महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,23जून। जिले को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए 249 ग्रामों के 60 हजार मरीजों की रेंडम जांच की गई। जिसमें जिले भर में मात्र 4 ही पॉजिटिव केस मिले हैं। मालूम हो कि जून माह से विभाग मलेरिया रोधी कार्यक्रम चला रहा है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिले में मलेरिया पॉजिटिव की संख्या 4 से आगे नहीं बढ़ी है। इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है। अच्छी बात है कि गत वर्ष भी महज 4 ही पॉजिटिव मिले थे, जो महज उपचार से ही ठीक हो गए।
इस वर्ष महासमुंद ब्लॉक में 2 तथा बसना ब्लॉक में 2 पॉजिटिव मिले। अभी सभी सीएससी, पीएससी में मलेरिया की जांच व गड्ढों को भरने व साफ सफाई का ध्यान रखने जागरूक किया जा रहा है। कहा जा रहा है क गत वर्ष से मलेरिया मुक्त करने के लिए पसीना बहा रहे स्वास्थ्य कर्मी लगभग सफलता तक पहुंच चुके थे। लेकिन बसना ब्लॉक में एक व्यक्ति के मलेरिया पॉजिटिव होने के बाद सफलता हाथ से निकल गई। लेकिन इस बार विभाग इसे हाथ से निकलने नहीं देना चाह है। इसलिए दोगुनी शक्ति के साथ विभाग कार्य कर रहा है।
विभाग की मानें तो जून से लेकर अगस्त तक ही मादा एनोफिलिज मच्छर के लार्वा पनपते हैं। फलस्वरूप इसी कालखंड को जांच के लिए उचित मानते हुए काम शुरू किया गया है। जिला अस्पताल सहित सीएसी, पीएचसी सहित वेलनेस सेंटरों में पर्याप्त मात्रा में जांच कीट पहुंचाई जा चुकी है। इस तरह स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में आने वालों को जागरूक कर रहा है। मिली जानकारी के अनुसार राहत की बात है कि पिछले कई साल से जिले में मलेरिया या डेंगू से किसी मौत की पुष्टि नहीं हुई है।
इस बार भी स्वास्थ्य विभाग जुलाई माह में संभावित मलेरिया उन्मूलन की तैयारी में जुट गया है। इस साल अभी तक मलेरिया के 4 रोगी मिल चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मलेरिया से बचाव के लिए पानी के जमाव को रोकने पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। इसी पानी में मादा मच्छर अंडे देती है। घर के आसपास सफाई रखनी चाहिए। कूलर, एसी, फ्रिज की ट्रे या किसी भी जल पात्र में पानी जमा न होने दें। मच्छरों से बचाव को पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए। मच्छरदानी का उपयोग करना अच्छा रहता है। जानकारी के मुताबिक कोई भी बुखार मलेरिया या डेंगू हो सकता है। इन दिनों बुखार होने पर मलेरिया या डेंगू की जांच कराना ठीक रहता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपचार की सुविधा उपलब्ध है।
मलेरिया मुक्ति की ओर आगे बढ़ रहे हैं-डॉ. सिंग
डॉ. व्हीपी सिंग, जिला मलेरिया अधिकारी, महासमुंद का कहना है कि हमारे जिले में कुल 249 ग्रामों में 60 हजार लोगों की जांच जनवरी से अब तक हुई है। इसमें मात्र 4 केस ही मलेरिया के मिले। हम मलेरिया मुक्ति की ओर आगे बढ़ रहे हैं। बारिश शुरू होने के साथ ही आई फ्लू, रैन फ्लू, दस्त उल्टी के मरीजों की संख्या तो बढ़ ही रही है साथ ही मलेरिया के मरीज भी मिलते रहे हैं।
बारिश ने मलेरिया और डेंगू का खतरा बढ़ा दिया है। जगह-जगह पानी जमा होने से मच्छर पनप रहे हैं। समय पर उपचार न मिलने पर दोनों बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है।