रायपुर
रोजगार दफ्तर में पंजीयन के लिए क्राइटेरिया नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 जुलाई। मानसून सत्र के दूसरे दिन बेरोजग़ारी भत्ते का मामला गरमाया। उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने हंगामा मचाया। इस प्रश्न पर आज करीब 36 मिनट चर्चा हुई। और मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने बहिर्गमन कर दिया। अजय चंद्राकर ने पूछा कि 22 हजार लोगों को रोजगार देने का विज्ञापन दिया, तो 33 हजार लोगों की भर्ती कैसे हो गई। उच्च मंत्री उमेश पटेल ने माना कि 22 हजार विज्ञापन में 33 हजार लोगों को रोजगार मिला है।इसके लिए अलग-अलग विभागों में व्यवस्था की गई।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने लगाया आरोप लगाया कि बेरोजगारों को भत्ता देने के नियम रोज बदले जा रहे है। सरकार 10 लाख लोगों को रोजगार देने के होर्डिंग लगा रही है, लेकिन कितने बेरोजगार पंजीकृत है, इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है। रोजगार मंत्री उमेश पटेल के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने खड़े होकर नारेबाजी शुरू कर दी।
अजय चंद्राकर ने कहा कि बेरोजग़ारी पंजीयन के लिए मापदंड पूछे तो मंत्री ने न होने की बात कही । इस पर उम्र, शिक्षा की बाध्यता नहीं है,ये हास्यास्पद है। उन्होंने कहा कि मतलब मै भी अभी जाकर बेरोजगार होने की पंजीयन करा सकता हूं।
चर्चा के दौरान मंत्री उमेश पटेल ने तंज कसते हुए कहा कि वैसे अजय चंद्राकर अभी जाकर पंजीयन कराएंगे तो उनका भी हो जाएगा, लेकिनआग्रह है कि वे वर्तमान में विधायक हैं, अभी न जाएं, नहीं तो मैसेज अच्छा नहीं जाएगा।
मंत्री उमेश पटेल ने बताया कि 20 जून 2023 की स्थिति में 1,72,553 ने बेरोजगारी भत्ता हेतु पंजीयन कराया है। 20 जून 2023 की स्थिति में 1,14,764 पात्र एवं 33559 अपात्र हुए हैं। अजय चंद्राकर ने कहा कि बिना किसी को नौकरी दिए 33 हजार 659 अपात्र हो गए।शिवरतन शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को गुमराह किया जा रहा है। भाजपा के नारायण चंदेल, शिवरतन शर्मा ,सौरभ सिंह ने भी प्रश्न किए लेकिन मंत्री के जवाब से असंतुष्ट नजर आए। और बहिर्गमन कर गए।