महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 नवंबर। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर विश्व विद्यालय अनुदान आयोग से प्राप्त पत्र के परिपालन में प्रभारी प्राचार्य डॉ. अनुसुईया अग्रवाल के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में यूजीसी समिति द्वारा सरदार पटेल द आर्किटेक्ट ऑफ यूनिफिकेशन शीर्षक पर इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर ऑफ द आट्र्स एवं इंडियन कौंसिल ऑफ हिस्टोरिकल रिसर्च द्वारा निर्मित प्रदर्शनी दर्शायी गयी। राष्ट्रीय एकता दिवस पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी एवं देश के एकीकरण पर उनके अमूल्य योगदान पर देशभक्ति गीत भाषण एवं व्याख्यान भी आयोजित किये गये।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के अध्यक्ष एवं प्रतिनिधि नारायण नामदेव थे। कार्यक्रम का द्वीप प्रज्ज्वलन करके किया गया। तत्पश्चात मंचासीन सभी अतिथियों और महाविद्यालयीन छात्र छात्राओं ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर शपथ लिया। सर्वप्रथम यूजीसी संयोजक प्रो करुणा दुबे ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी एवं योगदान पर लगाये गए प्रदर्शनी के उद्देश्य को बताते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी राष्ट्र की एकता एवं अखंडता की शक्ति को प्रतिबिंबित करती है।देश की आजादी एवं एकीकरण में सरदार पटेल के योगदान को हमें नही भूलना चाहिए।
मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता। एकता में ही शक्ति है। भारत में अनेकता होते हुए भी सभी एकता के सूत्र में बंधे हैं। यही हमारे राष्ट्र की विशेषता है। कार्यक्रम की अध्यक्ष डॉ अनुसुईया अग्रवाल ने बताया कि सरदार पटेल महान विभूति होने के पश्चात भी जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़े थे। इतिहास विभागाध्यक्ष और यूजीसी की सह संयोजक डॉ रीता पांडेय ने सरदार वल्लभ भाई की जीवनी पर एवं देश के एकीकरण के योगदान में व्याख्यान प्रस्तुत किया तथा उन्हें लौह पुरुष एकीकरण के शिल्पी एवं विस्मार्क क्यों कहा जाता है, इसकी विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर भीमेश्वरी साहू बीएस.सी तृतीय वर्ष ने देशभक्ति गीत, यामिनी पटेल एवं गीतांजलि डडसेना एमएससी तृतीय सेमेस्टर रसायन शास्त्र ने भाषण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का समापन बोधिता निषाद ने राष्ट्रगान से किया। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप कन्हेर, प्राध्यापक रसायन शास्त्र ने किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ नीलम अग्रवाल विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र, प्रो सरस्वती सेठ सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र, प्रो प्रियंका चक्रधारी सहायक प्राध्यापक जंतु विज्ञान, प्रो जगदीश सत्यम सहायक प्राध्यापक भौतिक शास्त्र, नम्रता तम्बोली अतिथि सहायक प्राध्यापक एवं सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।