रायपुर
कलाम की सभी धर्माे के प्रति अच्छी भावना थी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 अक्टूबर। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज द्वारा 15 अक्टूबर को वृन्दावन हॉल, रायपुर में पसमांदा आइकॉन एवम् पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की यौम ए पैदाइश पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सांसद सुनील सोनी, पदमश्री डॉ. भारती बंधु, पुरेन्दर मिश्रा, लोकेश कांवडिय़ा, आसिफ कुरैशी , मोहम्मद कमरुद्दीन आदि उपस्थित थे।
प्रदेश अध्यक्ष आरिफ नियाज़ी ने बताया कि डॅाक्टर कलाम शिक्षा जगत से जुड़े हुए थे इस लिए हमें शिक्षा पर जोर देना है। सरकार की शिक्षा के क्षेत्र में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं । इसका लाभ पसमांदा मुसलमानों को नहीं मिल पा रहा है। आरटीई शिक्षा का अधिकार मूल रूप से एपीजे अब्दुल साहब की ही सोच का नतीजा है। डॉक्टर कलाम का सभी धर्मों के प्रति बहुत अच्छी भावना थी। वह गीता, कुरान, बाईबल एवं अन्य धर्म ग्रंथों को पढ़ते थे। उन्होंने बताया कि डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जैसे स्पेस साइंटिस्ट, शिक्षक, मोटीवेटर, राइटर एवं हिन्दू मुस्लिम एकता के चैंपियन को अशरफों द्वारा इग्नोर करना निन्दनीय है ।