दुर्ग
अंतरराज्यीय सायबर ठग गिरोह दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 2 अप्रैल। लोगों के पर्सनल डाटा परचेज कर मोबाइल फोन से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर रकम निवेश करने का झांसा देकर 1.29 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले एमपी के 6 आरोपियों के पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 17 मोबाइल, 19 सिम, विभिन्न बैंकों के 9 एटीएम कार्ड, पास बुक, वोटर आईडी कार्ड, पेन कार्ड, ठगी की रकम से खरीदे वाहन, सोने के आभूषण एवं नगदी रकम 17,500 रूपये दुर्ग पुलिस ने बरामद किए हैं।
ज्ञात हो कि आदर्श नगर दुर्ग के रोहित बघेल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरके टेक्नालॉजी कम्पनी के कर्मचारी सिद्धार्थ सक्सेना द्वारा शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 1 करोड़ 29 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना पद्यमनाभपुर में धारा 420, 467, 468, 471, 406, 34 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया। मामले को पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने गंभीरता से लेते हुए धोखाधड़ी करने वाले गिरोह की पतासाजी कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे नतीजतन पुलिस टीम ने प्रार्थी से संपर्क कर घटना से संबंधित विस्तृत जानकारी ली।
घटना अवधि के दौरान प्रार्थी के मोबाईल पर आने वाले नम्बरों एवं ट्रेडिंग कार्य को संचालित करने के लिए पैसों के लेने देन में उपयोग होने वाले बैंक एकाउण्ट के संबंध में जानकारी एकत्रित कर सूक्ष्मता से विश्लेषण किया गया। मोबाईल नम्बरों के कॉल डिटेल प्राप्त किये गये, ठगी में उपयोग किये विभिन्न बैंकों के खातों का स्टेटमेंट प्राप्त किया गया। आरोपियों द्वारा घटना उत्तर प्रदेश के झांसी शहर में रहकर कारित की जा रही थी। पैसों का आहरण एक खाता से दूसरे खाता में जमा कराया जाकर मध्यप्रदेश के छत्तरपुर, ग्वालियर, राजनगर, भोपाल, झांसी (उ.प्र.) से एटीएम के माध्यम से रकम की निकासी हो रही थी।
आरोपियों की उपस्थिति लगातार परिवर्तित हो रही थीं। उनके लगातार भोपाल से ग्वालियर, शिवपुरी, इंदौर फिर झांसी में होना पता चला, जिसके आधार पर टीम झांसी पहुंचकर आरोपियों की पतासाजी उनके उपस्थिति के आधार पर कर रही थी। इसी दौरान स्थानीय स्तर पर पतासाजी करने पर झांसी स्थित सर्व नगर में चावड़ा बिल्डर्स के अपार्टमेन्ट में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की उपस्थिति का पता चला। प्रकरण से संबंद्ध मोबाईल नम्बरों का लोकेशन भी उसी स्थान पर पाये जाने से टीम द्वारा लगातार पतासाजी के उपरांत चावड़ा बिल्डर्स के तीसरे माले में स्थित एक अपार्टमेन्ट को चिन्हित कर दबिश दी गयी जहाँ आकाश चौहान, अमित यादव, गौरव सिंह परमार, दिग्विजय सिंह बुंदेला, शिवम यादव एवं बाबू रैंकवार को पकड़ा गया, जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन व सिम कार्ड प्राप्त हुआ। इनसे पृथक-पृथक विस्तृत पूछताछ करने पर आकाश उर्फ लक्की द्वारा छद्म नाम सिद्धार्थ सक्सेना, अमित यादव द्वारा छद्म नाम राहुल गुप्ता व विक्रांत गुप्ता के नाम से प्राथी को मोबाईल फोन के माध्यम से बातचीत कर ठगी करना, गौरव सिंह परमार उर्फ हमीद उर्फ अमित शर्मा, दिग्विजय सिंह, शिवम यादव उर्फ राम उपाध्याय, बाबू रैकवार उर्फ अमन द्वारा ठगी की घटना में बैंक खातों की व्यवस्था करना, बैंक से एटीम के माध्यम से रकम निकासी करना तथा बैंक एकाउण्ट का संधारण करना स्वीकार किये।
पूछताछ पर आरोपियों के द्वारा धोखाधड़ी की घटना में फरार आरोपी मास्टर माइंड जितेन्द्र परमार एवं यशवर्धन सिंह परमार डायरेक्टर होना जिनके द्वारा धोखाधड़ी करने के लिए बैंक खाते, सिम कार्ड, मोबाईल फोन, कम्प्यूटर सिस्टम एवं ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए लोगों के पर्सनल डाटा उपलब्ध कराना बताया गया।
आरोपियों के कब्जे से पृथक-पृथक विभिन्न कंपनियों के 17 मोबाईल फोन एवं उसमें लगे सिम कार्ड, पृथक से 19 विभिन्न कंपनियों के सिम कार्ड, 13 मोबाइल फोन चार्जर, विभिन्न बैंकों के 9 एटीएम कार्ड, 1 नग पास बुक, वोटर आईडी कार्ड, पेन कार्ड, ठगी की रकम से खरीदे गये वाहन क्रमांक एमपी 9 डब्ल्यू एम 6238 रेनो ट्राइबर, वाहन क्रमांक यूपी 93 सीसी 0806 महिन्द्र एक्सयूवी 300 मय कागजात, ठगी की घटना से खरीदे गये सोने के आभूषण एवं नगदी रकम 17,500 रूपये बरामद कर जब्त किया गया। फरार आरोपियों जितेन्द्र सिंह परमार एवं यशवर्धन सिंह परमार की पतासाजी की जा रही है। अग्रिम कार्यवाही थाना पद्यमनाभपुर से की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों में आकाश चौहान उर्फ लक्की (23),अमित यादव (25) , दिग्विजय सिंह बुंदेला (28),शिवम यादव (24), बाबू रैकवार (24) तथा गौरव सिंह परमार (24) सभी निवासी मध्यप्रदेश शामिल हैं।