महासमुन्द
आज एकादशी देवउठनी पर तुलसी विवाह की तैयारियां जोरों पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 4 नवंबर। आज जिले के लोग देव उठनी का पर्व मना रहे हैं। इस दौरान आयोजित तुलसी विवाह के लिए गन्ने की पूजा का विशेष महत्व है। इस बार गन्ने के दामों मे बढ़ोत्तरी भी हुई हैै। मेन रोड में गन्ना बेच रहे किसान पिछले साल जिस गन्ने को 50 रुपए जोडी बेच रहे थे, उसी गन्ने को इस बार तक 70 से 80 रुपए बेच रहे हैं।
कहा जाता है कि हिंदू धर्म में होने वाले तमाम तरह के शुभ कार्यों पर 4 महीने रोक लग जाती है। मान्यता के अनुसार देवउठनी एकादशी पर जगत के पालनहार की विशेष पूजा कर उन्हें योग निद्रा से जगाया जाता है। इसी दिन चातुर्मास व्रत समाप्त हो जाता है और सभी मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश, यज्ञ जैसे कार्यों की शुरुआत हो जाती है।
इस तरह आज देवउठनी पर घरों में शालिग्राम व तुलसी विवाह का आयोजन होगा। कल गुरूवार को गन्ना सहित अन्य पूजन सामाग्री की वजह से बाजार में रौनक बनी रही। इस पर्व को छोटी दीपावली की तरह मनाया जाता है और आतिशबाजी भी की जाती है।
गौरतलब है कि हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। इसे देवोत्थान एकादशी, हरि प्रबोधिनी एकादशी और देवउठनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं। देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान की विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैंं।