महासमुन्द
अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप, परिजनों ने किया था हंगामा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,6 मई। सरायपाली शहर के एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल में विगत दिनों प्रसव के पश्चात् एक महिला की हुई मौत का मामला दिनों दिन तूल पकड़ता जा रहा है। महिला की मौत के बाद इसे लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा भी किया था। जिसमें प्रशासन को दखल देना पड़ा और मामले की जांच का आश्वासन मिलने के बाद परिजन शांत हुए थे।
इस मामले में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. कोसरिया की अगुवाई में एक जांच टीम का गठन किया गया है, जो जांच के पश्चात अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद डॉक्टरों की लापरवाही सामने आने पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है।
मालूम हो कि विगत 29 अप्रैल को शहर के वार्ड क्रमांक 9 निवासी दिनेश प्रधान की पत्नी रिंकी प्रधान को प्रसव के लिए स्थानीय भारती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में ऑपरेशन के पश्चात् उसने एक शिशु को जन्म दिया। इसके कुछ घण्टों बाद रात्रि लगभग 9 बजे रिंकी की तबियत अचानक खराब होने लगी। आरोप है कि अस्पताल प्रशासन व चिकित्सकों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। स्थति बहुत अधिक खराब होने पर रात्रि लगभग 2 बजे अस्पताल प्रबंधन के द्वारा उसे इलाज हेतु किसी अन्य बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और उससे पहले ही रिंकी की मृत्यु हो गई थी। उसके परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल की लापरवाही से अत्यधिक रक्त स्राव होता रहा, जिसके कारण रिंकी की मृत्यु हुई है। मृत होने के बाद उसे रायपुर रेफर किया जा रहा था।
इस घटना के बाद परिजन काफी आक्रोशित हो गए। वहीं वार्ड क्रमांक 9 से भी कई लोग वहां पहुंच गए और सभी ने अस्पताल की लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच हंगामा बढ़ता देखकर अस्पताल से डॉक्टर व अन्य कर्मचारी भी नदारद हो गए। आखिरकार पुलिस, प्रशासन व मीडिया कर्मियों के समझाने के बाद परिजन शांत हुए।
घटना के बाद तहसीलदार की निगरानी में मामले की जांच हेतु एक टीम का गठन किया गया है। बीएमओ श्री कोसरिया की अगुवाई में उनकी टीम मामले की जांच कर रही है।
इस संबंध में डॉ.कोसरिया ने कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है, जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। लेकिन प्रथम दृष्टया अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आयी है। प्रसव के कुछ समय बाद अधिक रक्त स्राव होने की जानकारी मिल रही है। यदि समय रहते चिकित्सकों ने इस पर ध्यान दिया होता तो महिला की जान बचायी जा सकती थी।
डॉ. कोसरिया ने बताया कि इस संबंध में सोमवार को अस्पताल प्रबंधन को मामले से संबंधित समस्त दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने के लिए कहा गया है। चिकित्सकों व अन्य स्टॉफ के भी बयान लिये जाएंगे। इसके बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी। वहीं इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।