महासमुन्द
मामला शास प्राथ शाला मुड़पहार का
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 7 नवंबर। शासकीय प्राथमिक शाला मुड़पहार में वर्षों पुराने भवन में जगह- जगह दरारें पड़ गई है और छत के कई स्थानों से पानी भी टपकने लगा है, इसके अलावा बच्चों के बैठने का फ्लोरिंग उखड़ गई है, स्कूल की स्थिति को इंजीनियर द्वारा भी देखा गया तो पाया कि भवन जर्जर हो गया है, जिसे जीर्णोद्धार की आवश्यकता है।
ब्लॉक मुख्यालय से लगभग 4 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम केजुवां के आश्रित ग्राम मुड़पहार का शासकीय प्राथमिक शाला भवन जर्जर होने से बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लगभग 20 वर्ष पूर्व बने भवन के दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई है, दरारें पडऩे के कारण लेंटर कमजोर पडऩे लगा है और कई स्थानों से छत से पानी भी टपकता है, इसके अलावा दीवालों से सीमेंट की पपड़ी भी गिरने लगी है, वहीं नीचे बीछे फर्ज भी धंसने से उखडऩे लगा है, जिससे विद्यार्थी उबड़-खाबड़ कक्ष में बैठने के लिए मजबूर हैं, जर्जर भवन को देखते हुए वैकल्पिक तौर पर अन्य स्थानों पर कक्षा लगाने जगह का अभाव है,जिसके चलते मजबूरीवश विद्यार्थियों को उसी जर्जर युक्त भवन में अध्यापन कार्य करवाया जा रहा है। कक्ष का फर्श का फ्लोरिंग धंसने के पीछे कन्हार मिट्टी होना बताया जा रहा है, बरसात में अधिक नमी होने के चलते दिनों दिन फर्श नीचे धंसते जा रहा है,वहीं स्कूल भवन का दीवाल भी नीचे धंसने के कारण बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं और 20 वर्षों में स्थिति यह हो गई है कि अब उन्हें डिस्मेंटल कर नए भवन की आवश्यकता महसूस होने लगी है।
स्कूल भवन में लगे फर्श जमीन में धंसने के कारण कई स्थानों पर दीवाल किनारे गड्ढे हो गए हैं,चूंकि आसपास स्कूल के पीछे घास-फूस से अटा पड़ा है,जिससे उक्त गड्ढो में सांप-बिच्छू भी आसानी से छीप सकते हैं,जिससे उन गड्ढो से सांप,बिच्छू निकलने का भी विद्यार्थियों को भय बना हुआ है। भवन को देखते हुए बीआरसीसी को भी कई बार शाला विकास समिति की ओर से अवगत कराया गया है, जिसके निरीक्षण में इंजीनियर भी भेजा गया था, उसने भी पाया कि भवन जर्जर हो गया है,ईस्टीमेट बनाकर देने की बात कही गई, लेकिन इंजीनियर के निरीक्षण के पश्चात आगे की कार्य ना होने से विद्यार्थियों और शिक्षकों को विद्यार्थियों की बैठक व्यवस्था को लेकर चिंता सताने लगी है।
फ्लोरिंग उखडऩे के कारण विद्यार्थियों को बैठने में हो रही है परेशानी-प्रधान पाठक
इस संबंध में शासकीय प्राथमिक शाला मुड़पहार के प्रधान पाठक खिरोद्र कुमार जेरी ने बताया कि जर्जर भवन को लेकर बीआरसीसी को कई बार पूर्व में आवेदन दिया गया है, स्कूल 1972 से संचालित है और भवन लगभग 20 वर्ष पुराना है, कन्हार मिट्टी के चलते फ्लोरिंग उखडऩे लगा है व दीवाल में दरारें पड़ गई है, फ्लोरिंग उखड़ जाने के कारण विद्यार्थियों को बैठने में परेशानी हो रही है,जगह अभाव के चलते स्कूल भवन में ही विद्यार्थियों को बिठाया जा रहा है।
जीर्णोद्धार के लिए इंजीनियर ने दिया है स्टीमेट राशि स्वीकृत होने के बाद होगा - सचिव
इस संबंध में ग्राम पंचायत केजुआ के सचिव नरेंद्र साहू से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि स्कूल भवन जर्जर हो गया है जिसे जिर्णोद्धार किया जाना है, इंजीनियर द्वारा एस्टीमेट बनाकर दिया गया है राशि स्वीकृत होने के पश्चात भवन का जीर्णोद्धार किया जाएगा।