बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 21 जून। राज्य स्तरीय एफएलएन प्रशिक्षण का द्वितीय चरण 19 जून से 24 जून तक साजा विकासखण्ड के सेजेस साजा में आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के दूसरे दिवस संयुक्त संचालक दुर्ग संभाग आर एल ठाकुर, डाइट के व्याख्याता थलज कुमार साहू, विकासखंड शिक्षा अधिकारी साजा निलेश कुमार चंद्रवंशी, विकास खण्ड स्रोत समन्वयक बी डी बघेल और राज्य स्रोत व्यक्ति दीक्षा देवांगन का निरीक्षण के लिए आकस्मिक आगमन हुआ।
बीईओ निलेश चंद्रवंशी ने प्रशिक्षण के उद्देश्य और पूर्ति के संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए शिक्षण और प्रशिक्षण में अंतर बताते हुए अकादमिक विषयों पर भी प्रकाश डाला गया। संयुक्त संचालक आर एल ठाकुर द्वारा प्रशिक्षण की आवश्यकता क्यों है विषय पर विस्तृत चर्चा किया गया। साथ ही प्रशिक्षण में सीखे नवाचार को छात्रों तक शत प्रतिशत लागू करने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले हमें बच्चों को पढना है, उन्हें समझना है, कि वह किस वातावरण से विद्यालय आ रहा है। समझकर ही हम उन्हें अच्छी तरह सीखा सकते है।
बीआरसी बीडी बघेल ने कहा कि जिस भाषा में बच्चे सबसे अच्छी तरह समझते हैं मतलब बच्चों की मातृभाषा का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें। मास्टर ट्रेनर्स माखन लाल वर्मा के द्वारा भाषा शिक्षण की संतुलित पद्धति की चार मुख्य घटक के बारे में बताया गया।
इस अवसर पर व्याख्याता थलज कुमार साहू, राज्य स्रोत व्यक्ति दीक्षा देवांगन, डीआरजी माखन लाल वर्मा, सुरेश कुमार साहू, मनोज कुमार ध्रुवे, नीरज चौहान, प्रशिक्षण प्रभारी मुकेश कुमार राजपूत, सुखचैन दास जोशी, होरी लाल मिर्झा, व्याख्याता विकास मिश्रा, सेजेस के प्राचार्य मनीष वर्मा आदि उपस्थित रहे। ज्ञात हो कि इस प्रशिक्षण में साजा विकासखंड के 14 संकुल के समस्त 64 शालाओं के शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हुए।