दुर्ग
दुर्ग, 25 अप्रैल। बीआईटी के इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों ने विभाग के छात्र संघ ईईईईएसए के बैनर तले 22 अप्रैल को थीम ओपन इनोवेशन पर एक प्रोजेक्ट शोकेस प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता के लिए कुल बारह टीमों का चयन अलग-अलग सेमेस्टर से किया गया था। प्रतियोगिता तीन वर्गों में आयोजित की गई थी। मिनी प्रोजेक्ट, माइनर प्रोजेक्ट एवं मेजर प्रोजेक्ट। प्रतिभागियों ने अपने तकनीकी ज्ञान एवं प्रतिभा से अपने वर्ग में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता को जज डॉ. अल्बर्ट जॉन एवं डॉ. सुचित्रा पांडे ने किया। साथ ही प्रतिभागियों को अपने प्रोजेक्ट को आने वाले हैकेथोन में प्रस्तुत करने की सलाह भी दी। प्रतिभागियों को तीन वर्ग में पुरस्कार दिए गए। मिनी प्रोजेक्ट में विजेता गु्रप ने स्मार्ट इरिगेशन सिस्टम्स बनाया था जिसका इस्तेमाल आज के डिजिटल युग के किसानों के लिए लाभदायक है।
माइनर प्रोजेक्ट के विजेता गु्रप ने डिजिटल स्टोरेज ऑस्कइलूस्कोप बनाया। साथ ही मेजर प्रोजेक्ट के विजेता गु्रप ने सोईल डिटेक्शन एंड इरिगेशन सिस्टम बनाया था जो कि देश में हो रही पानी की समस्या के रोकथाम में एक छोटा कदम बन सकता है।
डॉ. मुकेश चंद्राकर व डॉ. हीना मिश्रा कार्यक्रम के प्रभारी थे। डॉ. अनूप मिश्रा एवं डॉ. सुरेखा भुसनूर विभागाध्यक्ष, डॉ. अभिषेक वर्मा, मौसम शर्मा, अभिषेक अग्रवाल, अभिजीत लाल, डॉ. अनुपम अग्रवाल, अलका मिश्रा, नौशीन अंजुम, रितु तिवारी ने छात्रों को सफल आयोजन के लिए सराहा। प्राचार्य डॉ. अरुण अरोरा के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्टूडेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने योगदान दिया। जिसमें अदिति द्विवेदी (प्रेसिडेंट), आशी शुक्ला (वाईस प्रेसिडेंट), अमन सिंह (कोषाध्यक्ष), चारिशा (सेक्रेटरी), उत्कल (जॉइन सेक्रेटरी) एवं अन्य सदस्य धारा, आकाश, तिजिल, उदय शामिल है।