महासमुन्द
चरित्र पर संदेह था, इसलिए सुनियोजित तरीके से मारा
कहानी बनाकर पुलिस को गुमराह करता रहा आरोपी पति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12 नवंबर। महासमुंद जिले में खल्लारी पहाड़ी से गिरकर महिला की मौत मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। एसपी भोजराम पटेल के मुताबिक चित्ररेखा की मौत फ ोटो लेते समय पहाड़ी से फिसलकर गिरने से नहीं बल्कि धक्का देने से हुई है।
चरित्र पर शक के कारण पति सोनूराम चक्रधारी ने खल्लारी पहाड़ी से उसे धक्का दे दिया। उसके बाद में सेल्फी लेने के फेर में पहाड़ी से गिरने की कहानी बनाई और पुलिस को गुमराह किया था। आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसका खुलासा कर एक प्रेसवार्ता में एसपी भोजराम ने की।
घटानक्रम अनुसार बीते 7 नवंबर को चित्ररेखा पति सोनूराम चक्रधारी और उनकी भांजी तीनों भीमखोज स्थित खल्लारी मंदिर में दर्शन करने गए थे। इसी दौरान यह हादसा हुुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू की। पुलिस ने सोनूराम और भांजी से पूछताछ की। दोनों की बातें मेल नहीं खा रहे थे।
पति के मुताबिक मंदिर दर्शन कर कुछ सीढ़ी से नीचे उतरते वक्त पैर फिसल जाने से खाई में गिरकर पत्नी की मौत हुई, जबकि भांजी ने बताया कि मृतिका खल्लारी मंदिर पहाड़ के ऊपर मंदिर दर्शन कर कुछ सीढ़ी नीचे आई। तभी महिला का पति उसे पहाड़ के ऊपर भीम पांव पहाड़ी तरफ जबरिया ले गया था। मृतिका ने तब कहा था कि पैर में दर्द है,मैं दुबारा नहीं चढ़ पाऊंगी। इसके बावजूद उसके पति जबरस्ती हाथ खींचकर उसे ऊपर ले गया था।
पूछताछ में दोनों की बातें मेल नहीं खाई तो पुलिस ने मृतिका के पति पर संदेह जताया और कड़ाई से पूछताछ में आरोपी सोनूराम ने अपना जुर्म स्वीकार किया। उसने बताया कि वह मृतिका के चरित्र पर संदेह करता था, इसलिए छह नवंबर को मृतका के मायके कुम्हारपारा महासमुंद में छठ्ठी कार्यक्रम में पति-पत्नी दोनों शामिल हुए और दूसरे दिन सुबह मृतिका को अपने रास्ते से हटाने के लिए प्लानिंग के तहत भीमखोज स्थित खल्लारी मंदिर दर्शन करने घुमाने ले गया। जहां मौका पाकर उसने अपनी पत्नी को पहाड़ से जोर से धक्का देकर खाई में धकेल दिया। इससे चित्ररेखा खाई में गिरी और उसकी मौत हो गई थी।
घटना के बाद दोपहर 3 बजे सोनूराम चक्रधारी ने मोबाइल से पत्नी के भाई विरेंद्र को कॉल कर बताया कि चित्ररेखा खल्लारी मंदिर के पहाड़ी से गिर गई हैं और नहीं मिल रही है। सूचना के बाद विरेन्द्र अपने साथी रतन चक्रधारी के साथ खल्लारी मंदिर पहाड़ी में जाकर देखा कि खाई में इसकी बहन पड़ी हुई थी। उसकी मौत हो चुकी थी। विरेंद्र की रिपोर्ट पर खल्लारी थाना की पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी।