महासमुन्द
महासमुंद, 26 जून। भगवान जगन्नाथ के बीमार होने के बाद अब 15 दिनों के लिए मंदिर के पट बंद कर दिए गए हैं। जो सीधे 6 जुलाई को नेत्रोत्सव के साथ महाप्रभु स्वस्थ होंगे, तब खुलेेंगे। दूसरे दिन 7 जुलाई को अल सुबह मंगला आरती के साथ ही भक्तों के लिए मंदिर के पट खुलेंगे और उसके बाद भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व बड़े भैया बलराम के साथ रथ में सवार होकर भक्तों को दर्शन देने स्वयं नगर भ्रमण पर जाएंगे। महास्नान के बाद बीमार हुए भगवान को स्वस्थ करने दवा स्वरूप काढ़ा के साथ भोग अर्पित किया जा रहा है। बीमार भगवान जगन्नाथ भले ही अपने भक्तों को दर्शन नहीं दे रहे। लेकिन विश्राम कक्ष में पंचमी से भगवान जगन्नाथ की नियमित सेवा की जाएगी। भगवान को दालचीनी, जावित्री, काली मिर्च, लौंग, इलायची का काढ़ा अर्पित किया जाएगा। पौराणिक कथा के अनुसार नगर भ्रमण के बाद वे अपनी मौसी के यहां विश्राम करने जाएंगे। जिस दिन भगवान भक्तों को दर्शन देंगे उस दिन को लोग रथयात्रा पर्व के रूप में मनाते हैं। भगवान की यह रथयात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से निकलेगी। 17 जुलाई को भगवान अपने मौसी के घर से वापस मंदिर आएंगे। जिसे बहुड़ा यात्रा पर्व के रूप में मनाया जाएगा। श्री वैष्णव ने बताया कि मंदिर में आने के बाद भगवान सो जाएंगे। इसके बाद कोई मांगलिक कार्य नहीं होगा।