कोण्डागांव
भागवत कथा सुनने उमड़ रहे भक्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 18 नवंबर। श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथा वाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज महाराज ने कहा कि श्रीमद भागवत सर्व वेदान्त का सार है। इस रसामृत के पान से जो तृप्त हो जाये, उसे अन्य जगह पर आनन्द आ ही नहीं सकता।
श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ कथा 17 से 23 नवंबर को दोपहर 3 से संध्या 6 बजे तक राजहंस होटल पुराना चितलिया मिल कोंडागांव में आयोजित किया गया है। कथावाचक अतुल कृष्ण जी भारद्वाज के द्वारा कथावाचन किया जा रहा है।
ओमप्रकाश टावरी द्वारा होटल राजहंस में आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन आज कथा वाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज महाराज ने कहा कि श्रीमद भागवत भारतीय वांगमय की मुकुटमणि है। यह परम हंसों के शुद्ध और सर्वोच्य ज्ञान का वर्णन करती है। इसके प्रत्येक लोक में कृष्ण प्रेम की सुगंधि है। यह समस्त भौतिक कर्म से छूटने का साधन है। यह दिव्य ज्ञान वैराग्य और भक्ति की विधियों को प्रकाशित करने वाला है।
अतुल कृष्ण भारद्वाज जी महाराज ने अनेकों उद्धरणों से बताया कि जो कोई भी श्रीमद्भागवत कथा को गम्भीरता पूर्वक समझने का प्रयास करता है, जो कोई भी समुचित ढंग से इसका श्रवण करता है वह पूर्ण रूप से मुक्त हो जाता है। कलियुग में अगर कोई सबसे बड़ा तप है, अगर कोई सबसे बड़ा यज्ञ है, अगर कोई मोक्ष का साधन है तो वो श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण है। इस कथा के श्रवण मात्र से मानव भवसागर से पार हो सकता है। जीते जी मुक्त हो सकते हैं।
विदित हो कि पूज्य अतुल कृष्ण भारद्वाज जी महाराज एमएससी गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उन्होंने पत्रकारिता में परास्नातक की उपाधि प्राप्त की है । उन्होंने अब तक अपने देश के साथ ही नेपाल, बर्मा, कम्बोडिया, मलेशिया,श्रीलंका मॉरिशस इंडोनेशिया, बर्मा आदि देशों 600 से अधिक कथाएं की हैं।