बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 जून। मुलमुला पोल्ट्री फार्म एक बार फिर सुर्खियों में है। अब मुलमुला सहित आसपास के ग्रामीण इसके संचालन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने कलेक्टर से मिलकर चेतावनी देने हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं। यदि इसके बाद भी सुधार नहीं आया तो प्रदर्शन तय है। इन दिनों पोल्ट्री फार्म प्रबंधन किसानों को मुर्गी की बीट बांटने में लगा है जिसके चलते मुलमुला सहित कई किलोमीटर के दायरें में जीना मुहाल हो गया है।
कलेक्टर कार्यालय में दब गई शिकायत
मुलमुला पोल्ट्री फार्म के संबंध में जब कलेक्टर कार्यालय से जानकारी मांगी गई तो जवाब आया कि गांव वाले या किसी जनप्रतिनिधि ने कोई शिकायत नहीं की है बल्कि प्रबंधन ने पूर्व विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे के खिलाफ शिकायत की है। जब गुरुदयाल सिंह बंजारे से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया एवं पत्र उपलब्ध कराया। इसमें वर्ष 2020 में 17 मार्च को कलेक्टर, एसपी एवं चौकी प्रभारी चंदनु को सरपंच, उप सरपंच तथा पूर्व सरपंच ने लिखित शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत मुलमुला में बाराडेरा पंचायत से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेकर जो पोल्ट्री फार्म का संचालन शुरू किया गया है इससे गांव वाले आहत है। प्रदूषण बोर्ड से इस ग्राम के नाम पर कोई अनुमति नहीं है। पत्र में कांग्रेसी नेताओं द्वारा कलेक्टर से किए गए शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई।
चार हजार लीटर डीजल एक जगह रखना बारूद से कम नहीं
पोल्ट्री फार्म में विधानसभा चुनाव के पूर्व हुए कथित तोडफ़ोड़ के मामले में चंदनू थाना में दर्ज अपराध के बाद पोल्ट्री फार्म के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों ने थाना में जो लिखित में दिया उसे चंदनू पुलिस ने कोर्ट में दिया जिसमें चार हजार लीटर डीजल का नुकसान बताया गया है। कुछ दिन पूर्व पिरदा में हुए बारूद ब्लास्ट के बाद कलेक्टर ने सभी उद्यमियों की बैठक लेकर सभी सुरक्षा मानकों के पालन सुनिश्चित करने को कहा है, क्या चार हजार डीजल एक ठिकाने पर रखना किसी बारूद से कम है इस पर अब तक कार्रवाई नहीं होना चिंताजनक है।
जांच जरूरी है
पोल्ट्री फार्म प्रबंधन द्वारा जिन लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कराया गया वे आज भी अपने मांग पर कायम हैं। अरमान साहू ने बताया कि तत्कालीन विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे की छबि खराब करने का प्रयास किया गया। सच्चाई यह कि 12 किमी के दायरे में गंध से लोग परेशान हैं। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कराए गए जांच में प्रधान पाठकों ने बच्चों के बयान सहित लिखकर दिया है। स्कूल में बच्चे नाक बंद कर बैठते हैं। श्रम नियम का पालन हुआ की नहीं कोई जांच नहीं, मुर्गी मारी गई या मरी कोई पीएम रिपोर्ट नहीं, किन शर्तों पर पर्यावरण मंडल ने अनुमति दी कोई जवाब नहीं, पोल्ट्री फार्म में कार्य करने वालों का थाना में कोई रिकार्ड नहीं। अरमान साहू ने कहा कि किसानों की फसल एवं लोगों के सेहत के साथ हो रहे खिलवाड़ की जांच जरूरी है। मुलमुला सहित आसपास के लोग बदबू से मुक्ति चाहते हैं।