बेमेतरा
स्कूल और यात्री बसों का किया जा रहा अधिग्रहण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 3 मई। लोकसभा के लिए 7 मई को होने वाले मतदान के लिए प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मतदान दल व सुरक्षा बल के जवानों के आने-जाने के लिए बस व अन्य वाहनों के अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रांरभ कर दी गई है। जिले में मतदान के लिए 224 बस व 130 एलएम वाहन की जरूरत होने का अनुमान है। चुनावी जरूरत को देखते हुए वाहन जुटाए जा रहे हैं।
जानकारी हो कि दुर्ग लोकसभा के लिए आगामी 7 मई को जिले के साजा, बेमेतरा व नवागढ़ में मतदान किया जाना है। मतदान के एक दिन पूर्व दल को रवाना किया जाएगा। दल की रवानगी के एक रात पूर्व आने व जाने के लिए वाहनों को कृषि उपज मंडी के वितरण केन्द्र में खड़ा किया जाएगा। जिले में चुनाव के दौरान 224 बसों की आवश्यकता होगी, जिसकी व्यवस्था के लिए स्कूल व यात्री बसों का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसके अलावा यात्री बसों का अधिग्रहण दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर अन्य जिले के लिए संबंधित क्षेत्रों में किया जा रहा है, जिसमें बेमेतरा जिले में फेरी लगाने वाले यात्री बसें शामिल होंगी। चुनाव की वजह से बस सेवा प्रभावित होगी।
750 मतदान केन्द्रों के लिए 168 बसों की जरूरत, बाकी रिजर्व में रहेंगे
जिले में नवागढ़ विधानसभा में 299 मतदान केन्द्र, बेमेतरा में 250 मतदान केन्द्र, व नवागढ़ में 299 मतदान केन्द्र समेत कुल 750 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। सभी मतदान केन्द्र के लिए 168 रूट मैप तैयार किए गए हैं। रूट से दल व सामग्री पहुंचाने के लिए 168 बस व 10 फीसदी रिजर्व बसों की व्यवस्था की जा रही है। जिले में मतदान दल के अलावा जवान व पुलिस अन्य कार्य के लिए करीब 200 से अधिक वाहन, अधिकारियों के लिए 140 वाहनों की जरूरत होगी। चुनाव के दौरान 550 वाहनों की जरूरत पडऩे का अनुमान लगाया जा रहा है। बीते विधानसभा चुनाव के दौरान 553 वाहन लगाए गए थे। जिले में करीब 15 सरकारी वाहन उपलब्ध हैं। बचत वाहन को अधिग्रहित किया जाएगा।
जिले में रूट की संख्या — 1168
मतदान केन्द्र की संख्या — 750
बस व अन्य वाहनों की अनुमानित जरूरत 550 से अधिक
अधिग्रहित किए जाने वाले वाहन - बस, मिनीबस, जीप, कार, ट्रक व अन्य वाहन
सभी बसों में जीपीएस
सभी बसों के लिए अलग-अलग रूट चार्ट बनाया गया है। बसों को अपने रूट पर ही जाना होगा। उसी रूट से ही वापस आना होगा, जिसकी मॉनिटरिंग के लिए चुनाव आयेाग के निर्देश पर जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहा है। बताया गया कि सभी बसों की कंट्रोल रूम में मॉनिटरिंग की जाएगी। बसों के रूट के अनुसार समय-समय पर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। बस व अन्य वाहन मतदान के पूर्व व बाद तक अधिग्रहित की जाएंगी। जिला परिवाहन अधिकारी अरविन्द भगत ने बताया कि 224 बसों की आवश्यकता होगी, जिसमें से अब तक 185 बसों में जीपीएस डिवाइस लगाई जा चुकी है। जिले में 130 लाइट मोटर व्हीकल की जरूरत होगी, जिसे अधिग्रहित किया जा रहा है।
यात्री बसें सोमवार की शाम से मंडी में खड़ी होंगी
मतदान होने से एक दिन पूर्व मतदान दलों को रवाना किया जाना है। वितरण के एक रात पहले यानी 5 मई की दोपहर यात्री बस व स्कूल बस समेत सभी वाहनों को मंडी में खड़ा किया जाएगा। यात्रियों के लिए सोमवार से लेकर मतदान होने के बाद दल वापसी तक यात्री बस की बजाय विकल्प का सहारा लेकर आवागमन करना होगा। बस अधिग्रहण से होने वाली परेशानियों को लेकर छत्तीसगढ़ यातायात संघ के जिला अध्यक्ष गोपाल साहू ने बताया कि बसों को 5 तारीख की दोपहर से मंडी मेें खड़ा किया जाएगा। इससे यात्रियों को परेशानियों का समाना करना पड़ेगा।
गर्मी की छुट्टियों में निजी स्कूल में खड़ी बसों को अधिक संख्या में अधिग्रहित किया जाना था, जिससे आम यात्रियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता। जिले में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए एक मात्र यात्री बस ही एक माध्यम है। बहरहाल जिले की तीनों विधानसभाओं में लोकसभा के लिए मतदान कराने के लिए की जा रही तैयारी अंतिम पड़ाव में है। मतदान केन्द्रों की व्यवस्था दुरूस्त करने व आने जाने के लिए वाहनों का प्रबंध करने की दिशा में मेहनत की जा रही है। वाहनों को अधिग्रहित करने के लिए परिवहन विभाग के अधिकारी कर्मचारी बस स्टैंड में घंटों बैठकर वाहन जुटाने में लगे हुए हैं।