सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 21 जुलाई। विकासखंड में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में इस वर्ष बारिश नहीं होने के कारण जहां किसान चिंतित हंै, वहीं खाद बीज महंगे दामों पर किसान खरीदने मजबूर हंै।
ज्ञात हो कि बरसात प्रारंभ हुए महीना बीत गए, मगर प्रतापपुर क्षेत्र में हफ्ता में कभी एक आध घंटा पानी अगर बरस गया तो यहां के लोग भगवान का शुक्र कर रहे हैं। तपती गर्मी और उमस भरी गर्मी से लोग हलाकान हो रहे हैं और क्षेत्र में सर्दी बुखार जुखाम आम हो गई है।
प्रतापपुर शहर में या किसी गांव में भी बारिश नहीं हो रही है, जिससे किसानों की चिंता काफी बढ़ गई है। किसान धान की बुवाई करने के बाद खेत में बीड़ा फसल का ठहराव करने के बाद भी खेतों में पानी नहीं जमा है जिससे जगह-जगह खेतों में दरार पडऩे लगी है। अच्छी बारिश नहीं होने के कारण प्रतापपुर क्षेत्र में सूखा जैसा माहौल हो गया है।
जिन किसानों के पास सिंचाई का साधन है,पंप लगा हुआ है, वे अपना बीड़ा को तैयार कर ले रहे हैं, जिनके पास साधन नहीं है, वे आसमान की ओर ताक लगाए बैठे हैं।
जहां अब तक धान के फसल खेतों में लहरा होते हुए दिखना चाहिए वहीं पानी के कमी से पूर्ण रूप से विकसित नहीं हो पा रहे और हरियाली के जगह पीलापन खेतों में दिखाई दे रहा है।
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि क्षेत्र को सूखा घोषित करते हुए शासन के द्वारा यहां मुनादी करानी चाहिए तो कुछ लोगों का मानना है कि इंद्रदेव प्रतापपुर क्षेत्र से भारी नाराज हैं जिसके कारण से बरसात सही तरीके से नहीं हो पा रही है।
90 साल के बुजुर्ग ने कहा कि हमने अपने जीवन में विगत 3 वर्षों से ऐसा देख रहे हैं कि प्रतापपुर क्षेत्र में पानी की कमी हो रही है।