महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 अगस्त। चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा ने एक वक्तव्य में प्रदेश के जूनियर डाक्टरों की हड़ताल पर चिंता व्यक्त करते हुए सरकार एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव से आग्रह किया है कि हड़ताल के पूर्व उनसे चर्चा कर समस्या का निराकरण कर प्रदेश की जनता को हड़ताल से होने वाली समस्या से बचाएं।
डॉ.चोपड़ा ने कहा कि लगभग 6 माह पूर्व जूनियर डाक्टरों की हड़ताल समाप्त कराते हुए कांग्रेस के नेताओं ने मुख्यमंत्री से आश्वासन दिलवाया था कि उनकी समस्या का शीघ्र समाधान होगा, हड़ताल समाप्त कर दें। आश्वासन एवं धमकी के कारण जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल समाप्त कर दी। उसके बाद तथाकथित नेता गायब हो गए।
डॉ. चोपड़ा ने कहा कि मेडिकल कालेज की रीढ़ जूनियर डाक्टर ही होते हैं, जो 24 घंटे दिन रात मरीजों के सेवा में लगे रहते हैं। जिनके सोने एवं खाने का कोई ठिकाना नहीं होता, जो नियमित डॉक्टरों से ज्यादा समय देते हैं एवं मेहनत करते हैं। उन्हें दूसरे राज्यों में अच्छा खासा स्टायफंड मिलता है। परंतु छत्तीसगढ़ में अनेक आश्वासनों के बाद भी राज्य सरकार चुप है। जूनियर डॉक्टरों की छोटी संख्या के कारण सरकार इनकी उपेक्षा कर रही है। धरना स्थल पर पहुंचकर डॉ. चोपड़ा ने उनकी मांगों का समर्थन किया और राज्य सरकार से अपील की कि उनकी मांगें पूरी की जाए।