महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 नवंबर। बीते 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में एम ए राजनीति विज्ञान के प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी व्यंजन, रंगोली प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। उन्होंने छ्त्तीसगढ़ी लोक कला एवं संस्कृति जैसे महत्वपूर्ण विषय पर अपने विचार भी रखा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा. अनुसुइया अग्रवाल, रीता पांडे विभागाध्यक्ष इतिहास, डा.मालती तिवारी विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान, डा.दुर्गावती भारतीय सहायक प्राध्यपक हिंदी, अजय कुमार राजा विभागाध्यक्ष वाणिज्य, सीमा रानी प्रधान सहायक प्राध्यापक हिंदी, केसर चंद्र बनपाल सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान, विजय कुमार मिर्चे अतिथि सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान, राजेश शर्मा की उपस्थिति में आहुत हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत शीतल ध्रुव प्रथम सेमेस्टर एवं साथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने लोक कला के लिए देश में विशेष स्थान रखते हैं। कला एवं संस्कृति के संरक्षण के लिए इस प्रकार के आयोजन होते रहना चाहिए। ताकि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली ऐतिहासिक परंपराओं को आने वाले भावी पीढ़ी को हस्तांतरित कर सकें।
विभागाध्यक्ष डॉ. मालती तिवारी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ अपने विविधताओं के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ी व्यंजन ठेठरी, खुरमी, बरा, सोहारी, अइरशा, पिडिया, चौसेला, मालपूआ जैसे पकवान में दामिनी साहू तृतीय सेमेस्टर, नम्रता निषाद प्रथम सेमेस्टर, ज्योति जांगडे, हेमलता सेवर, ममता यादव, डुलेशिया, ममता ध्रुव, शीतल ध्रुव, रूपेश्वरी साहू, हुलसी साहू, दिव्या चंद्राकर, कुंदति सोनवानी तथा रंगोली में बस्तर आर्ट, छत्तीसगढ़ महतारी सुआ नृत्य पूर्षोत्तम प्रजापति, सोनम साहू, शीतल ध्रुव, हुलसी साहू, दिव्या चंद्राकर, बबिता ध्रुव इत्यादि छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। मंच का संचालन तथा आभार व्यक्त विजय कुमार मिर्चे ने किया।