रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 जुलाई। शहर के प्रमुख सामाजिक संगठनों, ट्रेड यूनियन, किसान संगठन, शिक्षक संगठन, छात्रों संगठन, युवाओं, महिला संगठनों और आदिवासी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया। मणिपुर में हो रही क्रूर हिंसा को रोक शांति बहाली तथा निकम्मी बीरेन सिंह सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे ।मानव श्रृंखला के पश्चात सभा आयोजित की गई। इसे सीटू राज्य महासचिव एम के नंदी, सी जेड आई इ ए महासचिव धर्मराज महापात्र,पत्रकार राजकुमार सोनी, आईपीटीए के अरुण काठोटे राजेश अवस्थी, आदिवासी एकता महासभा के अलेकजेंडर तिर्की, श्रीमती कांता केरकेट्टा, गुरविंदर सिंह चड्डा, मनीष टोप्पो ने संबोधित किया । सभी वक्ताओं ने मणिपुर में महिलाओं के साथ बर्बरता के वायरल वीडियो पर गुस्से का इजहार करते हुए एक स्वर से केंद्र सरकार को मणिपुर में जातीय हिंसा को बढ़ावा देने का जिम्मेदार ठहराया और प्रधानमंत्री की इस मामले में 79 दिनों तक चुप्पी पर सवाल भी उठाया । वक्ताओं ने कहा कि गृह मंत्री के दौरे के बाद भी स्थिति और बिगड़ी और दोनो राज्य में भाजपा याने डबल इंजन की सरकार के बाद भी वहां के निकले मुख्यमंत्री को हटाया नहीं गया । यह घटना भाजपा के आदिवासी विरोधी चेहरे के साथ ही उसके घृणा और नफरत की राजनीति की देन है ।
आज के प्रदर्शन, मानव श्रृंखला और सभा में प्रमुख रूप से अजय कन्नोजे , सुरेंद्र शर्मा, के के साहू, संदीप सोनी, गजेंद्र पटेल, पी सी रथ, वीरेंद्र शर्मा, श्रीमती कांता केरकेट्टा आनंद प्रकाश टोप्पो, बसंत तिर्की सिल्वेस्टर इक्का, राजेश पराते, विभाष पैतुंडी, मारुति डोंगरे, पंचू निषाद, अर्चना एडगर साजिद रजा सहित सैकड़ों लोग शामिल थे ।
महापात्र ने बताया कि जल्द ही राज्यपाल से भेंटकर राष्ट्रपति के नाम आज के प्रदर्शन की भावना अवगत कराने एक ज्ञापन सौपा जायेगा । प्रदर्शन के अंत में मणिपुर की हिंसा में अब तक मारे गए सभी निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।