कोण्डागांव

युवोदय कोंडानार चेम्प्स के स्वयंसेवक बनेंगे आत्मनिर्भर, कलेक्टर ने बढ़ाया उत्साह
03-Jun-2022 10:02 PM
युवोदय कोंडानार चेम्प्स के स्वयंसेवक बनेंगे आत्मनिर्भर, कलेक्टर ने बढ़ाया उत्साह

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 3 जून।
कोंडागांव जिले के ग्रामीण स्तर पर कार्यकर रहे स्वयंसेवकों ने कलेक्टर से मुलाकात की। कलेक्टर ने सक्रिय रूप से कार्य कर रहे स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया।

जिला कार्यालय में उपस्थित 85 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु  कलेक्टर के द्वारा अग्रिम शुभकामनाएं दी, जिससे स्वयंसेवकों अथवा अन्य युवाओं में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है।
 
कलेक्टर से मुलाकात के दौरान ग्राम पंचायत बड़े बेंदरी के स्वयंसेवक युवतियां मिथिला कोर्राम, बिंदा बघेल, युगिता बघेल, पारेश्वरी भारद्वाज , सुखमती बघेल ने गांव में पानी की समस्या के बारे में लिखित आवदेन देकर कलेक्टर को समस्या से अवगत कराया।

कलेक्टर से मिलने के तदउपरान्त जिला समन्वयक अशोक पांडे के द्वारा प्रशिक्षण हेतु तैयार स्वयंसेवकों को जिला लावलीहुड कॉलेज कॉलेज में प्रशिक्षण संबंधित जानकारी देकर सिलाई प्रशिक्षण केंद्र का भ्रमण भी कराया गया।

इस दौरान जिला समन्वयक अशोक पाण्डेय ,पी.एम.यू से शिओना कोर्रिया,शिवा चीत्ता , ए.पी.ओ पुनेश्वर वर्मा भी उपस्थित थे।

ज्ञात हो कि विकासखण्ड कोण्डागांव, केशकाल, फरसगाँव, माकड़ी में सामुदायिक जागरूकता हेतु युवोदय कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गांव स्तर में स्वच्छता, टीकाकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य परीक्षण, मानसिक स्वास्थय पर जागरूकता, समुदाय के लोगों को मूलभुत सुविधायें दिलाना, समुदाय को शारिरिक अथवा मानसिक रूप से स्वस्थ रखने हेतु स्व प्रेरित स्वयंसेवकों के माध्यम से युवा युवती का संगठन तैयार कर जिला प्रशासन से जुडक़र समुदाय को लाभ पहुंचाना है।  इस कार्यक्रम को  सफल बनाने अथवा संचालन में युवोदय कोंडानार स्वयंसेवकों की अहम भूमिका है।
 
युवोदय से जुड़े सक्रिय स्वयंसेवकों जो की माहवारी स्वच्छता, मानसिक स्वास्थय पर जागरूकता, मानसिक अस्वस्थ अथवा बीमारी लोगों को के बारे में जानकारी देकर अस्पताल तक जोडऩे का कार्य कर रहे हैं। स्वयंसेवकों के द्वारा समाजउपयोगी कार्य को देखते हुए जिले के कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के द्वारा आत्म निर्भर बनाने हेतु विकल्प सोचा, जिसमें कौशल व आजीविका से युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा सकें, ताकि इन युवाओं के साथ साथ परिवार की आर्थिक स्थिति में भी सुधार आएगा। इस पहल पर जिले के सक्रिय स्वयंसेवकों को 3 माह का सिलाई प्रशिक्षण के दौरान स्टायफंड की सुविधा देने के साथ साथ प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आवासीय सुविधा के साथ कोंडानार गारमेंट्स में जॉब भी दिलाया जाएगा। 

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