बेमेतरा
दोनों ने अपने खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किए 17 लाख
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 25 जून। जनपद पंचायत बेमेतरा के ग्राम चिल्फी में बड़े पैमाने पर आर्थिक अनियमितता का मामला सामने आया है। इसमें विकास कार्यों के लिए आई 15वें वित्त की राशि का लाखों रुपए गबन किया गया है। जिसमें मुय रूप से सरपंच व उनके लोगों के खाते में राशि ट्रांसफर की गई है। जहां विकास के नाम पर कोई भी काम नहीं हुआ है। गलियां कीचड़ से सराबोर, सडक़े टूटी हुई है, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, स्वच्छता पर कोई व्यय नहीं किया गया है।
गांव के मुय मार्गं पानी टंकी लगाई गई है। जिसकी लागत 2 लाख बताई गई है। इस तरह की गड़बड़ी कई पंचायत में है। जिसकी जांच में बड़े खुलासे होंगे। ग्राम चिल्फी को 15 वित्त के अंतर्गत 38 लाख रुपए का आवंटन मिला।
मिलीभगत कर बड़ी गड़बड़ी को दे रहे अंजाम
राशि भुगतान को लेकर पंचायत प्रतिनिधि संतोषजनक जवाब देने की स्थिति में नहीं है। ऐसे लोगों के बैंक खाते में पैसे डाले गए हैं। जिनके द्वारा न ही सामग्री की आपूर्ति की गई और न ही कोई विकास कार्य किया गया। वर्तमान में 15वें वित्त की राशि में गबन के बड़े मामले सामने आ रहे हैं। जिसमें सरपंच व सचिव मिली भगत कर बड़ी गड़बड़ी को अंजाम दे रहे हैं।
सरपंच ने तत्कालीन पंचायत सचिव, दोस्तों व अपने रिश्तेदारों के बैंक खातों में भेजी राशि
सरपंच रामजी यादव के बैंक खाते में 45 बार में 15 वित्त की राशि का ऑनलाइन ट्रांसफर किया गया। इसमें 2020 से लेकर सितंबर 2023 तक राशि का ट्रांसफर किया गया। जिसमें 38 लाख रुपए का आवंटन पंचायत को मिला। इस तरह गांव के विकास कार्यों के लिए पंचायत को मिली राशि का बंदरबाट किया गया है। सरपंच द्वारा अपने रिश्तेदार व जान पहचान के खाते में राशि ट्रांसफर की गई है।
इन लोगों के बैंक खाते में रकम भेजी गई
ओमकार चंद्राकर, जेसीबी ट्रेडर्स, श्रीराम कृषि केंद्र, भवानी ट्रेडर्स, तत्कालीन पंचायत सचिव भारत लाल देवांगन, अंकित साइकिल एंड इलेक्ट्रॉनिक, बसंत कुमार गुप्ता, वर्मा बिल्डिंग मेटेरियल, भाई चंद्राकर ट्रेडर्स, भरत बंजारे, सीके एग्रो, दुर्गा सिंह चंद्राकर, सुशील कुमार तिवारी, अर्पित गुप्ता समेत अन्य के बैंक खाते में लाखों रुपए ट्रांसफर किए गए हैं।
सरपंच के खाते में 14 लाख रुपए भेजे गए
तत्कालीन पंचायत सचिव भरत देवांगन के बैंक खाते में 13 बार में 3 लाख ट्रांसफर किए। इसी प्रकार सरपंच ने 45 बार अपने बैंक खाते में 14 लाख से ऊपर ट्रांसफर किए। जेसीबी ट्रेडर्स नाम की एजेंसी के बैंक खाते में 14 बार में 6 लाख भेजे गए हैं, जबकि यह राशि गांव के विकास कार्यों के लिए पहुंची थी।
विकास से कोसों दूर गांव व गलियां कीचड़ से सराबोर
‘छत्तीसगढ़’ की पड़ताल में ग्राम चिल्फी विकास से कोसों दूर है। जिसमें गलियां कीचड़ से सराबोर और सडक़ें टूटी हुई है। विकास कार्यों के लिए राशि आने के बावजूद लाखों रुपए की राशि का बंदर बांट करना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस गबन के खेल में सरपंच व तत्कालीन सचिव शामिल है। जो मिली भगत कर 15वें वित्त राशि को अलग-अलग तारीख में अपने खाते में ट्रांसफर किया है।
तय कार्यों के लिए स्वीकृत राशि का नहीं हुआ उपयोग
जानकारी के अनुसार 15वें वित्त की राशि 2 साल पहले से मिलना शुरू हुई है। जिसमें स्वच्छता व पेयजल के लिए 60 फीसदी, गांव के विकास कार्य, प्रकाश व्यवस्था, नाली, सडक़ आदि के लिए 40 फीसदी राशि को खर्च करना होता है। यह राशि जिला पंचायत से ग्राम पंचायत के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। इसके बाद ग्राम पंचायत द्वारा कार्यों के अनुसार राशि एजेंसी के खाते में भेजी जाती है।
सचिव ग्राम पंचायत भरत लाल ने कहा कि राशि ट्रांसफर के बारे में सरपंच बता पाएंगे। मेरी ओर से कोई गड़बड़ी नहीं की गई।