बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 जून। शासकीय प्राथमिक शाला केंवतरा की नवाचारी शिक्षिका वर्षा जैन ने अपनी दोनों आंखें मरणोपरांत दान कर समाज और शिक्षा जगत में मिसाल पेश की है। उनका कहना है कि उनके बाद उनकी आखों से कोई दूसरा इस खूबसूरत दुनिया को देख सके। नवदृष्टि फाउंडेशन, डोनेट थोड़ा सा जैसी संस्था से जुड़ चुकीं वर्षा जैन ने इस पहल के माध्यम से समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया है। उनके पति प्रखर जैन ने भी उनका भरपूर साथ दिया और दोनों ने एक साथ अपनी आखें दान की।
वर्षा सालभर में लगभग तीन बार रक्तदान करती हैं। उन्होंने भविष्य में देहदान करने का भी मन बनाया है। उनकी प्रेरणा से 5 अन्य लोगों ने भी अपना नेत्रदान करने की घोषणा की। शिक्षिका ने नवदृष्टि फाउंडेशन के सभी सदस्यों व अभिजीत पारख का आभार व्यक्त किया, जिनके कारण यह पुनीत कार्य संपन्न हो सका। उन्होंने बताया कि अब छत्तीसगढ़ में त्वचादान की भी शुरुआत हो चुकी है, जो जले हुए लोगों को हीन भावना से निकालने व उनकी त्वचा को काफी हद तक साधारण बनाने में काम आएगी। डाइट व्याख्याता थलज कुमार साहू, बीईओ निलेश चंद्रवंशी, बीआरसी साजा बीडी बघेल, प्रधान पाठक हरि केडिया, घनश्याम सोनी, गिरिजा पटेल, गायत्री जोगी, हिम कल्याणी सिन्हा, चंदा सिन्हा, घनश्याम देवांगन, निखिल तिवारी ने सराहना की।