दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 जनवरी। मौसम की बेरूखी की मार से प्रदेश में अनेक किसानों के खेतों लगी अरहर की फसल तबाह हो गए है पिछले दिनों हुई बारिश एवं बार बार आसमान में बादल छाने से अरहर पौधे में लगी फलियों में कीड़े लगने से पूरा फल खराब हो गया बार बार मौसम का मिजाज बदलने से किसानों को भारी उठाना पड़ रहा है।
प्रदेश के किसानों द्वारा ग्यारह हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर की फसल ली गई है। दुर्ग जिले के धमधा विकास खंड अंतर्गत सबसे ज्यादा अरहर की फसल ली जाती है । इसके अलावा पाटन तथा दुर्ग विकास खंड में भी बहुत से किसान खेत के मेड़ों में अरहर की फसल लेते हैं। ग्राम बोरीडीह निवासी कृषक वेदनारायण साहू ने 10 एकड़ में खेत के मेड़ में अरहर की फसल ली है। उनका कहना इस वर्ष 10 क्विंटल से अधिक उत्पादन की उम्मीद थी मगर पिछले दिनों हुई बारिश व बार-बार मौसम का मिजाज बदलने से पौधे में लगे फल में कीड़े लग गए है, इससे दवाइयों का भी असर नहीं हो रहा है नतीजन पूरी फसल चौपट हो गई है।
प्रगति शील कृषक जालम पटेल का कहना है कि धमधा क्षेत्र के अनेक ग्रामों में किसानों ने सैकड़ों एकड़ में अरहर की फसल ली मगर बे मौसम बारिश के बाद कीट प्रकोप से अरहर की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। दवाईयों के छिडक़ाव में भी अतिरिक्त आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ा।