महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,4 नवंबर। सात दिनों तक चलने वाली अंत्योदय जन जागरण पदयात्रा अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप दूसरे दिन ग्राम अमलीडीही, भिथिडीही, पटपरपाली एवं सरकंडा पहुंची। जहां ग्रामीणों ने पदयात्रियों का आतिशबाजी एवं पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। पदयात्री दल के साथ पदयात्रा के पुरन्दर मिश्रा, पीयूष मिश्रा, भाजपा मंडल अध्यक्ष पिथौरा नरेश सिंघल, युवा मोर्चा के आलोक त्रिपाठी, अधिवक्ता टिकेंद्र प्रधान गांवों में पहुंचे।
पदयात्रा के दौरान सभा को संबोधित करते हुए पुरन्दर मिश्रा ने पदयात्रा के माध्यम से विगत 25 सालों में क्षेत्र में किये गए कार्यों को याद करते हुए बताया कि 1998 में पदयात्रा भिथिडीही पहुंची थी। जहां ग्रामीणों ने स्कूल खोलवाने की मांग की थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री को पत्राचार के माध्यम से जानकारी देकर इस गांव के स्कूल को पास कराया गया था जो अब अच्छे ढंग से संचालित हो रहा है। पियूष मिश्रा ने बताया कि इस यात्रा के बहुत सारे उद्देश्य और उपलब्धि रहे हैं। पर पिछले तीन चार सालों से क्षेत्र में बढ़ रहे धर्मांतरण के खेल को रोकने इस वर्ष पदयात्रा का मूल उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ और पिछड़े वर्ग के लोगों को कुछ धर्म के दलाल खरीदने का प्रयास कर रहे हैं और धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं जिन्हें रोकना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम हमारे आस्था के केंद्र हैं और छत्तीसगढ़ उनका ननिहाल है। लिहाजा कम से कम छत्तीसगढ़ में तो हम धर्मांतरण को हावी होने नही देंगे। कार्यक्रम में सीताराम सिन्हा, नंदकुमार चौधरी, आत्माराम सिन्हा, रामनरेश बघेल, ललित पुरोहित, गोकुल सिंह ठाकुर, जोगेंद्र सोना समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।