छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 16 अप्रैल। सरायपाली विकासखंड के सिंघोड़ा स्वास्थ्य केंद्र में पिछले दो दिनों से वैक्सीन ही नहीं पहुंच पाई है। यहां दोनों ही दिन लोग कोरोना टीका लगाने के लिए पहुंचते रहे। लेकिन उन्हें बिना टीका लगाए ही अपने घर वापस जाना पड़ा।
सिंघोड़ा सेंटर में बुधवार को भी यही हाल रहा और कल गुरूवार को भी। इस दौरान लोगों ने अपनी नाराजगी भी जाहिर करते हुए कहा कि इस लॉकडाउन अवधि में हम घर से निकलकर वैक्सीन लगवाने पहुंचे हैं, लेकिन यहां वैक्सीन की कोई व्यवस्था ही नहीं है।
ज्ञात हो कि महासमुंद जिले में बुधवार सुबह से ही लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। इस लॉकडाउन अवधि में कलेक्टर ने मेडिकल सुविधाओं के साथ वैक्सीनेशन सेंटर को भी खोलने की छूट दी है। वैक्सीन लगवाने के लिए लोग आईडी कार्ड लेकर सेंटर पर जा सकते हैं और जा भी रहे हैं। गुरूवार को जिले के सिर्फ 22 सेंटरों पर ही वैक्सीनेशन किया गया था। वैक्सीनेशन के लिए जिले में सिर्फ 2500 वैक्सीन ही बची थी, जिसके कारण अचानक वैक्सीनेशन की संख्या घट गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने 9 से 14 अप्रैल तक वैक्सीनेशन उत्सव मनाने की अपील करते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाने की बात कही थी। लेकिन दो दिनों से महासमुन्द जिले में वैक्सीनेशन प्रोग्राम बंद होने की स्थिति रही। ज्ञात हो कि बुधवार को जिले में 66 सेंटरों पर ही वैक्सीन लगाया गया। जहां लगभग 4 हजार लोगों को टीका लगाया गया था।
डॉ. एन के मंडपे सीएमएचओ महासमुंद का कहना है कि अभी तो बहुत कम ही वैक्सीन है। हमारी टीम आज सुबह रायपुर गई है। अब पता नहीं वहां से कितना मिलेगा। जितना भी मिलेगा, तत्काल वैक्सिनेशन शुरू कर देंगे। ज्यादा से ज्यादा सेंटर में टीका पहुंचाकर वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 16 अप्रैल। श्री सीमेंट कंपनी के रेलवे साईडिंग में कार्य के दौरान हाईटेंशन की चपेट में आने से 2 मजदूर झुलस गए, जिसमें एक मजदूर गंभीर रूप से झुलस गया, जिसे गंभीर स्थिति में पहले तिल्दा ले जाया गया, उसके बाद बिलासपुर भेज दिया गया है। बताया जाता है कि 14 अप्रैल को श्री सीमेंट कंपनी का हथबंद के ग्राम रिंगनी में रेलवे साईडिंग का काम चल रहा था. जहां का काम महको कान्ट्रेक्टर द्वारा कराया जा रहा था। बाउंड्रीवाल में ढलाई के दौरान ही मजदूर उपर से जा रहे हाईटेंशन की चपेट में आ गया, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। घायल मजदूर को तत्काल तिल्दा इलाज के लिए ले जाया गया, जहां से बिलासपुर रेफर किया गया है। झुलसे मजदूर का नाम पोषण साहू पिता श्याम रतन ग्राम सरफोंगा है और एक मजदूर मामूली झुलसा है, वह बाहरी प्रदेश का है।वहीं इस संबंध में सिमगा थाना प्रभारी नरेश चौहान से घटना के संबंध मे पूछा गया तो उन्होंने जानकारी होने से इंकार किया, वहीं घटना को लेकर शिवसेना के जिलाध्यक्ष संतोष यदु ने रोष जाहिर किया है और कंपनी और कान्ट्रेक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ जिले में लॉकडाउन है, धारा 144 लगा है, उसके बावजूद कंपनी नियमों को ताक में रखकर मजदूरों से काम करवा रही है, इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय महामंत्री सतीश ब्यौहरे ने कहा कि शासकीय सेवक के दायित्वों के निर्वहन में कोरोना संक्रमण के फलस्वरूप दिवंगत शासकीय सेवक के परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति देने प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी ने मुख्यमंत्री के नाम पाती लिखा है।
उन्होंने बताया कि सामान्य प्रशासन विभाग के आदेश के अनुसार सीधी भर्ती के तृतीय श्रेणी पद पर संवर्ग में स्वीकृत कुल पदों के अधिकतम 10 प्रतिशत पदों पर अनुकंपा नियुक्ति देने का प्रावधान है। उक्त 10 प्रतिशत सीमा बंधन (सीलिंग) को पूर्व में आदेश जारी होने के तिथि से 1 वर्ष के लिए शिथिल किया गया था। नियम (8) के कंडिका (4) के अनुसार अनुकंपा नियुक्ति के मामले में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर पदों की संख्या का कोई सीमा बंधन नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक (विज्ञान) का नवीन 8929 पद स्वीकृत है, जो कि 100 प्रतिशत सीधी भर्ती का पद है। पदों का 10 प्रतिशत अर्थात् 893 पद अनुकंपा नियुक्ति के लिए रिक्त है। जबकि सरकार अनुकंपा नियुक्ति कोटे के अंतर्गत 10 प्रतिशत पद को रिक्त नहीं होने का कारण बताकर तृतीय श्रेणी के पदों अनुकंपा नियुक्ति पर रोक लगाए हुए हैं, जिसे मौजूदा हालात में लोकहित में हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि फेडरेशन ने मुख्यमंत्री के नाम पाती में लिखा है कि अनेक शासकीय सेवक अपने दायित्वों का निर्वहन के दौरान कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर दिवंगत हुए हैं। फलस्वरूप उनके परिवार के सदस्यों के समक्ष आजीविका की विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। कई परिवार बिखरने की स्थिति में है। कुछ मामलों में पति-पत्नी दोनों के दिवंगत होने से बच्चे अनाथ हो गए हैं। बेहद दु:खद है कि दिवंगत शासकीय सेवक के परिवार को दोहरे विपत्ति की मार का सामना कर रहा है।
फेडरेशन ने मुख्यमंत्री के नाम पाती में लिखा है कि कोरोना महामारी के भीषण प्रकोप के दृष्टिगत दिवंगत शासकीय सेवक के परिवार के एक सदस्य को शैक्षणिक योग्यतानुसार समय सीमा में अनुकंपा नियुक्ति दिया जाना उचित होगा, जो कि राज्य शासन का पुनीत कर्तव्य और सर्वोत्तम दायित्व है। वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत तृतीय श्रेणी के पदों पर अनुकंपा नियुक्ति के 10 प्रतिशत सीलिंग की बाध्यता को समाप्त करने का आदेश देने तथा पात्रता अनुसार अनुकंपा नियुक्ति आदेश तत्काल जारी करने का कड़ा निर्देश समस्त विभागों को देने का आग्रह किया है।
महासमुंद, 16 अप्रैल। थाना प्रभारी महासमुंद एवं सायबर सेल की टीम ने शराब की अवैध बिक्री करते दुर्गा मंच इमलीभांठा के पास निवासी मोहम्मद अली का ेगिरफ्तार किया है। मुखबीर की सूचना पर सायबर सेल की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार किया। तलाशी लेने पर उनके पास 85 पौवा देशी प्लेन एवं गोवा अंग्रेजी शराब मिला। महासमुंद कोतवाली में अपराध धारा 34-2 आबकारी एक्ट का अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
महासमुंद में 300 आरटीपीसीआर सैंपल का टारगेट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 16 अप्रैल। मेडिकल बुलेटिन की मानें तो जिले में सर्वाधिक टेस्ट रैपिड एंटीजन से ही की जा रही है। पिछले 4 दिनों का आंकड़ा देखें तो रोजाना 7 सौ से अधिक टेस्ट रैपिड एंटीजन से ही की जा रही है, वहीं दूसरे नंबर पर ट्रू नॉट टेस्ट हो रहा है, इसकी संख्या में 100 से ज्यादा की नहीं है। ऐसे में आरटीपीसीआर का सैंपल देने वाले मरीजों को लंबे समय तक अपने रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे उनके स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ रहा है।
जांच अधिकारी डॉ. अनिरूद्ध कसार कहते हैं कि कि ट हमारे पास पर्याप्त है। जिले में 300 आरटीपीसीआर सैंपल का टारगेट है। कोरोना के दूसरे लहर में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि हम रोजाना 300 आरटीपीसीआर सैंपल कलेक्ट करने के अपने टारगेट को पूरा कर रहे हैं। लेकिन राजधानी से चंद टेस्ट रिपोर्ट ही मिल रहे हैं।
ज्ञात हो कि जिले के सभी आरटीपीसीआर सैंपल राजधानी टेस्ट के लिए भेजे जाते हैं। वर्तमान समय में पूरे प्रदेश में बढ़े कोरोना मामलों के कारण जिले के सैंपल की बड़ी संख्या में पेंडेंसी है। चार दिनों में आरटीपीसीआर के कुल 389 टेस्ट के बारे में ही मेडिकल बुलेटिन में बताया गया है। रोजाना लगभग 300 सैंपल लिए जा रहे हैं, जिसके आधार पर चार दिनों में कुल 1200 सैंपल राजधानी भेजे गए हैं। इसका मतलब है कि 900 से अधिक टेस्ट रायपुर में ही पेंडिंग पड़े् हुए हैं। ये रिपोर्ट कब तक आएगा इसकी संभावना अभी तक नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 16 अप्रैल। आज सुबह 8 बजे एक फोन आया। सुनाई दी कि वाट््सएप देख लें बहन, मुझे उनके अंतिम क्रियाकर्म का परमिशन चाहिए। ये अवनीश वाणी थे। वेडनर स्कूल के अंग्रेजी शिक्षक। इनके एक भाई आशीष ने परसों ही दम तोड़ा था और आज सुबह आरएलसी अस्पताल में इनके एक और छोटे भाई मनीष ने दम तोड़ दिया। इनका पूरा परिवार कोरोना संक्रमण से गुजर रहा है। ओपन हार्ट सर्जरी के बल पर जिंदा अवनीश वाणी ही घर के संक्रमित सदस्यों के लिए रोटियां बनाते हैं। एक और बुरी खबर कि कल ही रेखराज शर्मा के छोटे भाई शेखर ने कोरोना के चलते अंतिम सांसें ली। कल ही 16 साल, 13 साल के दो मासूमों की मां सूर्या नर्सिंग स्कूल की प्राचार्य एस कुमार ने भी कोरोना से हार मान ली थी।
इस अप्रैल महीने के शुरुआती 15 दिनों में कुल 34 मौतों से जिले में हडक़ंप मचा हुआ है। क्योंकि इतनी मौतें तो कोरोना की पहली लहर के दौरान शुरुआती चार महीने में नहीं हुई थी। इस वक्त महासमुंद जिला मुख्यालय में एक-एक घरों से दो-दो लाशें निकल रही हैं। परिवार वाले अपनों की जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं। डॉक्टर हैं कि दिन-रात लोगों की जान बचाने में लगे हुए हैं, खुद को जोखिम में डालकर। लेकिन जिले में कोरोना संक्रमण बजाय रुकने के और तेजी से फैल रहा है। मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ते जा रहा है। गुरूवार को एक ही दिन में चार मरीजों की मौत हुई है।
ज्ञात हो कि कोरोना की पहली लहर के दौरान मई से लेकर अगस्त 2020 तक जिले में केवल 12 मरीज की मौत हुई थी। महासमुंद जिले में कोरोना से मौत का आंकड़ा आज 200 पहुंच गया है। डॉक्टर कह रहे हैं कि कोरोना का कोई भी लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार,कमजोरी, सिरदर्द होने पर जांच जरूर कराएं। क्योंकि कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में ही पहचान होना इसके बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। इस वक्त महासमुंद जिले में रोजाना 360 की औसत से मरीज मिल रहे हैं। रिकवरी रेट, स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए मरीजों की संख्या भी लगातार गिरते जा रहा है।
इसी साल के मार्च और अप्रैल महीने की तुलना करें तो रिकवरी रेट में 24 फीसदी की गिरावट आई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार मार्च 2021 की स्थिति में जिले में कुल मरीजों की संख्या 10274 थी और इनमें से 9462 ठीक हो चुके थे। ऐसे में जिले का रिकवरी रेट 92 फीसदी था। लेकिन अप्रैल महीने में लगातार केस बढऩे लगे। कल 15 अप्रैल की स्थिति में जिले में कुल मरीजों की संख्या 15826 पहुंच चुकी है, जबकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 10805 है।ॉ
339 पॉजिटिव मिले
गुरूवार को जिले में 339 मरीजों की पहचान हुई है। वहीं 185 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार महासमुंद ब्लॉक में 151, बागबाहरा में 75, पिथौरा में 18, बसना में 38 और सरायपाली में 57 मरीजों की पहचान हुई है। जिले में अब तक कुल 15826 कोरोना पॉजिटिव की पहचान हो चुकी है। इनमें से कुल 10826 स्वस्थ हुए हैं। जिले में 4828 एक्टिव केस गुरूवार की स्थिति में हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 अप्रैल। कलेक्टर भीम सिंह के विशेष मार्गदर्शन में नगर निगम आयुक्त द्वारा के आई टी कॉलेज को एक बार फिर कोरोना हॉस्पिटल बनाया जा रहा है, जहां संक्रमित मरीजों का इलाज स्वच्छ और सर्वसुविधा वातावरण में किया जाएगा, पहले भी इस सेंटर से हजारों संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर सुरक्षित लौटे हंै।
जिले में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन भी अब पूरी तरह से अलर्ट हो चुका है। पिछली बार की भांति इस बार भी मरीजों की संख्या को देखते हुए केआईटी कॉलेज को फिर से एक बार कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया जा रहा है, जहां बाहर से आए हुए पॉजिटिव लोगों का इलाज किया जाएगा। प्रथम चरण में वहां 300 बेड की व्यवस्था की जाएगी।
जिसके मद्देनजर गुरूवार को कलेक्टर भीम सिंह के निर्देश पर निगमायुक्त अपने दल बल के साथ केआईटी कॉलेज पहुँचकर साफ सफाई, पानी, इलेक्ट्रिसिटी आदि सुविधाओं का जायजा लिया और निगम के अधिकारी कर्मचारी समेत पचासों कामगार को व्यवस्था बनाने काम पर लगाया।
महासमुंद के दो पंचायतों की सराहना निरीक्षण करने आई केन्द्रीय टीम ने भी की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 16 अप्रैल। किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना यदि सामुदायिक रूप से किया जाए तो उसके परिणाम हमेशा सकारात्मक रहते हैं। महासमुंद जिले के दो ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों ने इसे साबित कर दिया। यहां के लोगों ने एक दूसरे का साझीदार बनकर कोरोना की गति रोक दी है।
महासमुंद जिले के सरायपाली विकासखंड के दो गांव कुटेला और तोरेसिंहा में ग्रामीणों के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर वहां कंटेनमेंट जोन बनाया गया। इसके बाद इन गांवों की पंचायतों ने स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन के कर्मचारियों की मदद से संक्रमितों को चिकित्सा सुविधा सहित राशन सामग्री, दूध, सब्जी आदि पहुंचाई। ग्रामीणों की मदद से कंटेनमेंट जोन में सुविधाएं उपलब्ध कराने और संक्रमण रोकने के इन प्रयासों की 12 अप्रैल को निरीक्षण करने आई केन्द्रीय टीम ने भी सराहना की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग शिक्षकों द्वारा तत्काल की गई। जिसके कारण संक्रमण फैलने की संभावना कम हुई। दोनों ग्राम पंचायत में स्वेच्छा से लॉकडाउन किया गया और बेरीकेड लगाकर पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज कराया गया। ग्राम पंचायत द्वारा संक्रमित क्षेत्र में वन वे मार्ग बनाया गया। जिसे केवल आवश्यक सामग्री पहुंचाने के लिए उपयोग किया गया। संक्रमित व्यक्तियों की 24 घंटे देखभाल और निगरानी के लिए शिक्षक, पुलिस बल, सरपंच, सचिव, कोटवार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की ड्यूटी लगाई गई।
इसके अलावा संक्रमित के मकान में अनुविभागीय अधिकारी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, तहसीलदार, थाना प्रभारी, सरपंच, सचिव का मोबाइल नंबर चस्पा किया गया। ताकि किसी भी प्रकार की समस्या से तत्काल अवगत कराया जा सके। कंट्रोल रूम सरायपाली द्वारा संक्रमित व्यक्तियों के मोबाइल में संपर्क कर आवश्यक जानकारी भी ली जा रही है। इन सब प्रयासों से यहां संक्रमण रूका है। )
रायगढ़, 16 अप्रैल। कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए रायगढ़ में लॉकडाउन किया गया है। घर पर रहने और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए प्रोटोकॉल का पालन करने नागरिकों से अपील की गई है। लॉकडाउन से दिहाड़ी मजदूरों एवं बेसहाराजनों को परेशानी होती है। इसको देखते हुए रामदास द्रौपदी फाउंडेशन द्वारा स्थानीय दिहाड़ी मजदूरों और असहाय जनों की सेवा के लिए पका भोजन अथवा राशन पैकेट वितरण की सेवा प्रारंभ की गई है।
छत्तीसगढ़ चेम्बर आफ कामर्स के उपाध्यक्ष एवं रामदास द्रौपदी फाउंडेशन के संचालक सुशील रामदास ने कहा कि लॉकडाउन में लोगों को मदद पहुंचाना हमारा कर्तव्य है। जिस भी माध्यम से लोगों को भोजन मिले, इसका प्रयास किया जाएगा।
जरूरतमंद लोग पका भोजन या राशन पैकेट पाने के लिए संस्था के कार्यकर्ता शिवम से 9303774887 पर तथा बंटी से 8817644183 पर सम्पर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन कोरोना के नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, हमें उसकी सफलता के लिए हम सबको अधिकाधिक सहयोग करना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़ , 16 अप्रैल। प्रशासन द्वारा कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने लगाए गए लॉकडाउन में सडक़ों पर पुलिस का पहरा है, जिससे शहर में सन्नाटा पसरा है।
एसडीएम चौबे ने कहा कि कोरोना वायरस का नया स्वरूप काफी खतरनाक है और मरीजों को संभलने का मौका भी नहीं मिल रहा है, जिससे मौतों की संख्या पहले की तुलना में ज्यादा बढ़ गई है। रायगढ़ जिला में सारंगढ़ तहसील ही एक ऐसा तहसील है, जहां मौतों की आंकड़ा और मरीजों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है ।
विदित हो कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी संजय सिंह , तहसीलदार एसके अग्रवाल , थानेदार गौरी शंकर दुबे प्रात: 6 बजे से शहर के गलियों में , चौक चौराहे पर एक साथ छह वाहनों में सवार होकर गत दिनों आम जनता से अपील किए थे कि कोरोना संक्रमण की चैन तोडऩे लॉकडाउन का पालन करना आवश्यक है। अच्छा हो कि बेवजह घर से बाहर ना निकले। एक जगह एकत्र ना हो, मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंस का पालन करें और सैनिटाइजर का उपयोग करें । वहीं शहर घूमने निकले कुछ युवकों को उनके द्वारा घर वापस भेजा गया। वहीं बिना काम के घर से बाहर निकलने वाले वाहन चालक और लोगों को रोक-रोक कर बाहर निकलने का कारण पूछ कर उन्हें वापस भेज रहे हैं।
नगर पालिका , राजस्व विभाग और पुलिस विभाग की टीम शहर की गलियों , सडक़ों , वार्डो का भ्रमण कर आम जनता को लॉक डाउन का पालन करने की अपील कर रहे हैं। सारंगढ़ शहर की गलियां चौक और चौराहे पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
रायगढ़, 16 अप्रैल। कोरोना ने सभी परम्परा को तोड़ दिया है। क्योंकि किसी भी स्थिति में मन्दिर द्वार कभी बंद नहीं होते थे। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जारी दिशा निर्देश में सार्वजनिक स्थलों एवँ मंदिरों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। कोरोना की आपदा के बावजूद मंदिर परिसर में आस्था के ज्योति कलश अब भी प्रज्वलित हैं।
धरमजयगढ़ अंबेटिकरा मन्दिर के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया है। माण्ड नदी के तट पर स्थित माता का दरबार कई दशकों पुराना है। बहुत दूर दूर से श्रद्धालुगण माता का दर्शन करने आते हैं। वहीं प्रतिवर्ष दोनों नवरात्र में सैकड़ों ज्योति कलश प्रज्वलित होते हैं। चैत्र नवरात्रि में तो यहाँ भव्य मेला लगता है। लेकिन इस वर्ष कोरोना के कारण सभी को स्थगित कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि नवरात्रि के अवसर पर ज्योति कलश प्रज्वलित तो हो रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के पट बंद कर दिए गए हैं। अंबेटिकरा मंदिर समिति माता के भक्तों से अपील कर रही है कि शासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने घरों में रहें।
सारंगढ़, 16 अप्रैल । स्थानीय नगर के गोपाल जी मंदिर छोटे- मठ में ज्योति कलश प्रज्जवलित किए गए हैं।
सारंगढ़ तहसीलदार एसके अग्रवाल ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के साथ प्रशासन ने मंदिरों में आम लोगों की प्रवेश वर्जित कर दिया है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते प्रशासन ने मंदिरों में भीड़ एकत्रित न करने की चेतावनी दी है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष भी नवरात्र पर देवी मंदिरों में मनोकामना ज्योति प्रज्वलित हो रही है। शहर के काली मंदिर, समलेश्वरी मंदिर, दुर्गा मंदिर और भैरव मंदिर में ज्योति कलश जगमग हो रही है। श्रद्धालु भक्त अपने घरों में भी घट स्थापना कर ज्योति कलश जला रहे हैं। लगातार दूसरी बार चैत्र नवरात्र में देवी मंदिरों में केवल ज्योति कलश प्रज्वलित हो रही है। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को रोक लगा दी गई है। मंदिरों में महंत , पुजारी और सेवादार इस लॉकडाउन में भी 9 दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना आरंभ कर दिए हैं । इस बार नवरात्र पूरे 9 दिनों की है, 21 तारीख को रामनवमी मनाई जाएगी, किसी भी तिथि का लोप नहीं है ।
छोटे मठ गोपाल जी मंदिर के महंत बंशी मिश्रा ने बताया कि नवरात्रि शक्ति की आराधना का पर्व है। नवरात्रि और सृष्टि की शक्ति कोई और नहीं स्वयं प्रकृति ही है। इस प्रकार प्रकृति की आराधना का महापर्व नवरात्रि ही है।
बहानेबाजों पर सख्ती व स्वास्थ्य-जरूरी सेवाओं पर बाहर निकले व्यक्तियों की मदद के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 अप्रैल। लॉकडाउन के दूसरे दिन एसपी संतोष सिंह खरसिया शहर, भूपदेवपुर एवं किरोड़ीमलनगर क्षेत्र में लगाई गई पुलिस व्यवस्था को देखे और ड्यूटी में तैनात जवानों को प्रोत्साहित कर गंभीरतापूर्वक ड्यूटी करने निर्देशित किया हैं।
पुलिस अधीक्षक गुरूवार की सुबह रायगढ़ और जांजगीर जिला के बार्डर पर बने पलगड़ा चेकपोस्ट पहुंचे, उनके साथ एसडीओपी खरसिया पितांबर पटेल, चौकी प्रभारी खरसिया थे। चेकपोस्ट में राजस्व विभाग और खरसिया पुलिस स्टाफ मौजूद थे। पुलिस अधीक्षक द्वारा बेरियर में लगे स्टाफ को इंटर डिस्ट्रक चेकपोस्ट की ड्यूटी महत्वपूर्ण है, मास्क लगाकर डिस्टेंस बनाकर आने-जाने वालों को परिचय प्राप्त कर गंभीरतापूर्वक ड्यूटी करने निर्देशित किया, जिसके बाद पूरे खरसिया शहर में लगे पुलिस चेक पांइट जाकर जवानों को प्रोत्साहित किया गया।
खरसिया के बाद पुलिस अधीक्षक भूपदेवपुर थाना क्षेत्र की व्यवस्था देखने पहुंचे। जहां उनके द्वारा भूपदेवपुर पुलिस द्वारा बनाए गए चेक पाइंट को जाकर चेक किया गया। उनके द्वारा थाना प्रभारी भूपदेवपुर को थानाक्षेत्र के प्लांटों में नियमित रूप से बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग की जांच करने के निर्देश दिये। भूपदेवपुर के बाद नगर पंचायत किरोड़ीमलनगर की व्यवस्था देखे, जहां ड्यूटी में तैनात अधिकारियों को बहाना बनाकर बाहर निकलने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिया गया। पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रभारियों को उनके क्षेत्र में जरूरतमंदों की भोजन आदि में पूरी मदद का निर्देश दिए और उन्हें जरूरतमंदों की मदद के लिए बनाए गए पुलिस हेल्प डेस्क में सहयोग करने वालों से आवश्यक सामाग्रियां प्राप्त कर उन्हें जरूरतमंदों में वितरण के निर्देश दिया है।
रायगढ़, 16 अप्रैल। बिलासपुर एयरपोर्ट में नौकरी लगाए जाने के नाम पर हजारों की ठगी करने के मामले में पीडि़त की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर प्रकरण को विवेचना में ले लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार थाना तमनार में रिपोर्टकर्ता आरती चौहान मडवाडूमर थाना तमनार द्वारा अज्ञात व्यक्ति द्वारा बिलासपुर एयरपोर्ट में चेकर पोस्ट में सेलेक्ट होना बता कर 72,100 रूपये की ठगी किये जाने के संबंध में आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराया गया है। रिपोर्टकर्ता ने बताया कि 3 मार्च को अज्ञात व्यक्ति मोबाईल पर काल कर बोला कि इसे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से बिलासपुर एयरपोर्ट में चेकर पोस्ट के लिये सलेक्ट कर लिया गया हैं जिसके लिये रजिस्ट्रेशन फीस देना होगा। अज्ञात व्यक्ति का एकाउंट नंबर में रजिस्ट्रेशन फी 2,600 रू जमा करने को कहने पर जमा की, उसके बाद दो अलग-अलग मोबाईल नम्बर से काल आया और कहा गया कि आपका रजिस्ट्रेशन हो गया है। ड्रेसेस आदि के लिये 15 हजार रू देने होंगे। तब 8000 रूपये रिर्पोटकर्ता उनके खाता में जमा की।
अगले दिन आपका सामान तैयार है, अधिकारियों का सील, साईन बाकी हैं जिसके लिये लेट फीस सहित 26500 रू पेड करना होगा बोले उनकी बातों में आकर एकाउंट में रूपये जमा कराई , पुन: कॉल कर सैलेरी चार्ज, पास बुक के लिये 20 हजार की मांग किया तो 20 हजार रूपये जमा की। अज्ञात व्यक्तियों द्वारा ज्वाइनिंग लेटर आप के घर पहुंच जाएगा बोले और इसके मोबाईल पर एक ज्वाईनिंग लेटर व्हासअप किया। इस तरह रिपोर्टकर्ता से नौकरी दिलाने के नाम पर कुल 72100 रूपयों की ठगी कर लिए।
अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना तमनार में धारा 420 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
रिटायर्ड एएसआई से हुई थी ऑनलाइन ठगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 अप्रैल। एसपी संतोष सिंह की पहल पर ठगी के शिकार हुए रिटायर्ड एएसआई के बैंक खाता में 4.69 लाख रूपये पेमेंट गेट वे पेटीएम द्वारा वापस कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल माह सितम्बर 2020 को रिटायर्ड एएसआई फकीर चंद सिदार को अज्ञात कॉलर द्वारा पेंशन के संबंध में जानकारी देने का झांसा देकर उनसे एटीएम कार्ड का नम्बर पूछकर 2 एवं 3 सितंबर 20 को 6 लाख 44 हजार रूपये तथा उनकी पत्नी के खाते से 3,78,000 का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन किया गया था। पत्नी का बैंक खाता ज्वाइंट एकाउंट था। इस प्रकार एएसआई फकीरचंद सिदार से कुल 10,22,000 की ऑनलाइन ठगी हुई थी। घटना के संबंध में थाना पुसौर में अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध धारा 420 भादंवि के तहत रिपोर्ट दर्ज किया गया था।
पुसौर पुलिस एवं सायबर सेल संदिग्धों के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड सीडीआर, एनालिसिस कर झारखंड से संदेही खिरोधर महतो उर्फ मिथुन 22 वर्ष, श्रवण कर्मकार 28 वर्ष एवं अपचारी बालक सभी निवासी ग्राम ठाकुरचक झारखंड को पूछताछ कर रायगढ़ लाया गया। आरोपियों द्वारा अपराध कबूल कर इनके गिरोह का मुखिया आरोपी लक्ष्मण मंडल को बताया, जो गिरफ्तारी के भय से लगातार लुकछिप रहा है। पुसौर पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों का चालान न्यायालय प्रस्तुत किया जा चुका है।
सायबर सेल को अज्ञात आरोपियों द्वारा ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में जितने पेमेंट गेट-वे का उपयोग कर रूपए प्राप्त किए हैं, उन्हें होल्ड कराने तथा फाल्स ट्रांजेक्शन होने का लेटर सभी गेट-वे को लिखकर रूपए वापस करने की प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया गया। सायबर सेल द्वारा पुलिस अधीक्षक की ओर से बैंक व पेमेंट गेट-वे को लेटर ई-मेल किया गया। पेमेंट गेट-वे पेटीएम द्वारा एफआईआर व पुलिस जांच के आवश्यक दस्तावेजों की मांग की गई, जिसे सायबर सेल द्वारा उपलब्ध कराया गया, अपनी पूरी जांच के बाद गेट-वे द्वारा भी ट्रांजेक्शन को फाल्स पाए और फरवरी 2021 को पीडि़त एएसआई के खाते में उस गेट-वे से ट्रांजेक्शन हुए 4,69,000 रूपये वापस कर दिया गया है। अन्य गेट-वे अपनी जांच प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं।
रिटायर्ड एएसआई फकीरचंद सिदार ने बताया कि उनके खाते में रूपये आने का मैसेज नहीं आया था तो जानकारी नहीं हुई। अप्रैल में जानकारी होने पर सायबर सेल जाकर पता किया तो बताए। फकीरचंद सिदार ने यह भी बताया कि पुलिस अधीक्षक द्वारा उन्हें बैंक लोकपाल में शिकायत करने की सलाह दिए थे, जिस पर वे वकील के माध्यम से बैंक लोकपाल, रायपुर व उपभोक्ता फोरम रायगढ़ में शिकायत किये हैं, जहां जांच प्रक्रियाधीन है।
पूंजीपथरा क्षेत्र की घटना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 अप्रैल। पूंजीपथरा थाना क्षेत्र स्थित विमल फैक्ट्री में हाइड्रा को पीछे करते समय वाहन ईंट के दीवार से टकरा गई, जिससे चारदीवारी के अंदर थकावट मिटाने के लिए आराम कर रहे एक मजदूर के ऊपर दीवार गिरने से मौत हो गई तो वहीं एक अन्य मजदूर को भी चोंटें आई है।
मिली जानकारी अनुसार ग्राम गोधना थाना नवागढ़ जिला जांजगीर चांपा निवासी ठंडा राम साहू विगत 4 माह से परिवार सहित सराईपाली में रहकर विमल फैक्ट्री में रोजी मजदूरी का काम करता था, जो 14 अप्रैल की रात्रि 8 से सुबह 8 बजे वाली शिफ्ट में ड्यूटी करने आया था।
तभी रात्रि करीब 11 बजे काम खत्म करने के बाद आराम करने के लिए दो-तीन मजदूर लेटे हुए थे, उसी समय लापरवाही पूर्वक हाइड्रा को बैक करते हुए चालक ने दीवार में ठोकर मार दी। दीवार गिरने से ईंट का टुकड़ा ठंडा राम साहू के सिर पर गिर गया जिससे गंभीर चोटें आई और खून बहने लगा।
घटना के तुरंत बाद परिवार को सूचना दी गई जहां मजदूर की बेटी गौरी साहू व उसकी पत्नी मौके पर पहुंचे, जिसके बाद जिला अस्पताल लाया गया, जहां रात्रि साढ़े 12 बजे उसने दम तोड़ दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 16 अप्रैल। कल दोपहर कटगी के पास ट्रक ने बाइक सवार को टक्कर मार दी, जिससे एक महिला की मौत हो गई। ट्रक चालक अपनी गाड़ी को हसुवा में छोडक़र फरार हो गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
जिले में लगातार सडक़ दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। लॉकडाउन के अवसर पर दुर्घटनाओं में कमी जरूर दिखाई देती है, लेकिन फिर एक बार बलौदाबाजार जिले के सडक़ दुर्घटना में एक महिला की मौत हो गई है। यह सडक़ दुर्घटना कटगी के पास अमोदी बस स्टैंड पर गुरुवार दोपहर को हुई। जहां बाइक में सवार महिला को कैप्सूल (ट्रक) ने ठोकर मार दी, जिससे महिला की मौके पर मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक ट्रक चालक अपनी गाड़ी को हसुवा में छोडक़र फरार हो गया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। मृतक महिला कसडोल थाना के ग्राम असनिंद की बताई जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर,16 अप्रैल। कोतवाली पुलिस ने आज जगदलपुर स्थित एसबीआई चौक के पास उत्तरप्रदेश के 2 युवकों को गांजा रखकर परिवहन करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 21 किलोग्राम गांजा व एक मोटर सायकल भी बरामद की है।
कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में फिक्स पाइंट में अधिकारी एवं जवानों को तैनात कर चेकिंग किया जा रहा है। आज जगदलपुर स्थित एसबीआई चौक पर फिक्स पाइंट में लगे अधि/कर्म. के द्वारा वाहनों एवं राहगीरों की चेकिंग की जा रही थी। चेकिंग के दौरान एक मोटर सायकल में 2 संदिग्ध व्यक्ति गुजर रहे थे। जिन्हें जवानों के द्वारा रोकने का प्रयास किया गया जो चेकिंग पाइंट पर ना रोककर भागने का प्रयास कर रहे थे, जिन्हें ड्यूटी पर तैनात पुलिस के द्वारा दौड़ाकर पकड़ा गया जिससे पूछताछ करने पर अपना नाम गोपाल सिंह और शिवप्रसाद सिंह दोनों निवासी सोनभद्र उत्तरप्रदेश का होना बताये। जिनके पास रखे बैग की तलाशी लेने पर 21 किलोग्राम का गांजा जिसकी अनुमानित कीमत - 1,05,000/- रूपये आंकी गई है। जिनसे पूछताछ पर उक्त व्यक्तियों द्वारा मोटर सायकल से गांजा की तस्करी करना स्वीकार किये।
आरोपियों से एक मोटर सायकल बिना नम्बर का एवं 21 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया है। मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा - 20 (बी) एनडीपीएस अपराध दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कार्रवाई में प्रधान आरक्षक अभिलाषधर दीवान, आरक्षक जगबगंधु निषाद, जितेन्द्र गोर, राकेश सिंह, लक्ष्मण मौर्य, सहायक आर. झुमुक सोनवानी, सुमन कश्यप, महिला सैनिक छबेश्वरी बघेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 16 अप्रैल। आज बागबाहरा के सामुदायिक केंद्र में एक महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया। हालांकि इसमें से दो बच्चों की जन्म लेते ही मौत हो गई। दो बच्चे अभी स्वस्थ हैंं, जिन्हें महासमुंद जिला अस्पताल भेजा गया।
बागबाहरा बीएमओ डॉ. आर. कुरूवंशी ने बताया कि ग्राम चाराभांठा की चंद्रिका पति हरि बीती रात को यहां भर्ती हुई। जिन्होंने चार बच्चों को जन्म दिया, जिसमें से दो बच्चे जन्म लेने के समय ही मृत हो गए। सभी बच्चों का वजन 500 से 1 किलो ग्राम तक का था। चार बच्चों में तीन लडक़ी और एक लडक़े हैं। महिला की यह तीसरी प्रग्नेंसी थी।
श्री कुरूवंशी ने बताया कि बागबाहरा में इस तरह का यह पहला मामला है, जिसमें एक महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों का वजन बहुत कम था। इसी कारण दो बच्चों को बचाया नहीं जा सका। जन्म लेने के साथ ही मृत हो गए। हालांकि दो बच्चों को डॉक्टरों ने बचा लिया है। जच्चा-बच्चा दोनों को जिला अस्पताल महासमुंद में भर्ती कर लिया गया है, 2 बच्चे व महिला स्वस्थ हैं और डॉक्टर की टीम निगरानी कर रही है।
एमपी भागने की फिराक में था आरोपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। बोरतलाव क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ छेड़छाड़ किए जाने वाले आरोपी को पुलिस ने चंद घंटों में ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी घटना के बाद अपने मूल गांव मध्यप्रदेश के रीवा भागने की तैयारी में था। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार ललित प्रजापति (25 वर्ष) अस्थाई निवास ग्राम पनियाजोब व मूल निवास ग्राम देवास जिला रीवा मध्यप्रदेश 15 अप्रैल को दोपहर करीब 12 बजे एक नाबालिग बालिका को पनियाजोब के जंगल में ले जाकर बुरी नियत से छेड़छाड़ की घटना कारित कर रहा था। उक्त बालिका की चिल्लाने की आवाज सुनकर वन विभाग के एक अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर नाबालिग बालिका को बचाकर सुरक्षित बच्ची के माता-पिता के पास छोड़ा गया। इसके बाद पीडि़ता ने अपने माता-पिता और वन विभाग के अधिकारी के साथ बोरतलाव थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मामले को गंभीरता से लेते थाना प्रभारी अब्दुल समीर द्वारा एक टीम का गठन करते त्वरित कार्रवाई करते देर रात्रि में ही आरोपी की पतासाजी के लिए रवाना हुई। आरोपी ललित प्रजापति पुलिस से बचने फरार होने की फिराक में था, जिसे पुलिस टीम द्वारा पनियाजोब के जंगल में दबिश देकर घेराबंदी कर चंद घंटों में पकडक़र हिरासत में लेकर कार्रवाई करते 16 अप्रैल को गिरफ्तारी उपरांत न्यायिक अभिरक्षा में माननीय न्यायालय डोंगरगढ़ भेजा गया।
प्रशासन के भरोसे नहीं अब लोग खुद कर रहे इंतजाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण ने राजनांदगांव जिले में कोहराम मचा दिया है। लगातार जिले में कोरोना मरीजों के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी होने के साथ ही अस्पतालों में मरीजों को जगह नहीं मिल पा रही है। ऐसे में प्रशासन ने संक्रमितों को होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते दवाईयों का सेवन करने आह्वान कर रही है। वहीं गंभीर मरीजों को अस्पताल में दाखिल कराया जा रहा है। इधर गंभीर मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत की खबरें भी सामने आ रही हैं। ऐसे में मरीज के परिजन स्वयं ही मरीज के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था में जुट गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार अप्रैल माह में अब तक जिलेभर से करीब 14 हजार 180 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के 9 हजार 408 लोग एवं शहरी क्षेत्र से 4 हजार 772 मरीज शामिल हैं। वहीं 15 अप्रैल तक करीब 100 लोगों ने अपनी जान कोरोना से गंवाई है। अब तक जिलेभर से 36 हजार 872 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें 25 हजार 182 लोग रिकवर हो गए हैं। वहीं अब तक कुल 314 लोग कोराना बीमारी से अपनी जान गंवा चुके हैं। इधर जिलेभर में कुल 11 हजार 376 एक्टिव मरीज अपना इलाज करा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार अप्रैल माह के शुरूआती 4 दिनों में रोजाना 500 तक मरीज सामने आ रहे थे। वहीं मौतों के आंकड़े भी कम थे। इधर 5 अप्रैल के बाद रोज संक्रमितों के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी होने के साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी वृद्धि हो गई है। बीते 10 से 15 अप्रैल के बीच कोरोना संक्रमितों की जान जाने के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी होते दर्जनभर पहुंच गई है। इधर लगातार कोरोना के लक्षण और जागरूकता के चलते लोग जांच केंद्र पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर आडिटोरियम और गांधी सभागृह में पहुंच रहे हैं। लंबी कतार में खड़े होकर लोग अपनी बारी का इंतजार करते भी देखे जा रहे हैं। लगातार शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रभाव में लोग आ रहे हैं। इससे जिलेभर में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।
गौरवपथ में टहलने वालों का हुजूम
कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे प्रशासन ने शहर में 10 अप्रैल की दोपहर से 19 अप्रैल सुबह तक जिलेभर में लॉकडाउन घोषित किया है। मिली जानकारी के अनुसार शहर के मैदानी इलाकों और गौरवपथ तथा सडक़ों में लोग टहलते देखा जा सकते हैं। सुबह और शाम सडक़ों पर लोग मॉर्निंग वॉक करने घरों से बाहर आ रहे हैं। हालांकि लॉकडाउन में शहर की दुकानें बंद है और खुली दुकानों पर प्रशासन की टीम कार्रवाई कर रही है। प्रशासन की टीम लगातार लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने समझाईश दी जा रही है।
नहीं सुधर रही व्यवस्था, मरीज परेशान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 16 अप्रैल। ब्लॉक मुख्यालय में कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए संचालित कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था में सुधार ही नहीं आ रहा है। इधर कोविड केयर सेंटर में उपयोग किया जाना वाले पीपीईटी किट, हेंड ग्लबस, मास्क एवं मेडिकल वेस्ट को केयर सेंटर के बाहर खुले में फेंका जा रहा है, जिससे आसपास रहने वाले कन्या शिक्षा परिसर कॉलोनी के कर्मचारियों एवं मेरेगांव के नागरिकों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है।
पार्षद अविनाश कोमरे, जावेद खान, मोहन मलगामे ने बताया कि केयर केंटर में उपयोग किए गए पीपीई किट एवं ग्लबस तथा मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंक दिया गया है। इससे साफ तौर पर प्रमाणित हो रहा है कि कोविड केयर सेंटर में लापरवाही बरती जा रही है।
बीएमओ डॉ. आरआर धुर्वे ने बताया कि केयर सेंटर में अव्यवस्था का आरोप गलत है। उन्होंने कहा कि केयर सेंटर में मरीजों के उपचार के लिए नियमित डॉक्टर व कर्मचारी जा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार ब्लॉक में संचालित कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था में सुधार ही नहीं हो रहा है। यहां अव्यवस्था से परेशान मरीज अब सेंटर से छुट्टी दिलाने की मांग कर रहे हैं। बताया गया कि बीते तीन दिन में यहां से दो दर्जन से अधिक मरीजों ने सेंटर से अपने को डिस्चार्ज करा लिया है। मरीजों का कहना है कि सेंटर की हालत इतनी खराब है कि यहां तक जीने वाला मरीज आज ही चल बसेगा। सबसे अधिक शिकायत डॉक्टरों के केयर सेंटर में नहीं आने व उचित देखभाल नहीं करने को लेकर है।
बताया गया कि अव्यवस्था परेशान ग्राम चिखली निवासी केवलदास साहू ने केयर सेंटर से अपनी मां व छोटे भाई को घर ले जाने डिस्चार्ज करा लिया। श्री साहू ने बताया कि उनकी मां चंद्रिकाबाई साहू व उनका भाई टोमेश्वर साहू कोरोना संक्रमित थे। उन्हें चार दिन पहले ही केयर सेंटर में भर्ती कराया गया था, लेकिन यहां अव्यवस्था से परेशान थे, इसलिए उन्हें यहां से छुट्टी दिलाकर घर ले जा रहा हूं। इसी तरह यहां भर्ती अन्य मरीजों एवं उनके परिजनों को एक नहीं ढ़ेरों शिकायतें है। शिकायतकर्ताओं ने यहां की अव्यवस्था के लिए बीएमओ व बीपीएम को जिम्मेदार ठहराते कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
नाश्ते में दिया जा रहा फ्राई चावल
कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों को यहां खाना व नाश्ते की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें है। बुधवार को चिखली के एक मरीज ने बताया कि यहां नाश्ते में रात का बचा बासी चावल को फ्राई कर दिया जा रहा है। दाल के नाम पर केवल दाल का पानी दिया जा रहा है। दाल इस तरह पतली होती है कि दाल को ढूंढना पड़ता है। खाने में मोटा चावल दिया जाता है। वह भी अधपका रहता है। रोटिया भी कच्ची व गीली रहती है। सब्जी की भी गुणवत्ता ठीक नहीं है। मरीजों का आरोप है कि इस महामारी के दौर व संकट के समय कोविड मरीज के लिए शासन से आ रहे भोजन व नाश्ते में भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कमीशनबाजी कर मरीजों के ही खाने में गुणवत्ता की चोरी कर रहे हैं। मरीजों ने बताया कि यहां गर्म पानी मांगने पर बड़ी मुश्किल से मिलता है।
महिला प्रसाधन में नहीं आता पानी
कोविड केयर सेंटर में मरीजों को इलाज व खाने ही नहीं, बल्कि साफ-सफाई की व्यवस्था को लेकर एक नहीं कई शिकायतें है। मरीजों ने बताया कि यहां स्नानागार व प्रसाधनों के नलों में टोटियां ही नहीं है। जिससे 24 घंटे पानी व्यर्थ बहता रहता है। टंकियों में पानी भरने के बाद टोटिया नहीं होने से पानी एक डेढ घंटे में खाली हो जाता है। मरीजों का आरोप है कि साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है। महिला प्रसाधनों में नलों से पानी नहीं आने की शिकायतें है, जिससे सेंटर में भर्ती महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 15 अप्रैल। प्रदेश सहित जिले में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते बलरामपुर जिले को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए लॉकडाउन किया गया है।बलरामपुर जिले में 14 अप्रैल 25 अप्रेल तक 10 दिनों का सख्त लॉकडाउन का आदेश जारी किया है।
लॉकडाउन के पहले दिन पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसरा रहा,सभी दुकानें बंद रहने के साथ ही सडक़ें वीरान रही। इस बार लॉक डाउन में इतनी शक्ति बरती जा रही है कि लोगों को अनावश्यक रूप से घर से निकलने की मनाही है। लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराने के लिए राजपुर पुलिस प्रशासन की टीम चप्पे-चप्पे पर तैनात कर दी गई है। नगर के सभी सीमाओं पर पुलिस के जवान तैनात हैं एवं हर आने जाने वाले व्यक्तियों की जानकारी ली जा रही है। पुलिस ने नगर के सभी सीमाओं पर बैरिकेट लगाकर लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करा रहे हैं। रायपुर थाना प्रभारी अखिलेश सिंह ने बताया की लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए सभी सीमाओं पर बैरिकेड लगाकर सील की गई है एवं सभी आने जाने वाले लोगों की पूरी जानकारी दर्ज की जा रही है।
कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने मेडिकल दुकान व पेट्रोल पंप सहित कुछ जरूरी चीजों को ही खुलने की छूट दी है।इस दौरान बलरामपुर जिले के सभी सीमाएं सील होंगीं।राजपुर में सब्जी बाजार प्रात: सुबह 7 बजे से 10 बजे तक खोले जाने की अनुमति है जिसमे कोविड 19 के गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 15 अप्रैल। पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव सिद्धार्थ तिवारी के मार्गदर्शन में अपराधों की रोकथाम हेतु असामाजिक तत्वों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। पुलिस को पहले से सूचना प्राप्त हुई थी कि दो व्यक्ति द्वारा वन्यप्राणी तेन्दुआ का खाल बिक्री हेतु कुम्हारपारा केंवटी जाने के रास्ते पर ग्राहक का इंतजार कर रहे हैं। सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव ने आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु रवाना किया गया।
संयुक्त टीम द्वारा घटना स्थल पर पहुंचकर घेराबदी कर रामेश्वर मरकाम (37) निवासी डडीया पोस्ट मालाकोट थाना व जिला कोण्डागांव जैलुराम मरकाम (52) वर्ष मालाकोट थाना कोण्डागांव को पकडक़र पूछताछ कर तलाशी ली गई जिनके कब्जे से एक सफेद रंग के प्लास्टिक थैला में रखा वन्य जीव तेंदुआ का खाल जिसमें काला-भुरा रंग का निशान है, जिसके सिर से पुछ तक की लम्बाई 143 सेमी तथा पेट की चौड़ाई 41 सेमी बरामद किया गया। जिसकी कीमत करीबन 10 लाख रूपये है।
कोविड जांच में अब तक 23 यात्री मिले पॉजिटिव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 15 अप्रैल। कलेक्टर संजीव कुमार झा एवं पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा ने बुधवार देर शाम अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण कर कोविड गाइडलाइंस के परिपालन में किये गए व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने पूरे स्टेशन परिसर में कोरोना की रोकथाम तथा बचाव से संबंधित फ्लेक्स और पोस्टर लगाने तथा साफ सफाई के साथ ही समय समय पर सेनिटाइजेशन करने के निर्देश स्टेशन मास्टर को दिए दिए। बताया गया कि 12 से 15 अप्रैल तक ट्रेन से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच में 23 यात्री पॉजिटिव पाए गए हैं। प्रतिदिन 3 ट्रेनों से आने वाले करीब 300 यात्रियों का कोविड जांच किया जा रहा है। पॉजिटिव यात्रियों को पॉलिटेक्निक कॉलेज अम्बिकापुर में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में उपचार हेतु रखा जा रहा है।
कलेक्टर ने टिकट लेते समय शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए टिकट खिडक़ी के पास समान दूरी पर गोल घेरा मार्क करने के निर्देश दिए। उन्होंने ट्रेन से आने वाले यात्रियों की स्टेशन में कोरोना टेस्टिंग करने वाले कर्मचारियों को सहयोग करने कहा। इस दौरान उन्होंने स्टेशन मास्टर से रेलवे स्टेशन में प्रतिदिन आने वाले ट्रैन तथा उसमें यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या के संदर्भ में पूछ-ताछ कर जानकारी ली। स्टेशन मास्टर ने बताया कि लॉकडाउन के कारण प्रतिदिन आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या में गिरावट हो रही है। रेलवे स्टेशन में प्रत्येक यात्री की स्क्रीनिंग तथा टेस्टिंग की जा रही है। यात्रा के दौरान कोविड गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए कोरोना टेस्ट सेंटर में वृद्धि की गई है। अम्बिकापुर शहरी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज, पूर्व माध्यमिक शाला पटेलपारा, पूर्व मधमिमक शाला गांधीनगर, पूर्व माध्यमिक शाला गोधानपुर तथा प्राथमिक शाला नवागढ़ को टेस्टिंग सेंटर बनाया गया है जहाँ आरटीपीसीआर एव एंटीजेन टेस्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आरटीपीसीआर एवं एंटीजेन टेस्ट, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तथा उप स्वस्थ्य केंद्रों मे एंटीजेन टेस्ट किया जा रहा है।
इस दौरान एसडीएम प्रदीप साहू, तहसीलदार ऋतुराज सिंह बिसेन, नायब तहसीलदार किशोर वर्मा, स्टेशन मास्टर श्री मनोज खलखो मौजूद थे।