बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 जून। साजा विकासखंड के अंतर्गत द्वितीय चरण के प्रशिक्षण के अंतर्गत परपोड़ी जोन में बुधवार को प्रशिक्षण की शुरुआत हुई। इसमें 15 संकुल के 59 शिक्षक शिक्षिकाएं भाग ले रहे हैं। प्रशिक्षण का उद्देश्य ऐसे वातावरण का निर्माण करना है, जिसके माध्यम से 2026-27 तक कक्षा-3 के अंत में सभी बच्चे पढऩे-लिखने व संया ज्ञान की दक्षताओं को हासिल कर पाएं। यह मिशन 3 वर्ष से लेकर 9 वर्ष तक के बच्चों पर केंद्रित है।
व्याख्याता थलज कुमार साहू ने कहा कि सीखने सिखाने के लिए कुछ आधारभूत सिद्धांत भी है जो प्रभावी रहे हैं। कक्षा में इन सिद्धांतों को अपनाकर शिक्षक इस प्रक्रिया को और बेहतर बना सकते हैं। जैसे कक्षा में बच्चों के पूर्व ज्ञान एवं अनुभव का उपयोग करना, बच्चों को सहपाठियों के साथ सीखने के अवसर देना, सीखने की प्रक्रिया में सभी बच्चों का जुड़ाव सुनिश्चित करना, बच्चों को सोचने का प्रोत्साहन देना, बच्चों की घर की भाषा का उपयोग, और सघन बातचीत के अवसर देना आदि के माध्यम से बच्चों को ज्यादा सिखाया जा सकता है। अगर कक्षा में बच्चों की मातृभाषा का उपयोग किया जाए तो उन्हें इस भाषा के सहारे स्कूली भाषा तक आने के लिए समय और मदद दोनों मिलते हैं। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर्स सूरज कुंजाम, मास्टर ट्रेनर्स डोगेंद्र कुंजाम और मास्टर ट्रेनर्स मन्नू लाल साहू ने भी प्रशिक्षण दिया।