मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
दोषियों पर कार्रवाई के लिए 3 दिनों का अल्टीमेटम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 23 जुलाई। सीएमएचओ डॉ. सुरेश तिवारी पर हुए जानलेवा हमले को लेकर एमसीबी जिले के स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों ने नियमित स्वास्थ्य सेवाओं को बंद करते हुए सिर्फ आकस्मिक सेवाएं प्रदान किए जाने का निर्णय लिया है। वहीं दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं होने पर 3 दिवस के पश्चात नियमित सेवाओं के साथ ही आकस्मिक सेवाओं को भी बंद करने की चेतावनी दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश तिवारी के साथ मरीज के परिजनों द्वारा हाथा-पाई एवं गाली-गलौज तथा अनियंत्रित भीड़ के द्वारा जान से मारने का प्रयास किया गया है। इस घटना से सभी अधिकारी-कर्मचारी अपनी सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं। सभी चिकित्सकों एवं कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि उक्त घटनाक्रम के सभी आरोपियों पर नर्सिंग/मेििडकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए साथ ही शासकीय अस्पताल में 24 घंटे बटालियन से सशस्त्र बल द्वारा सुरक्षा प्रदान की जावे। सुरक्षा के अभाव में मारपीट, गाली-गलौज इत्यादि घटनाओं के कारण डर के माहौल में अधिकारी-कर्मचारी कार्य करने में असमर्थ हैं।
कर्मचारियों ने कहा कि उनके द्वारा नियमित स्वास्थ्य सेवाओं को बंद किया जा रहा है। सिर्फ आकस्मिक सेवाएं प्रदान की जाएंगी। वहीं दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई नहीं होने पर 3 दिनों के बाद आकस्मिक सेवाएं भी बंद कर दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
चिकित्सकों ने दर्ज कराई नामजद शिकायत
सीएमएचओ डॉ. सुरेश तिवारी सहित एमसीबी एवं कोरिया जिले के चिकित्सकों ने संयुक्त हस्ताक्षरित शिकायत पत्र थाना प्रभारी मनेंद्रगढ़ को सौंपकर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की।
सीएमएचओ ने मृतक के परिजन अमन पतवार व वार्डवासी पप्पू हुसैन, टंटू, सबी मानिकपुरी, आकाश केशरवानी, अजय जायसवाल, आकाश दुआ, कमलकांत मलिक, हेमलता सोनी, खुशबू दास, नंदनी, शीतला, दीपा सोनी एवं अन्य लगभग 40 से 50 लोगों पर उनके साथ अश्लील गाली-गलौज एवं अपशब्दों का प्रयोग करते हुए जानलेवा हमला व मारपीट करने का अरोप लगाया है।