महासमुन्द
उधार के भवन में पढ़ रहे बच्चे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,5 नवंबर। बसना ब्लॉक की ग्राम पंचायत लंबर में साल 2018 से स्वीकृत हायर सेकंडरी स्कूल का भवन अब तक नहीं बन पाया है। जबकि इस भवन के लिए 70 लाख रुपए शासन की ओर से स्वीकृत हो चुके हैं। वहीं वन विभाग ने भी जमीन आबंटित कर दी है। इस मामले में ग्रामीणों ने विधायक पर उपेक्षा और प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया है।
जानकारी के मुताबिक बसना ब्लॉक मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत लंबर में ग्रामीणों की पुरानी मांग को स्वीकृत करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने साल 2018 में गांव के स्कूल का उन्नयन करते हुए हाई व हायर सेकंडरी स्कूल की स्वीकृति दी थी।
वर्तमान में इस स्कूल में 117 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इस स्कूल के भवन के लिए 70 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है। जिसके निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी को निर्माण एजेंसी बनाया है। 2018 में राशि स्वीकृत होने के बाद भी स्कूल के छात्र उधार के भवन में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। यह ग्राम वन क्षेत्र से घिरा होने के कारण राजस्व विभाग की भूमि उपलब्ध नहीं है। जिसे देखते हुए वन मंडल अधिकारी महासमुंद ने वन अधिकार के तहत वन कक्ष क्रमांक 333 रकबा 0970 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करा दी। इसके बावजूद स्कूल भवन का निर्माण नहीं हो पाया है। इस कारण स्थानीय लोगों में आक्रोश है। लोगों ने विधायक और शासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया है।
इस मामले में लोकनिर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता एसआर चंद्राकर ने बताया कि स्कूल भवन के लिए स्वीकृत निर्माण स्थल की गहराई ज्यादा है। जिसे समतल करने के लिए अतिरिक्त बजट की आवश्यकता होगी। इस वजह से भवन निर्माण का बजट बढ़ गया है। इस संबंध में शासन स्तर पर भी अवगत करा दिया गया है। स्वीकृति मिलते ही स्कूल निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।