महासमुन्द
आंगनबाड़ी सहायिका की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा करने का आरोप
मामला ग्राम मेढ़ापाली का
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 14 नवंबर। विधानसभा के ग्राम मेढ़ापाली में आंगनबाड़ी सहायिका पद के भर्ती में गड़बड़ी होने की शिकायत सामने आ रही है, एक महिला ने आरोप लगाया है कि एक सक्षम व सामान्य परिवार की महिला को गरीबी रेखा के दर्शाकर अतिरिक्त अंक देकर नियुक्ति की गई है,जबकि उनके पास गरीबी रेखा कार्ड होने के बावजूद अंक ना देकर नियुक्ति से अपात्र किया गया है,जिसकी अपात्र महिला ने परियोजना अधिकारी बसना,जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी बसना, जिला पंचायत महासमुंद में शिकायत की है।
उमा मल्होत्रा पति सेतकुमार मल्होत्रा निवासी मेढ़ापाली ने आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 01 मेढ़ापाली में किए गए आंगनबाड़ी सहायिका की नियुक्ति में अधिकारियों द्वारा फर्जीवाड़ा किए जाने का आरोप लगाते हुए परियोजना अधिकारी बसना को दिये आवेदन में लिखा है कि उनके गांव के आंगनबाड़ी में सहायिका के पद के लिए गांव के पांच महिलाओं ने आवेदन किया था, जिनका मेरिट सूची 19,07,2022 को जारी हो गई है मेरिट सूची अनुसार लक्ष्मी पति फागुन देव पटेल को आठवीं की योग्यता व गरीबी रेखा कार्ड 6 अंक देकर 59.75 अंक के साथ वरियता के क्रम में प्रथम स्थान पर रखा गया है, जबकि उमा मल्होत्रा पति सेत कुमार मल्होत्रा को आठवीं की योग्यता व अजा/अजजा के दायरे में आने पर10 अंक प्रदान कर 58.24 के साथ दूसरे स्थान पर रखा है, चूंकि आंगनबाड़ी सहायिका के लिए एक पोस्ट रिक्त है इसलिए मेरिट सूची जारी अनुसार वरीयता के क्रम में प्रथम स्थान कि महिला का चयन होना निश्चित है, द्वितीय स्थान में रखने वाली महिला उमा मल्होत्रा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि लक्ष्मी पटेल सामान्य श्रेणी कार्ड धारी महिला है और उनका लगभग 12 एकड़ जमीन भी है बावजूद उन्हें मेरिट में प्रथम स्थान व आंगनबाड़ी सहायिका के लिए चयनित किया गया है, सामान्य श्रेणी परिवार के महिला को गरीबी रेखा परिवार से छह अंक बोनस के तौर पर देकर उन्हें चयनित किया गया है, जो नियम विरुद्ध है, जबकि उमा मल्होत्रा के द्वारा विज्ञापन आवेदन के साथ गरीबी रेखा प्रमाण पत्र देने के बावजूद उन्हें गरीबी रेखा परिवार से मिलने वाले 6 अंक देने से वंचित कर चयन से भी वंचित किया गया है,उन्होंने पात्र अभ्यर्थी को चयनित किये जाने का आग्रह करते हुए परियोजना अधिकारी बसना,जनपद पंचायत बसना व कलेक्टर महासमुंद को पत्र व्यवहार किया है,
इस संबंध में परियोजना अधिकारी बसना चंद्रहास नाग से उनका पक्ष जानने संपर्क किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।