रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अक्टूबर। दो दर्जन राइस मिलर, ट्रांसपोर्टर तथा अफसरों के 15 में से ईडी की छापेमारी के दूसरे दिन आधे से ज्यादा ठिकानों में कंपलीट कर ली गई है। सूत्रों के मुताबिक कोरबा के गोपाल मिलर्स पर छापे की कार्रवाई में मिले इनपुट के आधार पर शनिवार को कटघोरा के दो तथा गोबरा नवापारा के एक राइस मिलर के यहां दबिश दी। कटघोरा राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष व व्यवसायी प्रशांत अग्रवाल के कसनिया स्थित काके ढाबा के सामने घर पर दोपहर 12 बजे ईडी की टीम ने दबिश दी। ईडी की टीमें गोयल, और अग्रवाल के घर और राइस मिल में जांच कर रही है।
गौरतलब है कि राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत के बाद आयकर विभाग द्वारा अप्रैल में की गई छापे की कार्रवाई में ईडी ने एंट्री की है। ईडी को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के चावल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने होने की आशंका है। चावल घोटाले में अफसर, राइस मिलरों के अलावा नेताओं की संलिप्तता होने की ईडी को आशंका है। इसी आधार पर ईडी ने छापे की कार्रवाई की है।
आयकर विभाग ने नान तथा मार्कफेड के तत्कालीन अफसर,राइस मिलरों के यहां छापे में बड़े पैमाने पर लेन-देन के दस्तावेज हाथ लगे थे। इसके साथ ही मनी लांड्रिंग होने के प्रमाण मिले थे। इसी आधार पर आयकर विभाग ने मामले की जांच ईडी को ट्रांसफर किया। आयकर विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों की पड़ताल करने के बाद ईडी ने छापे की कार्रवाई की है।
सूत्रों के मुताबिक चावल घोटाला मामले में ईडी ने जिन राइस मिलर, अफसरों के यहां छापे की कार्रवाई के दौरान जो दस्तावेज जब्त किए हैं उनकी प्रारंभिक पड़ताल में हवाला के माध्यम से लेन-देन करने की जानकारी हाथ लगी है। हवाला किन लोगों के साथ और कैसे किया गया ईडी के अफसर इस बात की पड़ताल करेंगे।