सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सूरजपुर, 10 दिसंबर। सूरजपुर वन मंडल अंतर्गत प्रतापपुर परिक्षेत्र में एक हथिनी दलदल में फंस गई। आठ घंटे तक फंसे रहने के बाद खुद किसी तरह बाहर आई और अब कुछ दूर चल कर बैठ गई है। वन विभाग अब चिकित्सकों को बुला कर उसकी सेहत पर नजऱ बनाये हुए हंै।
इस संबंध में प्रतापपुर के परिक्षेत्राधिकारी विनय टंडन ने बताया कि यहां बरबसपुर गांव से लगे गन्ने के खेतों के बीच एक नाले में एक हथिनी फंस गर्इं, यहां काफी दलदल है, बीते 8 घंटे से हमारी टीम उस पर नजऱ बनाये हुए थी। अब बाहर आई है। कुछ दूर चली, फिर बैठ गई है, उस पर नजऱ बनाये हुए हैं, चिकित्सकों को भी बुलाया गया है।
जानकारी के अनुसार सूरजपुर वन मंडल के प्रतापपुर परिक्षेत्र में इस समय 38 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इस क्षेत्र में गन्ने की खेती के लिए प्रसिद्ध प्रतापपुर में प्राय: हाथियों का डेरा रहता है, इस बीच कल रात बरबसपुर में एक नाले में दल का एक हाथी फंस गया।
ग्रामीणों की माने तो सुबह 4 बजे के आसपास उसके चिल्लाने की आवाजें आ रही थी, पास जाकर देखा तो हाथी ठंडे पानी के दलदल में फंसा हुआ है, जिसके बाद इसकी सूचना तत्काल वन विभाग की दी थी। मौके पर रेंजर विनय टंडन के साथ वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, हाथी खुद बाहर आने की कोशिश कर रहा था।
बरबसपुर के ग्राम बूढ़ाडांड में रात्रि हाथी विचरण निगरानी में लगे कर्मचारियों के द्वारा सुबह सूचना मिली कि इस दल की एक मादा वयस्क हथिनी दलदल में फंसी हुई है, जिसको वन कर्मचारियों एवं हाथी मित्र दल के द्वारा मोर्चा संभालते हुए जेसीबी और रस्सी से निकालने का प्रयास किया गया।
सुबह 6 से 9 बजे तक प्रयास करने के बाद लगभग 3 घंटे के बाद हथिनी को सुरक्षित रेस्क्यू कर निकाला गया, और वह बस्ती के किनारे खेत में बैठी हुई हैं।
गड्ढे से बाहर आकर कुछ दूर तक चली और फिर बैठ गई। जो काफी देर तक बैठी हुई है, जिसके बाद वन विभाग ने चिकित्सकों की टीम को बुलाया है ताकि उसकी सेहत की जानकारी ली जाए। ठंड के कारण काफी देर तक पानी मे फंसे रहने के कारण उसके स्वास्थ्य की जांच की तैयारी की जा रही है।