दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 जनवरी। नजदीकी उपार्जन केन्द्रों में आवश्यकता से अधिक धान उठाव हो रहा है लीड का खर्च बचाने दूरस्थ उपार्जन केन्द्र से धान का मिलर्स ज्यादा धान उठाव नहीं कर रहे हैं इससे दर्जनों केन्द्रों में जाम की स्थिति है जाम धान की वजह से इनमें आधा दर्जन केन्द्रो में खरीदी बंद होने की कगार पर है।
गौरतलब है कि खरीफ वर्ष 2023-24 में धान उपार्जन कार्य 102 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से किया जा रहा है इसमे कस्टम मिलिंग चांवल उपार्जन लक्ष्य अनुसार मिलर्स के माध्यम से डीओ जारी कर धान का उठाव किया जा रहा जिले के 49 उपार्जन केन्द्रों में कुल खरीदी का 70 प्रतिशत डीओ जारी हो गया है। इनमें अधिकाँश केन्द्रों का बफर लिमिट के अन्दर है। 70 प्रतिशत से कम उठाव वाले केद्रों में आगामी दिवसों में धान खरीदी प्रभावित हो सकती है ऐसे उपार्जन केन्द्रों में ज्यादातर धमधा विकास खंड के दूरस्थ क्षेत्र में स्थित केन्द्र शामिल है। इनमें आधा समितियों में जगह के अभाव में खरीदी बंद होने की स्थिति में है।
जानकारी के मुताबिक जिले में प्रतिदिन मिलर्स द्वारा लगभग10 हजार मीट्रिक का डीओ आवेदन प्राप्त हो रहा है, जो ओवरराइड डीओ से जारी नहीं हो पा रहा है जारी डी ओ में न्यूनतम दूरी के उपार्जन केन्द्रों में आवश्यकता से अधिक ज डीओ जारी हो रहा है। जबकि दूरस्थ केन्द्रो में खरीदी के अनुरूप उठाव के लिए डी ओ जारी नहीं किया जा रहा है यदि जिले के बफर लिमिट से अधिक धान वाले केन्द्रों से शीघ्र धान उठाव नहीं हुआ तो अनेक केन्द्रों में खरीदी बंद हो सकती है जिले के उपार्जन केद्रों में 15 लाख क्विंटल धान जाम है।
डीएमओ भौमिक बघेल का कहना है कि प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ को पत्र लिखा गया है। इसमें बफर लिमिट से अधिक धान वाले उपार्जन केन्द्रों जहां 50 प्रतिशत से कम डीओ जारी हुआ है, वहां का प्राथमिकता से डीओ जारी करने हेतु सम्बंधित को निर्देशित करने अनुरोध किया गया है।