महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 जून। राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत आयुष्मान आरोग्य मंदिर सिंघनपुर के आश्रित ग्राम गौरटेक में विश्व सिकल सेल दिवस वर्ष 2024 का थीम प्रगति के माध्यम से आशा वैश्विक सिकल सेल देखभाल उपचार को आगे बढ़ाना है के थीम पर मनाया गया।
कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी.कुदेशिया, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.नारायण साहू, सेक्टर प्रभारी डॉ. राजेंद्र पटेल, खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी श्याम लाल सिदार, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक डोलचंद नायक के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस शिविर में 160 लोगों की सिकल सेल जांच की गई। जिसमें 5 सिकलिन पॉजिटिव मिले।
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि सिकलीन बीमारी एक अनुवांशिक रोग है जिसमें लाल रक्त कोशिकाओं का आकार हंसिया के तरह हो जाता है जिसे अंग्रेजी में सिकल कहा जाता है। जिसके कारण से शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त प्रवाह में रुकावट पैदा होता है और मरीज को असहनीय दर्द होने लगता है। लाल रक्त कोशिका जल्दी.जल्दी नष्ट होने से शरीर में खून की कमी हो जाता है। सिकलीन पॉजीटिव मरीज को फॉलिक एसिड गोली खाने की सलाह दिया जाता है। चूंकि यह बीमारी एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी में स्थानांतरित होता है जिसे रोकने के लिए शादी के पूर्व लडक़ा लडक़ी का सिकलीन जांच आवश्यक है।
उन्होंने सिकलीन बीमारी के लक्षणों को बताते हुए मरीज को नियमित अपने खून की जांच करानेए फाइबर युक्त भोजन एवं मौसमी फल को अपने आहार में शामिल करने, तैलीय व मसालेदार खाद्य पदार्थों का उपयोग नहीं करने तथा नियमित योग के लिए आवश्यक सलाह दी।
कार्यक्रम में सरपंच सुकमुनि रावल, उपसरपंच सुशीला गहिर, पंच निरंजन कानूनगो, वरिष्ठ नागरिक दयानिधि नायक, सुपरवाइजर एस. बी. साहू, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक खेल बाई कुलदीप, उपेंद्र प्रधान, सीएचओ वर्षा रानी नंद, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संतोषनी कानूनगो, रेखा नायक, मितानिन पवित्र भोई, सुबलया कानूनगो, तारा धुवेल उपस्थित थे।