जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 3 जुलाई। विगत दिनों अंचल में हो रही सोने के जेवरातों की चोरी के प्रकरणों की जांच एवं आरोपियों की पतासाजी में लगी कुनकुरी पुलिस को ठगी के एक बड़े मामले को पकडऩे में सफलता मिली है।
ठगी के इस मामले में तीन आरोपियों द्वारा सोने की पॉलिस चढ़े तांबे के आभूषण को असली सोने का बताकर बड़ी ठगी करने का प्रयास किया गया था। ठगी के इस बड़े मामले में लगभग 95 ग्राम नकली आभूषणों के माध्यम से लाखो की ठगी करने का प्रयास किये जाने की प्रारंभिक जानकारी मिली है। नकली सोना से ठगी के मुख्य आरोपी पर पर जमीन सौदे में 95 लाख की ठगी के प्रकरण की भी जांच होने की जानकारी कुनकुरी पुलिस द्वारा दी गई है।
थाना प्रभारी कुनकुरी एल आर चौहान ने प्रकरण के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि प्रार्थी निहाल ताम्रकार पिता अशोक ताम्रकार निवासी कुनकुरी द्वारा पुलिस थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उसके परिचित अंकित ताम्रकार, सन्नी ताम्रकार व करन सिंह तीनो निवासी जशपुर उसके पास आये थे और जमीन खरीदने के लिये पैसो की जरूरत बताकर घर का सोना है जिसे गिरवी रखवा दो या बिक्री करवा दो कहकर नगर के ही एक ज्वेलर के यहां सोने का तौल और परीक्षण कराया गया। इसके उपरांत उक्त आभूषणों को लेकर ग्राम बागबहार के परिचित प्रीतम शर्मा नामक व्यक्ति के पास रकम की व्यवस्था के लिये गये जहां प्रितम शर्मा के परिचित सुनार से आभूषणों की जांच कराने पर बताया गया कि आभूषण नकली है।
जहां से लौटकर प्रार्थी द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया गया कि अंकित ताम्रकार (26) जशपुर अपने साथी सन्नी ताम्रकार (19) जशपुर, करन सिंह (28) जशपुर द्वारा चार कंगन, दो गले की चैन, एक हाथ का ब्रेसलेट एवं दो कान के झूमके को असली सोना बताकर नकली जेवरात के माध्यम से ठगी का प्रयास किया गया।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध क्रमांक 84/2023 भादवि की धारा 420, 511, 34 के अन्तर्गत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है। आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ में पुलिस द्वारा आरोपियों से मेमोरेण्डम में पृथक-पृथक कथन लिया गया जिसमें आरोपियों ने नकली जेवरात को असली जेवरात बताकर ठगी करने का प्रयास स्वीकार किया गया।
प्रकरण से संबंधित आरोपियों से अलग-अलग बरामद आभूषणों चार कंगन, दो गले की चैन, एक हाथ का ब्रेसलेट एवं दो कान के झूमके का परीक्षण स्थानीय ज्वेलर्स से कराया गया, जिसमें अपनी परीक्षण रिपोर्ट में तांबे की धातू के ऊपर सोने का पालिस चढ़ा होना बताया गया।
परीक्षण रिपोर्ट के अनुसार 95 ग्राम वजन के असली आभूषणों का बाजार मूल्य लगभग 5 लाख 13 हजार रूपये के आसपास का बताया गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।