रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 जुलाई। पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल के युवा वोटरों से संवाद कार्यक्रम पर वार किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव आने पर ही युवाओं की याद आ रही है। जबकि सबसे ज्यादा अन्याय इस सरकार ने युवाओं के साथ ही किया है। प्रदेश का युवा इस समय पीएससी परीक्षा देने डर रहा है।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता अमित साहू ने बुधवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कहा है कि प्रथम बार के युवा मतदाताओं से संवाद करने के बजाय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल युवाओं के मन की पीड़ा और आक्रोश को महसूस करें। श्री साहू ने कहा कि अपने पाँच साल के शासनकाल में कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने युवाओं के साथ छल-कपट करके जिस तरह उनकी प्रतिभा और आत्मसम्मान को चोट पहुंचाई है, उसकी बड़ी कीमत चुकाने के लिए कांग्रेस और भूपेश सरकार को तैयार रहना चाहिए।
साहू ने कहा कि बेरोजगारी की दर 0.65 प्रतिशत बताकर झूठे आँकड़े पेश करके अपने मुँह मियाँ मिठ्ठू बनने वाली प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने रोजगार के नाम पर प्रतिभासंपन्न युवाओं को शराब की कोचियागिरी करते हुए डिलीवरी ब्वॉय बनाकर उनके साथ घिनौना मजाक किया। श्री साहू ने कहा कि 50 लिपिक पदों के लिए 80 हजार और भृत्य के 91 पदों के लिए 2.25 लाख आवेदन जमा होना रोजगार के नाम पर प्रदेश सरकार के तमाम दावों की पोल खोल रहा है।
सरकार बेरोजगार युवाओं के हक का 15 हजार करोड़ रुपए यह सरकार डकार कर बैठी है। साहू ने कहा कि युवाओं की उच्च शिक्षा के लिए प्रदेश की भूपेश सरकार ने कोई नई पहल नहीं की। स्कूल परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इन्डेक्स में प्रदेश की 34वीं रैंक आना भूपेश सरकार के निकम्मेपन की तस्दीक करने के लिए पर्याप्त है।