महासमुन्द

एथलेटिक्स खिलाडिय़ों के लिए सिंथेटिक ट्रैक बनाने गृह निर्माण मंडल ने किया टेंडर-वर्क आर्डर जारी
05-Nov-2022 4:15 PM
एथलेटिक्स खिलाडिय़ों के लिए सिंथेटिक ट्रैक बनाने गृह निर्माण मंडल ने किया टेंडर-वर्क आर्डर जारी

अब जल्द ही मैदान बनाने का काम शुरू होने वाला है

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 नवंबर।
जिले के एथलेटिक्स खिलाडिय़ों को सिंथेटिक ट्रैक का पिछले दो साल से इंतजार है। अभी तक पीडब्ल्यूडी की ओर से टेंडर जारी नहीं करने से काम शुरू ही नहीं हो पाया है। इस अनावश्यक देरी को देखते हुए खेल युवा कल्याण विभाग ने दो महीने पहले ही गृह निर्माण मंडल को टेंडर के साथ ही वर्क आर्डर जारी करने का काम दिया है। पता चला है कि इसके लिए हाउसिंग बोर्ड ने टेंडर व वर्क आर्डर जारी कर दिया है। कहा जा रहा है कि अब जल्द ही मैदान बनाने का काम शुरू होने वाला है।
गौरतलब है कि महासमुंद में 9 करोड़ की लागत से 400 मीटर का ट्रैक वन विभाग खेल परिसर में बनाया जाएगा। इसमें 8 ट्रैक होंगे। यानी एक बार में एक साथ 8 खिलाड़ी दौड़ लगा सकेंगे। एक ट्रैक 1.22 मीटर का होगा। निर्माण के बाद स्पर्धा व प्रशिक्षण में खिलाडिय़ों को इसका फायदा मिलेगा। वर्तमान में 8 ट्रैक हैं। लेकिन मुरूम होने से ट्रेनिंग में दिक्कत के साथ चोट का डर रहता है।

जानकारी मिली है कि डीएमएफ मद से इस काम की शुरुआत करने के लिए राशि कलेक्टर जारी करेंगे। इसके बाद खेल एवं युवा कल्याण विभाग के खाते में केंद्र 6.60 करोड़ रुपए जमा होगी। मालूम हो कि दो साल पहले खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रोजेक्ट पर केंद्र सरकार ने प्रशासकीय स्वीकृति देते हुए टेंडर व वर्क आर्डर जारी करने के निर्देश दिए थे। लेकिन लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते निर्माण कार्य में देरी हुई है।

प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद खेल एवं युवा कल्याण की ओर से लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को टेंडर व वर्क आर्डर जारी करने के लिए बार-बार पत्र लिखा गया। लेकिन विभाग की ओर से टेंडर जारी ही नहीं किया गया। इसके कारण केंद्र सरकार द्वारा मिलने वाली राशि अटकी हुई थी। अब गृह निर्माण मंडल को जिम्मा दिया गया है। जिसने दो महीने पूर्व ही टेंडर जारी कर वर्क आर्डर जारी कर दिया है। अत: अब केंद्र सरकार से जल्द ही निर्माण के लिए धनराशि खेल एवं युवा कल्याण विभाग को मिल जाएगी।

खेल एवं युवा कल्याण विभाग के जिला खेल अधिकारी मनोज घृतलहरे का कहना है कि दो साल पहले यानी अक्टूबर 2020 में केंद्र से प्रशासकीय स्वीकृति मिली थी। लेकिन पीडब्ल्यूडी टेंडर जारी नहीं कर रहा था। इसके कारण निर्माण में देरी हो गई। इसके बाद हाउसिंग बोर्ड को काम दिया गया है। बोर्ड ने दो महीने पूर्व ही टेंडर जारी किया है। वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया गया है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद केंद्र से 6.60 करोड़ रुपए मिलेंगे। इसका निर्माण शुरू करने के लिए डीएमएफ मद से 25 लाख रुपए जल्द ही जारी होने वाले हैं।

वर्तमान में मुरुम के ट्रैक पर दौड़ते समय खिलाड़ी गिरकर चोटिल हो जाते हैं। वहीं सिंथेटिक ट्रैक पर चोट की संभावना न्यूनतम होगी। सिंथेटिक ट्रैक बनने से खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर की तैयारियां कर सकेंगे। उनके खेल का स्तर बढ़ेगा और प्रतियोगिताओं में पदकों की संभावना बढ़ेगी। हालांकि महासमुंद में ट्रैक व कोच नहीं होने के कारण एथलेटिक्स की ओर खिलाडिय़ों का रुझान कम है। संभावना है कि ट्रैक तैयार होने के बाद कोच मिलते ही खिलाडिय़ों की संख्या में भी इजाफा होगा।
अभी हर साल एथलेटिक्स में 10 से 15 खिलाड़ी ही नेशनल तक पहुंच पाते हैं। यहां सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक बनने के बाद रनिंग, जंपिंग, ऊंची कूद, लंबी कूद, भाला, तवा व गोला फेंक सहित 50 विधाओं की स्पर्धा आसानी से आयोजित कराई जा सकेगी। खिलाडिय़ों को सिंथेटिक ट्रैक में खेलने का मौका मिलेगा साथ ही बेहतर तैयारी भी हो सकेगी।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news