बिलासपुर
जागरूकता अभियान चलाएं तथा शून्य दुर्घटना सुनिश्चित करें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 17 जुलाई। सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देश के अनुसार मुख्य सचिव की ओर से स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के कलेक्टर एसपी को बच्चों को ओवरलोड कर ले जाने वाले वाहनों पर कार्रवाई सुनिश्चित करने कहा है। इसके बाद पुलिस स्कूलों में यातायात जागरूकता की क्लास ले रही है। साथ ही जांच पड़ताल के बाद वाहन चालकों पर जुर्माना भी किया जा रहा है।
सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस को जानकारी मिली कि मंगला के स्वामी आत्मानंद स्कूल के बच्चों को ऑटो चालक खतरनाक ढंग से लटका कर ले जा रहा था। सूचना मिलने पर यातायात प्रभारी डीएसपी संजय साहू ने सब इंस्पेक्टर उमा शंकर पांडे को तत्काल स्कूल भेजा। आटो रिक्शा को जब्त कर कार्रवाई के लिए परिवहन विभाग के सुपुर्द किया गया।
इसके बाद स्कूल में यातायात की पाठशाला लगाकर सब इंस्पेक्टर उमा शंकर पांडे व उनकी टीम ने छात्र छात्राओं और वहां मौजूद अभिभावकों को यातायात से जुड़ी सुरक्षात्मक जानकारी दी गई।
इसी कड़ी में आरटीओ बिलासपुर द्वारा एवं यातायात पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से 11 ऑटो की गई जिसमें 08 वाहन फिटनेस एवं 03 वाहन बिना परमिट के पाए गए। इन पर 22 हजार रुपये का चालान काटा गया। साथ ही शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आटो में ओवरलोडिंग, खतरनाक ढंग से वाहन चलाने वाले ऑटो को कार्रवाई के लिए यातायात मुख्यालय लाया गया।
इधर, स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से कलेक्टर, एसपी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि शहरों में मोपेड, दो पहिया वाहन, ऑटो रिक्शा, टैक्सी, मिनी बस आदि में ओव्हर लोड कर विद्यार्थियों की आवाजाही कराई जा रही है। शैक्षणिक संस्था, वाहन मालिक, चालक, पालक एवं स्वयं विद्यार्थी सडक सुरक्षा एवं यातायात के सामान्य नियमों एवं मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं। अवसर ऐसी चूक जानलेवा हो जाती है। मुख्य सचिव ने स्कूल वाहनों से होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नियमित जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इसकी समीक्षा भी नियमित रूप से हो। इस संबंध में सर्वोच्च न्यायालय का निर्देश भी है। स्कूली वाहनों से दुर्घटनाएं शून्य हों इसके लिए कदम उठाएं।