महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 4 नवंबर। बीते 253 दिनों से हाईवे स्थिति खैरझिटी, कौंवाझर, मालिडीह के किसान सत्याग्रही कृषि भूमि, गरीबों के काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि, शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से निर्मित करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट का विरोध कर रहे हैं। वे 25 फरवरी 2022 से संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखण्ड सत्याग्रह कर रहे हैं। कल अखंड सत्याग्रह के 253 वें दिन सैकड़ों किसान, जवान और महिलाएं शामिल हुए और सत्याग्रह स्थल पर दीपवली मिलन कार्यक्रम अयोजित किया। इस दौरान सत्याग्रही किसानों का अनिल दुबे ने सम्मान किया।
किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री अनिल दुबे ने कहा कि राज्योत्सव के उपलक्ष्य एवं अखण्ड सत्याग्रह के 253 दिन पूरा होने के अवसर में सत्याग्रही किसान, जवान एवं महिला किसानों को बधाई एवं शुभकामना देता हूं कि आप लोगों ने इतनी लंबी लड़ाई लडक़र राज्य में इतिहास रचा है। हमारी यह लम्बी लड़ाई सिर्फ करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट को हटाने के लिए नहीं है बल्कि कृषि भूमि में कृषि आधारित उद्योग को छोडक़र अन्य कोई भी उद्योग न लगाने के लिए ठोस रणनीति बनाने के लिए है।
इस अवसर पर उपस्थित जी पी चंद्राकर ने कहा कि अब यह लड़ाई केवल उद्योग को यहां से हटाने का नहीं अब किसानों की 09 सूत्रीय मांग को लेकर है जिसमें प्रमुख रूप से किसानों के उत्पादित फसलों का समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा दिया जावे। आज प्रदेश के गिने चुने मंडी को छोड़ सभी मंडियां बंद हंै। उसे सरकार जल्द से जल्द खुलवाकर समर्थन मूल्य में बारहों माह धान खरीदी की व्यवस्था करे। किसान छन्नू साहू ने अपनी ओजस्वी नारों और कविता पाठ से सत्याग्रहियों का उत्साह बढ़ाया।