनाओं हेतु रखा गया था जिससे कि शासन की योजनाओं के तहत उपरोक्त भूमिका भूमि पर निर्माण कार्य कराया जा सके लेकिन रसूखदार भू-माफिया के द्वारा राजस्व अधिकारियों से मिलीभगत का एवं उन्हें मोटी रकम खिलाकर उपरोक्त शासकीय भूमि का कब्जा खुले रूप से विक्रय किया जा रहा है अगर कोई आम व्यक्ति शासकीय भूमि पर कब्जा करने से मना किया जाता है तो भू-माफियाओं के द्वारा उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जाती है तथा यह कहा जाता है कि उपरोक्त शासकीय भूमि के विक्रय का कमीशन पटवारी , तहसीलदार सभी को जाता है इसलिए कोई भी अधिकारी कुछ नहीं कर सकता।
वर्तमान में ऐसी स्थिति निर्मित हो गई है कि उपरोक्त शासकीय भूमि का एक भी टुकड़ा खाली नहीं है सभी भूमियों को भू-माफियाओं के द्वारा बाहर से आए लोगों को विक्रय कर उन्हें मकान बनाने हेतु छूट दिया जा रहा है। उपरोक्त शासकीय भूमि की जांच हेतु डीके सोनी के द्वारा गत 16 मार्च 2021 को एक शिकायत कमिश्नर के समक्ष विधिवत जांच करने हेतु प्रस्तुत किया गया जिसकी गंभीरता को देखते हुए कार्यालय आयुक्त सरगुजा संभाग अंबिकापुर के उपायुक्त(रा.) सरगुजा संभाग के द्वारा 8 अप्रैल 2021 को कलेक्टर सरगुजा को पत्र भेजकर उपरोक्त शिकायत की जांच करने हेतु आदेशित किया गया है तथा शिकायत आवेदन में उल्लेखित तथ्यों की जांच कराकर जांच प्रतिवेदन 15 दिवस के भीतर कार्यालय को उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया है।
अम्बिकापुर, 14 अप्रैल। राज्य शासन के निर्देशानुसार जिले के शासकीय अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए अम्बिकापुर स्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में मेडिकल ऑक्सीजन कंट्रोल कक्ष स्थापित किया गया है।
कलेक्टर संजीव कुमार झा के द्वारा जिले में मेडिकल ऑक्सीजन कंट्रोल कक्ष के सफल क्रियान्वयन हेतु जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त कड़ते हुए समिति गठित कर दी गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र के महाप्रबंधक, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी तथा सहायक औषधि नियंत्रक को समिति का सदस्य बनाया गया है। समिति मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता एवं निरंतरता सुनिश्चित करेगी तथा आपूर्ति न होने की स्थिति में राज्य स्तरीय समिति से समन्वय करने का कार्य करेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 14 अप्रैल। कोरोना के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा 13 से 23 अप्रेल तक लगाये जाने वाले लाकडाउन फरमान के बाद आज दूसरे दिन भी नगर लखनपुर के सभी वार्डों में व्यवसायिक प्रतिष्ठान दैनिक व साप्ताहिक बाजार बंद रहे। वहीं चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन देवी मंदिरों में भी श्रद्धालू माता भक्तो का आवाजाही बंद रहा।पूजा-अर्चना प्रज्वलित मनोकामना अखंड दीप कलशों की देखरेख फकत पंडित पुजारियों के द्वारा ही सादगी पूर्ण तरीके से किया जा रहा है और आगामी आठ दिनों तक किया जाता रहेगा ।इक्का दुक्का माता भक्तो ने देवी मंदिर पहुंच बाहर से ही श्रद्धा सुमन अर्पित कर मत्था टेका आगे भी सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है।
कोरोना के भयावहता को लेकर शासन प्रशासन द्वारा किये गये लाकडाउन ऐलान के बाद नियम का एहतराम करते हुए और खुद की बेहतरी के लिहाज से लोगों ने अपने घरों में ही रहकर देवी माता का पूजा-अर्चना करना आरंभ कर दिया है। रामगढ़ एवं रामपुर हीन शक्ति पीठ में प्रत्येक वर्ष लगने वाली मेला आयोजन पर प्रशासकीय प्रतिबंध लगने कारण श्रद्धालूओं एवं मेला दुकानदारों में काफी मायूसी छाई हुई है। वहीं नगर में लाकडाऊन नियम का सख्ती से पालन कराने राजस्व, पुलिस, एवं नगर पंचायत की टीम चौक चौराहों में तैनात नजऱ आने लगे हैं। लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने तथा ख़ास जरूरी कार्य से ही बाहर निकलने अपील की जा रही हैं। बाद इसके कोविड 19 नियम के दायरे से बाहर नगर के कुछ एकाध वार्डो में सामाजिक दूरी ,फेसमास्क लगाने जैसे नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।ऐसे कुछ वार्डों में वार्ड वासियों ने उदंड लोगों पर वैधानिक कार्यवाही करने नगर प्रशासन से गुजारिश की है।